भारतीय मूल के नोबल विजेता रामकृष्णन वेंकटरमन ने नागरिकता संशोधन बिल (CAB)की निन्दा की और इसे भारतीय धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के खिलाफ बताया, उन्होंने कहा- 'अब लोग कह रहे हैं कि नागरिकता संशोधन बिल का असर भारत में रह रहे मुसलमानों और भारतीय नागरिकों पर नहीं पड़ेगा, लेकिन मूल बात यह नहीं है. मूल बात यह है कि 20 करोड़ मुसलमानों को यह कुछ ऐसा अहसास कराता है कि उनका धर्म अब दूसरे भारतीय धर्मों जितना वैध नहीं रह गया है. समरसता के लिए यह अच्छा अहसास नहीं है. पाकिस्तान और अफगानिस्तान भारत के प्रतिद्वंद्वी नहीं हो सकते'
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