पुष्कर पशु मेला मैदान से पशुओं की रवानगी 10 नवम्बर से शुरु हो जाएगी। दीपावली बाद से धोरों में डटे पशुओं को अधिकृत रूप से पशु पालक ले जा सकेंगे। इसी के साथ ही पिछले दस दिनों से पशुओं की आवक से परवान चढ़े पुष्कर के धोरों की रंगत फीकी पड़नी शुरू हो जाएगा।