Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 3/31/2025
जेडीयू के MLC गुलाम गौस ने लालू यादव से की मुलाकात.लालू यादव से मिलकर बाहर निकले गुलाम गौस.नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते हैं गुलाम गौस. मुलाकात को लेकर सवाल पर बोले गुलाम गौस.लालू यादव से अच्छे संबंध इसलिए मिलने आया- गुलाम गौस. लालू यादव से मिलने पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि जेडीयू में कई ऐसे मुसलमान नेता है जो कभी लालू से मिलने नहीं आते. दरअसल इस समय बिहार में वक्फ बिल को लेकर लगातार विरोध चल रहा है. लालू यादव ने वक्फ बिल का पूरी तरह विरोध किया है

Category

🗞
News
Transcript
00:00अगर यह प्रतिमा मिर्स्रा भारत के बाद देखने वाले दर्शकों को ईद की मुबारक बाद, तो चली दिन की हर बड़ी ख़वर के साथ शुरू करते हैं भारत आप।
00:30शुरुवात उन खबरों से जिन पर विस्तार से करेंगे चर्चा
00:33इस बार ईत पर सेवयूं से जदा काली पट्टी की चर्चा रही है
00:37ये काली पट्टी वक्वसंचोदन बिल के विरोध में बाद़ी गई थी
00:41शो में इस काली पट्टी वाली पॉलिटिक्स को डिकोड करें
00:44वक्वसंचोदन बिल पर सियम नितीश कुमार ने मोधी सरकार को नई टेंशन दे दी है
00:49उदरांधर के सियम चंडर बाबु नाइडू की उफ़तारी से भी हलचल बढ़ी है
00:53बिल की एन फैक्टर वाली राजनीती का विशलेशन आपके लिए होगा
00:57इद पर लखनों में आज सहूलियत वाली सियासत की एक तस्वीर दिखी
01:01एक ही मंच पर सत्यापक्ष विपक्ष के नेता जमा होगी
01:04राजनीती की इस तस्वीर के साथ इद की ओल इंडिया रिपोर्ट भी आपके लिए होगी
01:08और हर दिन की तरह राज साड़े आठ बिजे होगी स्पेशल रिपोर्ट
01:12जिसमें हम आपको दिखाएंगे टाइगर का गेंब ओवर्
01:15आएँ शुरुवात करते हैं
01:17सबसे पहले बात इद पर काली पट्टी वाली पॉलिटिक्स की करेंगे
01:21इस बार इद की त्युहार पर वक्व संचोधन बिल वाला विवाध चाया रहा
01:25वक्व संचोधन बिल को लेकर बड़ी ख़ाबर ये है
01:28की दो अप्रेल को इसे संसद में पेश किया जा सकता है
01:48इद की नमास के लिए मस्जित पहुंचे मुस्लिम सभुदाय की लुगों ने हाथ पर
01:52काली पट्टी बांध कर ततिकातपक विरोध दर्ज कराया
01:55वैसे पहले इद के दिन सेवाईया, नए कपड़े, इदी और मिठाईयों की चर्चा होती थी
02:01लेकिन इस बार की इद में वक्व संचोदन बिल, विरोध और काली पट्टी की चर्चा जादा हुई
02:06इद पर वक्व संचोदन बिल के विरोध वाली राजनीती का सेंटर पट्टा बना
02:11जहां आर्जडी दफ्तर से लेकर शेहर में अलग अलग जगओं पर बिल के विरोध में पोस्टर लगाए गए
02:17बिल को रद्ध करनी की मांग की गई, पोस्टर पर लिखा गया मुसल्मानों को इदी की खैरात नहीं, समधानिक अधिकार चाहिए
02:25आर्जडी नेता महताब आलम की तरफ से ये पोस्टर लगाए गए थे
02:29पट्टा के गांधी मैदान से ही ईद के दिन एक और तस्पीर सामने आई, जो बिहार से लेकर दिल्ली तक सियासी गल्यारों में चर्चा का केंदर बन गए
02:37ये तस्पीर सियम नितीश कुमार की है, जो गांधी मैदान में 20-25 आजार लोगों की सबसे बड़ी जमात के बीच ईद की बढ़ाय देने पहुंचे थे
02:45इस तस्पीर के बाद कई तरह की अटकले तेज हो गए
02:49जैसे, क्या नितीश कुमार और चंडर बाबु नाइडु वक्व संचोदन बिल पर आखरे वक्त में खेला कर सकते हैं?
02:56क्यों नितीश कुमार और चंडर बाबु नाइडु वक्व संचोदन बिल पर एक बाद फिर से मोधी सरकार की टेंचट बढा रहा है?
03:02क्या नितीश कुमार और चंडर बाबु नाइडु के लिए बिल का समर्थन करना मजबूरी है या ज़रूरी है?
03:08इन सवालों की मीच संसधिय कारे मंत्री किरन विजिजु का बड़ा बायान सामने आया.
03:12उन्होंने कहा कि बिल को लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है लेकिन कुछ संगठनों की तरफ से वक्व बिल पर मुसल्मानों को गुमरा किया जा रहा है.
03:42रमजान के समय और आज ईद के समय में भी हातों में काला पट्टी बान करके आने का अह्वान करना और सरकों पर उतरने के लिए उक्साना यह हमारा देश के लिए ठीक नहीं है.
03:59सरकार बिल लाने की पूरी तैयारी कर चुकी है लेकिन नितीश और नाईडू की स्टैंड पर सस्पेंस बरकरार है.
04:05नितीश कुमार के साथ चंडर बाबु नाईडू की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि 27 मार्च को विजेवाडा में आंद्रपृतेश सरकार की तरफ से इफतार पार्टी का आयोजन किया गया था.
04:14इस पार्टी में मुख्यमंत्री चंडर बाबु नाईडू भी शामिल हुए थे.
04:17यहाँ उन्होंने मुसलिमों के साथ न्याय का वादा किया था.
04:20मुसल्मालों के विकास की बात कही थी.
04:23यही नहीं, नाईडू नी ये भी कहा कि
04:25टीडिपी सरकार ने हमेशा वक्व संपत्यों की रक्षा की है और आगे भी करती रहेगी.
04:30मौझूदा NDA सरकार में टीडिपी और जेडियो ही गडबंदन के दो बड़े सईयोगी हैं.
04:35ऐसे में नितीश का ईद की जमात में जाना और चंडर बाबो नाईडू का वक्व संपत्यों की रक्षा की बात करना यह काफी माइने रखता है.
04:42क्योंकि ये दोनों ही सेक्यूलर छवी के नेता माने जाते हैं.
04:45लेकिन वक्व संचोदन बिल पर इनके समर्थन वाले स्टैंड ने मुस्लिम संगठनों को नाराज कर रखा है.
04:51गौर करने वाली बात ये भी है कि वक्व संचोदन बिल को लेकर सबसे जाधा हलचल बिहार में नजर आ रहे है.
04:57क्योंकि यहां साल के अंत में वेधान सभा के चुनाव होने है.
05:00सत्या पर कावेज दितीश कुमार की पाटी जेडियो की नेता भी वक्व संचोदन बिल के ख़लाब नाराज गी व्यक्त कर रहे हैं.
05:07इन मेंसे एक जेडियो के MLC गुलाम गौस है, जो पाटी का बड़ा मुस्लिम चहरा भी है.
05:12गुलाम गौस ने ईत के दिन आर्जेडी प्रमुख लालु यादफ और राबडी देवी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की.
05:19इसके बाद उन्होंने मीडिया से जो कहा, उसने वक्व संचोदन बिल को लेकर जेडियो के स्टांड पर सवाल ख़ड़ा कर दिया.
05:25गुलाम गौस ने कहा कि मोधी सरकार बिल को तुरंट वापस ले, इसे संसत में पेश नहीं किया चाहें.
05:31गुलाम गौस ने PM मोधी से कहा कि दुबारा देश को आंदोलन की भटी में मत जोकिये.
05:36इस विदहेक को लेकर मुस्लिमों में डर है, इसके लावा उन्होंने कहा कि कभी बावरी, दादरी, कभी लव जिहाद, कभी ट्रिपल तलाग बिल, कभी CA, NRC और आब ये विदहेक, इन सबसे निशाने पर कौन है, ये जग जाहर है.
05:51हमारी संपत्यों पर नजर रखने वाले आप कौन होते हैं?
05:54कई राज्यों में वक्वसंपत्यों का दुरुप्योग वा जहाँपर बीजेपी की सरकार है.
05:58इद के दिन वक्वसंचोधन बिल पर बिहार की सियासी हलचल वाली एक रपोर्ट देखिए, इसके बाद खबर को विस्तार देगे.
06:29पियम मोधी की तस्वीर है, सौगाते मोधी लिखा हुआ है, उसको क्रॉस करके यहां पर काटा गया है.
06:34हमारी सोच है कि इस बिल को वापस ले लेना है सरकार. सब लोग समझते हैं कि इसके निशाने पे पहले होगा.
06:41मेरा तन उरोध होगा, मानिये परदान मंति से, सौगाते ईद बात रहे हैं, इस भीक मत बात रहे हैं.
06:48मुसल्मान को हमको भीक नहीं चाहिए, हमको अधिकार चाहिए.
06:51आधर नितिस कुमार जी, चंडर बाबु नाइडू जी, जो लोग बीजेपी के साइयोगी हैं, उनकी ओर लोग देख रहे हैं कि वो क्या करते हैं इस बिल पर?
06:59इस बिल पर हिम्मत है, तो इस बिल का विरोध किजिए, अनहीं तो नतमस्तक हो करके सीधे बीजेपी में बिले कर लीजिये.
07:07किसी धार्विक प्रोपर्टी को सरकार एक्वार कर ले, नए कानोन बना करके, कहीं से उचित नहीं है, नया संगत नहीं है.
07:13संपत्ती को हडपने के लिए, ये सरकार ला रही है, कि जो वक्ति संपत्ती है, उसको हडपा जाए.
07:20अब रहा मुक्मंतरी नितीश कुमार जी का छवी जो है, और पूरी उमीद हम लोग रखते हैं, कि इसमें वो इंटरफियर करेंगे, सरकुलर छवी है, और इंटरफियर करेंगे, और ये बिल वापस भी होगा.
07:31तो क्या नितीश कुमार ने बिल पर अपने नेटाओं को भरूसे में नहीं लिया है? ऐसे बयानों की वज़य से ही सबकी नजरे नितीश कुमार और चंडर बाबू नाइडो पर टिकी हुई है.
07:40क्योंकि दो अपरेल को जब संसत में बिल पेश होगा, तो इन पार्टियों का स्टांड आखर क्या रहेगा? हर किसी को इसका अंतजार है. क्योंकि दोनों ही दल एक तरफ बिल का समर्थन कर रहे हैं, दूसरी तरफ मुसल्मान विरोधी टाग लगाने से भी बच रहे हैं.
08:10नितीर सरकार आठ हजार से जादा कब्रिस्तानों की फेंसिंग के साथ अलप संक्यत समुदाय से जुड़ी कई छोटी योजणाओं को बढ़ावा देती हैं. दूसरी तरफ टी-डि-पी सरकार वक्व संपत्यों की रक्षा का वादा करती हैं. बिहार में मुसल्म समुदाय
08:40नहीं है कि नितीर खुद को सेकुलर बताते हैं, तो बिल का विरोत क्यों नहीं करते हैं?
08:44ऐसे में बिल को लेकर ईद पर सेवाईयों की मिठास की बीच राजिनिती गल्यारों से
08:49कई कड़वे बयान भी सुनने को मिल रहा है.
08:52सरकार को सिर्फ याद दिला रहे हैं कि इस मुल्क में रहने वाले मुसल्मान जो हैं, वो नहीं चाहते हैं
09:10कि वक्व की बिल में कोई भी अमेडिमेंट किया जाएं. ये बिल ला करके हमें कहीं-कहीं शक है इस सरकार पर
09:17जब एक सोची समझी शाजिष का नतीज़ा है जिसके तहए तो हम मुसल्मानों की हमारी वफ़ की जमीनों को हरप करना चाहते हैं.
09:43इनकी नियत में खोट है, ये वफ़ को बचाने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं, ये हमारी वफ़ की जमीन को हरप करने के लिए इस तरह का काला कानून ला रहे हैं.
09:53आज इत के दिन भी उन्होंने एक सियासी आखारा बना दिया वक बिल को ले करके, अभी वक का बिल सरकार ले करके नहीं आयी है, उस बिल का इंजार करना चाहिए, हो सकता वो बेहतरी के लिए हो, अखिर ये माहुल क्यों बिगारना चाहते हैं?
10:09बिल जो आ रहा है, जायतर देश के दल उसके खिलाफ हैं, बड़े पैमाने पर रांदितिक दल उसके खिलाफ हैं करेंगे, समाजवादी पार्टी भी इस बिल के बिरोध करती हैं, सदन में जब आयेगा इसका बिरोध होगा.
10:23जो जिल लोगों के लिए आपको एक कानी लार हैं, कमसे कम उनको तो विश्वास मिलींगे, और हमाये देश में लोगतंथ हैं, विपक्ष को विश्वास मिलींगे, जब में सारे मस्लिव समझदाईं इस बिल के बिरोध में हैं, तो उसको जबरदस्ति थूपना, वो मनासि
10:53करते हैं.
11:23सरकार कह रही है कि बिल का विरोध करने वाले वो लोग हैं,
11:26जिन्नोंने करोडों की वख्व जमीन को हत्याया हैं.
11:29मुस्लिम संगठन कह रहे हैं कि वख्व आक्ट में कोई भी बदलाब बिलकुल बरदाश नहीं हैं.
11:33देश का आम मुसल्मान वख्व बिल का समर्थन कर रहा है,
11:36सरकार ने बस उन्हें नियंत्रित करने के लिए वख्व आक्ट बनाया है.
11:40ईद के मौके पर, All India Personal Law Board समेत मुस्लिम संगठनोंने बिल का विरोध जारी ढखने की बात दोहराई है.
11:48All India Muslim Personal Law Board के लिए ये बिल बिलकुल नाकाबिल अक्पूर है,
11:54वख्व तर्मेमी बिल 2024 लाया गया है,
11:58ये वख्व के हिफाज़त के लिए नहीं है, बलके वख्व को तबाह को बरबाद करने के लिए है.
12:04देश का संविदान ये बोलता है के हर धर्म के लोग अपनी सुत्तंत्रा के साथ,
12:09अपनी धार्मुक मुलगाहों के साथ रह सकते हैं.
12:12ठीक है, बाजबा को क्यों सरव मुसल्मान दिखता है यार,
12:15ये जब तक बाजबा का शासन खरम नहीं होगा न,
12:18जब तक गंदी राज्मिती के लिए खरम नहीं होने वाली भी है.
12:23भी का ये मानना है कि बिल वख प्रॉपर्टी इसके लिए फायदेमन नहीं बलके नुक्सान दे हैं,
12:28तो पालेमेंट को चाहिए कि मिसल्मानों के इन जजबात और ख्यालात का पास लिहास करते हूँ, इसको कालूनी शकल न दें.
12:36देखें, खॉस का मतलब ये कहते हैं, ये नहीं है कि लोग ये कहने हैं कि मसीड़े छिन जाएंगी,
12:39आनकाई छिन जाएंगी, परस्टान छिन जाएंगी, ये कहना गल्लब है.
12:42मुझे पुरी यकीन है कि ये बिल आने के बाद में खॉस के मैंटर में ट्रांस्ट्रेंशी आईगी और उसकी प्रोपर्टी को प्रोटेट होंगी
12:48और जो किराया, एंकरोश्मेंट जो करते हैं कम है, जादा हो चुका है वक्त के अंदर.
12:52वो एंकरोश्मेंट हटेगा और वक्ता किराया बढ़ेगा जो कॉम के लिए काम आएगा.
12:57वैसे वख्व संचोधन बिल और मुस्लिम पॉलिटिक्स वाली नितीश नाइडू की वर्णीती को सिर्फ दो लाइनों के माध्यम से समझा जा सकता है.
13:04सियासत में जरूरी है, रवाधारी समझता है, वो रोजा तो नहीं रखता, इफ़तारी समझता है.
13:11मशूर शायर कमर बदायू ने लिखा है, ईद का दिन है, गले आच तो मिल ले जालिम. रस्ब दुन्या भी है, मौका भी है, दस्तूर भी है.
13:21ईद को सिर्फ महब्बत की नजर से देखने वाला हर इनसान, आज गले मिलकर एक दूसरे को बधाय दे रहा है.
13:27लेकिन वोट वैंकी राजनीती का दस्तूर ऐसा हो गया है, कि कुछ लोग नफरत में ही जंदगी की जाशनी ढूमते हैं.
13:34ऐसे में आज ईद की बात के शिरुवात में, मैं आपको दो तस्पीर दिखाऊँगी. एक संभल की है, दूसरी हर्याना के नुह की.
13:41संभल में ईद की नमाज होनी थी, लोग ईदगा पहुँच रहे थे, और इस मौके पर जरह देखिए, ये शक्स कितना खुश है, वो हर किसी को ईद मुबारक कह रहा है, उन पर बुलाब की पंखुरियां बरसा रहा है.
13:53जो फूल बरसा रहे हैं, वो भी मुसल्मान है, और जिन पर फूल बरसाय जा रहे हैं, वो भी मुसल्मान है.
13:58लेकिन आब ईद जैसे पाक मौके पर दूसरी तस्वीर भी देखे, जो मेवात इलाके के नुह से आई है.
14:04यहाँ ईद की नमाज हुई, नमाज के बाद लोग एक दूसरे को मुबारक बात देते, गले मिलते, लेकिन यहां तो मामुली कहा सुनी के बाद लाठी डंडे चलने लगे.
14:13हाला की यहां मसला आपसी रजिश का था, बस मौका ईद का छुना गया था.
14:19अभी नाम तो नहीं आदा रहा है, लेकिन किसी ने लिखा है.
14:22मिलके होती थी कभी ईद भी, दिवाली भी, अब यह हालत है कि डडडर के गले मिलते हैं.
14:28क्या यह हालात वोट-बैंक की पॉलिटिक्स की बाद से पैदा हुए?
14:31जवाब आप खुद तलाशिये.
14:33मैं आपको लकनव से आई कुछ तस्वीरे दिखा देती हूँ.
14:36यह लकनव ईदगा की तस्वीरे हैं, जो इस वक्त आपकी स्क्रीन पर हैं, जहां ईद के मौके पर मुसल्मानों का खुजूम उमरता है.
14:43साथ ही यहां बड़ी संख्या में नेताओं की हाजरी भी लगती है.
14:46देश हो या उत्तर प्रदेश.
14:48राजनितिक दल भले एक दूसरे पर तुष्टिगरण की राजनिती के आरोप लगाते हो, लेकिन जब बास सहुलियत की सियासत की आती है, तो इसमें स्तर्वदल्य एकता नजराती है.
14:58ताभी तो लकनव ईदगा के इस बंच पर यूपी सरकार की उपमुख्य मंत्री ब्रजेश पाठक, बीजेपी के राजसभास सांसत दिरेश शर्मा और यूपी सरकार में मंत्रीब्दानिश आजाध अनसारी नजराए. सब ने सरकार की तलब से सबको ईद की बढ़ायां द
15:28पर यूपी सरकार में मुझूदा सरकार पर जुबाणी तीर भी चलाया।
15:32लकनव की इदगा में पक्ष और विपक्ष के नेताओं की दस्तक को देखकर क्या आपको
15:36दो मशूर हिंदी फिल्मों की आत नहीं आये? एक हम साथ साथ हैं,
15:40हम साथ साथ हैं को आप सरकारी पक्ष का ईद विशेश संदेश कह सकते हैं,
15:47जबकि हम तुमारे हैं सनम को आप विपक्ष का ईद पर सियासी पैगाम मान सकते हैं।
15:52ऐसा क्यों? इसकी वज़ा भी साथ है। सरकारी पक्ष सबका साथ,
15:56सबका विकास की बात करता है, तो विपक्ष कुछ को मुसल्मानों का सबसे बड़ा खैरख्वा बताता है।
16:09जी का जवार, आई चारे का जवार हैं, मैं ऐसे मुबारंग होके मत,
16:14और एक सरकार की परंब से आप सब को बाहुत बढ़ाया और उपना बाहा देता हूँ, बाहुत बाहुत देता हूँ।
16:20इस तरीके से अवेशक, हमारे मुस्लिन भाईयों ने अपने हिंदुस्तान का चट पत्र से उचा रखने का चाम किया,
16:29इंशाला आगे भी हमेशा चट रहेंगे।
16:32धर्म आपमे पातता नहीं है, धर्म आपमे जोडता है, और हम जिस पुल्क में रहते हैं, तो मादरे मतन हमारा है, उसके लिए हम सब लोग मिलकर काम करते हैं।
16:44ये कैसे हमारे तिवहार हैं, बोली पर हम लोग गले मिलते हैं, और इत पर हम आपसे गले मिलते हैं, वो जिन्दी आएगा जब हम फिर एक बार गले मिलकर के इत और सभी तिवहार मनाने का कास करेंगे।
16:59हम सब लोग मिलकर जिस देश को आगे ले चलेंगे, एक देश को आगे ले चलेंगे, और एक दूसरी को गले लगाकर, मीठी सिमईया दूसरी को खिलाकर आगे ले कर चलेंगे।
17:10इस इद को मीठी इद कहते हैं, लेकिन इस मौके पर भी नफासत के शेहर लखनों में कड़वाहट नमुदार हुगई।
17:22आरोब सरकार पर हैं और शिकायत करने वाले अखिलेश यादव, उन्होंने आरोब लगाया कि पुलिस ने इदगा आने के दौरान रास्ता रोका। अखिलेश के बताबेक पुलिस वालों ने इदगा के रास्ते में उन्हें करीब आदे घंटे तक रोके रखा। इसका वी
17:52सामने आये, तो उन्होंने सरकार पर उन्हें इदगा आने में अडंगा डालने का आरोब लगाया, जो उसपर पुलिस की सपाई भी सामने आये।
17:59जब मैं आज आ रहा था, तो जानबुश करके पुलिस ने मुझे रोका। मैंने जानना चाहा कि भाई क्यों नहीं जाने दे रहे हो। पूरी बैरिकेटिंग लगा करके मुझे आदे घंटे जब बात की तब जाने दिया बड़ी मुश्किल से। और जब जानना चाहा मैंन
18:29का दवाब बनाना चाहते हैं, ड़नाना चाहते हैं, धंगाना चाहते हैं
18:32कि दूसरे के धर्मों में शामिल ना हो।
18:34उनकी कोई इस त्यारा की बात अभी जानकारी में नहीं आ ये।
18:38अब फ्लीट हो सकता है, थोड़ी देर आ रही हो, तो उस तरफ भीड थी,
18:41तो उसको देख लिए जा जागा क्या स्थिति हैं, कि इसके भी पूरी जानकारी है नहीं।
18:47महबब्बत के मौके पर नफरत का क्या काम?
18:49भाईचारे के त्यारा पर बटवारे का शोर क्यों?
18:52मुमारक दिन, विवात क्यों?
18:54क्या इन सब के पीछे राजनीती है?
18:56आईए, इस रिपोर्ट के जरीए समझने की कोशिश करते हैं।
19:00आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:02आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:04आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:06आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:08आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:10आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:30आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:32आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:34आपको बार-बार समझा जा जा रहा है।
19:36आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:38आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:40आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:42आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:44आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:46आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:48आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:50आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:52आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:54आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:56आपको बार-बार समझा जा रहा है।
19:58आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:00आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:02आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:04आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:06आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:08आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:10आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:12आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:14आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:16आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:18आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:20आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:22आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:24आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:26आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:28आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:30आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:32आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:34आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:36आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:38आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:40आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:42आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:44आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:46आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:48आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:50आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:52आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:54आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:56आपको बार-बार समझा जा रहा है।
20:58आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:00आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:02आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:04आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:06आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:08आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:36आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:38आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:40आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:42आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:44आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:46आपको बार-बार समझा जा रहा है।
21:48नफरत की खेती से मुनाफ़े की फसल काटने वालोंने
21:51बिहार के हाजीपूर में भी महुल खराग करने की कुरुश की।
21:54यहाँ एदगा के दर्वाजे पर कुछ ऐसे नारे और शब्द लिख दिये
21:57जिससे लोग नाराज हो गए।
21:59हाला की पुलिस प्रिशासन ने वक्त रहते हालात पर काबू पा लिया।
22:04इद के मौके पर राजस्थान की टोक पे भी बवाल हो गया।
22:07हुआ कुछ यूग, मालपुरा में इद की नमास जैसे ही पूरी हुई
22:11नमाजी बाहर निकले और नारेबाजी करने लगे।
22:13अपने हिसाब से जुलूस दिकालने पर अड़ गए।
22:15लेकिन पुलिस दे उन्हें तैरास्थे से ही जुलूस दिकालने को कहा।
22:18इस पर टकराफ का महौल बन गया।
22:20लेकिन पुलिस प्रिशासन ने तनाब बढ़ने से पहले ही बवाल पर बिराम लगा गया।
22:25मुम्किन है कि इद की मिठास पर कुछ लोग कड़बाहट घोरना चाहते हो।
22:29लेकिन ऐसे लोगों को अगली तस्वीर देखकर निराशा हात लगेगी।
22:32तस्वीर जैपूर से आई है।
22:34जिसे आप सही माहिने में गंगा जमुनी तहजीब का जिवन्त सभूत कह सकते हैं।
22:39जैपूर की इदगा में जब लोग इद मनाने आए नमास पढ़ने पहुंचे तो उन पर फूल बरसाये गए।
22:45और फूल बरसाने वालों में हिंदु भी थे।
22:47यखीन मानने असली भारत यही है। सर्वधर्म संभाव यही है। धार्मिक एकता इनी तस्वीरों से मजबूत होती है।
22:54अगली तस्वीर तो और भी शांदार है। जो आयुध्या से सामने आए। जहां दशकों की मुकदमे बाजी के बाद राम मंदर बन चुका है।
23:02और आप इद पर आये खुपसूरत तस्वीरे आप देखिए। जब अदालत में एक दूसरे के विरोधी यानि राम मंदर के पक्षकार धर्मदास और बाबरी मस्जित के पक्षकार इकबाल अनसारी गले मिले। धर्मदास दे इकबाल अनसारी को इद की बढ़ायां दी।
23:32या फिर इद, फ़र्क सिर्फ त्योहारों के नाम का है।
23:35दोनों का काम मिलना और मिलाना है।
23:38ऐसे में ना रंग से रंज रखे, ना ही गले मिलने से।
23:41और सिर्फ कह ये नहीं, मधभब नहीं सिखाता,
23:44आपस विबैर रखना, बलकि इस पर अमल भी कीजे।
23:48लोग तुम्हें अलग-अलग नाम से पलाते हैं।
23:51कोई राजा साहब, कोई संजे साहब, कोई सिकंडर साहब।
23:55पर मैं संजे साहब लगता हूँ।
23:57मैं आपको लगता हूँ।
24:01मैं हूँ सिकंडर, लेकिन आप जो होगा,
24:05वो सिकंडर का मुकदर होगा।
24:09वो भी ठीक है, एवरेज है।
24:10कोई चीज नया नहीं है उसमें, नार्मल ही है,
24:12जैसे मुझे रहती है, कुछ भी नया नहीं मिलेगा आपको देखने में उसमें।
24:15स्टोरी देखके आप प्रेटिक कर सकते हैं,
24:17कि आगे क्या होगा, वही से पुरानी चीज है, जैसे रहती है।
24:20मेरे गुसे पर मेरा फुल कंट्रोल है,
24:23लेकिन इस हरकत की वजए से गुसे में मुझे पर फुल कंट्रोल ले लिया।
24:29मुझे में एक्शन सीन्स काफी जाता है,
24:31बकि मुझे मेरे लिए लेकिन स्टाट कहा, एंड कहा, विलोग सब चल रहा है बस।
24:35सॉंग्स भी जाता कुछ खास नहीं है, वह वाव मुझ्मेंड नहीं है,
24:39मुझे मेरे वाव मुझ्मेंड नहीं है, वन-टाइम बाच है।
24:49कभी देखी हैं सल्वान के पेट?
24:51बहुत सारी फिल्म देखी हैं।
24:53अब वो क्रेज बरकरार है कि नहीं?
24:55अब वो क्रेज बरकरार नहीं, अब वो आउडेटेट चेफ्टर हो चुका है।
24:58पहचाना, पहचाना, ये शीर बुड़ा सुरूर हो गया है।
25:08ज़्यादा पुरानी बात नहीं है, अभी हाल ही में सल्वान खान जब सिकंदर फिल्म का प्रमोशन कर रहे थे,
25:13तो उन्होंने फुद कहा था कि जब बनती ही खराब फिल्म है, तो फ्लॉक तो होगी ही।
25:17अगर मेरी फिल्म भी काम नहीं करती, तो ये एक खराब फिल्म है।
25:21तो क्या सिकंदर एक खराब फिल्म है?
25:23हमने अलग-अलग शहरों में सिकंदर देखने वाले कई लोगों से बात की।
25:27फिल्म को लेकर लोगों की मिली जुली राय हैं।
25:29इत के मौके पर रिलीज हुई सिकंदर वो कमाल नहीं कर पाई, जिसकी उमीट की जा रही थी।
25:35कहा तो ये लग रहा था कि सिकंदर के जरीए सल्मान खान बॉक्स ओफिस की रौनक लौटाएंगे।
25:40और कहा रिलीज के एक दिन बाद ही सल्मान का क्रेज खत्प होने जैसी चर्चा होने लगी है।
25:45फिल्म के प्लॉट से लेकर उसका म्यूजिक तक बेहत कमजोर है।
26:05एश ये बुढ़ा सुरूर हो गया है।
26:07लेकिन शिकार करना नहीं बुढ़ा।
26:20जाहिर तोरपर सल्मान खान कितने भी बूढ़े हो जाये वो कभी एक्टिंग करना नहीं भूलेंगे।
26:25लेकिन दर्शिकों को इस बार सल्मान का घिसा-घिसाया एक्टिंग पैक रोमैंस वाला फॉर्मुला राह नहीं आया है।
26:41जो उनकी एज हो गयी है तो वो सूट नहीं करती उनकी वो प्रेस्ट्रेल्टी जो भी दिखाती है।
26:45स्टार जरूर है लेकिन एज गैब जो है वो समझ में आता है।
26:50काफी छोटी उम्र है और सल्मान क्या कि वो फिट रोल बैटता नहीं दिख रहा है।
26:54डाउनफॉल है विल्म विल्कुल भी अच्छी।
26:56कुछ भी स्टोरी समझ में नहीं है।
26:57ओ मेरी जोहर जबी, ओ मेरी जोहर जबी, मैंने कोई तुझ साहसी कभी देखा ही नहीं।
27:05पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैचाना, पैच
27:35है, अज़ की पाढ़ि मेरी तरफ से, चाद को बोलो निपरे फलक से।
27:43आज़ की पाढ़ी मेरी तरफ से।
27:49सलमान खान मतलब हिट, सलमान मतलब सुपर हिट, और सलमान खान मतलब guaranteed blockbuster.
27:57लेकिन ऐसा लगता है कि आप Bollywood में सल्मान खान के नाम की परिभाषा बदल गई है।
28:08ऐसा लगता है कि नाम ही काफि बाली बात बीदे हुए दौर की है।
28:13और नई दौर में सल्मान खान का नाम दर्शकों को थियेटर तक खीच कर लाने के लिए काफि नहीं है।
28:20बेकर अब न बनाये तो अच्छा है
28:22अक्टिंग थोड़ी से इंप्रूब हो सकती थी
28:24भाईजान की फिल्चर नहीं तब ही देखने आये
28:26वर्ना के तो गंदा नहीं आये
28:28वो भी मुझे लग रहा था कि जी डॉक्मेंट्री बेस्ट लग रही थी
28:30और आई थिंग रश्मिका का करेक्टर बहुत ही चोटा था
28:34और उस ही पर पूरी स्टोरी घूम रही थी
28:36घूम रही थी बस
28:38सन्वान खान की फिल्म पहला संडे
28:40संडे के दिन डिलीज हुई
28:42एसी फिल्म जिसको प्रॉप बॉस्टर वाना जा रहा है
28:44जिसको मंबे में खुछ संवान ले
28:46परमोट किया फिल्म को अपनी ओर से
28:48उस फिल्म का पहले दिन मुझे नहीं नजरा था
28:50किसी भी सनिमा घर पर हाउसफूल तो दूर
28:52पचास फिल्स्ट जी की भी कलेक्शन रही हो
28:54मैंने जिस फिल्म को देखा
28:56मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे मुझ
29:26बड़े पर्दे पर वापसी की थी. सिकंडर से बहुत
29:29जादा उमीदे इसलिए भी थी क्योंकि सल्मान खान के
29:32साथ साऊथ के जाने माने डिरेक्टर मुर्गादोस भी
29:35मौजूद थे जिन्नोंने साल दोजाराट में आमिर
29:38खान की सुपर हिट फिल्म गज़नी को डिरेक्ट किया था लेकिन
29:55सुपर हिट एक्टर और सुपर हिट डिरेक्टर का कॉंबो
29:58मौजूद होने के बावजूद सिकंडर के बॉकस ओफिस
30:01पर धाम होने के पूरे संकेद दिखाई दे रहे हैं
30:04राजकोड का राजा है वो आप अम को बाहर डून रहे हूं और हम आपका आपके घल में इंतिसार कर रहे हैं
30:13एक लंबे अरसे तक रमजान, इद और सल्मान दोनों बहुती ज्यादा इंपोर्टं थे हिंदी
30:27क्योंकि जब भी भी सल्मान की फिल्म आती थी इद पे तो ये ब्लॉक बस्टर हो जाती थी
30:34पर ये कहानी अब कुछ बदलने लगी है कुछ दिनों से ऐसा हो रहा है या कुछ सालों से अब ये ऐसा हो रहा है
30:43कि सल्मान की फिल्म जब इद पे आती है तो ये बहुत बड़ी डिसपॉइन्मेंट हो रही है
30:57हाला कि फिल्म रिलीज होने के पहले सल्मान खान ने ABP News से बात करते हुए कहा था कि फिल्म शांदार बनी है
31:04अब ये तो ओडियन्स ही डिसाइड करेगी हमारे साथ से तो ये फिल्म बहुत ही बढ़िया बनी है
31:10तो अब ये ओडियन्स देखेगी ये फिल्म को अब वो इसको जहांपर लेके जाना चाहे वो लेके जाए
31:17लंच खा रहते हैं से बेटा कहा जा रहा है अब ये वो ट्रेलर लॉंच है इस में भी आता हूँ
31:21सिम्पल, बढ़िया वो नहीं कहा रहा है पहले
31:25हाँ ये बहुत घर है कभी मतलब के कभी कभी नहीं आये कभी नहीं आये
31:30ये फिल्म में ना सर है ना पैर है सिर्फ सल्मान खान है और सल्मान खुद तो चामिंग है गुड़ लुकिंग है लेकिन फिल्म को चलाने के लिए नहीं चलाने के लिए नहीं चलाने के लिए नहीं चलाने के लिए नहीं चलाने के लिए नहीं चलाने के लिए नहीं चलाने
32:00के लिए इतना काफी नहीं है ना इसमें कोई एंगेजिंग प्लॉट है ना इसक्या म्यूजिक जबर्दस्थ है ना इसमें
32:08ऐसी कोई बात है जिससे आप सोचो कि भाई मैं थियार्टर जाओं सीटी बजाओं और सल्मान
32:14खान को देख के आओं बहुत बड़ा सिकंडर समझता है इंसाफ दिलाएगा तू इंसाफ नहीं
32:23साफ करने आया सिकंडर की कहाणी कमजोर बताई जा रही है फिल्म में कोई गाना ऐसा नहीं जो
32:31लोगों की जुबान पर चड़ गया हो और फिल्म के एक्शन कोरियोग्राफी भी बहत कमजोर है जिसमें एक्शन से
32:36जादा सिर्फ स्टाइलिश दिखाने का ध्यान रखा गया है सुनिए एबी पी नीउस सबवात दाता अमिद भाटया फिल्म
32:44देखने के बाद क्या बता रहे हैं सिकन्दर देखी मैंने भाई साफ फुल औन टॉर्चर है ये फिल्म मतलब इस फिल्म को
32:52क्यूं बनाया गया किसलिए बनाया गया मिरी समझ से परे है सल्मान का ही डाइलोग है कि मुझपर
32:57एक एहसान करना मुझपर कोई एहसान ना करना यहां ऐसा लगता है कि सल्मान आक्टिंग पर एहसान कर रहे हैं उनका कोई इंटरस नहीं है इस फिल्म में आक्टिंग करने में रश्मिका मनना के लिए यही कहुंगा कि वो बड़े हीरोस की चोटी हीरोइन बन के रह
33:28सिकंतर फिल्म को लेकर दर्शिकों से लेकर फिल्म समीख्षिकों तक को
33:32जो बात सबसे जाधा खातक रही है वो ये
33:35कि सल्मान खान के उम्रे ॥०० साल की है
33:37और ॥२० साल के सल्मान खान को पचास से जादा गुंडो से लड़ता हुआ देख कर
33:57क्योंकि सल्मान खान का जो बॉड़ी स्ट्रक्चर आज के डेट में है
34:01उसको देखका दर्शक नहीं मान सकते
34:03कि वो खड़े-खड़े एकी जिगाए पर खड़ेवे
34:05पचास और लोगों को एकी मुक्के से दूर फैक देंगे
34:08और ऐसे में जब ऐसे सीन दर्शकों को सामने आते हैं
34:12तो वो अपने आपको दोबा कर देते हैं
34:14उन्हें लगता है कि वो सिकंदर देखने क्यों आए
34:17इससे अच्छा तो कोई पुरानी फिल्में देख लेते हैं
34:20जो आपने सुना वो थोड़ा तल्ख जरूर लग सकता है
34:23लेकिन सच्छाई ये है कि आज का दर्शक बदल चुका है
34:26जैसे वक्त बदलता है, तक्नीक बदलती है
34:29उसी बदलाव के हिसाब से फिल्मों का मिजास भी बदलता है
34:32आप इस वक्त स्क्रीन पर जो तस्पीरे देख रहे हैं वो ईद के दिन की यानि आज की है
34:36जब सल्मान खान मुंबई में अपने घर की बालकनी से लुगों का अभिवाधन कर रहती है
34:40ये तस्पीर बताती है कि सल्मान खान का क्रेज क्या है और कितना है
34:44सल्मान की लोगप्रियता से इंकार नहीं है लेकिन ये OTT का दौर है
34:48जहां सच्ची घर्टनाओं पर आधारत कंटेंट ज्यादा बन रहा है और वो दर्शकों को पसंद भी आ रहा है
34:54फिर सवाल ये है कि सल्मान खान अलग कंटेंट के बढ़ाए पुराने और फ्लॉप साबित हो रहे फॉर्मुले पर ही क्यों ठीके रहना चाहते हैं
35:01फिल्म समिक्षक को सल्मान को नसीहत देते हुए यहां तक कह रहे हैं कि उन्हें अब ब्रेक ले लेना चाहिए
35:09एक बार जो मैंने कमिट्मिंट कर दी तो फिर मैं अपना आप की भी नहीं सुनता हूँ
35:14सल्मान खान के ये वो डाइलॉग है जो फिल्म रिलीज के साल नहीं बलकि दशकों तक बार बार दोहराए जाते हैं
35:21जिंदगी में तीन चीज कभी अंडर एस्टिमेट नहीं करना
35:25आई, मी और मैंसे
35:29बॉड़ी गार्ड से लेकर वॉंटर और दबंग से लेकर एक था टाइगर और बजरंगी भाईजान तक
35:34सल्मान खान की हिट फिल्मों की फेर हिस काफी लंबी है
35:52यद्यादभा राज़ला
35:56सल्मान खान के प्रिशंचक करते थे कि फिल्मे तीं तरह की होती है
36:00दिकि reminder दो टाइब की होती है अच्छी मुझे बुरी मुझे और पूर वाती है सल्मान
36:06सल्मान खान की मोबिल जिसके बारे में हम ज़्यादा कॉमेंट नहीं कर सकते
36:09कि अच्छी या बुरी बस उसे एज़ा फैन जाके इंजॉय करो
36:13और ज़्यादा दिमाग लगाने के लिए
36:15भाई जात हमेशा चलेगा हमेशा चलेगा
36:18सल्मान भाई बुड़ो हो गए बुड़ो हो गए ऐसा कुछ नहीं है वो ज़वान से भी ज़वान है भी
36:22हमेशा कमबेक करते रहेंगे बेहतरिंग फिलिम ले काएंगे हमेशा ही
36:26उनकी बात ही अलग है सल्मान खान की
36:27सल्मान खान का ग्रीज कभी खतम नहीं हो सकता
36:31लेकिन ऐसा लगता है कि ये दोर बीच चुका है और अब सल्मान
36:36खान को अपनी उमर के हिसाब से गिर्दार का चुनाव करना चाहिए
36:40नहीं पता है कुछ इस तरह की फिल्में करनी चाहिए वो हमेशा
36:43इस गुमान में रहते हैं कि उनका फैन फोलोइंग जो है वो उनकी
36:47हर फिल्म को उडा के ले जाएगा वो चाहता है कि वो हर फिल्में
36:49शर्ट उता रहे हैं हर फिल्में गुंड़ों को अपने हातों से मारे
36:52और अब वो इस फिल्म के बाद और ऐसी कई फिल्में पहले भी फ्लॉप हो चुकी है
36:56वो अच्छे से जानते हैं कि सिकंदर में जिस तरह से हुआ अब इसके
37:01नतीजे आएंगे हो सकता है कि उसके फैन्स उनको ले जाएँ लेकिन
37:04फिल्म समीशकों की जो राय है उसके मताबए कोने लगना चाहिए कि अब वो दोर आ गया है कि वो बदलाव करें
37:09ये बाते इसलिए की जा रही है क्योंकि सल्मान खान के फिल्मों में एक ही तरह के एकशन, डाइलोग और कहानी होती है
37:16जो दर्शकों को अब बोर करने लगी है वो भी ठीक है एवरेज है स्टोरी देखे आप प्रेडिक्ट कर सकते हैं कि आगे क्या होगा वही सब पुरानी चीज़े है जसूर रहती है हाँ एवरेज थी
37:26मेरे अकॉर्डिंग मुवी अच्छी थी और वहाँ पे एकशन मुवी में बहुत ज़्यादा है तो हो सकता है कि बोसली लोगों को अच्छी नहीं लगी हो
37:36एवरेज है भीया एकशन है बस उसके लगा तो कहास नहीं
37:40जो एज़ फैक्टर है वो इस बार कहीं न कहीं दिखाई दे रहा है
37:44लोग अब मोरल स्टोरी ज़्यादा पसंद करते हैं वेब सीरीज देखना ज़्यादा पसंद करते हैं
37:48साइध यही रीजन था कि थियेटर में भीड कम थी
37:52सल्मान की उम्र बढ़ने के साथ उनकी अपील और एनरजी में भी कमी दिख रही है
37:56जो युवा दर्शकों को थियेटर तक खीच कर नहीं ला पा रही
38:00सल्मान खान पिछली बार फिल्म टाइगर 3 में नजर आय थे
38:03जो उनकी टाइगर फिरंचाईजी की सबसे कमजोर फिल्म साबित हुई थी
38:16फिल्म रिलीज के पहले ही सल्मान खान की घड़ी चर्चा में आ गई थी
38:20वो घड़ी जिसमें भगवान राम, हनुमान और राम मंदर की डिजाइट सबकुछ मौजूद था
38:25इस घड़ी को सिकंडर से जोड़ा जा रहा था और एक मौलाना ने इस पर भदवा तक जारी कर दिया था
38:31हाला की सल्मान खान ने कहा था कि किसी भी तरह के विवाद से कोई फिल्म हिट नहीं होती
38:55आरा हूँ, मुंबाई
39:01बास तो बिल्कुल ठीक है, फिल्म हिट होती है कहाणी से, फिल्म हिट होती है अबिनै और संगीद से
39:09लेकिन सिकंडर ऐसी तमाम कसाउटियों पर खरी नहीं उतरती
39:13यही वज़ए है कि रविवार के दिन रिलीज होने और ईद का तेवहार होने के बावजूर फिल्म ने पहले दिन सिर्फ तीस करोड का बिजनिस किया है
39:29जबकि पहले दिन फिल्म के पचास करोड के बिजनिस का अनुमान लगाया गया था
39:35और ये देखिए ईद वाले दिन थेयतर के ऐसे स्क्रीट शॉट सोशल मीडिया पर शेयर करके दावा किया जा रहा है कि हॉल खाली पड़े हैं
39:44सिकंदर देखने के लिए दर्शन पहुची नहीं रहे
39:48इनसाफ नहीं, इनसाफ करने आया हूँ
39:55काइदे में रहू, साइदे में रहू
40:17कि इस साल के चार मेहने जो विक बॉस्ट करते हैं तो उनकी जो होष्टिंग स्टाइल है वो उनके अभिने में बड़े परदे पर दिखती है
40:23बहुत लेड बेक, लेजी एक्टिंग करते हैं जो कि आडियोंस को समझ में नहीं आता है, पसंद नहीं करती है आडियोंस
40:30और ये इनको समझना होगा और इस पर अमल करना होगा अपनी एक्टिंग पर इनको बहुत काम करना होगा
40:53हम लोग को इदी लेने के आते हैं शल्मान भाई और हर शाल के 23 शाल भी आ है
40:57भाई ज़िनकी मुझे तो वो अच्छे ही रहती है, एक्शन मुझे फर्पूर रहती है, मारधार सारा चीज़ रहता है
41:03बहुत सालों के बाद कमबेक अच्छा किया है उनोंने
41:05हमें सब है, एक्शन, इमोचन, इंटरेटेंट्मेंट सब है इस मुझी में
41:08और भाई का हर शाल इद में फिलिम आता है, तो फैम नहीं साते है आप देख सकते हैं, कोई ऐसा फिलिम में बुढाय नहीं है, बहुत अच्छा फिलिम है
41:14ये सल्मान के वो फैंस हैं जिनके लिए सिर्फ सल्मान का नाम एहमियत रखता है, लेकिन यकीन मांगे, ऐसे चाहने वालों का दाइरा भी अब सिमटता जा रहा है, वरदा 200 करोड की लागश से बनी सिकंदर बॉक्स ओफिस पर पानी ना मांग रही होती है
41:28हाला कि सिकंदर और सल्मान खान पर जब इतनी चर्चा हो रही है, तो यहां ये बताना भी ज़रूरी हो जाता है कि रिलीज्स से पहले ही फिलम ऑनलाइन लीक हो गई थी
41:37ट्रेड एनलिस्ट कोमल नहटा के मताबग रिलीज्स के दिन ही पाइरेशी से नुकसान हुआ और 600 साइट से फिलम हटाई गई, लेकिन तक तक नुकसान हो चुका था
41:48मान लिया कि सिकंडर लीक हो गई, लेकिन पिछले चार साल का हिसाब देख लीजे, सल्मान खान की इरादे हो या फिर अंतिम दे फाइनल त्रुथ
41:56ये फिलम कब आई और कब चली गई, किसी को खबर तक नहीं बोली
41:59और फिलम समिक्षक कह रहे हैं कि सल्मान को बदलाव करने की सक्त जरूरत है वरना दर्शक उनकी फिलमों से किनारा कर लेंगे
42:06तो मुझे भारत की बात पे फिलाल दिज़े इजाज़त, कल रात 8 बजे फिर आप से होगी मुलाकात

Recommended