इनके जज्बे को सलाम उधर प्रशासन में हड़कंप

  • 4 years ago
कोरोना संक्रमण को लेकर हर जगह सेवा का भाव नजर आ रहा है. कोई भामाशाह नगद राशि देकर. राहत कोष में चेक देकर तो कोई दवाई वितरित कर. तो कोई मास्क बनाकर हर किसी की मदद करने को जुटा हुआ है. ऐसा ही नजारा चूरू में देखने को मिल रहा है. लॉक डाउन के तहत जिले में उद्योग धंधे और व्यापार सब बंद पड़े हैं. ऐसी स्थिति में इन जगहों पर काम करने वाले. जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने के लिए सेवा कार्य में जुटे हुए हैं. इसके अलावा जिला प्रशासन. स्वास्थ्य विभाग व पुलिस प्रशासन की ओर से तमाम व्यवस्थाएं की गई है. जिससे कि शहर सुरक्षित रह सके. इधर कोरोना संकट से जूझ रहे देश में चल रहे लॉकडाउन को सोमवार को तब तगड़ा झटका लगा,दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए एक आयोजन में शामिल 300 लोगों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा है। चूरू में भी तब हड़कंप मच गया, जब पता चला कि तब्लीगी जमात के मर्कज में शामिल होकर लौटे. ऐसे डेढ़ दर्जन लोग चूरू में भी हैं। खबर मिलते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे की टीमें दौड़ पड़ीं. और पुलिस प्रशासन की मदद से आनन-फानन एक धार्मिक स्थल से नौ लोगों को निकाल कर उन्हें क्वारेंटाइन किया। बाकी के नौ लोगों की भी तलाश हुई, तो मंगलवार को सुबह तक 8 और लोग ट्रेस हुए। नौ लोगों को सरदारशहर में. आठ लोगों को राजलदेसर में आईसोलेट किया गया। सुबह वार्ड नंबर 25 और 26 में आरसीएचओ डॉ. सुनील जांदू के नेतृत्व में बनाई गई. टीमों ने घर-घर जाकर सर्वे और स्क्रीनिंग की। पूरे इलाके में छिड़काव कराया गया। लोगों की भी समझाईश की गई कि अगर कोई संदिग्धों के संपर्क में आया हो, तो प्रशासन अथवा स्वास्थ्य विभाग की टीम को अवश्य बताएं। तबलीगी जमात के इस मर्कज में पिछले एक महीने में करीब आठ हजार से भी अधिक लोग आए थे। 18 मार्च के बाद लोगों के जाने का सिलसिला शुरू हुआ। 30 मार्च को मामला इसलिए गंभीर हो गया, क्योंकि अकेले दिल्ली में ही मर्कज के प्रोग्राम में गए 24 लोग कोविड संक्रमित पाए गए। मर्कज में 281 विदेशी भी आए थे। चूरू में आए 18 लोगों में भी एक के कोरोना संक्रमित होने की आशंका है। हालांकि, इनके स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान. फिलहाल इन्हें सामान्य पाया गया। मंगलवार को सभी 17 लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया। ग्रुप के एक सदस्य के बारे में बताया जाता है कि वह अलवर चला गया है। वहां के जिला प्रशासन को इसकी खबर दे दी गई है। चूरू में मिले सभी लोगों ने प्रशासन अथवा चिकित्सा विभाग के किसी भी. अधिकारी को अब तक अपने बारे में कोई खास जानकारी नहीं दी है। सभी ने सिर्फ इतना बताया है कि 17 लोगों में से 8 सरदारशहर के, एक राजगढ़ का और बाकी हरियाणा के मेवात और फरीदाबाद के रहने वाले हैं। जिस धार्मिक स्थल पर ठहरे हुए थे, वहां के प्रबंधन से बातचीत के बाद स्क्रीनिंग टीम को सिर्फ यह जानकारी ही मिल पाई है कि यह लोग 18 तारीख को चूरू आए थे। यह बताया जा रहा है कि यहां उनकी कुछ धार्मिक बैठकें तय थीं। प्रशासन की टीमें यही जानने की कोशिश कर रही हैं कि अगर इस दल ने बैठकें कीं, तो उनमें कौन-कौन शामिल रहे, ये मोहल्ले में निकले, तो किससे मिले, आदि। प्रशासन और चिकित्सा विभाग की टीम ने अपने पास आई लिस्ट के अनुसार जब. इन लोगों को ढूंढ कर इनका परीक्षण कराने के लिए अस्पताल ले जाने की कोशिश की, तो उन्होंने तमाम तर्क देते हुए अस्पताल जाने से इनकार किया और उन्हें हरियाणा उनके गांव छोडऩे की बात कही। हालांकि, प्रशासन ने उनका परीक्षण कराने के बाद वाहन से उन्हें सरदारशहर में क्वारेंटाइन करने का फैसला किया।

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