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वीडियो जानकारी: 10.08.24, प्रश्नोत्तरी सत्र, ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
~ आज तक भारत ने कितने ओलंपिक्स मैडल जीते हैं?
~ भारत के पास कुल कितने मैडल हैं?
~ क्या भारत के युवाओं को और मेहनत करके कई मैडल नहीं जीतने चाहिए?
~ भारत के युवा क्यों इंस्टाग्राम पर व्यस्त हैं?
~ युवाओं में प्रोत्साहन क्यों नहीं है?
~ देश के युवाओं को खेल-कूद में कैसे प्रोत्साहित करें?
~ क्या हुआ है आज की जवान पीढ़ी को?

विवरण:
इस वीडियो में आचार्य जी ओलंपिक खेलों में भारत की स्थिति और उसके पीछे के कारणों पर चर्चा कर रहे हैं। वे बताते हैं कि हर चार साल में ओलंपिक्स आते हैं, लेकिन भारत की मेडल टैली में कमी आती जा रही है। आचार्य जी ने चार मुख्य कारणों का उल्लेख किया है:

कैपिटल (निवेश): भारत में खेलों के लिए सरकारी और निजी निवेश की कमी है, जबकि चीन इस क्षेत्र में बहुत अधिक निवेश कर रहा है।
कल्चर (संस्कृति): भारत में खेलों के प्रति सम्मान और प्रतिस्पर्धा की भावना की कमी है। आचार्य जी ने बताया कि भारतीय संस्कृति में संघर्ष और प्रतिस्पर्धा का भाव कम है।
कन्फॉर्मिंग (अनुरूपता): भारतीय समाज में जोखिम उठाने की प्रवृत्ति कम है, जिससे युवा एथलीटों को अपने करियर में आगे बढ़ने में कठिनाई होती है।
महिलाओं के प्रति रवैया: महिलाओं के खेलों को प्रोत्साहित नहीं किया जाता, जिससे भारत की मेडल टैली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
आचार्य जी ने यह भी बताया कि चीन ने अपने नागरिकों की फिटनेस को प्राथमिकता दी है, जबकि भारत में खेलों को गंभीरता से नहीं लिया जाता। वे यह भी कहते हैं कि भारत में खेलों के प्रति सम्मान की कमी है, और यह स्थिति तब तक नहीं बदलेगी जब तक कि समाज में खेलों को लेकर सही दृष्टिकोण नहीं अपनाया जाता।


संगीत: मिलिंद दाते
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