सत्य: मूल्यवान नहीं, अमूल्य || आचार्य प्रशांत, गुरु नानक देव पर (2014)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
६ अगस्त २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

पौड़ी : (अनंदु साहिब, नितनेम)
वाजे पंच सबद तितु घरि सभागै ||

प्रसंग:
जीवन में सत्यता की कमी क्यों है?
सत्य का पता होते हुए भी झूठ की तरफ क्यों बढ़ जाते हैं?
सत्य को अमूल्य क्यों कहा गया है?