बंधुआ मजदूर : हम दर-दर भटकना नहीं चाहते, हमारा पुनर्वास हो

  • 5 years ago
जम्मू-कश्मीर के जम्मू क्षेत्र के राजौरी तहसील के दो ईंट भट्ठों से 91 बंधुआ मजदूरों को छुड़ाकर दिल्ली लाया गया है जिसमें महिला, पुरुषों के अलावा 41 बच्चे भी हैं. ये सभी मजदूर छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा और रायगढ़ जिले के हैं. इन लोगों को कुछ लोगों ने मज़दूरी दिलवाने के बहाने पहले हरियाणा और बाद में जम्मू क्षेत्र के ईंट भट्ठियों में ले जाकर छोड़ दिया, जहां से वे नहीं निकला पा रहे थे. इनको राष्ट्रीय बंधुआ मजूदर उन्मूलन अभियान समिति, एक्शनएड एसोसिएशन और मानवाधिकार कानून नेटवर्क ने वहां से छुड़ाया है. उनसे द वायर की रिपोर्टर संतोषी मरकाम ने बातचीत की.