• 16 hours ago
वीडियो जानकारी: 27.03.24, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नॉएडा

विवरण:
इस वीडियो में आचार्य जी ने मानव जीवन के जंगली अतीत और आधुनिक जीवन के बीच के संबंध को समझाया है। उन्होंने बताया कि कैसे हमारे जैविक संस्कार और इच्छाएँ आज भी हमारे जंगली अतीत से प्रभावित हैं। आचार्य जी ने पोर्नोग्राफी और हस्तमैथुन के विषय में चर्चा की, यह बताते हुए कि ये इच्छाएँ हमारे भीतर की जंगली प्रवृत्तियों का परिणाम हैं।
आचार्य जी ने यह भी कहा कि हमें अपने जीवन को इतना सार्थक बनाना चाहिए कि छोटे मुद्दे, जैसे पोर्नोग्राफी, हमारे लिए महत्वहीन हो जाएं। उन्होंने यह सुझाव दिया कि हमें अपने भीतर की इच्छाओं और प्रवृत्तियों को समझना चाहिए, ताकि हम उन्हें नियंत्रित कर सकें।

प्रसंग:
~ इन्टरनेट पोर्नोग्राफी बेन करना सही?
~ पोर्नोग्राफी देखना पाप है?
~ पोर्नोग्राफी का समाज में प्रभाव
~ पोर्नोग्राफी से यौन अपराध में भड़त होती है?
~ भारत में महिला प्रतारण इतना क्यों?
~ रेप जैसी समस्या का इलाज
~ भारत में रेप इतना क्यों होता है?
~ जवानी में सेक्स इतना बड़ी बात क्यों?
~ हम इच्छाओं को नियंत्रित करने के पीछे क्यों लगे रहते हैं?
~ वासना का जन्म कैसे होता है?
~ वासना से मुक्ति कैसे संभव है?
~ पोर्न की लत का क्या इलाज?
~ मन को कैसे समझें?

संगीत: मिलिंद दाते
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