Chhota_Bheem_aur_Chand_Pari_ki_Dastaan_[Hindi] The Greatest Adventure in Space!

  • 2 days ago
Chhota_Bheem_aur_Chand_Pari_ki_Dastaan_[Hindi]: The Greatest Adventure in Space! Get ready to dive into an epic tale as Chhota Bheem embarks on a daring mission to save the Moon from dark forces threatening its magical realm. Alongside the enchanting Chand Pari, Chhota Bheem must overcome cosmic challenges, battle evil creatures, and protect the moonlit world from destruction. In this thrilling adventure, friendship and bravery will be put to the test like never before. Will Chhota Bheem and Chand Pari succeed in restoring peace to the Moon? Join us in this heartwarming and action-packed journey full of magic, courage, and spectacular visuals. Don’t miss out on Chhota Bheem’s most incredible adventure yet!
Transcript
00:00:00कल दुपहर तक तुम्हारे लिए कल दुपहर तक तुम्हारे लिए कल दुपहर तक तुम्हारे लिए कल दुपहर तक तुम्हारे लिए कल दुपहर तक तुम्हारे लिए कल दुपहर तक तुम्हारे लिए कल दुपहर तक तुम
00:00:30पूरी तैयारी हो जानी चाहिए
00:00:31कहीं ये ना हो कि चान परी के पहुँचने तक
00:00:34हम सिर्फ सजावथ ही करते रहें
00:00:36तैयारी आज ही पूरी हो जाएगी महराज
00:00:38महराज महराज
00:00:41अरे मुरली तुम सुबा सुबा यहां क्या कर रहे हो
00:00:44लिंगईया कहा है
00:00:45पिता जी ज़रूरी काम से
00:00:47चार दिन के लिए गाओ को गए
00:00:49जाने से पहले आपको ये सुची देने को बोले महराज
00:00:58चलो अच्छा हुआ
00:01:00लिंगईया ने अपना काम पूरा कर दिया
00:01:04तो तुम्हारे दोस्त आ गये मुरली
00:01:07क्या हुआ
00:01:08तुम्हारे कुछ दोस्त आज आने वाले थे न
00:01:10तुम ही ने तो कहा था
00:01:13मैं तो भूलीज गया
00:01:15मेरे को अभी स्टेशन पोज़ना महराज
00:01:17मैं दोस्तों को तोड़ी देर में उदर से लेकर आता
00:01:27पता नहीं इन मेंसे किस किस को
00:01:29उन मेंसे कोई भी नहीं राजा गजेंगर
00:01:33कोई भी नहीं
00:01:59गई मेरे को देड तो नहीं हो गई
00:02:03नहीं नहीं
00:02:04मेरे को लगता उनकी सवारी अभी तक आयीच नहीं
00:02:08मैं इदरीच थोड़े इंतिसार कर लेते
00:02:29पता नहीं इन मेंसे किस किस को लगता उनकी सवारी अभी तक आयीच नहीं राजा गजेंगर
00:02:36कोई भी लगता उनकी सवारी अभी तक आयीच नहीं राजा गजेंगर
00:02:41कोई पता नहीं इन मेंसे किस को लगता उनकी सवारी अभी तक आयीच नहीं राजा गजेंगर
00:02:46कोई पता नहीं इन मेंसे किस को लगता उनकी सवारी अभी तक आयीच नहीं राजा गजेंगर
00:02:53कोई पता नहीं इन मेंसे किस को लगता उनकी सवारी अभी तक आयीच नहीं राजा गजेंगर
00:02:59कोई पता नहीं इन मेंसे किस को लगता उनकी सवारी अभी तक आयीच नहीं राजा गजेंगर
00:03:06कोई पता नहीं इन मेंसे किस को लगता उनकी सवारी अभी तक आयीच नहीं राजा गजेंगर
00:03:14चुप चब तुम सब अपना सोना और पैसा हमारे हवाले कर दो
00:03:29जल्दी करो ब्यादा वक्त नहीं है हमारे पास
00:03:43हमारे पास भी कम है तम दोनों को जल्द से जल्द जेल जो पहँचाना है
00:03:56भीम ये लो
00:04:27तुम बच्चों ने कमाली कर दिया इस खुशी में कुछ मीठा हो जाये
00:04:33ये कुछ मिठाया है जितनी चाहिये ले लो काओ इट इट जितनी चाहिये
00:04:39अरे बिलकुल फिर से सोच लीजिये चाचाओ हम सबको मिठाय बहुत पसंद है
00:04:47इसलिए एक बार सोच लीजिये अरे इसमें सोचने वाली क्या बात है ले लो ले लो बच्चे हैं कितना काईंगे तोड़ा काईंगे
00:04:56हमलो यूचिसी है आमलो फिर ची आगर मादे पर प्रण है
00:05:14मैंने तो बच्चे समझ के बोला था इन्होंने तो पूरी के पूरी टोकरी कालि कर दी
00:05:20अरे आपको तो खुश होना चाहिए
00:05:24बच्चों को हमारी मिठाई इतनी पसंद आईगा
00:05:28वो देखो मुरली
00:05:32भीम मेरे दोस्त
00:05:34मैने कब से तुमारा इंतिजार किया
00:05:36मेरे को लगा तुम आओगी अच नही
00:05:40वो रास्ते में थोड़ी देर रोखना पड़ा
00:05:42तो भटके हुए मुसाफिरों को रास्ते पर लाने के लिए
00:05:46इसलिए थोड़ी देर हो गई
00:05:48वैसे मेरे दोस्तों को तो तुम जानते ही हो गए
00:05:50बिलकुल राजु, जगू, चुट्की, डोलू बोलू और काल्या
00:05:56जैपुरा में आप सबका स्वागत है दोस्तो
00:06:00चान पहचान घतम हो गई हो तो जाके थोड़ा सा आराम कर ले
00:06:08दस घंटे के सफर के बाद मेरा पूरा बदन अकड़ा है
00:06:13सच बताओ काल्या बदन कैसे अकड़ा
00:06:16दस घंटे के सफर से, गुंडो की पिठाई से
00:06:20या पिर दस किलो की मिथाई से
00:06:24बोले बिल्ले
00:06:31पहुचने से पहले इच बदमाशों की पिठाई शुरू कर दी बीम
00:06:35तुम सहबर नहीं सुधरोगे
00:06:37सुधरते वो हैं जो बिगरते हैं
00:06:40हमने तो बिग्डो को सुधारा हैं मुरली
00:06:43अब बस बोलते ही रहोगे क्या
00:06:45हमारे लिए कोई बंदोबस किया है या नहीं
00:06:48बिलकल किया चलो दोस्तो पहले तोड़ा सा अराम करना
00:06:53फिर मैं तुम सबको विजेपुरा घुमाने ले चलता
00:07:05ये बताओ मुरली विजेपुरा में घुमने के लिए कौन-कौन सी जगा है
00:07:10बहुत सारी जगा है चुक्की लिकिन सबसे पहले माराज से मिलना
00:07:15फिर मैं तुमको घुमाने के लिए जाता
00:07:24हमने मुरली से बहुत कुछ सुना है तम्हारे और तम्हारे दोस्तों के बारे में भीम
00:07:28हम यकीन है कि विजेपुरा का चंडर्मा महोचसव तुम सब के लिए याध्गार रहेगा
00:07:33युगों युगों से चली आ रही प्रधा के अनुसार
00:07:36हर सो साल में एक बार चान परी विजेपूरा की धर्ती पर उतरती है
00:07:41और किसी योग्य व्यक्ती को अपने पसंद का वर्दान देती है
00:07:46अच्छा, लेकिन वर्दान के लिए किसी की योग्यता का पता कैसे चलेगा महराज?
00:07:53हमने सिर्फ कुछ चुनिदा लोगों की सूची बनाई है
00:07:56जिनों ने कोई अच्छा या बाहादुरी का काम किया है
00:07:59योगिता का पता तो खुद चान परी ही निर्धारित करती हैं
00:08:03मुरली, मैं चाहता हूँ कि तुम अपने दोस्तों को विजैपूरा की सैर पर ले जाओ
00:08:08और उन्हें यहां की हर चीज दिखाओ
00:08:10ठीक है, इन्हें अच्छे से सैर कराना
00:08:13लेकिन कल के मोहत्सों में सब को लेकर जरूर आना
00:08:18और ये विजैपूरा का सबसे बड़ा, सबसे जानवाना गरूड उध्यान
00:08:24इदर सब को बहुत मज़ा आनी वाला
00:08:28ये, पकड़ो, पकड़ो, अरे मुझे पकड़ के दिखो
00:08:42वाँ, यहाँ, वाँ, वाँ, वाँ
00:08:53हाँ ठीक है, आराम थे लेख लो, आराम थे
00:08:59ये देखो
00:09:11इतनी पड़ी बुक
00:09:36वाँ
00:09:54वाँ इतनी सुन्दर सुन्दर चीज़े हैं
00:09:57मैं टुंटन मॉसी के लिए ज़रूर कुछ खरीदूँगा
00:10:01ओ जी आये आये
00:10:02सिर्फ मॉसी के लिए नहीं
00:10:04हम धॉलकपूर में सब के लिए कुछ ना कुछ ले कर जाएंगे
00:10:09ये तो उसी मिठाई की खुश्बू है
00:10:12जो हमने सफर के दाराइन खाई थी
00:10:17तो तुम इसी की बात कर रहते हैं कालिया
00:10:20ये इधर की खास मिठाई
00:10:22इसका नाम मैसूर पाक है
00:10:26मैसूर पाक
00:10:28नाम सिनते ही मूँ में पानी आ गया
00:10:32सच में कालिया
00:10:33इसकी खुश्बू से ही मुझे फिर से भूग लगने लगी है
00:10:37चलो थोड़ी सी मैसूर पाक ही खा लेते हैं
00:10:41लेकिन हमारे पास काफी सारे लडू भी तो है
00:10:44वो कौन खाएगा
00:10:46हम ही खाएगे
00:10:48लडू
00:10:49मैं ही खाते ना
00:10:53हमारे लिए भी रुखो उस्ताद
00:10:55जब तक ये चरो नहीं आ जाते हैं
00:10:58हम भी कुछ मज़ेदार करते हैं
00:11:00मुली ऐसा कुछ है यहाँ
00:11:02है ना कुट्टी बाबा का जाधू का खेल है
00:11:05जाधू का खेल
00:11:15मुली यहाँ तो कोई नहीं है
00:11:26कुट्टी बाबा हमेशा अपनी जोपडी के अंदर ही रहते है
00:11:30पता नहीं क्या करते है
00:11:32सिर्फ आवाज लगाने से ही बार आते
00:11:34ये दिखो
00:11:36बाबा
00:11:38बाबा
00:11:40कुट्टी बाबा
00:11:42बाबा तो बार आये ना
00:11:48अडे मुली तुम फिर आगे
00:11:52बाबा ये मेरे दोस्त बहुत दूर से आए
00:11:56आप थोड़ा जाधू का खेल दिखाते
00:11:58अभी कैसे दिखाऊ
00:12:02ठीक है ठीक है
00:12:04रुको यही पार
00:12:12गडु कोलो बुड्ड-गोलो ?
00:12:14क्या है इस किंजरे में ?
00:12:17हई ये तो ख़लव.
00:12:18क्या सच मे !
00:12:20चलो देखते है.
00:12:21धून दवा रहे है थो.
00:12:27हरक खोणसे !
00:12:30खुट्टी बाबा का बच्चो देखो ये कमाल.
00:12:34हवां में के लिकाले जीजे पे विशा
00:12:41प्यारी प्यारी विशलीया
00:13:02ओ लो
00:13:05और लाओ ये बहुत स्वादिष्ट है
00:13:07लाता हूँ लाता हूँ
00:13:09अच्छा हुआ बाकी की टोली नहीं आई
00:13:11नहीं तो पूरी दुकान काली कर देते
00:13:16चिंता मत करो चाचा
00:13:18इसकी गीमत आपको महराज से मिल जाएगी
00:13:24मुझे मुर्ली ने बतायो
00:13:27महरा का।
00:13:33तुमका मालूल बचन पर भी
00:13:35कुर्टी बाबा जादू का खेल दिखाती
00:13:38अच्छा
00:13:38कुर्टी बाबा अपना सबसे बहतरीन जादु दिखाना उस दन
00:13:43बिल्कुल
00:13:44अपना सबसे बहतरीन
00:13:46ंृदरजाल
00:13:47मैंने उसी दिन के लिए बचा के रखा है
00:13:52दूसरों को तोपी पहणाने का
00:13:54मुझे सब पता है
00:13:56ये जादू आदू कुछ नहीं
00:13:58सिर्फ हाथ की सफ़ाई है
00:14:00ऐसे धोंगी बाबा सिर्फ हाथ की सफाई ही कर सकते है
00:14:06शान्त रहो कालिया
00:14:09वो सप बोलने दो यह कुछ कुछ कुछ
00:14:11या तो काबिया तुमे अषली जाधू ही देखना है न
00:14:15अभी दिक्कूपी सक गय चारी
00:14:19दोपडी में रहता है कुधि
00:14:20कुधि के है काई रनग
00:14:23देखना है तो नाँच ते रहो कालिया के संग
00:14:29देखा
00:14:32कुछ नहीं हुआ
00:14:33अगर जाधू होता तो अब तक मैं नाँच नहीं रहा होता
00:14:38ये क्या
00:14:40हो रहा है
00:14:43ये क्या
00:14:45कुछ नहीं
00:14:48मामी
00:14:50क्या करू
00:14:54बाबा, कालिया को तो मजाग करने की आदत है
00:14:57प्रिप्या गुस्सा थूग दीजे और इसके खुजले ठीक कर दीजे ना
00:15:03बाबा, इसे ठीक करने का कोई तरीका तो बता दीजे ना
00:15:06आओ उसे किसी घील या तालाब में निला दो ठीक हो जाएगा
00:15:12घील, तालाब, पानी, पानी
00:15:19कालिया, पुराने मंतर के पास ही थी ठीक तालाब है
00:15:34धन्दी धन्दी हाँच चलाओ, वक्त बहुत कम है
00:15:42ये पुल राजा गजिन्द्रा की परदादा, राजा गुपतेश्वर ने बनाई थी
00:15:48करीब सौ साल पहले, जब चांद परी का आगमन हुआ था
00:15:53तो उनोंने राजा गुपतेश्वर को महा बलशाली होने का वरदान दिया
00:15:59लेकिन यहाँ तो कोई नदी ही नहीं है, फिर ये पुल बनाने की क्या जरूरत थी?
00:16:04मेरे दादा जी कहते थे, कि तब यहाँ एक नदी थी, जो समय के साथ सूक गई
00:16:11लेकिन पुल की नीचे की मिड़ी अभी भी गीली और नरम है
00:16:15तुम सबने कोई आवाज सुनी, ऐसा लग रहा था जैसे नीचे कोई खुदाई का काम चल रहा है
00:16:27अरे पुल के नीचे खुदाई कौन करेगा कालिया, ऐसा हुआ तो पूरा पुल घिर नहीं जाएगा
00:16:34समझता नहीं है यार
00:16:45नहीं दोस्तों, यहाँ कोई कृच बरूर है
00:16:56मुझे पता था उस खोदने वाली आवाज की एगे से पूल टूट रहा है
00:17:15पूर्ली, चल्देशे पूरके पार चले जाओ, हम सब लेंगे
00:17:33चलदेशे पूरके पार चले जाओ, हम सब लेंगे
00:17:45अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर अगर �
00:18:16!!!
00:18:27पत्या हमाफ़ा ।
00:18:43शाहबाष बच्चों
00:18:44मुझे अभी अभी खबर मिली, इसली आने में देरो गयी
00:18:49अगर आज तुम सब ना होते, तो पता नहीं क्या हो जाता
00:18:53शुक्रिया भी
00:18:54महराज, पुल के उस पार भी कुछ लोग फ़स गये थे
00:18:57वो अब सुरक्षित है
00:19:00मुर्ली, लगता है इस बार चंडरमा महुत्सव के लिए जो सूची बनाई थी, उसमें कुछ नाम और जोड़ने पड़ेंगे
00:19:10दिन में सपने देखना छोड़ो कादिया, चलो थोड़ा सा अराम कर लेते हैं
00:19:15कल चंडरमा महुत्सव में भी जाना है
00:19:17हमारे साथ चलो बच्चों, आज से तुम सब हमारे महल में ही रहोगे
00:19:22जी महराज
00:19:30याद रखना, एक छोटी सी चूक ही हमारी योजना को बरबात कर सकती है, चोकणने रहना
00:19:40चंडरमा महुत्सव में आप सब का स्वागत है
00:19:42चान परी के वरदान के लिए हमने पहले इन चार वीरों को चुना था
00:19:47वासु, हमारे सैनिकों में से एक, जिसने एक साल पहले विजैपूरा के सबसे शातिर अपराधी गैंडा स्वामी को पकड़ा था
00:19:57हमारा पहलवान, जिन्होंने पिछले महिने विजैपूरा का सबसे ताकतवर पहलवान का खिताब जीता था
00:20:12धनुष, हमारे नगर के प्रख्यात कवी, जो कन्या कुमारी में आयो जित, कवी समिलन में विजैबने, पूरे विजैपूरा का नाम रोशन किया है
00:20:23और हमारे राज का एक युआ किसान, शंकर, जिन्हें कुछी दिन पहले अपने खेत में गड़ा हुआ एक हीरे और जुआहरात का बक्सा मिला और उन्होंने उसे राजकोष में जमा कर अपनी इमानदाली का प्रमान दिया
00:20:38लेकिन कल की घटना के बाद आप सब भीम और उसके दोस्तों के कारणामों से परचित हो ही गए होंगे इसलिए हम भीम, चुटकी और राजु के नाम भी इसमें शामिल करते हैं
00:21:08आपका स्वागत है चान्परी प्रधा के अनुसार आपके वरदानों के लिए हमने इन चारों और इन तीन बच्चों की योगता को चुना है मैं आपको यकीन दिलाता हूँ की ये सब खास है और इसलिए यहाँ पर खड़े हैं
00:21:37आपने सही कहा गजेंद्र ये सब खास है लेकिन जहां तक मेरी वरदानों का प्रश्न है वो हमेशा उनको जाता है जो अनोखे होते हैं
00:21:47मैं समझा नहीं चान्परी
00:21:49वासू ने अपराधी को पकड़ कर एक सैनिक के कर्तव्य का पालिन किया बाला पहलवान और धनुश ने प्रतियोगिता में जीत हासिल की और उसके लिए उनको इनाम भी मिला आपने भी उन्हें सम्मानित किया
00:22:04शंकर ने इमानदारी के साथ खेत में मिले खजाने को राजकोश में जमा करके अपनी प्रजा धर्म का पालिन किया और उसके लिए उसे आप से ऊचित पुरसकार भी मिला
00:22:16हाँ पुरसकार तो हमने दिया था
00:22:18बिलकुल लेकिन भीम चुटकी और राजु ने मासुमों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी इंसानियत की इस से बड़े मिसाल मैंने कहीं नहीं देखी और यही बात मुझे अनोखी लगी
00:22:39जगो फिर से वही
00:22:42कालिया चुपरा जान परी को बोलने दा
00:22:48कितनी प्यारी आवाज है
00:22:52इसलिए मैंने भीम चुटकी और राजु को अपने वरदानों के लिए चुना है
00:22:59मैं भीम को अनन्त योवन चुटकी को अमरता और राजु को दिव्यास्त्र की शक्ति का वरदान देती हूँ
00:23:07मेरे को तो पहले से हिच मालूम पुरी शक्तिया मेरे दोस्तों को हिच मिलती
00:23:13अरे मैं भी तो था वहाँ पर फिर मेरा नाम क्यों नहीं था उस सुची में
00:23:18भीम चुटकी और राजु ने बहुत सारे लोगों को बचाया आपने किसको बचाया उस्ताद
00:23:24आप तो पुल को पकड़ कर हवा में ही लटकते रहे
00:23:29और हमें भी लटका दिया अरे उन्होंने तो सिर्फ लोगों को बचाया था
00:23:35मैंने तो पुरे पुल को पकड़ कर रखा था ता कि वो गिर न जाए
00:23:39तुम दोनोंने मेरी तांग न खीची होती तो वो पुल अभी भी वही ख़ड़ा होता आप पता है
00:23:46अरे चुप करा चान परी बात कर रही है न तो
00:23:49आकाश की उर्जा धर्थी की शक्ती तूरच की फिरने चान की जोती जिनके सहारे जीवित है इनसान
00:24:10योवन अमर्ता दिव्यास्त्र देकर सभल करो मेरा वरदान
00:24:15याद रखना बच्चों जब तक यी हार तुम्हारे गले में है तब तक मेरा वरदान तुम्हारे साथ है अले बेटा
00:24:24ये तो वही धर्थराहट है जो कल मैंने पुल पर महसूस की थी बीब राजो चुट्टी
00:24:30गले मिलकर बढ़ाई दीने का वक्त नहीं हुआ है
00:25:00हमारे साथ कोई आर भी है राजो ये मैं हूँ खबराने की कोई
00:25:21ये हमारा दोस्त नहीं कोई और ही है तो फिर देखना दन देखना दन देखना दन देखना दन
00:25:36रुपो पालिया ये तो ये तो महाराज कोई जेंद्र है आय आय आय अरे वही तो कब से बोलने की कोईश कर रहा था तुम दोनों ने मेरी एक नहीं सुनी
00:26:06वहाँ पर कुछ तो हुआ था लेकिन क्या
00:26:14कुट्टी बाबा ये सब क्या है कुट्टी बाबा नहीं चिंगारा चिंगारा
00:26:37अरे महाराज गजेंद्र कहा है और ये कौन है चो उस दड़के से बात कर रहा है ये कोई शैतान लगता है विजैपुरा पर कोई आपत आ गई है दोस्तों अरे पहले देख तो लो टीक से की ये कौन है
00:26:52मेरी सो साल की प्रतीक्षा आज पूरी हुई विजैपुरा के वासियों आज से तुम्हारा पालन हार गजेंद्र नहीं चिंगारा है
00:27:08ये अचानक से क्या हुआ राजो और कालिया कहा है वो अभी सोचने का वक्त नहीं हमको जल्दी जल्दी इदर से निकलना पड़ेगा
00:27:23दिलना मत खुश पैटिये
00:27:44भीम
00:27:52इन सब को केद में डाल दू और ठूनो गजेंद्र कहा है ये चिंगारा अखिर है कौन मुरली ये कुट्टी बाबाईच है भीम चान्दो परी के वरदान से चिंगारा बन गया उसके पस बहुत सारी शक्तिया इसको हराना इतना आसान नहीं हमें सबसे पहले महराज को ढू
00:28:23वही इसका रच तो बता थे लेकिन उन्हें डून डेंगे कहें
00:28:28मैंने कालियार, राजू और महराज को उसी जमीन के टुकडे के नीचे गिरते हुए देखा था जिस पर अभी चिंगारा खड़ा है
00:28:36मतलब उसके अंदर कोई रास्ता या सुरंग जरूर है
00:28:40अगर उसके अंदर कोई सुरंग है तो वह कही न कही तो खुलती होगी न, लेकिन कहा?
00:28:47मुर्ली, तुम तो कहते थे कि कुट्टी बाबा हमेशा अपनी जोपडी के अंदर ही रहते हैं और सिर्फ आवाज देने पर ही बाहर आते हैं
00:28:55हाँ, तो?
00:28:57तो कहीं वो अपनी जोपडी के अंदर से ही इस सुरंग की खुदाई तो नहीं कर रहे थे?
00:29:02ऐसा हो सकता है भीम
00:29:04ठीक है दोस्तों, लगता है कुट्टी बाबा की जोपडी में ही हमें इसका कोई हल मिल सकता है
00:29:09बुर्ली, तुम चुटकी धोलू और भोलू को लेकर उसी सुरंग से जाओ
00:29:14मैं और जगू तुम्हें उस जोपडी के पास ही मिलते हैं
00:29:17लेकिन चिंगारा को बहाँ से हटाएंगे कैसे?
00:29:20वो सब तुम मुझ पर छोड़ दो
00:29:22मैं और जगू उसका ध्यान भटकाएंगे, चल्ड़ी करो दोस्तो
00:29:25अपना ध्यान रखना भीम, कि ये लो लड़ू
00:29:35क्यों कुट्टी, चिंगारा बनके कुहों गई तुमारी सिट्टी पिट्टी?
00:29:40एक मामूली से बंदर की ये मजाल, चिंगारा से मजाक करता है
00:29:45चिंगारा से मजाक और लड़के, तो फिर से आ गया
00:29:50अभी दिखाता हूं तुझे
00:30:09ये लड़का मेरे और मेरे इरादों के लिए खत्रा बन सकता है
00:30:16बचिज़े करने ले से मजाके, गाद दे, पोल्म के लिए जबवेत रहनी है
00:30:21आ गड़ा!
00:30:27travels with a broken neck
00:30:37मुझे वो लड़का किसी भी कीमत पर चाहिये
00:30:42आप परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर पर�
00:31:12परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकपर परकप
00:31:42अब घर जाना ही उच्छित होगा
00:31:57जोपडी तो नजर आ रही है जग्गू
00:31:59लेकिन हम अपने दोस्तों को कहा ढूनेंगे
00:32:12जोपडी के बहार ही है आगे बढ़ते रहा
00:32:42आगे विजेपुरा में तबाही मचा देगा
00:33:12जोपडी के बहार ही है जग्गू
00:33:14लेकिन यहां के सबसे पुरातन गरंथाले में
00:33:16हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:18पुरातन गरंथाले में
00:33:20हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:22पुरातन गरंथाले में
00:33:24हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:26पुरातन गरंथाले में
00:33:28हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:30पुरातन गरंथाले में
00:33:32हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:34पुरातन गरंथाले में
00:33:36हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:38पुरातन गरंथाले में
00:33:40पुरातन गरंथाले में
00:33:42हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:44पुरातन गरंथाले में
00:33:46हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:48पुरातन गरंथाले में
00:33:50हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:52पुरातन गरंथाले में
00:33:54पुरातन गरंथाले में
00:33:56हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:33:58पुरातन गरंथाले में
00:34:00हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:34:02पुरातन गरंथाले में
00:34:04हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:34:06पुरातन गरंथाले में
00:34:08पुरातन गरंथाले में
00:34:10हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:34:12पुरातन गरंथाले में
00:34:14हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:34:16पुरातन गरंथाले में
00:34:18हमें उसका नक्षा जरूर मिल जाएगा
00:34:20पुरातन गरंथाले में
00:34:22महराज
00:34:24हमने शहर का चपा चपा चान लिया
00:34:26लेकिन वो हमें कही नहीं वी मிला
00:34:28चपा चपा चान लिया
00:34:30तो फिर वो
00:34:32तुमें मिला कैसे नही?
00:34:34वो कहई ना कही अपने दोस्तों
00:34:37और उस गाजेंढ्रफ
00:34:38के साथ मेरे खिलाव कोई
00:34:40कोई साजिष जरूर रच रहा होगा
00:34:47सच बताओ
00:34:48कही कोई जगह छूट तो नहीं गई
00:34:51बस बस वो पुराना किताब घर छोड़ दिया हमने
00:34:54सुना है वहाँ पर भयानक जानवर रहता है
00:34:58जिसके शरीव से रौषनी निकलती है
00:35:00लोगों ने कई बार उस रौषनी को देखा है
00:35:06पुराना किताब घर
00:35:30वहाँ?
00:35:36वो वहाँ
00:35:38देखते हैं शायद वहीं हमें अपनी किताब मिल जाए
00:35:43पहले इस मेज पर ढूढते हैं
00:35:46यह भाषा बहुत ही पुरानी है
00:35:48जितना मुझे समझ में आ रहा है उसके हिसाब से चांद परी पहले चांद परी रहती थी
00:35:53उनका सबसे प्यारा दोस्त था एक शशक उसका नाम था अविनाशी जो अन्धेरे में चमकता था
00:36:02शशक?
00:36:04यह पुराना किताब मिल जाए
00:36:15मतलब?
00:36:16मतलब मुझे नहीं मालूम कहा ना यह भाषा बहुत पुरानी है
00:36:26उनके पिता चंदरशेखर को ये अविनाशी बिल्कुल भी पसंद नहीं था
00:36:30एक दिन अविनाशी ने खेल-खेल में राजा चंदरशेखर का सबसे प्यारा मुकुत तोड़ डाला
00:36:36राजा ने चांदपरी से अविनाशी को किसी दूसरे गरह पर छोड़ाने का आदेश दिया
00:36:40ना चाहते वे भी चांदपरी को ये कदम उठाना पड़ा
00:36:44चांदपरी अविनाशी के बिना उदास रहने लगी
00:36:46उनके पिता से उनकी ये उदासी देखी नहीं गई
00:36:49और उन्होंने चांदपरी को अविनाशी को ढूनने की इजासत दे दी
00:36:53चांदपरी उसे ढूंढते ढूंढते धरती पर पहुंची
00:36:56जब तक वो विजेपुरा पहुंची तब तक वो बिलकुल निराश हो चुकी थी
00:37:01उसी वक्त राजा गुपतेश्वर ने उन्हें देखा और उनकी हालत के बारे में पूछा
00:37:05उन्होंने राजा को सारी बात बता दी
00:37:07राजा ने चांदपरी को तब तक यहां रहने के लिए कहा जब तक उनका अविनाशी मिल नहीं जाता
00:37:12इसलिए उन्होंने चांदपरी के लिए एक आलिशान महल बनवा दिया
00:37:17चांदपरी ने हर सो साल में एक बार विजेपूरा आकर किसी योग्य वेक्ती को उसके पसंद का वर्णान देने का वादा किया
00:37:24राजू चांदपरी को बाद में ढूंडेंगे यहां पर जो भूत है उसका क्या करेंगे
00:37:32कैसा भूत का लिया तुम्हें तो यहां से भागने के लिए बहाना चाहिए वस
00:37:37राजा गुपतेश्वर ने जो महल बनाया था उसका कोई नकशा है
00:37:42हाँ है न इस पन्ने पर
00:37:45और वो नकशा तुम्हें कभी भी नहीं मिलने वाला पकड़ लो इन सब को
00:38:15हाँ हाँ हाँ
00:38:25हाँ हाँ हाँ
00:38:35चमकने वाला खरगोश यह भूत है चुप रहो कालिया इस
00:38:42नने से खरगोश से डलने की कोई ज़रूरत नहीं
00:38:46चले यहां से यहां बहुत मुत्रा है
00:38:54रुख जा नने खरगोश रुख जा
00:39:02हाँ हाँ हाँ हाँ
00:39:12हाँ हाँ हाँ
00:39:22यह ननी सी तलवार से चिंगारा के सामने कब तक ठिकोगे राजा गजेंद्र
00:39:38भीर शशक शशक
00:39:47बाकी सब कहा है चुटकी उस खरगोश के पीछे भाग रही है और हमारे वीर कालिया और उनके साथी यहां चुपे बैठे देखो देखो दुनिया बल्लो
00:39:58चुपके नहीं बैठा मैं तो चिंगारा को हराने की योजना बना रहा हूँ
00:40:04वाव उस्ताद इस बार भी क्या चुकास पहाना ढूंडा है आफ़ट से बचने के लिए जल्ली करो दोस्तों हमें चुटकी और उस खरगोश को ढूनना होगा
00:40:14भीर लगता है यह हमें कहीं ले जाना चाहता है चलो इसके पीछे चलते है
00:40:21अरे वो खरगोश कहा गया लगता है वो हमें यहीं तक पहुँचाना चाहता था चलो देखते है आखिर इस दर्वासे के पीछे है क्या
00:40:45इतनी सारी सीडिया मैं चला वापस वापस कहा इंगारा के कबजे में आखिर पहुँची गया
00:41:07आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखिर आखि
00:41:38कौन हो तुम? और याहा का रास्ता तुम्हें किसने दिकाया।
00:41:41मैं भीम हूँ और अपने दोस्तों के साथ यहा आया हूं।
00:41:45हमें आपकी साहाईता की जरूरत है।
00:41:47भीम..?
00:41:51हा?
00:41:57छुटकी राजु और भीम, मैंने तुम्हें वर्डाँ दिया था न,
00:42:01फिर मेरी सहायता की ज़रूरत क्यों पड़ी
00:42:20हाँ, चिंगारा ने धोखे से तुम तीनों के वरदानों को अपने वर्ष में जरूर किया है
00:42:26लेकिन मेरी विवर्षता ये है कि मैं किसी को दिये हुए वरदान वापस नहीं ले सकती
00:42:32लेकिन जानपरी, कोई तो उपाय होगा उसे हराने का वर्ण वो पूरी धर्ती पर दबाही मचा देगा
00:42:38हाँ धर्ती मेरा दूसरा घर जरूर है और मैं इसे कोई नुकसान पहुचाने नहीं दे सकती
00:42:45हाला कि मैं अपने वरदान वापस नहीं ले सकती लेकिन एक तरीका है उसकी शक्तियों को उसे अलग करने का
00:42:53वो कैसे अगर चिंगारा खुद ही अपने हाथों से अपने गले से वो तीन हीरो वाला हार निकाल दे तो उसकी शक्तियां गायब हो जाएंगी
00:43:03ये कोई उपाय हुआ ये तो मज़ाख लग रहा है हाँ जैसे हम उसके सामने गिड़ गिड़ आएंगे कि कृपया वो हार अपने गले से उतार कर हमें दे दो और इसे हमारे उपर दया आजाएगी
00:43:18बिलकुल नहीं हमें कुछ ना कुछ सोचना पड़ेगा लेकिन उसके लिए हमें आपके थोड़ी सी मदद की जरूरत पड़ेगी चांपरी
00:43:27ठीक है क्योंकि मैंने सबसे पहली तुम तीनों को वरदानों के लिए चुना था इसलिए उसके बदले में मैं तुम तीनों को एक एक शक्ती का वरदान देती हूँ
00:43:37भीम तुम्हें तेज़ गती का वरदान देती हूँ इससे तुम्हारी रफ्तार बिजली से भी ज्यादा हो जाएगी है राजू मैं तुम्हें आकार विकार का वरदान देती हूँ इससे तुम किसी भी मनुष्य का आकार बदल कर छोटा या बड़ा कर सकते हो
00:44:01चुट्की मैं तुम्हें देती हूँ महा सम्मोहन का वरदान इससे तुम किसी को भी सम्मोहित कर सकती हो और उन्हें कुछ भी विश्वास करने पर मजबूर कर सकती हो लेकिन एक बात याद रखना तुम सब अपनी शक्तियों का प्रयोग सर्फ एक बाद ही कर सकते हो राज
00:44:31मुझे भी एक वरदान मिल जाता तो मैं भी बताता कि इसका इस्तमाल कैसे किया जाता है सारे वरदान बार बार इन्हें क्यों मिल जाते है
00:44:41अरे तुम कहा चले गए थे अब मैं तुम्हें कहीं नहीं जाने दूँगी
00:45:11चिंगारा के आदमी चारों तरफ हमें दून रहे होंगे इसलिए यही एक रास्ता है जो हमें राज महल के पास पहुँचाएगा वहाँ पहुँचने पर हम अपनी अगली योजना की तैयारी करेंगे
00:45:39आजाओ
00:46:07द्यान से
00:46:17कैद खाने पर अपनी नजरें जमाए रखना ये भीम अपने दोस्त और राजा गजेंडर को चुड़वाने के लिए कुछ भी कर सकता है मुझे नहीं लगता की वो मेरे आसपास भटकने की हिम्मत भी करेगा लेकिन तुम लोगों पर वो हमला कर सकता है
00:46:34इसलिए सतार कर रहना
00:46:38ये महराज
00:47:04ये चादूई चुरन याद है ना कालिया
00:47:22ये क्या कर रही हो चुट्की
00:47:26ये तुमारी लिए नहीं चिंगारा के लिए है
00:47:30तुम्हें बस उसके गले पर ये पाउडर छिरकना है
00:47:34तर लेकिन कैसे
00:47:36कैसे
00:47:38आकाल विकाल
00:47:53ये चुरन धूल के बराबर है इसलिए इसका वजन तुम्हें बिलकुल भी पता नहीं चलेगा
00:47:59उन सैनिकों को हम सभाल लेंगे
00:48:01अब जाओ उस गमले की मदद से खिर्की से अंदर चले जाओ
00:48:05संभल के दोस्तो
00:48:07और काली है इस बार कोई घरबणी नहीं है
00:48:11बस याद रखना जादो का असर कुछ घंडे तक ही रहेगा
00:48:14उससे पहले ही तुम्हें ये काम ख़दम करना होगा
00:48:31चुट्की तुम और जग्गू यहाँ पर नज़र रखो
00:48:38तब तक मैं और राजू महराज और मुल्ली को छुड़ा कर लाते हैं
00:48:42ठीक है भीम अपना ध्यान रखना और राजू का भी
00:48:53अच्छा हुआ महल की सैर करते वक मुल्ली ने हमें ये कारगार भी दिखाया था
00:48:58नहीं तो उन्हें ढूनना मुश्किल हो जाता राजू राजू क्या हुआ
00:49:04भीम तुमारे पीछे
00:49:10ये कैसे आएये ख़ता रखते हैं
00:49:40वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो �
00:50:10का सफर पेदल ही करना पड़ रहा है हई पिस्तर
00:50:17है या विशाल इमारत इसपर किले तो दस साल लग जाएंगे
00:50:23माई सूर पहाव
00:50:28वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो �
00:50:58हूं
00:51:22मूल्ली
00:51:25राजू
00:51:27मुल्ली, तुम ठीक तो होना?
00:51:29मैं तो ठीक हुँ, लेकिन महराज का कुछ नहीं पता
00:51:32उनको किसी और कोटरे में रख दिया
00:51:35हम उन्हें भी ढून लेंगे
00:51:36पहले तुम्हें यहाँ से निकालते हैं
00:51:47बता भीम कहा है?
00:51:49नहीं तो कल का सूरज भी नहीं देख पाएगा
00:51:52बता
00:51:56नहीं, यहाँ है
00:52:05चल्दी करो उस्ताड
00:52:07अच्छा अच्छा, ठीक है
00:52:09क्या मुसीबत है, खाने भी नहीं देते
00:52:12चलो चलो, काम ख़तम करते है
00:52:22अच्छा अच्छा
00:52:25अच्छा अच्छा
00:52:50उस्ताड चलो
00:52:55वो, वो
00:53:06सुबा होने वाली है जगू
00:53:08ना भीम वापस आया और ना ही चिंगारा की कोई ख़बर
00:53:12आखिर बात क्या है
00:53:16चलो, चलके देख लेते है
00:53:24अरे बंदर
00:53:29इस बंदर को कही ना कही देखा है मैंने
00:53:34अरे नाई
00:53:36ये क्या करती है उताए
00:53:48हमें चदी से पानी में कूटना पड़ेगा
00:53:55ये बंदर तो भीम के
00:54:02अरे मेरा खर्गोश किदर गया
00:54:08ओ देखा उस्ताद पढ़का पढ़का
00:54:12लेकिन महाँ तक पहुँचेंगे कैसे
00:54:25ये क्या हो रहा है अरे कोई है
00:54:29ये खर्गोश अंदर कैसे आ गया भगाओ इसको
00:54:33चगू लगता है कालिया और धोलू बोलू कुछ कर नहीं पाए
00:54:37सुभा हो गई है अब हमें ही कुछ करना पड़ेगा
00:54:50मुझे कुछ हो रहा है
00:54:52मुझे कुछ हो रहा है
00:54:56लगता है राजु का जादू खतम होने वाला है
00:55:02तुम्हारी इतनी हिम्मत सीधा मेरे महल में घुसा है
00:55:07लड़की लगता है तुम्हें कुछ जादा ही जल्दी है आग में कूदने की और वो भी सिर्फ इस खर्गोष के लिए
00:55:17पी तो तुम भी आ गए
00:55:22लड़की लगता है तुम्हें कुछ जादा ही जल्दी है आग में कूदने की और वो भी सिर्फ इस खर्गोष के लिए
00:55:38पी
00:55:42तो तुम भी आ गए
00:55:46बच्चों जल्दी यहां से निकलो यह जगर खत्रे से खाली नहीं
00:56:17आग में कुछ जादा ही जल्दी है तुम्हें कुछ जगर खत्रे से खाली नहीं
00:56:20आग में कुछ जगर खत्रे से खाली नहीं
00:56:42गाजु नहीं
00:56:50आग में कुछ जगर खत्रे से खाली नहीं
00:56:52आग में कुछ जगर खत्रे से खाली नहीं
00:57:22शुक्रिया भीम
00:57:34बहुत हुआ ये केल
00:57:49भीम
00:57:52मेरा कलकोष
00:58:01कालिया के रहते उसके दोस्तों का तु कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा चिंगारण
00:58:22ये कैसे हुआ ये कोई मामुली खरगोष नहीं है चिंगारा ये है अविनाशी चान्परी का अविनाशी खरगोष
00:58:52भीम तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते भीम जब तक ये हार मेरी कले में है तब तक
00:59:14भीम तुम ठीक तो हो न
00:59:22ही महकाल भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता
00:59:29माहा सम्मोहन माहा संमोहन हमने तुम्हारे गले में कॉई हार नहीं चिंगार तुम्हरे गले में तो एक जह्विला साम
00:59:31महासमोहन
00:59:33महासमोहन
00:59:37नहीं、 तुमहारे गले में कोई हार नहीं है चिंगारा
00:59:40तुमारे गले में तुह एक जहरीला साप खुली मजक बेटा है
00:59:44जो तुम्हें तबी भी डस सकता है
00:59:51ये ये ये कहाँसे आया
00:59:59हाँ
01:00:01ई लटो
01:00:05एस घती
01:00:31इतिनी नहीं जनगार देर देखा कररेके लिए कुछ देख पैसी गर सकते है
01:00:39पासूर, सक्षा एक एक एक परीकार वालीन के लिए पड़ा करते है
01:00:45उन्होने बिला का भी देखा है किला वो पर विकस्ट सारे पर देखा
01:00:49करते हूँ
01:00:51तेली जादा है इसको क्या हो गया
01:00:55तु फिर से बुढ़धा बन गया कुट्टी बाबा
01:00:57तेरा फैसला तो बाद में करेंगे
01:00:59लेकिन भीम इस हार का अप करना क्या है
01:01:09इसको अपने गले से निकालने का मतलब
01:01:11मेरे वरदानों का अपमान करना है कुट्टी
01:01:13इसलिए इसे मैं वापस ले जाओंगी
01:01:15अरे
01:01:17लेकिन मैंने इसे नहीं
01:01:21चुप
01:01:23आपका शुक्रिया चान परी
01:01:25शुक्रिया तो मुझे तुम्हारा करना चाहिए भीम
01:01:27जो तुमने मेरे वरदानों का गलत इस्तिमाल होने से रोका
01:01:33और मेरा सबसे प्यारा दोस्त
01:01:35मुझे वापस भी मिल गया
01:01:37मुझे पता है अविनाशी
01:01:39तुम मुझसे नाराज हो
01:01:41मुझसे गलती हो गई
01:01:43लेकिन मैं वादा करती हूँ
01:01:45गलती दोबारा कभी नहीं होगी
01:01:47और पिताजी ने भी तुम्हें मेरी साथ रहने के इशाजत दे दी है
01:01:51तो अब चले
01:02:05हमें पता ही नहीं था कि हमारे राजी में ही
01:02:08हमारे खिलाफ कोई शडयंत्र रच रहा है
01:02:10आभारी हैं भीम और इसके दोस्तों के
01:02:12जिन्नों ने हमें इस भयानक विपत्ति से बचाया
01:02:15हमें खुशी हुई कि हम अपने दोस्त के किसी काम आ सके
01:02:18हाँ क्योंकि हमारे दोस्तों की सरक्षा हमारी जिम्मेधारी है
01:02:23क्योंकि हर तरह की दोस्ती हमें प्यारी है
01:02:26हाँ चंटका
01:02:28बीम फिर से मिलने जरूर आना
01:02:35तुम बुलाओगे तो जरूर आएंगे मुल्ली
01:02:38वैसे चिंगारा यानि कुट्टी बाबा का क्या हुआ
01:02:41राजा ने उनकी उमर देकर उनको माफ कर दिया
01:02:45वो आज भी बच्चों को जादू का खेले दिकाते
01:02:48बस जगा बदल दिया
01:02:50राज महल के पास एक जोपडी में
01:02:53जहां हमेशा एक सिपाही तैनाद रहता
01:02:56अरे जल्दी करो

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