मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने संशोधन बिल का विरोध किया है। बोर्ड का कहना है कि यह बिल मुसलमानों के अधिकारों पर हमला है। वे सड़क पर प्रदर्शन और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की बात कर रहे हैं। भाजपा का कहना है कि यह बिल संवैधानिक तरीके से पारित हुआ है और इसका विरोध गैर-संवैधानिक है। विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार ने उनके सुझावों को नहीं माना। #muslimpersonallawboard #amendmentbill #supremecourt
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00:00गौरो भाट्या जी आप से ही शुरुबात करते हुए
00:01All India Muslim Personal Law Board का ये कहना है कि
00:04जब तक संशोधन पूरी तरह से नरस नहीं हो जाता है
00:07तब तक उनकी ये लड़ाई जारी रहेगी
00:09चाहे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना हो
00:12या फिर Supreme Court का दर्वाजा पहले से ही उनकी ओर से खट-खटा दिया गया है
00:16वो मानने को तयार नहीं है संसध के इस कानून को
00:18कहा रहे हैं पूरी तरह से मुसल्मानों के अधिकार पर हमला कर रही है
00:22BJP के सरकार क्या है जबाब इस पर
00:24गौरो भाट्या जी
00:26क्योंकि आपने बात करी AIM-IM की तो सबसे पहले तो एक बात कहे
00:34तो उनकी राज्जितिक हैसियत क्या है एक सांसध है उनका एक सांसध
00:39ये कानून संसध में पारित हुआ है और सम्विधानिक चरीके से
00:43पारित हुआ ओसी जी को भी चाहिए कि उनोंने सम्विधान की
00:47पड़ी है इसलिए सम्विधान का पालन करे सम्विधान को
00:51तारतार ना करे चितर जी आप मुझे बताईंगे पहली बात जब
00:55आप सरवोद्याले में याचिका सुवेम लगा देते हैं तो
00:59ये मामला सरवोद्याले के समक स्लंबित हो गया क्या
01:03क्या किसी सब्जुडिस मामले में आप इस तरह से प्रदर्शन कर सकते हैं
01:08और साथ में सर्वोध्याले में याचिका भी लगाए रखें
01:10इसका बतलब आपको ना देश की संसथ पे भरोसा है
01:14ना सर्वोध्याले पे भरोसा है
01:16तीसरी बड़ी बात
01:18आप बताइए OAC की पार्टी है AI MIM
01:22इसके तो नाम में ही मुस्लमीन है
01:24क्या संविदान ये इजाज़त देता है
01:27कि एक राज्यतिक डल जिसके नाम में मुस्लमीन हो
01:30और मेरी कानून की समझ है
01:32मैं वरिष्ट दिवक्ता हूँ ये गेर संविदारिक है
01:35तो वो कैसे बात कर सकता है किसी विदेख की
01:39जो की पारित हो गया है संसद में
01:41छोथी बात मैं आपको एक बहुत ही
01:44महतपून जानकारी देता हूँ
01:46देखें OAC जी बारिस्टर कहलाते है
01:49लेकिन वो शरीयस्टर है
01:51शरीय कानून पढ़ा है उनोंने
01:53संविदान नहीं पढ़ा है
01:55अनुच्छेद 111
01:57अनुच्छेद 111 क्या कहता आपको मालुब है
02:00जब कोई भी कानून
02:02पारित हो जाए
02:04संसद में उसके बाद वो राश्पती के समझ चाता है
02:08और राश्पती मौधे जो है
02:11वो इसपे अनुमती भी दे सकती है
02:13और या इसे वापस कर सकती है
02:16अभी राष्पती जी ने
02:18इस पे कोई निढने लिया नहीं है
02:20तो आप मैंने जैसे बताया
02:23ना संसद पे भरोसा करेगे
02:25ना आप सर्वोध्याले पे करेगे
02:27ना राश्पती पे करेगे
02:28और ना जो लोगसमा और राज्यसमा के सांसद है उस पे करेंगे
02:32इसका बतलब आपको लोगतंत्र में भरोसा नहीं
02:35लेकिन यहाँ पर जो बातें
02:37MIM के मुख्या सद्धुद्धु ने वैसी कह रहे हैं गौरो भाटिया
02:39मैंने इस सवाल दरसल All India Muslim Personal Law Board के हवाले से पढ़ा था
02:44उनकी ओर से कहा गया है वक्ष संशोधन बिल इस्लामी मूलियों
02:47धर्म और सर्येद, धार्मिक और सांस्कृतिक स्वतंद्रता,
02:50साम्प्रदाइक सद्भाव और भारतिय संबधान के आधारबूद धांचे पर
02:54गंभीर हमला है, कुछ राज्ञातिक दलों का भाजपा के सांप्रदाइक एजेंडे को दिये गए
02:58समर्थन ने उनके तथाकते धर्म निर्पेक्ष मुख़ाटे को पुरी तरह से उजागर कर दिया है
03:03और BJP तो पहले से ऐसी थी, All India Muslim Personal Law Board की मैं बात कर रही थी
03:07हाला कि सद्दुदिन वैसी की पाटी के भी यही लाइन है, उसमें कोई बहुत जादा फर्क नहीं है
03:12आप इसपर छोड़ा से जबात दिजे, राजकुमार भाटी जी, मैं आ रही हूं उसकी बादाट के पास
03:15चलिये मैं, मैं, हाँ
03:19चलिये All India Muslim Personal Law Board जब अपराद बनाया ट्रिपल तलाग को
03:26गहर समझदानिक सर्वोध्याले ने कहा तो और मोदी जी कानून लाए अपराद बना दिये
03:30आपको मालूं है, जब ये मामला सर्वोध्याले में बहेस हो रहा तो All India Muslim Personal Law Board ने कहा था
03:36मुस्लिम महिलाएं अपरिपक्व हैं, पुरुष जदा परिपक्व हैं और मुस्लिम महिलाएं अपना फैसला नहीं दे सकती
03:44अब ऐसा All India Muslim Personal Law Board क्या एहमियत रखता है, एक संस्ता है केवल
03:49आज सारे करोडों मुसल्मान देश भर में स्वागत कर रहे हैं, जो ये संशोदन हुआ है
03:55तो All India Muslim Personal Law Board कौन होता है, दूसरी बात, आपने संविदान की करीब मेरे हाथ में संविदान हैं
04:02ये कहते हैं कि जो हमारी धार्मिक आस्ता है, उसका यहाँ पे हनन हुआ है
04:07अनुचेद 25 और 26, इनका सबसे अच्छा तरक हो सकता है
04:12अनुचेद 25 में सब्जेक्ट टू लिखा हुआ है, सब्जेक्ट टू Public Order, Morality and Health इसके अधीन है
04:21दूसरी बात, कोई भी कानून आ सकता है, Regulating or Restricting Any Economic, Financial, Political or Other Secular Activity
04:30अब आप मुझे बताईए, क्या समझदान पे चर्चा करने के लिए, OAC आपके चैनल पे मेरे साथ बैठने के लिए तैयार हैं
04:37मैं चुरौती देता हूँ, पाँच पिनेट में, OAC जी भाग जाएंगे, केवल टीवी पे बाइट देते हैं, अगर दम है, तो बैठे सामने हम लोग चर्चा करने के लिए तैयार हैं, और वर्ना न्याले
04:47लेकिन मुस्लिम पक्ष, जिस समधान का आप हवाला दे रहे हैं, उसी समधान के अनुच्छे, 14, 15, 25, 26, 29 के खलाफ उसको बताते हुए, दर्वाजा खट कर रहा है कोर्टा
04:57राजकुमार भाटी जी, मैं आओंगी, एक एक टिपड़ी बाके लोगों के लिए लेती हूँ, राजकुमार भाटी जी, अब बारा-बारा घंटे लोगसभा और राज्यसभा में जिस बिल पर इतनी लंबी चर्चा हुई हो, सौसे ज़ादा अलग-अलग दलों के सांस�
05:27क्या है इसपर जवाब आपका?
05:57यह एक बिल के खिलाब, जो कानून संसत से पास हुआ है, उसके खिलाब कुछ लोग प्रदर्सन करना चाहते हैं, कह रहे हैं कि हम जंता के अदालत में जाएंगे, तो इतने खराब बात यह कोई ऐसा तथ नहीं है और न इतिहास में, पहली बार हो रहा है, जंता, संसत से प
06:27खिलाब हम लोगों ने जंतर मंतर पर धरने दिये थे, अन्पार्टियां भी आंदोलन में उतरी थी, कॉंग्रेश भी उतरी थी, और इन्हें वो विदहे को वापिस लेने पड़ा था, दूसरा किरसी कानून आये थे तीन, उनके खिलाब किसान एक साल तक धरने पर बैठे
06:57आया था, कहा गया था नाग्रिक्ता छिन जाएगी, मुसल्मानों को देश से बाहर कर दिया जाएगा, क्या हुबा, तो वही बीजेपी कह रहे है कि बरगला रहे हैं CA के तरह इस वाले मामले में भी.
07:06नहीं, मेरे ख्याल से अगर मैं उस पिरसन में उलच जाओंगा, अगर आप समय देंगे तो उसका जवाब भी दूंगा, लेकिन मैंने दो उधारन दिये ना कि जनानदोलन के कारण वापिस लिये गए बिल, अब ये तो इन्हें गौरोभाटिया को बताना चीए था कि कु�
07:36ये एकी सिक्के के दो पहलूं हैं, दोनों साम्परदाईक पार्टी हैं, मैं उससे पूर्णता सहमत नहीं हूँ, उस पार्टी को समर्थक नहीं हूँ, लेकिन ये कहते हैं ना कि किसी पार्टी के नाम मैं मुसल्मीन है, इसलिए वो खराब हो गई, फिर तो विश्विंद�
08:06पहली बात तो संसथ में बहेस हुई थी, विपक्षी दलों के भावनायां सुनी जानी चाहिए थी, उन्हें समझना चाहिए था कि क्यों विरोध कर रहे हैं, फिर इसमें एक जेपीसी बनी थी, जेपीसी में विपक्षी दलों के सांच दोना जो सुझाव भी है, वो नह
08:36है गर्रे के लिए जब किसे पास ताकत होती है सदन की भीतर, वो अपनी टाकत का इस्तिमाल करता है पासकरवा लेने में बिल, लेकिन वरोध चाहिए थी, विपक्षी दलों गड़ी फ़र्वारता नहीं दर्वाजा करता है, विपक्षी दलों को पर भी गर्रे गर
09:06लेकिन जनता की अदालत में जाकर कई बिलों को वापस होते वे भी इसे देश ने देखा है
09:10इस पर भी वही उमीद जता रहे हैं
09:17देखिये ऐसा है उमीद तो सपा के नेटा और प्रवक्ता बहुत जताते हैं
09:22लेकिन क्या हुआ इन्होंने कहा जनता ही जनारदन है हम भी मांते हैं
09:262017-2022-2014-2019-2024 भाजपा जीती साइकिल हारी
09:34क्या इन्होंने जनादेश का सम्मान किया नहीं
09:37इन्होंने हमेशा एवियम पे ठीकरा फोडा
09:39दूसरी बात जब वक्त का बिल आया और जेपीसी बनी
09:52आते हैं मुसल्मानों को तो पिछना रखे
09:54वोड़ बांक बनाये रखे
09:56और वैसे यहां पे आके घ्यान देने लगते हैं
09:58और इन्होंने घ्यान की कमी कितनी है आप देखिए
10:00इन्होंने विएट्पी की बात तुल्ला कर दी
10:04आप विएट्पी पॉलिटिकल पार्टी नहीं है
10:16वो निष्ठा रखते है यह एलग बात है
10:18लेकिन वो पार्टी नहीं है
10:20AIMIM पार्टी है
10:22और क्या मजबूरी है AIMIM को
10:24आपके डिफेंट करते हैं
10:26और अंत एक बात कहूँगा
10:28प्रदर्शर करना अधिकार है
10:30किसी MLA को पीट देना विदान सबा के फटल पे
10:34किसी आद्भी का घर जला देना
10:36संभल में एक 70 साल के
10:38मुस्लिम भुजोर को मारना
10:40क्योंकि वो समर्थन कर रहा है
10:42ये किस तरह का हक है
10:44कौन तैक करेगा कि आपकी विचारधारा सही है
10:46या जो पार्ट हुआ है
10:48अगर इनका विरोध करें मुसल्मान
10:50तो उसको पीटो हिंसा करो
10:52लोकतंत्र को रोग दो
10:54प्रदर्शन रोड पे करो
10:56ऐसे लोकतंत्र नहीं चलता है
10:58लाज लज्जा से चलता है
11:00बीजेपी में अलग संकेट बोर्चा के देख
11:02असकर का मनीपुर में घर भी जला दिया गया है
11:04सिर्फ उनने ने वकप एक्ट का समर्थन कर दिया था
11:06तो ये इस तरह के इस्तिति भी बनिवे था
11:08आज तो भी वो नहीं चलता है
11:10प्रदर्शन रोड पे करो
11:12लोकतंत्र को रोड पे करो