The new moon, which falls in the pitru paksha, is called the sarvpitra Amavasya. It has great significance in the scriptures. It is believed that if for some reason the people has forgotten to do the Shraddha of his ancestors , then on this date, he has attained all the shradha karma for their ancestors. check out this video to to know how to do Shraadh Karma on Sarvpitra Moksha Amavasya , so that the spirits of the ancestors get peace and pleasure .
पितृपक्ष में पड़ने वाली अमावस्या को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहते है । शास्त्रों में इसका बड़ा ही महत्व है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन यदि किसी कारण से पितरों का श्राद्ध करने से भूल गए है तो इस तिथि पर पितरों का एक साथ श्राद्ध करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते है इस दिन किसी विधि से श्राद्ध कर्म किया जाऐं , जिससे मृत पूर्वजों की आत्माओं को परलोक या अन्य योनियों में सुख प्राप्त हो ।
पितृपक्ष में पड़ने वाली अमावस्या को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहते है । शास्त्रों में इसका बड़ा ही महत्व है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन यदि किसी कारण से पितरों का श्राद्ध करने से भूल गए है तो इस तिथि पर पितरों का एक साथ श्राद्ध करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते है इस दिन किसी विधि से श्राद्ध कर्म किया जाऐं , जिससे मृत पूर्वजों की आत्माओं को परलोक या अन्य योनियों में सुख प्राप्त हो ।
Category
🛠️
Lifestyle