16 Yrs School Student Become Paɽents _ Using Tricks to Hide⁉️⚠️ _ Movie Explained in Hindi(480P)
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00:00Welcome dear Rockets, कैसे हैं आप सब ही आज हम आपके लिए एक मूवी लेकर आए हैं उसका नाम है टू ब्ल्यू स्ट्रिप्स
00:07ये टीनेजर से गुजर रहे के लड़के और लड़की की कहानी है जो एक रोज से मुबाईल के चिना जप्टी में इतने खरीब आ जाते हैं
00:14कि उनके बीच की सारी सिमाइं तूट जाती है और आफ़ट तो तब आती है जब कुछ ये सफ़ता के बाद लड़की का प्लेगनेंसी टेस्ट पॉजिडिव आता है
00:22दोस्तो गहानी की शुरुवात एक स्कुल की क्लास से होती है दारा और बीमा दोनों इसी क्लास में पढ़ते हैं
00:27उन दोनों के बीच इतनी अच्छी केमिस्ट्री है कि पूरी क्लास में उन दोनों के बीच अफयर का शक है सभी को
00:32अब एक दिन की बात स्कुल खत्म हो जाने के बाद दारा बीमा को अपने घर लेकर जाती है
00:37उसके बापा का एक रेस्टोन्ट होता है और उसकी मम्मी भी कामकाजी होती है
00:40हैसे में उस वक्त घर पर कोई नहीं होता तो वो बीमा को अपने कमरे में लेकर आती है
00:44वहां वो दोरों को मस्ती करते हैं एक दुसरी को पर खिडते भी है
00:48इसी बीच दारा अपना मेकप बॉक्स उठा कर बीमा का मेकप करती है
00:51बीमा इतना फ़नी देख रहा होता है कि दारा उसके साथ अपनी सेलफी लेकर इंस्टेग्रैम में पोस्ट कर देती है
00:57अब बीमा दारा को उसकी इस हरकत पर बहुत कोस भी रहा होता है कि तुमने ये क्या कर दिया
01:02वो उसे ये सब कुछ करने के लिए मना करता है और इसी वज़े से वो उसका फोन छिनने की कोशिश करता है
01:07लेकर दुस्तों दारा बड़ी सफ़ाई से अपना फोन उसके हाथ में आने से बचाती रहती है
01:12अब होता ही ये कि ये छीना जफ्टी कब इस तरह बदल जाती है
01:16कि वो दोनों एक दूसरे के नस्दीक आ जाते हैं उन्हें पता ही नहीं चलता
01:19और नस्दीक आते आते उनका फिजिकल रेशन हो जाता है
01:23सब कुछ हो जाने के बाद जब उन्हें होश आता है तो दारा बीमा को आगा करती है देखो जो हो गया सो हो गया
01:28लेकर अब इस बारे में किसी को कुछ ना वता है
01:30क्योंकि अगर ये बात किसी को बाहर पता चलकी तो दोनों की बहुत बदनामी होगी
01:34सब मजाग उड़ाएंगे हो सकता है कि हमें स्कूल से भी निकाल दिया जाये
01:37बीमा समस्दारी से काम लेता है तो वो इस बारे में किसी से कोई जिक्र नहीं करता
01:41अब जैसे जैसे दिन गुजरते हैं दोस्तों वो दोनों नॉर्मल हो जाते हैं
01:44जैसे कि उन दोनों की बीच कभी कुछ ऐसा हुआ ही नहीं
01:47पहली की तरह वो एक दूसरे के साथ मस्ती करते हैं और फ्रेंड्स के साथ भी खोमने लग जाते हैं
01:51लेकिन सब कुछ जादा दिन दक नॉर्मल नहीं रहता
01:53एक रात जब वो दून अपने फ्रेंड्स के साथ डिनर कर रहे होते हैं
01:57तो अचानक दारा को उल्टी आने लग जाती है
01:59वो खाने की टेबल से उठकर भागते वे थोड़ी दूर एक खाली जगे पर जाकर वोमिट करती है
02:04और ये सब कुछ देखकर भीमा की हालत खराब हो जाती है कि कहीं कुछ गड़बन नहीं हो जाए
02:09वो उसे पानी पिलाता है और जब वो थोड़ा ठीक फिल करती है तो उसे घर छोड़ने भी जाता है
02:14वहाँ भीमा की मुलाकात दारा की मा से होती है
02:16भीमा उन्हें बताता है कि एक्शुली डिनर के दुरान इसको वोमिट आ गई थी
02:20जरा खाने में कुछ वैसा रहा होगा इसलिए आ गई
02:22और दोस्तों उसकी मा को भी ये लगता है कि शायद खाने की वज़े से इसकी तवित खराब हो गई है
02:27तो वहाँ पर थोड़ी देर रहने के बाद भीमा उनसे घर जाने की एजासत मांता है
02:31लेकिन दोस्तों जिस तरह वो बोल्ड़ा होता है उसके हाव भाव देखकर दारा की मा को कुछ शक होता है
02:37वो दारा से पूसती है क्या तुम भीमा को डेट कर रही हो
02:40तो दारा बड़ी लापरवाई से कहती है नहीं वो मेरा केवल दोस्त है
02:44अब दोस्तों दारा घर के अंदर आ जाती है तो वो भीमा को मिस करते वे अपनी चोटी बेहन के साथ कुछ अजीबो खरीब हरकते करती है
02:50उसकी बेहन को रखता है शायद दारा के पीरियट्स चल रहे है इसने वो ऐसा कर रही है
02:55लेकिन तब भी दारा को याद आता है कि इस महने तो उससे पीरियट्स होई नहीं और अब उसका दिमाग घोम जाता है
03:01आखिर आए क्यों नहीं पीरियट्स उससे शग होता है कि कहीं मैं प्रेगनेंट तो नहीं हूँ और ये सोचकर वो ख़बला जाती है उसकी हालत खराब फिर अपना शग दूर करने के लिए वो प्रेगनेंसी टेस्ट करती है
03:11अब बात्रुम में जाकर जब वो यूरिन सेंबल के जरीये प्रेगनेंसी टेस्ट करती है पॉजिटिव आता है तो उसतों पॉजिटिव यानि वो मा बनने वाली है और यहां से गहानी एक नया ट्विस्ट ले लेती है तो उसतों बनने लेगा दारा की उम्र अभी किवल स
03:41इस बारे में तो उसने कभी सोचा ही नहीं था उसकी अब समायश में नहीं आता कि वो क्या करे
03:45वो दोनों तो अभी खुद सोला साल के और अभी से बच्चा और जब बीमा को कोई रास्ता नहीं सूचता ना तो वो दारा से कटने लगता है
03:51मतलब उससे मिलना जुलना ही बंद कर देता है इसकुल में भी उससे वैट करता है
03:55ऐसा नहीं है दोस्तों कि वो केबल दारा को देखकर ऐसा कर रहा था
03:58वो घर में भी चुपचाप और सबसे अलग लग रहने लगा था
04:01कई बार बगएर किसी बात पर रोने भी लग जाता है
04:03ये देखकर उसकी माँ को शकुता है कि शायद ये ड्रक्स तो नहीं ले रहा कहीं
04:07वो भी परिशान हो जाती है अपने बच्चे के लिए
04:09और वो आखर कर उससे पूछ ही बैठती है कि बेटा क्या हो गया तुम्हे
04:12तुम्हारा दिल तो नहीं तूटा गईं
04:14तो दोस्तों वो जवाब देने के बज़ाए रो जाता है
04:16अब भी मा के फादर उसके दिल की बात जानने का बीड़ा उठा देते हैं
04:20वो उसके कमरे में जाकर उससे बड़े प्यार से पूछते हैं कि बेटा क्या हुआ है
04:23बीमा उनसे छूट नहीं बोल पाता दोस्तों
04:26वो उन्हें अपने और तारा के बीच हुए सारे खसे को जों का त्यों बता देता है
04:30उससे लगता है कि शायद ये सब सुनकर उसके फादर उसको डांटेंगे लेकिन वो ऐसा कुछ नहीं करते
04:35वो बीमा की कंधे पर हाथ रखकर उससे दिलासा देते हैं और फिर उससे समझाते हैं बेटा
04:40तुम दारा का वैट करके ठीक नहीं कर रहे हो इससे उसका हर्ट फिल हो रहा होगा
04:44एक काम करो इसी वक्त जाकर दारा से माफ़ी माँगो तुम
04:47बीमा भी दोस्तों बगएर किसी आर्गुमेंट के उनकी बात मान लेता है और तुरंद स्कूटर लेकर दारा से मिलने उसके घर पहुंच जाता है
04:53वहां वो दारा से माफ़ी माँगता है और उसे अबोर्शन करवाने के लिए कहता है
04:57वह कहता है देखो इसी में हमारा और सबका बला है लेकिन दोस्तों वह आगे कुछ कहता इससे पहले दारा गेट बंद करके चली जाती है
05:03अगले दिन बीमा अपने महले की बाहर कुछ लड़कों के साथ बैठा होता है
05:06वहां चानको उनसे किसी अबोर्शन क्लिनिक का पता पूछता है
05:10तो दोस्तों इस पर उसके दोनों दोस्त उसे थोड़ी टेड़ी नजनों से देखते हैं
05:14अगले दिन बीमा दारा से मिलता है और उसे समझा बुजाकर अपने साथ अबोर्शन क्लिनिक लेकर आता है
05:28लेकिन वहां का महल देखकर दारा वहां कुछ देर भी खड़ी नहीं रह पाती तुरांद भाग जाती है
05:33बीमा उसके पीछे पीछे जाता है तो उसे साफ मना कर देती है वो कि देखो हम इस बच्चे को नहीं गिरेंगे
05:38और जब बीमा उस पर प्रेशर बनाने की कोशिश करता है तो बीमा का हाथ वो अपने पेट पर रख कर कहती है कि इसे मैसुस करो
05:44उसके पेट में दोस्तों हल चल हो जाती है इतनी जल्दी और अब बीमा को भी बच्चे के लिए जुखाओ महसुस होता है तो दोनों फैसला करते हैं कि अब बच्चे को नहीं मारेंगे
05:52इसके साथ ही वो दोनों ये भी तैक करते हैं कि ग्रेजुएट होने तक इस बात को सीकरेट रखेंगे
05:57लेकिन अब सवाल ये उठता है कि कुछ दिन के बाद तो दारा का पेट दिखना शुरू हो जाएगा मतलब तो फिर वो इस बात को सीकरेट कैसे रख पाएंगे
06:05इसके लिए दोस्तों बीमा को एक मस्त आइडिया आता है वो दारा के लिए बाजार से एक लॉंग सकट खरीद कर लाता है
06:10दारा अपनी रूम में उसे ड्राइ कर के देखती है और दोनों निश्चिंद हो जाते हैं कि अब किसी को दारा की प्रेगन्सी के बारे में नहीं पता चलेगा
06:17इसी बीच बीमा दारा से पुछता है कि सुनो अगर घरवालों को इस प्रेगन्सी के बारे में पता चल गया तो
06:23इस पर दोस्तों दारा भरोसे के साथ कहती है अरे तो क्या मेरे परिवार के लोग बहुत अच्छे हैं और मुझे माफ कर देंगे
06:28अब वो दोनों अपनी ड्रीम्स और फ्यूचर प्लान पर बात करने लग चाते हैं
06:32बीमा अभी क्लियर नहीं है दोस्तों लेकिन दारा के सपने बहुत ही उचे होते हैं
06:35वो कहती है कि मुझे आगे कोरिया उनिवर्सिटी में जाकर पढ़ना है
06:39तो बीमा कहता है कि आरे चिंदा मत करो तुम मैं हूँ ना तुमारे सारे सपने पूरा कर दूँगा
06:44लेकिन दोस्तों उनकी दारा की प्लेगनेंसी सीकेट रखने की सारी प्लानिंग अगले ही रोज फेल हो जाती है
06:50दरसल अगले दिन स्कुल गाउंड में बैठी दारा अपने और बच्चे के बारे में सोच रही होती है
06:55तभी एक फूटबॉल आकर उसके सिरफ पर लगती है और वो वही पर बेहुश
06:59कुछी दूरी पर भीमा खड़ा होकर ये देखकर उसके पास आता है वो उसे उठाने की कोशिश करता है तो इसी बीच स्कुल का स्टाब भी उसकी मदद करने के लिए वहाँ आता है
07:07भीमा उससे पुछता है क्या तुम ठीक होना लेकिन दारा को अपने से जाधा अपने बच्चे की चिंदा होती है और वो गलती से इस चिंदा का जिकर कर देती है दोस्तों वहाँ पर
07:16बस जैसे दारा के मोँसे बात निकलती है ना भीमा का चेहरा देखने लाइक होता है लेकिन अब तो दीर कमान से छूट चुका था दारा के मोंसे उसके बच्चे की बात सुनकर सब ही चौंकशाते हैं और ये ख़बर स्कुल में पूरी आग के तरह पहल जाती है
07:29पिंसिपल से लेकर स्टाफ और स्टुरेंट तक सब जान जाते हैं कि दारा प्रेगनेंट है तो अब दारा को उठा कर फर्स्टेट रूम में लाये जाता है
07:35वहीं प्रिंसिपल दारा के खुलासिस से बिल्कुल शॉक में होते हैं
07:39वो उन दोनों के माबाब को अपने आफियो से बुलाते हैं
07:41वहाँ दारा के फादर तो बीमा को देखकर बिल्कुल आग बुला हो जाते हैं
07:45वो उसका कॉलर पकड़ कर उसे धंकाते भी हैं
07:47साथ ही दारा से पुछते हैं कही इस बीमा ने तुमहरे साथ सिवरदस्ती तो नहीं की
07:51दारा सिर जुकाए बैठी रहती है
07:53और तभी बीमा आगे बढ़ कर उसके फादर से कहता है
07:56मैं दारा का खयाल रखोंगा और स्कुल खत्मोने के बाद उससे शादी भी कर लूँगा
08:00उसकी बाते सुनकर तो दारा की मदर का पारा भी हाई हो जाता है
08:03वो उसे हड़का देती है दोस्तों
08:05और अब तो वो दारा की शकल भी नहीं देखना चाहती
08:07और उसे साथ लिये बगैर गुस्ते में वहाँ से चली जाती है
08:10पिछारी दारा अब उसके पास रहने के लिए कोई ठिकाना भी नहीं है
08:14ऐसे में वो बीमा के साथ उसके घर चली जाती है
08:16बीमा का घर एक बेहद संक्रीस जगह है
08:18जिस महले में वो रहता है वहाँ जातर गरीब फैमिलीज रहती है
08:21पर बीमा के फैमिली की फाइनेशल कंडिशन भी कोई अच्छी नहीं है
08:24और दारा ने तो बच्पन से ऐसा माहोल देखा ही नहीं था
08:27वो तो बिल्कुल अमीर परिवार में बनी बड़ी थी
08:29इसलिए वो वहाँ पर कुछ अन्कमफ़टिबल सा फिल करती है
08:32अब रात में दोस्तों फैमिली में उन दोनों को लेकर कोई बात नहीं होती
08:35वो दोनों खाना खाकार सो जाते हैं
08:36अगर इस सुबह बीमा दारा को लेकर डॉक्टर के पास जाता है
08:39तो वहाँ डॉक्टर उसे टीनेज प्रेगन्सी के रिस्क बताती है
08:41और इसके साथ ही उन दोनों को अलग-लग सोने के सला देती है
08:45दरसल अब किसी भी तरह के असाफधानी
08:47दारा के प्रेगन्सी का कॉंप्लिकेशन बढा सकती थी
08:50उधर दारा की ममी पापा उसके बिलकुल बेचैन थे
08:53दारा को उनने कभी भी इस तरह नहीं छोड़ा
08:55बहुत मिस कर रहे होते होँसे
08:56आखर कार वो विमा के घर पहुंच कर उसे अपने साथ ले आदे
09:00तभी रास्ते में दारा की मदर की नजर जब कार की पिछली सीट पर बैटी दारा पर पढ़ती है
09:04तो उन्हें मैसूस होता है कि दारा अभी भी बच्ची है
09:07इसलिए उन्हें दारा की और ज़ादा चिंदा हो जाती है दोस्तों
09:09दारा जब घर पहुंचती है तो छोटी बेहन से ऐसे गले मिलती है
09:12जैसे दोनों कई सालों से ना मिले हो
09:14अब दारा की बेहन उसे बताती है कि तुम्हारे घर से जाने के बाद अंकल आंटी आये थे
09:19वो तुम्हारे बेवी को अडॉप्ट करना चाहते हैं
09:21मॉम डैड भी इसके लिए तैयार हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि तुम अभी छोटी हो और बच्चे को समाल नहीं पाऊगी
09:26दारा को दोस्तों ये सुनकर बड़ा गुस्सा आता है
09:28वो अपनी मॉम से बहस करती है और किसी भी कीमत पर अपने बच्चे को किसी और को देना नहीं चाहती
09:32यहां भीमा की फैमिली तक ये बात पहुंचाती है
09:34कि दारा के मॉम डैड उसके और भीमा के बच्चे को दारा के आंटी अंकल को देना चाहते हैं
09:40तो दोस्तों भीमा की फैमिली वाले भी इससे बहुत चिंतित हो जाते हैं कि क्या करें
09:43वो खुद उस बच्चे को रखना चाहते हैं मैंसे
09:45क्योंकि आखरकार वो केवल दारा का ही बच्चा नहीं है
09:48इस पर भीमा का भी बराबर हक है
09:49उनकी बीच बच्चे को लेकर जटज़ा जली रही होती है
09:52तभी भीमा की बड़ी बेहन भी वहाँ पर आती है
09:54उससे भी भीमा के कांड के बारे में बता चल जाता है
09:57और वो रोते भे भीमा से कहती है कि
09:59स्टुपिट तुने ये क्या कर डाला
10:00और साथ ही उसे अपने बैग से मारती भी है दूस्तों
10:02तो इसी बीच भीमा का परिवार तय करता है
10:04कि वो दारा के घट जाकर
10:06बच्चे को रखने के लिए उसके पैरेंट से बात करेंगे
10:08और अगली सुभे भीमा और उसका पूरा परिवार तयार होकर
10:12लेकिन दारा की मॉम को भीमा या उसके परिवार वालों की शकल तक पसंद नहीं होती
10:17वो उन्हें अवाइड करने के जक्कर में वहां से जल्दी निकल जाना जाती है
10:20लेकिन दारा के जोड देने पर उन्हें रुकना पड़ जाता है दूस्तों
10:24फाइलिली यहाँ पर दोनों फैमिलीज दारा और भीमा के बारे में डिसकस करते हैं
10:27और उन्हें उनकी शादी ही प्रॉबलम का एक अकेला सलूशन नजराता है
10:31सो सलूशन सबको मनजूर होता है
10:33दोनों परिवारों की मौचूदगी में भीमा और दारा की शादी हो जाती है और अब वो कानुनन पती पतनी है
10:39शादी की बात भीमा अब दारा के घर रहना शुरू कर देता है
10:42क्योंकि दारा उसके घर में कमफ़र्टेबल नहीं होती
10:44वो दोनों पूरे जिन अपने कमणे में बैठ कर केवल अपने फ्यूचर को लेकर बाते करते हैं
10:48दारा के फादर को भीमा पर भारोसा तो नहीं होता
10:50वो डरते हैं कहीं भीमा रात को दारा के नस्दी काने की कोशिश ना करें
10:54इसलिए वो उसे नेचे की मंसिल पर सोने के लिए बुला लेते हैं
10:57अब दिन गुजरने के साथ साथ दारा को रेस्ट की जरुवत होती है
11:01इसको देखते वे वो स्कुल ना जाकर घर पर ही रहने का फैसला करती है
11:05और भीमा को अकेले स्कुल जाना पढ़ता है
11:07इसी बीच उसने कमाई के लिए दारा के फादर के रेस्टॉर्ण में वेटर का काम शुरु कर दिया था
11:12लेकिन अभी जितना वो कमा रहा था उतना काफ़ी नहीं था
11:14वो स्कुल ना जाकर इधर उधर भी हाथ पैर मारता है
11:17एक दिन दारा को पढ़ा चल जाता है कि भीमा स्कुल इसकिप फिर रहे है
11:20और जब दारा भीमा से इसका कारण पुछती है
11:22तो वो उसे साफ कहदीता है की पढ़ाई से ज्यादा ज्रूरी पैसा कमाना है
11:28और इस बात पर दोनों में लडाई हो जाती है
11:30क्योंकि दोनों की सोच बहुत यलग है
11:32जहां सारा पनी पढ़ाई को लेकर सीरिस है
11:34वहीं बीमा कुछ पैसों के लिए स्कूल जाना छोड़ बैटा है
11:36धारा निराश हो जाती है और नीच आकर पनी मॉम के पास बैठती है
11:40अब वो बीमा से निराश होकर जो नीच आई थी ना दोस्तों
11:42उसको बुलाने के लिए वो अपने सेहलियों के साथ जाती है
11:45जहां वो भार भी जाते हैं और अच्छा वक्त बिताते हैं
11:47और अब धीरे धीरे होता ही है कि उसकी थिंकिंग चेंज हो जाती है
11:50उससे लगता है कि किसी भी चीज़े से ज़ादा अपनी लाइफ इंपोर्टंट है बाग़ी सब सेकेंडरी
11:54जैसे जैसे दिन बिठते हैं सारा की बाड़ी में कई तरहे के चेंज़ेस आ जाते हैं
11:58इस वज़े से उसे मूर्ड स्विंग भी हो रहे होते हैं जिससे दारा काफी उदास भी रहती है
12:03वो अपनी माम को इस बारे में बताती भी है कि मुझे ये प्रॉबलम हो रही है
12:06दोनों परिवार मिलकर दारा का चेक अप कराने उसे रोक्टर के पास लेकर जाते हैं
12:10और चेक अप के बाद भी रोक्टर कहती है हाँ दारा की सारी रिपोर्ट नॉर्मल है
12:14और दारा की भीतर जो बच्चा फल रहा है वो लड़का है
12:17साती दोस्तों वो दारा के लिए कुछ प्रिस्क्रिप्षन भी लिखती है और कुछ इंस्ट्रक्शन्स भी
12:21इधर दारा के अंकल आंटी उसके घर आने वाले होते हैं क्योंकि दारा के डिलिवरी बहुत नस्थीक है
12:25और दारा को भी दोस्तों ये बात पता है वो बीमा से मिलती और कहती है अब हमें ये डिसाइट करना होगा कि ये बच्चा अंकल आंटी को देना है ये नहीं
12:33जल्दी अंकल आंटी भी घर पर आ जाते हैं वो सब ड्राइंग रूम में बैठ कर बच्चे के बारे में ही बात करते हैं
12:38अब बीमा तो अपने बच्चे को अपने पास दखना चाहता है जबकि दारा इसके लिए तैयार नहीं है तो वो उसे अपने अंकल आंटी को देना चाहती है
12:44इतना ही नहीं दुस्तों अब वो बीमा को भी डैवोर्स देना चाहती है तांकि वो बच्चा और बीमा उसके करियर में रुकावट ना बने और वो कोरिया जाकर अपनी आगे की पढ़ाई कर पाए
12:54बीमा के लिए ये सुनना काफी जटका बढ़ा होता है लेकिन वो उसे शो नहीं करता कि वो कितना नराज है कितना उदास है
13:01काफी सोच उचार के बाद दारा और उसकी फैमिली तैय करती है कि बच्चे को अंकल आंटी को देना ही ठीक होगा
13:06लेकिन बीमा अपनी बाद परड़ा रहता है वो दारा को भी मनाने की कोशिश करता है कि समझ लो मेरी बाद उससे कई बार रिक्वेस्ट करता है कि देखो ऐसा मत करो
13:14आखिर बीमा के बार बार पेशलाइस करने से दारा परिशान हो जाती है वो अपनी माम से कहती है मैं अंकल आंटी को ये बच्चा नहीं दोंगी
13:21और दोस्तों अब वो दिन भी आजाता है जब दारा के डिलिवरी होती है वो एक अच्छे लड़के को जनम देती है लेकिन बच्चे के जनम के साथ ही दारा को कुछ कमप्लिकेशन्स भी हो जाते हैं जिससे उसका ओपरेशन करना पड़ता है और इसी बीच बीमा को बहुत
13:51इस मुवी को इसके बोर्ड सब्जेक्ट की एज़े से खुब पसंद किया गया था
13:55वैसे आपको क्या रखता है?
13:56क्या दारा ने बिल्कुल सही डिसिजन लिया?
13:58क्या बच्चे को रखने का बीमा का फैसला बिल्कुल सही था?
14:01कॉमेंट करके बताइए क्योंकि आप तो स्मार्ट हैं
14:03बागी मिलते आपसे अगली वीडियो में ध्यान रखेगा
14:05और आज पर दिखने के लिए करते हैं