हाथरस कांड को लेकर सियायत तेज

  • 4 years ago
यमुना एक्सप्रेस वे पर यूपी पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच दिनभर नोकझोंक चलती रही। यह नोकझोंक उस समय शुरू हुई जब हाथरस दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका एक्सप्रेस वे होकर हाथरस की ओर जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोक कर हिरासत में ले लिया और डेढ़ घंटे तक फॉर्मूला वन ट्रैक गेस्ट हाउस में दोनों को रखा, बाद में नोएडा पुलिस दोनों को सरिता विहार छोड़कर आई इसके बाद इस सियासी ड्रामे का अंत हो गया हो गया।
हाथरस गैंग रेप पीड़िता के परिवारजनों से मिलने के लिए दोपहर करीब एक बजे राहुल गांधी और प्रियंका अपनी कार में सवार होकर डीएनडी टोल प्लाजा से निकले। डीएनडी पर कार्यकर्ताओं की भीड़ ज्यादा होने के कारण पुलिस ने उन्हें आगे जाने दिया लेकिन जब यह काफिला यमुना एक्सप्रेस के जीरो पॉइंट पर पहुंचा, तो वहां पर पहले से ही भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। ताकि इसका काफिले को वहीं पर रोका जा सके लेकिन पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका दोनों गाड़ी से उतर कर पैदल ही हाथरस की ओर चल पड़े हजारों की संख्या में लोग शामिल थे। यमुना एक्सप्रेस वे पर मौजूद एडिशनल पुलिस कमिश्नर लव कुमार अपने पुलिस बल के साथ मौजूद थे। उन्होंने कहा की किसी कीमत पर राहुल गांधी को हाथरस नहीं जाने दिया जाएगा जब राहुल और प्रियंका नहीं माने तो भारी हंगामे के बीच राहुल गांधी, प्रियंका, दीपेंद्र हुड्डा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें फ़ॉर्मूला वन ट्रैक पर बने गेस्ट हाउस में ले गए।
राहुल और प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने के बाद काँग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया जिस जीप में राहुल सवार उसके ऊपर कार्यकर्ता चढ गए और जीप को चारों तरफ से घेर लिया। कुछ देर तक कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई, पुलिस ने कार्यकर्ताओं को लाठी चार्ज चार्ज कर खदेड़ दिया इस दौरान कई कार्यकर्ताओं को चोट भी आई इस झड़प के दौरान राहुल गांधी भी धक्का लगने से सड़क पर गिर पड़े।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि यूपी में कानून व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का आरोप है कि पीड़िता का परिवार अंतिम संस्कार तक नहीं कर पाया। ये अमानवीयता का सबसे बड़ा उदाहरण है।प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेनी पड़ेगी। अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी। महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेश में हालात नहीं बदल रहे हैं। भाजपा सरकार अपने आप को हिंदू धर्म का रक्षक बताती है और एक हिंदू पिता को उसकी बेटी के अंतिम संस्कार से भी रोका गया।

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