• 4 years ago
करीब 14 वर्ष बाद पाकिस्तानी जेल से रिहा होकर अपने घर पहुंचे युवक की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इसके साथ ही उसके गांव में उत्सव जैसा माहौल नजर आया। हर कोई उसके घर आने का इंतजार तबसे कर रहा है जब उसे करीब 40 दिन पहले पाकिस्तानी जेल से रिहा कर अटारी के रास्ते भारत भेजा गया था और नारायणगढ़ स्थित कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में क्वारैंटाइन किया गया था। जैसे ही शनिवार को करीब रात्रि 8:30 बजे ट्रेन से उसके ललितपुर पहुंचने की सूचना मिली वैसे ही रेलवे स्टेशन पर जनसमूह उसे देखने के लिए उमड़ पड़ा । हालांकि कोविड महामारी के चलते रेलवे स्टेशन पर भीड़ को एकत्रित नहीं होने दिया गया। रेलवे स्टेशन पर उसका स्वागत करने के लिए प्रदेश सरकार के श्रम सेवायोजन राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी अपने लाव लश्कर के साथ पहुंचे । जहां उन्होंने ट्रेन से उतरने के बाद सोनू सिंह उसके पिता पुलिसकर्मियों और एनजीओ के संस्था के सदस्यों का माला पहनाकर गले लगाकर स्वागत किया । इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और पूर्व सपा जिला अध्यक्ष ज्योति कल्पनीत सिंह लोधी भी उसका स्वागत करने पहुंची। जहां उन्होंने यह कहा कि ऐसे मौके पर कोई राजनीतिक बात या टिप्पणी नहीं होनी चाहिए हम सबका एक ही उद्देश्य था कि सोनू अपने घर सकुशल पहुंचे। गौरतलब है कि करीब 14 वर्ष पूर्व सोनू दिमागी हालत ठीक नहीं होने के कारण अपने परिवार से बिछड़ कर कहीं चला गया था। जिसके बाद उसका कोई पता नहीं चला उन्हें तब पता चला जब सरकार से उनके पास संदेशा आया कि वह पाकिस्तानी जेल में है।
रेलवे स्टेशन पर सोनू के साथ उसके पिता रोशन सिंह और चाचा उदय सिंह भी थे। जहां सोनू ने बताया कि पाकिस्तानी जेल में उसके साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया जाता था । उसे अंधेरी कोठरी में रखकर खाना नहीं दिया जाता था भूखा रखकर शारीरिक यातनाएं दी जाती थी और उसे पैसे का लालच देकर आतंकवादी बनने के लिए मजबूर किया जाता था । लेकिन वहां पर उसने हिम्मत से काम लिया उसकी हिम्मत नहीं टूटी जिसके आगे पाकिस्तानी सरकार को झुकना पड़ा और सजा खत्म होने के बाद उसने हमें अपने मुल्क वापस भेज दिया। इसके साथ ही उसके पिता रोशन सिंह ने कहा कि उसका बेटा 14 वर्ष पूर्व उन से बिछड़कर पाकिस्तानी जेल में पहुंच गया था । वह पाकिस्तानी जेल कैसे पहुंचा उन्हें जानकारी नहीं है लेकिन जब उन्हें उसकी रिहा होने की सूचना मिली तब उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और आज वह अपने बेटे को लेकर अपने घर जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार और योगी सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया उसके पिता रोशन सिंह ने कहा कि योगी सरकार और मोदी सरकार के प्रयासों के बाद उनका बेटा उनके साथ है इसलिए वह मोदी सरकार और योगी सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं।
बतातें चले कि जब 26 अक्टूबर 2020 को पाकिस्तानी जेल से सजा खत्म होने के बाद अटारी सीमा के रास्ते सोनू को भारत भेजा गया था। वहां से उसे तबसे उसे नारायणगढ़ स्थित कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में क्वारैंटाइन किया गया था। अब उसे कागजी कार्यावाही पूरी करने के बाद घर भेजा गया है।
पिता रोशन सिंह ने बताया कि उनके चार बेटे हैं और सोनू सिंह उसका सबसे बेटा है। कुछ समय बाद उन्हें अधिकारियों से पता चला कि सोनू पाकिस्तान की जेल में बंद था।
ललितपुर रेलवे स्टेशन से श्रम सेवायोजन राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ अपने साथ अपनी गाड़ी में सोनू को लेकर उसके गांव थाना मडावरा ग्राम सतवासा उसके घर छोड़ने के लिए चले गए।

Category

🗞
News

Recommended