अमरीकी संसद में एच 1 बी वीज़ा बिल पेश किया गया है। माना जा रहा है कि यह बिल उन कंपनियों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी करेगा, जो अमेरिकी कर्मचारियों की जगह भारत सहित दूसरे मुल्कों के लोगों को अपने यहां काम पर रखना चाहती हैं। लेकिन ट्रंप प्रशासन के इस बिल पर साउथ-एशियन अमेरिकन्स लीडिंग टुगेदर (एसएएएलटी) की कार्यकारी निदेशक सुमन रघुनाथन ने कहा, 'किसी भी वीजा कैटगरी पर बैन लगाने से अमेरिका में नौकरियां वापस नहीं आएंगी, इसका मतलब यह है कि आईटी पेशेवरों को ट्रंप प्रशासन के इस प्रस्ताव से कोई ज्यादा असर नहीं होगा। एच1-बी वीजा पर ट्रंप प्रशासन के फैसले का अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पडेगा और देश इससे लगातार पीछे जाएगा। एच1बी वीजा सहित ट्रंप के अन्य आदेशों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था अव्यवस्थित होगी।'
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