वीडियो जानकारी: 28.08.24, प्रश्नोत्तरी सत्र, गोवा
भारतीय लोग रिश्तों में इतना चिपक क्यों जाते हैं? || आचार्य प्रशांत (2024)
📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
2:14 - भावनाओं की मूलभूत प्रकृति
4:14 - इमोशंस और केमिकल्स का संबंध
5:25 - डेटिंग और सेक्स का मुद्दा
8:28 - पश्चिमी दृष्टिकोण और भारतीय दृष्टिकोण
11:40 - शरीर और भावना की सच्चाई
13:30 - भगवान और भावना
15:47 - ठुकराए प्रेमी की अवस्था- जिल्टेड लवर्स
22:10 - भारतीय संस्कृति की वास्तविकता
28:40 - मूविंग ऑन सीखने की आवश्यकता
30:37 - उच्चतम संगति का महत्व
33:33 - सार्त्र और सिमोन का
36-11 - जीवन का उच्चतम केंद्र
37-34 - सांस्कृतिक पतन
40:58 - वेदांत- भावनाओं से परे
42:44 - प्राचीन भारत की खूबसूरती
47:56 - एनिमलिस्टिक इंस्टिंक्ट का शमन
51-37 - समापन
विवरण:
इस वीडियो में आचार्य प्रशांत ने भारतीय समाज में भावनाओं, रिश्तों और ब्रेकअप के बाद की मानसिकता पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि भारत में जब किसी का ब्रेकअप होता है, तो वह व्यक्ति अक्सर भावुक हो जाता है और कई बार आत्म-नाश की ओर बढ़ता है। आचार्य जी ने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति में भावनाओं को बहुत महत्व दिया जाता है, जिससे लोग छोटी-छोटी बातों पर अत्यधिक प्रतिक्रिया करते हैं।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भावनाएं और शरीर दोनों ही एक व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण हैं, लेकिन जब हम भावनाओं को प्राथमिकता देते हैं, तो हम अपने जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को नजरअंदाज कर देते हैं। आचार्य जी ने यह सुझाव दिया कि हमें अपनी भावनाओं को समझना चाहिए और उन्हें नियंत्रित करना चाहिए, ताकि हम अपने जीवन में आगे बढ़ सकें।
भारतीय लोग रिश्तों में इतना चिपक क्यों जाते हैं? || आचार्य प्रशांत (2024)
📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
2:14 - भावनाओं की मूलभूत प्रकृति
4:14 - इमोशंस और केमिकल्स का संबंध
5:25 - डेटिंग और सेक्स का मुद्दा
8:28 - पश्चिमी दृष्टिकोण और भारतीय दृष्टिकोण
11:40 - शरीर और भावना की सच्चाई
13:30 - भगवान और भावना
15:47 - ठुकराए प्रेमी की अवस्था- जिल्टेड लवर्स
22:10 - भारतीय संस्कृति की वास्तविकता
28:40 - मूविंग ऑन सीखने की आवश्यकता
30:37 - उच्चतम संगति का महत्व
33:33 - सार्त्र और सिमोन का
36-11 - जीवन का उच्चतम केंद्र
37-34 - सांस्कृतिक पतन
40:58 - वेदांत- भावनाओं से परे
42:44 - प्राचीन भारत की खूबसूरती
47:56 - एनिमलिस्टिक इंस्टिंक्ट का शमन
51-37 - समापन
विवरण:
इस वीडियो में आचार्य प्रशांत ने भारतीय समाज में भावनाओं, रिश्तों और ब्रेकअप के बाद की मानसिकता पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि भारत में जब किसी का ब्रेकअप होता है, तो वह व्यक्ति अक्सर भावुक हो जाता है और कई बार आत्म-नाश की ओर बढ़ता है। आचार्य जी ने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति में भावनाओं को बहुत महत्व दिया जाता है, जिससे लोग छोटी-छोटी बातों पर अत्यधिक प्रतिक्रिया करते हैं।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भावनाएं और शरीर दोनों ही एक व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण हैं, लेकिन जब हम भावनाओं को प्राथमिकता देते हैं, तो हम अपने जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को नजरअंदाज कर देते हैं। आचार्य जी ने यह सुझाव दिया कि हमें अपनी भावनाओं को समझना चाहिए और उन्हें नियंत्रित करना चाहिए, ताकि हम अपने जीवन में आगे बढ़ सकें।
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