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  • 4 days ago
क्या कानूनी पचड़े में अटकता नजर आ रहा है वक्फ कानून? साहिल के साथ देखें दंगल

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00:00प्राउधानों को लेकर जो सुनवाई की उसके बाद दो प्राउधानों पर कही ना कही स्टे लग चुका है
00:24सरकार के तरफ से ये वादा किया गया है कि कोई भी प्राउपर्टी डी नोटिफाई नहीं की जाएगी और उसके साथ-साथ वक्फ बोर्ड और वक्फ काउनसिल का गठन भी नहीं किया जाएगा
00:35हाला कि सरकार को साथ दिन का वक्त इस पूरे मामले में दिया गया है
00:39कि आप अपनी भूमी का इसके बारे में रख सकते हैं
00:42उसके बाद एक बार फिर इस पर सुनवाई होगी
00:44लेकिन दो दिन की सुनवाई में सुप्रिम कोर्ट ने भी कई मुद्धे उठाय हुए
00:48एक कुछ मुद्धे सरकार को पूचे गया है
00:51खास करके वक्फ बाई यूजर को लेकर
00:53खास करके जो वक्फ काउंसिल और वक्फ बोर्ड की गठन को लेकर
00:57दूसरी तरफ लिमिटेशन एक को लेकर
01:01याची का करताओं को कहा गया है कि आपकी भूमी का
01:03हिंडू सक्सेशन कानून वहाँ पर लागू किया गया
01:06तो उसको लेकर आपकी भूमी का भी शायद नहीं मानी जाएगे
01:08लेकिन कुल मिलाकर सुप्रिम कोट ने मुद्धे उठाय हुए
01:10सवाल उठाय हुए
01:11उसके जवाब यहाँ पर सुप्रिम को ढूण रहा है
01:14लेकिन उसके साथ-साथ याचिका करताओं को ये भी कहा गया है
01:16कि सिर्फ पांच याचिकाओं को सुना जाएगा
01:19उनमें से ये याचिका कौन सी होगी
01:20ये याचिका करताओं को ही तै करना है
01:23ऐसे सूरत में अब वक्त कानून का क्या होगा
01:26आठाट घंटे दोनों सदनों में लंबी चर्चा होने के बाद अब वफ कानून पास किया गया था
01:32लेकिन सुप्रिम कोट के सुनवाई के बाद अब इस पे क्या होगा ये एक सबसे बड़ा सवाल यहां पर उठा है
01:36इसी को लेकर हम दंगल में चर्चा करेंगे लेकिन उससे पहले यह रिपोर्ट देखेंगे
01:55वफ कानून के खिलाफ एक लड़ाई हिंसा के रास्ते बंगाल में सुलगाने की कोशिश हुई
01:59दूसरी जंग जम्हूरी तरीके से अदालत में लडी जा रही है
02:02दो दिनों की लगातार सुनवाई के बाद अदालत में साथ दिनों की महलत दी और सरकार से जवाब मागा
02:07संशोधन के हिसाब से सरकार कारवाई करने को स्वतंतर है
02:13और जो संशोधित कानून है उस पर किसी भी तरह का अंतिरीम आदेश नहीं है
02:18और अगली तारीक तक भारत सरकार को अपना जबाब और उनको जो भी डॉकॉमेंट्स देने हो वो देने होंगे
02:24कानून के तीम प्रावधानों पर फिलहाल कारवाई नहीं करने की बाद सरकार की ओर से अदालत में कही गई है
02:45मुसलिम पक्ष के वकीलों और निताओं ने सुनवाई के बाद दावा किया कि अदालत से उन्हें पड़ी रहत मिली है
03:07और मामले की सुनवाई होने तक ना तो वक्ष बाई यूजर संपत्या टीनोटिफाई होंगी और ना ही वक्ष का उनसे लिए बोर्ट्स में कोई नियुक्तिया होंगी
03:14केंदर सरकार के वकील ने कहा कल जो जजच साबने बात कही थी
03:21के हम जो वक्ष बाई यूजर पोपटी हैं इनके साथ कोई छेड़ चार नहीं करेंगे
03:27रेजिस्टैशन में किसी किसम का कोई छेड़ चार नहीं करेंगे
03:31और जो वर्क बोर्ड जो बनाएंगे उसमें किसी मिंबर को ना एड करेंगे नहीं कोई मिंबर हम बनाएंगे नहीं कोई वर्क बोर्ड जो हम फॉर्म करेंगे
03:45तो आठ दिन का 28 तारीक को next hearing है
03:51दरसल पिछले दो दिनों की सुनवाई में सुप्रेम कोर्ट में वही सवाल उठे हैं कि सरकार कहती है कि वख बाई यूजर में अगर रजिस्टर्ड संपत्या नहीं है तो वख नहीं मानी जाएंगी
04:01क्योंकि 1923 से ही वख की संपत्यों का रजिस्टरेशन शुरू हो चुका है
04:05अदालत पूछता है कि 14-15 सदी की मस्जिदों के पास रजिस्टर डीड नहीं तो उन्हें डी नोटिफाई करना क्या सही होगा
04:14इसी तरह सरकार कहती है कि सेंटरल काॉंसिल के 22 स्दस्यों में सिर्फ दो गैर मुस्लिम अनिवार हैं
04:20अदालत पूछती है कि कि वख काॉंसिल में एक गैर मुस्लिम भी क्यों होना चाहिए
04:23क्या हिंदू चेरिटेबल ट्रस्ट में मुस्लिम सदस्स रह सकते हैं
04:27अगली बहस कलेक्टर की शक्तियों पर कानून कहता है
04:30कि सरकार संपत्ती और वख के विवाद में कलेक्टर की जाच रिकोर्ट पर फैसला होगा
04:34अदालत ने कहा कि कलेक्टर की जाच रिकोर्ट के बाद सिविल कोट को फैसला क्यों नहीं करना चाहिए
04:39कानून के इन ही प्रावधानों पर अदालत में सरकार से जवाब तलब किया गया है
04:43और इन में सबसे ज़ादा जोर वख बाई यूजर वाले प्रावधान पर है
04:47क्योंकि भारत में अगर वख पे पास आठ लाग संपतियां हैं तो उसमें चार लाग संपतियां वख बाई यूजर वाली ही है
04:53यानि वो रिजिस्टर्ड नहीं है
04:54संजय शर्मा दिल्ली आज साथ
04:57तो पारलमेंट में
05:00पारलमेंटरी कमीटी में इस पर चर्चा होने के बाद आकिरकार वक्फ संचोधन कानून बनाया लागू कराने की कोशिश की
05:13लेकिन अदालत में दो ही दिन में इसी कानून के दो बड़े प्रावधान पर कहीं न कहीं रोक लग चुकी है
05:19अब फिलहाल सरकार ने कहा है कि इस मामले में किसी भी वक्फ टॉपर्टी को डी नोटिफाई नहीं किया जाएगा
05:26और उसके साथ-साथ वक्फ बोर्ड या काउंसिल भी नहीं बनाया जाएगा जब तक अदालत में सुनवाई चल रही है अगली सुनवाई तक
05:32तो क्या इस से वक्फ कानून की ने वक्फ कानून की भविश्य पर कहीं सवाल तो नहीं उठ रहा है
05:38तो इस पर हम बात करेंगे हमारे साथ में इस पूरे मामले के क्याचिका करता
05:42और उसके साथ-साथ AIMIM के अध्यक्ष और सांसत असरुद्दीन OVC इस वक्त जुड़ रहे है
05:47OVC साथ आपने आज अदालत की कारवाई देखी आपकी प्रतिक्रिया भी आई है
05:52लेकिन हम चाहेंगे कि ये जो डेवलप्मेंट हुआ है जो सरकार के तरफ से फिलहाल वादा किया गया है
05:57कि अगली सुनवाई तक ना हम कोई वक्त बोर्ड या काउंसिल बनाएंगे
06:01और उसके साथ साथ कोई भी वक्त की प्रॉपर्टी डीनोटिफाइक का कदम नहीं उठाएंगे
06:04तो आप इसे किस दर्से देखते हैं कि आपके लिए ये एक शुरुवाती जीत की तरह आप उसको देख रहे हैं
06:11नहीं मैं आप आप से कहना चाहूंगा कि इतना स्ट्रॉंग वर्ड जीत इतना जल्दी बोलना गलत होगा
06:25अभी देखिए हमको इवास समझने की जरुवत है कि इसमें कई एमेंडमेंट्स है जो साब आप ने शुरू में कहा
06:32जो आज भी वफ को नुकसान पहुचा सकते हैं
06:36मिसाल के तौर पर वो जो पांच साल प्रैक्टेसिंग मुसल्मान
06:40और फिर अब छे महीने के अंदर पोर्टल पर रिजिस्टर करना
06:45और फिर अगर कोई इतरास कर दिया तो कलेक्टर को वो पावर दिया गया है
06:50तो उसमें और फिर रूल्स का रूल्स बनाने का प्रोविजन पुरा सेंटरल गॉर्मेंट के पास आ चुका है
06:56तो ऐसे कही उसमें प्रावधान हैं अमेंटमेंट्स जो है उसके खिलाफ अभी सुप्रीम कोट ने कहा नहीं है
07:04तो सरकार उसको इस्तेमाल कर सकती है जिस्ते वफ़की प्रापरटीज को हमारे मान हमारी राय में नुकसान हो सकता और नुकसान होगा भी
07:13जैसा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि ये पूरा अमेंटमेंट्मेंट जो लाया गया वान कॉंस्टूशनल है
07:18फंडमेंटल राइट्स का वाइलेशन आर्टिकल फोर्टीन का फिफ्टीन का ट्विंटी फाई और खास और ट्विंटे सिक्स का
07:26तो सुप्रीम कोर्ट ने आज ये जो बातें कहीं हैं कि सेंटल वाफ काउंसल स्टेट वाफ बोर्ट को कॉंस्टूट नहीं किया जाएगा
07:36पूछ इतने प्रॉपर्टी रेजिस्टर्ड हैं नोटिफाइड हैं गजिटर्ड हैं उसमें वखब यूजर भी है उनको आप निकाल नहीं सकेंगे
07:45तो ये सुप्रीम कोर्ट का फैसला है तो अभी लीगल बैटल तो चलेगी ना पांच महीं को फिर है
07:51तो हमारा जो आल इंडिया मुस्लिम पसला बोर्ट का स्टेटमेंट आएगा और मेरी राए है कि हमारा पोटेस्ट चलता रहेगा
07:58हम यही चाहेंगे कि इस खानून को वापिस लिया जाए ये खानून मुसल्मानों की मजब के उपर उनके इमान के उपर उनकी शनाख के उपर एक हमला है
08:10और हम इसके खिलाफ अपना पोटेस्ट जारी रखेंगे
08:13OVC साब मेरे कुछ और भी सवाल है इसको लेकर क्योंकि जब अदालत में कल भहस हो रही थी
08:22उसमें वक्फ बाई यूजर को लेकर जिसको लेकर आपने भी आपती उठाई है अपने पिटिशन में
08:27सबसे बड़ा मुद्दा ये निकल कर आ रहा था कि रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी जो नहीं है
08:32और खास करके हमने देखा कि 47% प्रॉपर्टी जो रजिस्टर्ड नहीं है
08:37कम से कम आदा प्रॉपर्टी हम कह सकते हैं कि जो रजिस्टर्ड ही नहीं है
08:39उसको लेकर भी काफी बहास हुई उस पर जो सॉलिस्टीटर जनरल है वो बार-बार ये कह रहे थे कि 1923 में 1954 में 1995 में जब भी ये कानून बना है तब भी रेजिस्टरेशन की बात रखी गई थी लेकिन उसके बावजूद रेजिस्टर नहीं हुआ है
08:55और उसके बावजूद भी सुप्रेम कोट कह रहा था कि इस पे कुछ चीजे गलत हो सकती है हम ये नहीं कह रहे हैं लेकिन उसके बावजूद आपको लगता है कि ये मुद्ध कहीं नहीं दिक्कत पैदा कर सकता है आज की स्थिति में तो कोई डी नोटिफाई नहीं किया जा�
09:25हैंगे और साहिल साथ एक बात को समझिए कि वखवबोर्ट का सी-ओ जो हता है जो अभी सुप्रीम कोट ने उस पर आप स्टे नहीं लगाया कि वो अभी नॉन मुस्लिम होगा मगर ऑनरेबल सॉलिस्टर जिनरल जो बात कह रहे हैं वो इस बात को देश के सामें नहीं कहना �
09:55सी-ओ तो आप अपॉइंट करते हैं सी-ओ जब आप अपॉइंट कर रहे हैं तो आप सर्वे भी नहीं करते तो जिमेदारी आपकी है ना वो तो आपके खाते में जाएगा मैं आपको एक मिसाल देता हूँ गुजरात में ये कहा गया कि सूरत मुस्पल कार्परेशन की प्र
10:25पर तो सर्वे नहीं हुआ है कहीं सरकारों ने तो बोर्ट कॉंस्ट्टूट भी नहीं किया है तो फिर उसका क्या होगा और पिर आप देखिए कि वाफ़ ऑलाद है वाफ़ ऑलाद को जो प्रोविजन है वो तो अभी सुप्रिम कोर्ट ने उस पस्ते नहीं लगाया है या �
10:55दो मुद्धे इसमें आपने इसमें से एक मुद्धा तो अभी उठा लिया वकफ अलाद को लेकर उसको लेकर सुप्रिम कोर्ट कह रहा है कि देखिए हिंदू सक्सेशन एक भी बनाता है जब कपिल सिब्बल यह मुद्धा उठा रहे थे उनका अब्जर्वेशन है इसमें
11:25ऐसा नज़र आता है कि सुप्रिम कोड बीश बचाओ करना चाहता है
11:28कि देखिये पूरा का पूरा तो हम स्टें नहीं देंगे
11:30लेकिन कुछ चीजे आप समझजिये कुछ चीजे सरकार को समझ दी चाहिए
11:33इस तरीके से कही नकही सुप्रेम कोट की हियरिंग तो नहीं जा रही है
11:36तो साहिल सहब आप में तीन पीजिए उठाई एक लिमिटेशन एक जब अपलाई होगा
11:46तो आज से लिमिटेशन एक अपलाई होगा तो मैं तो जो एंक्रोचर्ज थे वो मालिक बन जाएंगे
11:52जितने बारा साल से वकफ की प्रापर्टीस पर जो लोग एंक्रोचर है वो अब ओनर बन जाएंगे तो यह तो नुक्सान हो रहा है वकफ प्रापर्टीस नुक्सान हो रहा है
12:03दुसरा साहिल साभ आपके बात समझना चाहिए कि देश समझना चाहिए कि वफ इवैक्यू प्रापटीज है जिसका मालिक वखबोर्ड है आज की तारिक से वो कस्टोडियन में चले आगा कस्टोडियन गौर्मेंट का होगा
12:15तो हरियना में खास तो हरियना में जो हजारों एकर जिससे इनकम आती थी वखबोर्ड को उससे महरूम हो गए तीसरा वखबोर्ड आप जो सुप्रीम कोड का अब्जरुशन दिये हैं मेरा मानना ये है कि हिंदू सक्सेशन आक्ट में जो सेल्फ एक्वाइड प्रापटी किस
12:45या पर किसी को दे दे वह मुसलमानों में नहीं है मैं अगर मुझे दो आउलाद है या पांच है तो मैं एक कोई वन्थार्ड दे सकता हूं उसे बढ़कर नहीं दे सकता हूं तो ये सरकार का प्रोविजन के आप बच्चियों का राइट नहीं मार सकते अच्छा आपके दर
13:15फेक्वाइट प्रापर्टी में पूरी दे सकता हूं बाई विल तो मुस्लिम धरम में क्यों कर रहे हैं आप ऐसा ही है और फिर और एक चीज़ जो हमको नुकसान पहुचा सकती है पहुचाएगी वो औरल जो सक्सेशन है औरल मतवली का अपॉइंटमेंट हो नहीं हो पाएग
13:45भारत का सबसे दौल अत्मी उसको तो फाइदा पहुच जाएगा उसको तो फाइदा पहुच जाएगा सेक्शन टू से दूसरा उसको फाइदा पहुच जाएगा एडवस पोजेशन से तो वो जो खोजा और्फनेश था तो प्रापर्टी चले गई ना तो यसलिए हम कह र
14:15में वक्ष बोड ने कहा कि भाई यह हमारी प्रॉपर्टी अभी हाली में हमने देखा कि तमिल नाडू में भी सप्टेंबर 2022 में ग्राउं पर पूरा का पूरा क्लेम डाल दिया ये भी तो कहीना कहीं दिक्कत हैं तो कहीना कहीं सुप्रीम कोट दोनों चीज़े देख रही है �
14:45इंडिया ने उन्होंने डिसाइड कि अपनी बेंच ने तो हम ज़्यादा रीट ना करें उनकी तरफ से हम ना बोलें जहां तक टेमिल नाडू के गाउं का थिकर कर रहे हैं आप जो जॉइन वरकिंग कमेटी में जो बीजे पी के एंपी स्टे उनको बला कर पूछ लीजे �
15:15प्रिशू ही नहीं है अब आप आप बाजा बजा रहे थे हमर एक बास सुनिये हम छे माईने से कह रहे थे जॉइन वरकिंग कमेटी में और पारलेमेंट जो बिल लाया गया था कि आप मुस्लिम धरम में गएर मुस्लिम को अपॉइंट नहीं कर सकते ये राइट टू एक्�
15:45करना है कि वो पाँच याचिका करता कौन से होंगे कौन सी वो पाँच याचिकाएं होंगी कि जिसकी सुनवाई सुप्रिम कोर्ट में हो पाईगे क्यों सुप्रिम कोर्ट ने साफ कह दिया है कि इतनी याचिका है हम नहीं सुनेंगे लेकिन क्या कानून के नोटिवाई होन
16:15इस पूरे मामले में वो भी इस मामले में हमारे साथ जोड़े हैं डॉक्टर राश्टुष वर्मा इस मामले में समाजवारी पार्टी के तरफ से अपनी भूमिका रखेंगे और डॉक्टर टॉसीफ एमद खान जो भी एक याची का करता है वो भी इस चर्चा में शामिल हों�
16:45कुछ सवाल हमने मुड़े उठाए हुए हैं उसके हमको जवाब चाहिए और हम पूरी तरीके से स्टे भी नहीं लगा रहे हैं लेकिन कुछ सुधार की भी ज़रूरत है गुंजाईश यहां पर नज़र आती है आपको नहीं लगता कि थोड़ा जेपी सी में विरोधी पार
17:15आप इसको जोड सकते हैं उससे लेकिन सच है यह है कि अभी इसमें जो लंबी लड़ाई है वो जारी रहने वाए हैं देखिए मामला सब जुरी से न्याले के अंदर है और एक सत्ताधारी पार्टी के प्रवक्ता के नाते में बहुत कुछ जो वहां के अभी बातें आई है
17:45आपके चेनल में दो बज़े के बाद से लगातार चली है मैं उसी को किवल कोट कर रहा हूं और मैं को इंटर्ट में कानून का विद्यार थे नहीं यहां से बैठे में जैन साहब वो सब इस पर विशेश रूप से अपनी राय रखेंगे कि उन्होंने जो बाते कही है ज़स
18:15जो कॉंसिल का गठन होगा उस पे इन साथ दिनों पर कोई तरह का गठन आप नहीं करेंगे ठीक है साथ दिनों में जब और ये मान की थी स्वम जो है तुशार मैता जी ने कि हमें साथ दिन का समय दिया जा और उस बीश हम कोई बड़ी बदलाव नहीं करता है यह इस पस्�
18:45रजिस्टरड है या नोटिफाइड है या वेजित है उनको डीनोटिफाइड नहीं किया यह तो कानून में ही प्रावधान है और इसको जो है जो हमारे
18:55कि हिए उन्होंने स्यम वहाँ पर कहा एस जी जो है उन्होंने स्वेम हो जाग कहा कि साथ यह तो पंचानमे के जुसको जो रिउर स्पेक्टिव यह लागू नहीं होका यह तो कानून के अंदर नहीं थे तो इसमें अलग्या बात भी बात तो इस प्रस है
19:12जो रजिस्टर्ड है उस पर तो होना ही नहीं था है तो कानूर में उल्लेखी थे इसमें कोई नहीं बात नहीं है तो विसे कहा है
19:21लेकिन अगर यह सच मुझ पर होता है उसका फॉल आउट बड़ा हो सकता है
19:37यह लुए तो क्या थो मगए है कि नहीं लगा दे उस पर सरकार के तरफ से खाऊ गया कि साथ
19:44दिन का वक्ट साथ दिन का वक्ट मुने हैं लेकिन ढूरा रॉक्ट की रहे ना
19:51स्확ंद कर कर दो ना तो यह किया कि मैं कि आपके अपकी रिपोर्ट्रों ने जो रिपोर्टिंग किये आप रहा गलत
20:02मैं आपकी ब्रेकिंग आपकी फोकि कन देंगे जान bleach अफने दोनों चीज homeland चूलिये कानून पर रोग लगा वह देख सकते
20:12सब्सक्राइब कानून पर रोक लगाने का अधार नहीं है कानून पर रोक लगाने का अधार नहीं है
20:32कानून पर रोक नहीं लगाई जा सकती यह भी कोट का अब्जरवेशन इसके बाद आप ही के उससे चलाए ना इस्टे ना कोई बदलाओ की बात
20:42तो क्या चीज़ बदल हो रहा है साथ दिन में अभी मामला साहिजी सिर्फ इतना है कि जिस कानून को चैलेंज किया गया जिस पे इनकी अपील है कि यह सिर्धानिक है इसको ततकार रद कर दिया जाए यही अपील है जो विसी साब बोल रहे थे
21:00यही अपील है कि इसके जो है इस कानून को इस्टेकर दिया जाए दो अपील है दोनों अपील पे ने ने कोई अपना अभी तक आपजरुशन नहीं दिया और साथ दिन का समय तोड़ी जलबाजी तो नहीं है अभी तो वक्त है साथ दिन
21:20के बाद पूरा पक सरकार के तरफ से रखा जाएगा विरोधी पार्टियों के सवाल उनको
21:35पूचे हुए जो शर्मा जी कह रहे हैं जल्दबाजी मत करिएगा टाइम लगेगा भी
21:40समझ रहा हूँ आप मैं समझ रहा हूँ यह मामला न्याले में है और सब
21:57कुछ हो रहा है लेकिन इसका संदेश क्या है यह समझने की सक्त जरूत है और जिसको
22:03समझता हूँ सभी दलों को आज मानने यह जो है समझना चाहिए इस पूरे पर आज भी जो हुआ है कर एक अपजर्वेशन कोड का था कि यह इस प्रकार जो हिंसा हो रही है यह बिल्कुल गलत है हिंसा नहीं होनी थे आज मैं समझता हूँ यह जो बिल्कुल उस पर भी हम सवा
22:33सब्सक्राइब कर दो नजर आ रहे हैं उसी से उसी से नजर उसी से नजर आ रहा है उसी से नजर आता है कि भारती जंता
22:56कितनी बेचेन हो गई है अभी यह तो अभी इंटेरिम ओडर है अभी तो समय है चर्चा होगी आप पुद्धे पर बात करेंगे तरह एक बात सुनेते हैं आपकी बात लंबी सुनिये हमें सप्राजी आपकी बात करेंगे एक दूसरे पर तरह मुझे आगे बढ़ना पड़े�
23:26मुद्धे पर बात करिएगा चलिए मैं वही कह रहा हूं कि यह दूसरों की बात सुनने के लिए तयार क्यों नहीं है आज यह हमारी बात नहीं सुन रहे कल को सुप्रीम कोड की बात भी नहीं सुनेंगे कुछ और तर्क निकाल के आएंगे भई जो आज इंटेरिम ओडर आ
23:56सुप्रीम कोड जो है वो कस्टोडियन है यह जो वक्षबोड का अमेंडमेंट आया है यह सुधार नहीं है यह समिधानिक मूल्यों पर प्रहार है और यह प्रहार के साथ साथ यह भी कहना चाहूंगा कि मातर एक अल्प संक्यक नहीं आज किसी एक की बारी है कल को दूसरी क
24:26कुछ याचिका करताओं से सवाल पूछे है लेकिन विशे क्या है विशे उत रही है जो विपक्षी पार्टियां उठा रही है जो वक्ष बाई यूजर का विशे है या फिर दूसरे धर्मों के लोग सीओ बनेंगे या उसमें वक्ष बोड में आएंगे या लिमिटेशन एक
24:56आरे मुद्फे जो थे जेपीसी में भी सचते पार्लेउमेंट में भी सचते लेकिन सरकार ने विपक्ष को बुल्डो किया है ये जो बुल्डो में अईग पर्दा फास होना जरूरिए ये जोatar म benefit सफ़र्मा ज़ाएर लेकिन सरकार ने जोğu योई ना कही सप्रा जी वही स�
25:26साय जी पहली बात तुम्हें बता दूं कि अभी किसी भी तरह का कोर्ट का इस तरह का अब्जर्वेशन या टिपड़ी नहीं है
25:33हमने जेपीसी में सबकी बात सुनी लाखों लोगों की बात सुनकर उनके जो व्यूज थे उसके आधार पर ये बिल बना और संसद में ब्रिहत चर्चा के बादे पारित हुआ
25:45लेकिन मैं केवल इतना पूछना चाहता हूँ जो बात मैंने कही आधे सित्वी कि जिसके नाम पर प्रोपोगंडा करके आप जो हिंसा भड़का रहे हैं और कांग्रेस और सपा और सारे दलों के मूँ में दही जमी पड़ी है आज ये अपील क्यों नहीं कर पा रहे हैं
26:00हिंदू मारे जा रहे हैं जहाँ पर उनके लिए ये क्यों नहीं रोग पा रहे हैं दूसरी बात इनोंने ये कही कि आदे से नहीं मानेंगे
26:07अरे जहाब इस देश के अंदर आपने उधारण प्रस्तूत किया है साबानों के मामले पर सुप्रीम कोट के फैसले को पनट दिया लाके संसद में ऐसा उधारण कोई देश में नहीं है आपने किया था मुस्लिम तुष्टी करण के लिए आपने सुप्रीम कोट को चलिए ड�
26:37आप सुप्रीम कोट के उब्जर्वेशन को किस तरीके से देखते हैं दोनों तरफ से सुप्रीम कोट ने भूमिकाई यहां पर रखी हुई है हाला कि पूरी सुनवाई बाकी है साथ दिन के बाद पता चलेगा कि आगे क्या पर्मनें स्टे लगता है या बाकी मुद्धे न
27:07पहली लाइन में एक बात बहुत उम्दा बोली कि सुप्रीम कोट ने कहा कि जब कानून पास होता है तो कोट एडिमीशन के तौर पर किसी भी कानून पर रोक नहीं लगाता है यह बात बहुत क्लियर कड़ गई तो इसलिए आपने पास कर दिया अब हम उस पर जो भी पिया
27:37कि वक्त काउंसिल में को सुप्रीम कोड ने पूछा कि अगर आप नौन मुस्लिम लोग रख रहे हैं तो क्या हिंदू बोर्ड में आप नौन हिंदू रखेंगे और इस्पेस्विकली जस्टिस के भी विश्वनाथन ने और जस्टिस पीवी संजय कुमान ने पूछा क्या
28:07रहे हैं तो उस पर सॉलिस्टिर जनरल में मेता जी ने बोला हमारे पास ऐसा कोई उधारण नहीं है और मैं इसके मैं इसको बता नहीं सकता यह पहली नाकामी थी सरकार दूसरा जो सब्सक्राइब की भूमी का बताईए क्या है हमारी बात नहीं हमारी आपको लगता है कि य
28:37सेल दी तो सुप्रीम कोड ने कहा कि तीन सो साल पुरानी सेल लीड आप कहां से लाएंगे और इस पे अभिशेक मुनिज संग्वी और कपिल सिंबल ने बहुत बड़ी बात करी जो देश को सुनना चाहिए उन्होंने कहा वक्त भाई यूजर के ही तरीके से आपने राम जन
29:07अग्की बात भी सुनी गई है क्योंकि आप तो सुप्रीम कोड कह रहाएं कि हम पाँच पिटिशन सुनेंगे उससे ज़दा कुड़ा नहीं सुनेंगे और यह पिटिश्नन को से को tabs करना है कि कौन सी पाँच पिटिशन सुननी चाहिए सुप्रीम कोड को तो उसको लेकर क्
29:37से क्या करेंगी ये भी मुद्दा यहां पर उठाए जा रहा है आप कैसे देखते हैं पिटिशनर के तौर पर इस पूरे मामले को
29:43हरी शंकर जैन आपको आवाज आ रही है मेरी
29:58मैंने पूछा आप से कि जो सुप्रिम कोर्ट पे हुआ है उस जे बोलिए
30:09जिस तरह से इस बामले को पुलिटिकल रूप से समाजवादी पार्टी कांग्रेश के लोग बता रहे हैं वैसा नहीं है
30:23सही बात यह है कि सुप्रीम कोड सारे विशे को एक्जामिंग कर रही है कि सुप्रीम कोड को पावर है कि कोई एक चैलेंज होता है तो उसकी वैधालिक्ता को जज़ करें
30:36नंबर एक अभी किसी प्रकार का जो ही लोग कह रहे हैं कि रहमा वैसाई मिल गया इस्टे हो गया ऐसा कुछ नहीं है जब कोई एक चैलेंज होता है यह कोड सामने कोई बात आती है तो कोड की सबसे पहली बात ही होती है कि यह था इतिते रखी जाए जब तो सुनवाईनों को
31:06कि वर्गोर्ड ने पूरे देश में हिंदू सब्बत्यों की लूट की और इतनी लूट हुए है कि आज सब्बत्य कहां से कहां कितने लाक पहुँच गई और बड़ी जल्दी पहुँच गई है और हुआ यह है कि जैसे आपने जगा कि कहीं भी जामन होता है मज़िद बना
31:36साथ करे लेकिल लेकिन जब सरकार ने कानू बनाया तो उस पे तो हैं लूट धे हैं नहीं यह सरकार का तो कहना है क्याम कानून इसलिए बना रहे
31:43सरकार ने कानून बनाया तो उसमें तो यह मुद्दे है नहीं यह तो हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा बनाए नहीं है सरकार का तो कहना है कि हम कानून इसलिए बना रहे हैं कि वर्ट रॉपर्टीज का सही इस्तमाल हो जिसके वज़े से वहां पर एजुकेश्टन इस बने व
32:13और हिंदू जमीनों और सरकार की जमीन पर कपज़ा हुआ है मैं राजनी साथ के बात कर रहा हूं मुझे किसी पार्टी में कोई भी इंटरेस्ट नहीं है पर मुद्धा यह है कि हिंदू
32:26तौसिफखांग कोट में करें ते से एक्सपोज कर रहे हैं अपने आपको के मनशा क्या है नियत क्या है कोई कानूल जब सरकार लेकि आती
32:50तो उसके साथ में प्रेजम्शन ऑफ कॉंस्टिटूशनालिटी रहता है जल्दी कोर्ट उसको उसके इंटरफेर नहीं करता है और इसी बात को शुरू से डिबेट के टाइम से जेपीसी जिस तरीके से कंड़क किया गया मैं भी जेपीसी के मीटिंग में था जेपीसी के बा�
33:20कर रहा है इस कानून खोले के और यहां पर जो बैट करके याचिका करता है हरिशंकर जैन जी वो उस बात को एक्स्पोस कर रहे हैं कि सुप्रीम कोट में यह बात उठी जब सरकपिल सिब्बल और पेटिशनर के साइड से बहस कर रहे थे तो उन्होंने गिनाया कि आप दे�
33:50के नहीं यह गलत है आपका प्रिजम्शन तो नहीं है क्योंकि जो कानून है उस पे क्या किया गया मैं आपको बताता हूं देखे
34:20आज जब वक्फ बोर्ड के तीन अध्यक्षा रोटेशन पर आएंगे वक्फ बोर्ड के मुतबवल्यों का एक प्रतिनिदी होगा
34:26मुस्लिम लॉग के तीन जानकार भी इस काउंसिल के सदस्य होंगे
34:32सुप्रिम कोट या हाई कोट के दो जज हो सकते हैं जो कोई भी धन के हो सकते हैं
34:37राश्री अस्तर का एक वकील हो सकता है जो कोई भी धन का हो सकता है
34:40राश्क्रियस्तर के चार विशेश सदस्य, प्रशासन प्रबंधन, वित्य प्रबंधन, इंजिनियर, आर्किटेक्ट और मेडिसिन
34:48उससे जुड़ा हुआ कोई हो सकता है
34:50और केंडर सरकार के वक्त पंत्रा लेके, एडिशनल या जौइन सेक्रेटरी पदैन, वो गैर मुस्लिम यहाँ पर हो सकता है
34:56तो यहाँ पर कही न कही आपका एजम्शन नजर आ रहा है कि दस मुस्लिम सदस्य तो होंगे
35:00लेकिन जो बाकी लोग है, वो सरकार गैर मुस्लिम ही वहाँ पर रखेंगी
35:04ऐसा आपका एजम्शन तो नहीं लग रहा है, क्योंकि यह बोलना बड़ा मुश्किल है
35:08आप इंटेंशन पर कही न कही सवाल उठा रहे हैं, यहाँ पर
35:11जब एक्स्क्लूजनरी पार्ट जब डाला जाता है कहीं पर के मुस्लिम समुद्र मुस्लिम भी सदस्य होंगे
35:20तो वहाँ उसके इलावा जो है जो ओपन है तो उसमें प्रिजम्शन रहेगा
35:25अब अगर MP MLA, BJP के पास MP है ही नहीं मुस्लिम, तो वह नॉन मुस्लिम को देगी
35:30अगर होते हैं, तो आज मिनॉर्टी मिनिस्टर की कोई और होते हैं या फिर कोई मुस्लिम MP के थुदू हो जो है
35:36इस बिल को पास करवाते हैं, लेकिन जब यह सवाल उठा था, तो तुशार मेता जी कोट में खड़े होकर के
35:43बार बार रिपीटेडली कह रहे हैं के जेपीजी के रिपोर्ट में कानून में, जेपीजी रिपोर्ट में
35:49बीजेपी सरकार ने आशवाशन दिया है कि केवल दो हिंदूस को वो लाना चाहते हैं, दो हिंदूस से जादा नहीं है, लिमिट है, जिस पे सब बहस हुआ कि कानून के प्रोविजन जो हैमें में ड़ा है, उसमें ऐसा कोई बात नहीं लिखा हुआ, कि मैक्सिमम टूम हिं
36:19जरूर पूचा है, कि हिंदू एंडावमेंट एक के तहट जो ट्रस्ट बनते हैं, उसमें कहा गैर हिंदू सदस्य होते हैं, यह सवाल तो उरों ने उठाय हुआ है, लेकिन मेरा सवाल आप से एक स्पेसिफिक ये रहेगा, कि जिस तरीके से तीन मुद्दों पर, अभी चै
36:49जैसे वो जो कंडिशन है, मेरे राइट को वकफ को पे दान देने की मेरी राइट को कर्टेल किया जा रहा है, कि पांच साल आपको मुसलमान बने रहना होगा, वो भी प्रैक्टिसिंग मुसलमान बना रहना होगा, कौन उसका सर्टिफिकेट देगा, प्रैक्टिसिंग के �
37:19सरकार कैसे डाल सकती है ये तो धरम के अंदर में इंटफेरेंस हो गया वकफ नौ में एक दफा जब प्रॉपर्टी हमने दे दिया अल्ला के नाम पे हम वो वकफ वन सबकाफ ऑल्वेस वकफ रहेगा इस पे सुप्रीम कोट के ज़र्मेंट से जुड़िया एक खबर हमारे पा
37:49ये दोनों वकील होंगे इसमें राजीव धवन, सलमान खुरशीद और हुजैफा एहमदी इनका नाम भी इसमें है ये पांच वकील इनका पक्ष, इनकी दलील रखेंगे और ये पांच वकीलों के नाम मुस्लिम पक्ष ने तैय कर दिये वक्त कानून पर यही पांच वकील
38:19देखिए, देखिए ऐसा है, मैंने बहुत महत पुन प्राविजन चैलेंज किया है, जिसे में वफ एट नाइटी नाइटी फाइफ और दोजात तेरा में जो अमिंडमेंट वा था है, उससे बहुत नुक्सान हुआ है, उसको चैलेंज किया है, और हमाही तर से पूरी पास हो
38:49चैलेंज किया है, जल्दी से उसके बाद केके शर्मा जी के पास जा रहा है, यह सबसे बड़ा जूट फैलाया गया, एक वक्त वोड़ बे यह ऐसे एक्ट में ऐसी कुछ प्रोविजन है, किसी जमीन पे हाथ रगदो और कहे दो वक्त है, वो वक्त हो जाएगा, यह सबसे �
39:19बोलिए, देखें, वक्त वापोरिटी में क्लियर कट लिखा हुआ है, कि आप किसी भी प्रॉपरिटी को अगर वक्त भोशिक करेंगे, तो उसके पहले सर्वे कमिशनर अपॉइंट करेगा, और स्रमने कमिशनर कौन अपॉइंट करता है, वो राज सरकार करती है, उस सर्व
39:49रही थी ना, कि अगर वही काम, वही काम अगर कलेक्टर करें तो क्या लिक्कत है, यही तो सवाल उठा रही थी ने, सरकार डॉक्टर अश्यदोश वर्मा, इसके बाद भी और जो वक्त कमिशनर होता है, उसको सिविल कोट की पावर होती है, वो संबन कर सकता है, इसके बा�
40:19बड़ा बुद्दा रहा, क्या कलेक्टर एक बार तै कर ले कि वो जो जमीन है, वक्त बोड की, वो अगर वो सरकारी जमीन है, तो वो तब से मान लिया जया, जब तक कोट तैय ना करे तब तक, लेकि कोट कही ना कहीं पूछ रहे कि यह अधिकार सिविल कोट को क्यों नहीं
40:49बहस होने वाले हर बिंदू पर अभी कोई बहस नहीं हो रही है, अभी केवल अभी तो यह आची का आप सुनी जाए ना सुनी जाए इस पर चर्चा है, आज क्या सुनी जाए ना सुनी जाए, अडिमिट हो या ना हो, अभी प्राधानों पे चर्चा नहीं है, और कलेक्टर
41:19पर बोला गया और मैं समझता हूँ यह हिंदूों के परती जो इनके मन में जो द्वेस और इस्या है उसके कारण कहा जाता है खासकर राम मंदिर के का अभी इन्हों
41:28कहा समाजवादी पार्टी के प्रवक्तान है कि राम मंदिर का कोई रिकॉर्ड नहीं था यहां पर विश्ण जैन जी बैठे हैं उसमें मुखील है अठारा सो सदिक में भी उसके रिकॉर्ड अंग्रेजों के समाने जमाने पर भी राम जन्द्भूमी का रिकॉर्ड है उसका �
41:58क्लारीफिकेशन अब डॉक्तर आश्यच्वर्मा से लेगे जल्दी से वर्माजी आपकी भूमी का रख दिजिएगा यह इंसा के संद्ध है
42:06यह दिखे अरे बाइब शांत हो जाओ शांत हो जाओ मुझे समझ में आ गया मुझे समझ में आ गया जल्दी से वर्मा जी आपकी बात खतल करें मेरा समय खतल हो रहा है इसके लिए और एक गेस्ट पर रपास बाकि यह जल्दी से इनके आवाज दो यह भारती जंदा पार्ट
42:36और अभीशेक मनु सिंग्भी जी ने कफिल से पलने क्या क्या यह मैं इनकी बुद्धी पर मैं विल्कुल इश्वास था यह समझ नहीं पाया कि मैं क्या पह रहा हूँ और यह उम्में होता है बात पाई जाग्द्धिया के जजज्च्मेंट में वक्त बाय यूजर को रिक
43:06साथ दिन तक तो साथ तारीक को जब सुनवाई होगी तब तक तो कम से कम किसी ना साथ दिन के बाद जो सुनवाई होगी उसमें तब तक कम से कम कोई डी नोटिफाई नहीं कर सकते हैं इस वक्त सरकार ने भी यह वादा कर दिया कि हम डी नोटिफाई नहीं करेंगे लेकिन
43:36कि चालीस के बास से जिस तरह से मुसल्मानों को इन मेडेटरों के जरीए से इस व often इस संपत्यों को इन जो ये आज़ का विपक्ष है कांॉग्रेस और सभाजवादी जिस तरह से इन्होंने
43:48मुसल्मानों को ब्लेक मेल किया है और इस संपत्ती का अपने चहीतों से दुर्योग किराया है तो बहु ये बात कहने में हक बजानिब हूँ कि जो सरकार अमेंडमेंट जो बिल लेकर क्या है जो आज कानून बन गिया है ये हो सकता है कि नयाप अलिकार को ये पूरा इख्तिय
44:18हमने योगा डी नोटिफाइ नहीं किया जाएगा और उसके साथ-साथ सरकार ने ये भी कर दिया कि वक्ष पोर्ड और वक्ष काउंसिल का गठर नहीं किया जाएगा कुल मिला कर सुप्रीम कोट का कहना है कि हमने कुछ मुद्दे उठाय हूँ है इसके जवाब हमें चाहि�

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