• 2 months ago
मिर्जापुर, यूपी: विश्व विख्यात आदि शक्ति के दरबार में शारदीय नवरात्रि के नौवें दिन देवी धाम में मां विंध्यवासिनी के भव्य स्वरूप का दर्शन-पूजन करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। माता के जयकारे से पूरा धाम गुंजायमान हो गया है।विंध्याचल धाम के पंडित अखिलेश चंद्र मिश्र राजन गुरु ने कहा, "आज नवरात्रि का नौवां दिन है, जिसे 'नवमी सिद्धि रात्रि' के रूप में जाना जाता है। इस दिन, सभी भक्त देवी की 'सिद्धिदात्री ' के रूप में पूजा करते हैं। आज देवी लाल और मैरून रंग के वस्त्रों से सुसज्जित, कमल के फूल को अपना आसन बनाकर सिंह पर विराजमान एक सुंदर रूप में दिखाई देती हैं।"

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00:00आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको पहता है कि आपको �
00:30आज नव्रात्र का नौमा दिन है, नौमं सिध्यदात्री इच्या, आज भगवति सिध्यदात्री के रूप में माता का पूजन सबी भकत करते हैं
00:41आज माता का बड़ा ही सुन्दर स्वरूप है, लाल वस्त्र मैरून कलर का वस्त्र धारण की हुई हैं, सिंग परारून हैं और आसन इनका कमल का पुस्प है।
00:52देवी देवता चारो तरब से यक्षा, किनर, गंधर्व सब हाथ जोड़कर भगवती की इस्तुती कर रहे हैं। यह वही देवी हैं, जो की भगवान शेव और हनुमंत लला हनुमान जी को शिद्धिया नौ शिद्धि अश्ट शिद्धि नौ निधी परदान की थी।
01:09इनी के कृपा से अर्धनारिश्वर हुए थे स्वेम भुभगवान शेव। और यह आज इसान कुण में जहां भगत कलस की इस्तापना की हैं, वहां माता का खोड़ सो पचात पूजन करें, अब पूजन के बाद पूरी, सबजी, हलवा, खीर, और लाल फल और लाल मिष्�
01:39लगाने के बाद उमाएंग्रेंश्रेंग् सिध्यदात्रै नमः इस मंत्र का मात्र बारह माला सच्ची सृधाव समर्पड़ता के साथ जब करें और उनकी समस्त मनो कामणा पूर्ण हो जाती है,
01:54भगवती ने कहा है कि यम यम चिन्तियते कामं तम तम प्रापनोत निष्चितम, और जो नौ दिन का ब्रत है नौ रात्रा ब्रतस्यापी पारणाद दस्मी दिने, दस्मी में पारण करना चाहिए, ऐसा देवी भागवत कहता है, तो इसलिए दस्मी में आप लोग पारण कर
02:24पूझन करें, ब्राम्मण को भोजन कराएं, और इसके बाद उनको दान दक्षिना दे करके, उनसे आसिरवाद ले करके उन्हें विदा करें, इस प्रकार से आप करते हैं, तो आपकी समस्त मनो कामना पूलो हो जाती हैं, जय मा बिन्देवासिनी, जय मा भवानी
02:41पूझन करें, ब्राम्मण को भोजन करें, और इसके बाद उनको दान दक्षिना दे करें, तो आपकी समस्त मनो कामना पूलो हो जाती है, तो आपकी समस्त मनो कामना पूलो हो जाती है, तो आपकी समस्त मनो कामना पूलो हो जाती है, तो आपकी समस्त मनो कामना पूलो हो जा

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