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  • 2 days ago
वक्फ बोर्ड पर सरकार की दखलंदाजी, मुस्लिम समुदाय में नाराजगी

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00:00इस चीज़ को समझना चाहिए
00:01कि वक्फ जमीन और वक्फ करना वक्फ जाहिदात
00:05ये हमारा एक मजभी शियार है
00:08हिंडोस्तान के दस्तूर ने
00:10हमें अपने मजभ के अंदर आदा दी दी है
00:13ये एक बद्किस्मती की बात है
00:16कि मुलक का वो सेकुलर दस्तूर जिसके अंदर
00:19हर अकलियत को और खास तोर पर
00:22मुस्लिम अकलियत को अपने मजभ के साथ
00:25जिन्दा रहने का हक दिया गया है
00:27उस हक को मौझूदा गवर्निमेंट छेन रही है
00:31ये कहना बिल्कुल खलत है
00:33कि हम इसके उपर
00:36दस्त दराजी नहीं कर रहे हैं
00:38बरकि हम इसके नदम एंतदाम के लिए
00:41जो कमेटियां बना रहे हैं
00:44उसके अंदर
00:45मुस्लमान और हिंदू सब को रख रहे हैं
00:48क्यु Must रहे हैं आप
00:49जो हमारे मजभ का मसठा है
00:52हम अपने मधब के मसले को खुद निम्टेंगे
00:55आपको बनाना है
00:56आपने वक्फ बोर्ड बना दिया
00:59इस वक्फ बोर्ड के अंदर
01:00जो चेरमेन होगा वो मसल्मान होगा
01:03आप एक वक्फ विजारत बनाते हैं
01:09उस विजारत के अंदर वजीर मान लीजे
01:12के गहर मसल्म होता है
01:13होने दीजे
01:14हमें कोई अख्तलाफ नहीं है
01:16आप बनाते हैं बनाएए
01:18होना तो यह चाहिए था कि आप वक्फ की
01:21मिनिस्ट्री भी किसी मसल्मान को देते
01:25लेकिन नहीं देते
01:26चलिए लेकिन वक्फ बोर्ड के अंदर
01:29आपको दख्र देने के लीजे
01:31बई माना
01:32कि आप इतनी बड़ी
01:34तादात के अंदर उसमे खेर
01:36मसल्मों को ले आएं
01:37जो हमारे अवकाफ को जानते हैं
01:40वक्फ के मसाहिल को नहीं जानते
01:42वक्फ के अहमիत को नहीं जानते
01:44वक्फ है मिजबर भी
01:46चीज़ या नहीं है इसको नहीं जानते
01:48वो लोग वक्फ के अंदर
01:50बाकिल होंगे तो इसका मतलब यह है
01:52कि वो हमारे आवकाफ को खा लेंगे
01:54इसलिए हम तो खुले तोर पर
01:56कहते हैं कि अगर आवकाफ
01:58को इस तर्मीम के साथ जिसको
02:00आप लेकर के आएंगे तो इसका मतलब यह है
02:04कि उसकी मदबी हैसियत को आप
02:06खत्र कर देंगे और हमारे आवकाफ
02:08के उपर आप खब्जा करके
02:10जैसे चाहेंगे उसे तहिस नैस
02:12करके बरबाद करेंगे
02:13हमारे पास कोई ताकत ऐसी
02:16नहीं है कि हम इसको
02:17सडकों के उपर लेकर क्या है
02:20ना हम जमियत अलमाहिंद
02:21इसको इस हैसे से देखती है
02:23लेकिन कानूनी इतबार से
02:25हमें कोट का रुख करना चाहिए
02:28हम आज कोट के अंदर चले गए
02:30और मैं यह समझता हूँ
02:32कि कानूनी इतबार से सबसे पहले
02:34हम ही गए हैं
02:35जो लोग गए हैं
02:37वो कानून को कानून
02:39बनने से पहले गए हैं
02:41हो सकता है उन्हें फिर दो बारा जाना पड़े
02:43लेकिन सब से पहले
02:45जमियत अलमाहिंद इस मसले के अंदर गई है
02:47और हम जहां तक
02:49लड़ सकते हैं कानूनी इतबार से
02:51हम लड़ते रहेंगे
02:53लड़ेंगे
02:53हमें इस चीज़ से बड़ी खुशी है
02:56कि आप उजीशन ने बहुत कुल कर
02:58हमारे साथ दिया है
02:59और खास तरीके पर काउग रेस ने
03:02जिसने दरहकीकत
03:03इस दस्तूर को बनाने के अंदर
03:05बनियादी किरदार हमारे साथ
03:07मिलकर बनाया है
03:09इस लिए हम खुश है
03:11और हम यह समझते हैं
03:13कि आज नहीं तो कल और कल नहीं तो परसो
03:15आज जो पार्टिया इस बिलके खिलाफ है
03:18कल को अगर इक्तिदार के अंदर
03:20वो पार्टिया आएंगी
03:22तो आज जो सूरतहाल उन्होंने
03:24पार्लियमेंट के अंदर की है
03:26उसके मताबिक पार्लियमेंट के अंदर
03:28वो आएंगे और हमें हमारा हक देंगे
03:31मैं इस बात के साथ
03:32अपनी इस बात को
03:34अवाम तक पहुंचाना चाहता हूँ
03:36कि हम
03:37किसी भी मसाले के अंदर
03:40सल्कों के उपर नहीं आते
03:42और हम यह समझ रहे हैं
03:43कि सल्कों के उपर आना
03:44मस्लमान के लिए मुफीद भी नहीं
03:47हमारी ड़ाई के अवर्णिमेंट से
03:48हम कोट में जाते रहे हैं
03:50आसाम के मसले के अंदर कोट में गए हैं
03:53खुद जो मुल्की मसायरे
03:55इनके अंदर गए हैं
03:56और हमें
03:58अवान से कोट से पूरे पूरे हुकुक में रहे हैं
04:02हम अपने नदरिये के साथ आ रहे हैं
04:06और सिप्रियम कोट में गए हैं
04:08कि अगर चाहेगा
04:09तो इन्शालला हम यहां जीतेंगे
04:12इसलिके दस्तूर के अलफाद बिलकुल खुले हुए हैं
04:16हम इस दस्तूर के साथ आएंगे
04:18इन दफाद के साथ आएंगे
04:20तो इन्शालला हम कामियाब होंगे
04:23हम अवान से कहते हैं
04:25कि जो हमने वादा किया था
04:26बिलकुल इबत्दा के अंदर के हम कोट में जाएंगे
04:29अलहम दिल्ल्ला आज हम कोट में चले गए
04:32हो सकता है
04:33कि हम अपनी एकाईयों से सूवों के अंदर कहें
04:36कि वो अपने अपने सूवे के हाई कोट के अंदर ली जाएं
04:39हम सिप्रेम कोट के अंदर पहुंचे हैं
04:42अल्ला से दौा है कि हम जिस चीज़ को लेकर चल रहें
04:45हमारे मधब को हिफाज़त अल्लाह अता फर्माए
04:49और हमें काम्याबी अता फर्माए

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