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Assembly Elections 2024 : Mayawati के लिए Akhilesh ने फिर कह दी बड़ी बात ! | Mayawati |Akhilesh Yadav


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नमस्कार
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00:00इस समय उत्तर प्रदेश की राजनीतीक हल्कों की अगर बात करें तो एक बात की चर्चा खुब हो रही है
00:14वो बात है 2019 में सपा और बसपा के गट बंधन के तूटने का
00:20और इस पूरे बात को जो है अगर जोर दिया है अगर किसी ने तो वो खुद ब्येस्पी सुप्रीमो मायावती और अखिलेश यादो ही है
00:27यानी की समाजवादी पार्टी के मुख्या अखिलेश यादो
00:31लगातार इस पे चर्चा चल रही है
00:32सुर्वात जरूर भोजन समाज पार्टी की मुख्या बस्पा सुप्रीमो मायावती ने किया
00:37ये कहते हुए कि एक अखिलेश यादो बस्पा के नेताओं का फोन नहीं उठाते थे
00:40और इस वाए से उन्होंने दलित सम्मान और पार्टी के सम्मान के चलते ये कदम उठाया और गडबंधन को तोड़ दिया
00:46फिर अखिलेश इस पे पलटवार करते हैं और वो बताते हैं कि जिस समय ये फैसला हुआ
00:51वो खुद आजमगर्ड में एक मंच पे मौजूद थे जिसमें इनके साथ बस भोजन समाज पार्टी के कई नेताओं मंच साजा कर रहे थे
00:57और उनको उस समय पता चला
00:59हाला कि उसके बाद फिर भोजन समाज पार्टी की मुख्या का बयान आता है
01:02और वो कहती हैं सीधे तोर पे कि ये तो जग जाहिर है कि किसने किसका फोन नहीं उठाया
01:07लेकिन अगर अब उस पे आप अगर सफाई देते हैं तो उसका क्या फायदा और अब सफाई देने का मतलब क्या है
01:13लेकिन बाद फिर भी खत्म नहीं हुई
01:16उसके बाद ये बात लगातार चलती रही और आज हिंदी दिवस के दिन अखले स्यादो अपने समझवादी पार्टी के कारयले पर एक प्रेस वार्ता को समोधित कर रहे थे
01:24ये पूरा वाक्या उस समय का है जब आज हिंदी दिवस के मौके पर वो कई हिंदी साहितकारों को समानित भी कर रहे थे और एक किताब का भी मूँचन हुआ
01:32उन्होंने उस किताब के सहारे मैयोती पे एक बार फिर तंज कसा उन्होंने कहा कि दुरियोधन को ये पता था कि माफ़किजियेगा वो किताब करण पे लिखी गई थी और उस किताब का जीकर करते हुआ उन्होंने करण के किरदार का भी जीकर किया और बताया कि करण को पत
02:03इसके सहारे अखिलेश यादो एक बार फिर से उस गटबंधन की राजनीती में गटबंधन धर्म की याद मायोवती को दिला रहे हैं
02:10साती सात इसकी चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि इस समय अखिलेश यादो राहूल गांधी की पार्टी यानि की कॉंग्रेस के साथ गटबंधन में हैं और हरियाना चुनाओं में समाजवादी पार्टी कुछ सीटे चाहती थी
02:21लेकिन जब उसको सीट नहीं मिली फिर भी समाजवादी पार्टी ने सीधो तरपे कहा कि हार जीत और सीट का मतलब नहीं है मायने है उन ताक्तों को हराना जो देश को पीछे धखेल रहे हैं
02:31जानी सीधे तरपे उन्होंने भाजपा का नाम भले ही न लिया हो लेकिन इशारा भाजपा की तरप था कि भाजपा को हराना में मकसद है इसके लिए सीट और हार जीत का मतलब नहीं रह जाता है
02:41करन के माध्यम से अखिलेश यादों ने कई निसाने सादने की कोशिश की है लेकिन सबसे बड़ा जो मायना निकाला जा रहा है वो बहुजन समाजवाती की जो सुप्रीमो है मायवती उनके उस बयान को लेकर ये निकाला जा रहा है कि ये अखिलेश यादों ने जो भी ची
03:11रहा है कि ये अखिलेश यादों ने जो सुप्रीमो है मायना निकाला जा रहा है वो बहुजन समाजवाती की जो सुप्रीमो है मायना निकाला जा रहा है कि ये अखिलेश यादों ने जो सुप्रीमो है मायना निकाला जा रहा है कि ये अखिलेश यादों ने जो सुप्रीम
03:41मंतरी बने उसके बाद जो तमाम चुनाओं है अखिलेश यादों को एक अच्छा कासा अनुभव है गट बंधन का उन्होंने पहले विदानसाबा की चुनाओं में कॉंग्रेस से गट बंधन किया फिर लोकसाबा चुनाओं में उनका गट बंधन सीधे तौरपे बसपा के
04:11अखिलेश यादों और अक्रामक हो गए और हर जगए जो उनका नारा है पीडिये इसी के तहट उनके जो भी बयान आते हैं इस पीडिये की इर्दगीरदी गूंगते रहते हैं
04:21इस तरीके से उत्राप्रदेश की राजधानी लखनव से सटेवए जीले सुल्टानपुर में एक एंकाउंटर होता है बदमास एक दिन दहाड एक जॉयली शाओं को अपना निसाना बनाते हैं और करोणों का माल वहाँ से लूटते हैं और इसका बीडियो सोशल मीडिया प
04:51प्राजनीती गर्माती और अखिलेश यादो सीधे तौर पर बोलते हैं की सजाती लोगों को बख्ष दिया जाता है और लेकिन वो जात देख देख कर पुलिस काम कर रही है और ये सरकार के इशारे पर हो रहा है
05:03प्राजनीती गर्माती और अखिलेश यादो का साथ देने के लिए इसमें राहूल गांधी भी आ जाते हैं हलाकि इस पूरे मामले पर राजनीती होते देख मैयोती कहां पीछे रहने वाली थी मैयोती भी कूद परती हैं और वो भारती जन्ता पार्टी की स
05:33बिजे रथ पे बरकरार रही और हिंदृतु वेब उसको बिजेश्री दिलाता रहा
05:38लेकिन सभी पार्टियों को ये लगता था कि इस हिंदृतु को किस तरीके से चुनौवती दी जाए
05:43इसलिए अखिलेश ने PDA का नारा गड़ा और यही बज़य थी कि जब कॉंग्रेस के साथ अखिलेश यादो आय तो ना मुस्ली मोटों में भिक्षाओ हुआ
05:51और ये जो बैकलॉक के ओट थे वो एक साथ गड़बंधन को पल गया और यही बज़य रही कि भारते जनता पार्टी की हार ही
05:58खेर वापस लौटते हैं मायवती पर आखिर मायवती जो बात अखिलेश यादो कह रहे हैं या जो बात मायवती कह रहे हैं कि इतने दिनों बाद इस बात का क्या मतलब
06:06तो बात सुरू भोजन समाज पार्टी की मुख्या मायवती नहीं की थी इतने सालों बाद
06:11लेकिन मायवती ने आखिर इस पूरे घटना करम या चर्चा को क्यों सुरू किया इसको भी समझ लेना बहुत जुरूदी है
06:19दर असल उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी का एक समय मजबूद जाना धार था
06:23बहुजन समाज पार्टी को माना जाता था कि बहुजन समाज पार्टी का टिकट यानी जीत की गैरेंटी
06:28लेकिन धीरे धीरे जो है बहुजन समाज पार्टी की जब सरकार रही उत्तर प्रदेश में आग्री बार 2007 के दाउरान
06:34उसके बार जब सरकार गिरती है अकिर समाजवादी पार्टी या सत्ता पे काबिज होती है
06:39तो धीरे धीरे बहुजन समाज पार्टी का ग्राफ गिरना शुरू हो जाता है और ग्राफी नहीं गिरता बहुजन समाज पार्टी का जो कोर वोटर है वो भी तूट के बिखरता है
06:46पहले वो भारती जंता पार्टी में जाता है फिर उसके बाद वापस वो कॉंग्रेस और समाजवादी पार्टी का डबंधन के बास चला जाता है
06:53बहुजन समाज पार्टी की मुख्या की सबसे जो चिंता की बात है उनके लिए जो चिंता का विशय है वो यही है कि आखिर जो उनका कोर वोटर था वो तूट गया और यही वजे रही कि बहुजन समाज पार्टी का जो वोट प्रतिशत है लोग समाज चुनाव म
07:23तो उस समय डलिट सममान और बहुजन समाज पार्टी के सममान के लिए उन्होंने इस गड़बंधन को तोड़ा क्योंकि अखिलेश यादो निताओं को सम्मान नहीं दे रहे थे और साती साथ निताओं का फोन भी नहीं उठा रहे थे और इस वयसे उन्ह
07:53प्रक्रिया को जल्दी सरकार को जो कोड़ नयालय का आदेश मांते हुए जल्द इसको लगु किया जाना चाहिए लेकिन हला कि वो मामला भी फिर एक बार रख पहुँँच चैनित बर्ग भ्यारती थे वो सुप्रीम कोड़ पहुँच चाहिए और सुप्रीम क
08:23जो ये डलित और OBC की राज्मिती हो रही है उस पर रोक नहीं लग पाई है चाहे वो एंकाॉंटर हो चाहे वो बुल्डोजर हो या फिर बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के गड़बंधन की बात हो उसके सहारे दोनों ही डल लगातार बार बार ये बा
08:53बर सपय पर वो के साथ बेदी चारे
09:23पद्धोनती में आरक्षन का मामला हो
09:25उसको लेकर उन्होंने कांगरेस को भी घेरा
09:27और साती सात उसी समय समाजवादी पार्टी को भी घेरा
09:29कि आप सरकार का समर्थन देते रहे
09:31लेकिन जब यूपीए की सरकार रही
09:33उस समय क्यों नहीं उन्होंने पद्धोनती में आरक्षन को लागू किया
09:37तो कहीं न कहीं उत्रप्रदेश की राजनिती
09:39बड़े दिल्चस मोर से बुजर रही है
09:41देखना होगा कि जिस वोटबैंक के लिए
09:43लामबंदी हो रही है
09:45तक्रार हो रही है जुबानी जंग चल रही है
09:47आखिर वो किसकी तरफ आता है
09:49फिलाल डेली लाइन के डिस्केशन में इतना ही
09:51और फॉलोग करते रहे हैं हमारे डिजिनल प्रेटफॉर्म डेली लाइन को

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