BJP सांसद का बड़ा बयान, धार्मिक और गृह युद्ध के लिए सुप्रीम कोर्ट को बताया जिम्मेदार
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00:00और इस वक्त की बड़ी ख़बर का अबरू करते हैं दिली से जहाँ पर बीजेपी सासन निशेकान दूबे ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर ऐसा बयान दिया है जस पर अब सियासी भूचाल मत गया है
00:08निशेकान दूबे ने बड़ा वायान दिया है और कहा कि ये देश में धामिक युद्ध और ग्रेह युद्ध के लिए सुप्रीम कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जिम्यदार है
00:18उन्हें ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर आ रहा है
00:21निशिकान दूबे ने यहां तक कहा कि अगर हर काम के लिए सुप्रिम कोर्ट ही जाना है तो क्या संसत को विधान समाओं को बंद कर देना चाहिए
00:28बीजेपी संसत ने आगे ये भी कहा कि सब चीज़ों के लिए कानून बना है
00:32तो फिर सुप्रीम कोट नया कानून कहा से और कैसे बना रहा है वो रास्टर पती को कैसे निर्देशित करा जिनके निर्देश पर जिनके हास्ताक्षरों के साथ इनको न्यूक्त किया जाता है
00:43आर्टिकल 368 कहता है कि इस देश के सब्विधान को पार्लिमेंट को सभी कानून बनाने का अधिकार है
01:02कानून की व्याक्या करने का अधिकार सुप्रिम कोट है
01:06वो का रहा है कि तीन मैने में राष्टपती बता दे की क्या करना है तीन मैने में गवर्णर बता दे की क्या करना है
01:13और उसके बाद आज जो है ये देश राम कृष्ण सीता राधा त्वादस जोतिरलिंग से लेके क्या बन सकते पीठ का है
01:23सनातन की परंपरा है
01:25लाखों साल की परंपरा है
01:28आप जब राम मंदिर का विसेव होता है
01:31आप राम मंदिर में कहते हो कि कागज दिखाओ
01:33क्रिशन जन मुमी का मामला आएगा
01:35मत्रा में तो कहोगे कागज दिखाओ
01:37आप जब सिभ की बात होगी
01:39ग्यान बापी मस्जिद की बाप बात आएगी कागज दिखा और आज केवल आप मुगलों के आने के बाद जो मस्जिद बने हैं उसके लिए करते हैं कि आप कागज कहा से दिखा इस देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए केवल और केवल सुप्रिम कोट जिम्मे
02:09उस कानून की उसको व्याख्या करनी है और यदि व्याख्या नहीं कर सकती है और सब कुछ के लिए सुप्रिम कोट जाना है तो इस संसत का कोई मतलब नहीं है विदान सभा का कोई मतलब नहीं उसको बंद कर देना चीए जो अपॉइंटिंग अथॉरिटी है उसको आप नि
02:391942 की Privy Council की जजमेंट है
02:42उसमें ये कहा गया कि जहां कानून नहीं लिखा हुआ है
02:47उसके बारे में यही कानून को जजमेंट देती है
02:51तो बात समझ में आती है
02:53यहाँ पूरा जजमेंट लिखा हुआ है कि राष्टपती का क्या अधिकार है
02:57राष्टपती का क्या अधिकार है, प्रदान मंत्री का क्या अधिकार है, हमारे सुप्रिम कोट का क्या अधिकार है, हाई कोट का अधिकार है, जब सब कुछ लिखत-पठत में है, तो तुम नया कानून कैसे बना दी है, तीन मेहना कहां से लेके आगे, कि राष्टपती को ती
03:27काफी तल्ख और ये टिपणियां उनके रहे हैं निशिकान दूबे के इन बयानों पर अब सियासत गर्मा गए है और कॉंग्रेस ने इसे न्याय पालेका पर आगात खरार दिया है तो एक कॉंग्रेस नेता सल्मान खुर्शित ने कहा कि जो भी व्यक्ति थोड़े बहुत भी
03:57या कोई और है वो सुप्रीम कोर्ट पर प्रशन चिन लगाए या किसी भी कोर्ट पर प्रशन चिन लगाए वो बहुत दुख कविश है बहुत दुख कविश है जो हमारी विवस्ता है जो हमारी कानूनी विवस्ता और हमारी सवधानिक विवस्ता है उसमें जो अंतिम इस �
04:27कोड को इसको कमजोर करने में लगे हुए है सुप्रीम कोड बार कांसिल अध्यक्ष ने भी निश्कान दूबे के बैन पर आसा हमती जताई
04:45इसको इसको यह थोड़ा एक्स्ट्रीम है अब हमारे देश का सरवच्च ने आ जाले है और वो हमारे देश के मुखिना अधीश है तो यह सब कहना नहीं है कि उनके वजह से कभी सुप्रिम कोट की यह मंसा नहीं होगी कि देश में इस डंग की घटनाए हो हमारे किसी टिपड
05:15समाजबादी पार्डे के नेतर एस्टी हसन निशगान दूबे के बैंट के नेंदा के
05:19समविधान सुप्रीम है सब से उपर है पारलेमेंट से उपर भी समविधान है लेकिन हमारी यह सरकारे समविधान का परवा करे बगएर काम करती है
05:37अब जब लक्षबन रेखा करास करेंगे आप तो सुप्रीम कोर्ट को मदाखलत करना जरूरी है ताकि लोगतंत भी बचे और समविधान
05:51तो बहुत बड़ी खबर है कि निशेकान दूबे ने बहुत बड़ा बयान दिया सुप्रीम कोर्ट का जो वक्षब लेकर हाल में कुछ टिपणिया आई और उस पर कुछ बिंदूओं पर जो एक तरीके से स्टेप भी रहा तो उस पर उन्होंने टिपणे की कि सुप्रीम क
06:21कर जाएंगे तो फिर क्या संसत बंद कर दी जाए क्या विधान सभाएं बंद कर दी जाए सुप्रीम कोर्ट अपनी जो सीमा है उसे बाहर जा रहा है ये भी उन्होंने टिपणे की और देश में ग्रह युद्द के लिए चीफ जस्टिस जिम्मेदार है बीजेपी सांसर न
06:51का समर्थन नहीं किया लेकिन उन्होंने कहा कि ये काफी एक्स्ट्रीम बयान है इसको इसको ये थोड़ा एक्स्ट्रीम है अब हमारे देश का सरवच्चने आजाले है और वो हमारे देश के मुखिन अधीश हैं तो ये सब कहना नहीं है कि उनके वज़ाए से कभी सुप्रि
07:21कि ये सब देश कि जरुदा का लिए ऑन वे एक्स्ट्रीम बयाए समर्चने कि अधी जरुदाए से को ये सब देश का सब देशोई थिरे ग्मारे अवाए सब देशने कि वे बयाए से कि ये सके जो खे रहीं हैं आए