Sitaram Yechury : एक समय पूरे देश में था जनाधार, फिर भारत में क्यों सिमट गया वामपंथ ? | Explainer
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नमस्कार
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00:00भारती कमुनिस्ट पार्टी माक्सवादी के महा सच्यु रहे सीतराम यचुरी का दो दिन पहले निधान हो गया।
00:09वो 72 साल के थे, सीतराम यचुरी की गिंती देश के प्रमुक नेटाओं में होती थी।
00:14सीतराम यचुरी एक भारती राजनितिग और भारती कमुनिस्ट पार्टी माक्सवादी के पांचवे महा सच्यु थे।
00:20बरतवान में यचुरी CPIM के संसदिय समूग के नेटा और पार्टी के पॉलिद ब्यूरो के सदस्य भी रहे।
00:25वे एक प्रसिद अस्तंबकार, अर्ध शास्त्री और समाजी कारकरता के रूप में जाने जाते थे।
00:30यचुरी के जाने से भारती राजनिति में एक ऐसा खालीपन आ गया है जिसे सद्गियों तक महसूस किया जाएगा।
00:36अब सीता राम यचुरी के जाने के बाद उनकी यादों के सहारे राजनिती खलकों में एक और चर्चा चल रही है।
00:42यह चर्चा है भारती राजनिती में बामपंत के गिरते ग्राफ को लेकर।
00:46यह चर्चा जायज भी है क्योंकि एक समय था जब पूरे देश में बामपंती दलों का बोलबाला था।
00:51कई राजियों में लगातार बामपंती सरकारें कई सालों तक रहीं या इउ कहें कि दसकों तक रहीं।
00:56लेकिन पिछले टेड़ दसक से बामपंत ने वहां भी अपनी जड़े खो दी जहां इनके सामने कोई दूसरा दल ख़ड़ा होनी की हिम्मद भी नहीं करता था।
01:04आज की इस एक्सप्लेनर में हम इसी मुद्धे पर चर्चा करेंगे और जानेंगे की आखिर ऐसा क्या हुआ जो बामपंत की ये हालात पूरे देश भर में हो गए।
01:12नमस्कार मेरा नाम है मारतन सिंग और आप देख रहे हैं डेली लाइव।
01:17यह वाकड़ी दिल्चस्प है कि बिश्वी सताबदी में धुनिया भर के क्रांतिकारियों को लुभाने वाली विचारधारा को सरसरी तोर पर अब चारो और से नकारा जा रहा है।
01:28करीब एक सदी पहले ठीक ठाक है तो 1925 में भारत ने 3 महिनों के बीटर दो विचारधाराओं का उदह होते देखा।
01:35राष्टिये सेवक संग यानी RSS की अस्थापना 27 सितमबर 1925 को पुने में हुई जबकि भारते कॉम्यूनिस्ट पार्टे CPI की अस्थापना 26 दिसमबर 1925 को कानपूर में हुई।
01:47बामपंठियों ने 1957 की सुरुवात में केरल में सरकार बना कर सुरुवाती राजनीती सफलता का स्वाजचक लिया। उसके बाद बामपंठियों को देश देत हर एक हिस्से में सफलता मिलने लगी। हर जगह इनके नेता बने जल समर्थन भी मिला और साल 2009 तक पार्टे मु�
02:17के लोग सवा चुनाओं में CPI-M का प्रदर्शन खराब होता गया।
02:202004 में इनस्तने 43 सीटे जीती।
02:232009 में 16 सीटे जीती।
02:25फिर 2014 में लोग सवा के चुनाओं में पार्टी ने
02:283.28 प्रतिशत ओट्ट हासिल करते हुए सिर्फ 9 सीटे जीती।
02:322019 में इसने केबल 3 सीटे जीती।
02:35केरल में CPI-M बरतमान में सत्ता में हैं।
02:382021 के केरल विदान सवा चुनाओं में पार्टी ने
02:40140 विदान सवा सीटों में से 62 सीटे जीती।
02:43हलाकि बहुमत के आंकरे तक पहुंचने के लिए जरूरी
02:468 सीटों से वो चूब गई।
02:48पार्टी का ओट से और सबसे जाधा 47 वीज़ दी रहा।
02:50ये तो बात थी केरल की।
02:52लेकिन पार्टी को उस समय कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा
02:55जब 2021 के पस्चिम मंगल चुनाओं में उसे एक भी सीट नहीं मिली।
02:582016 के राज चुनाओं में उसने 294 सदस्य विदान सभा में 26 सीटे जीती थी।
03:03बिहार में CPIM भी महा गड़ बंदन का हिस्सा थी।
03:06CPIM के दो विधायत जंता डल United यानी की JDU और राष्टिय जंता डल RJD के नित्रित वाले गड़ बंदन में थे।
03:13हला कि नितिष कुमार ने RJD से नाता तोड़ कर इस साल जन्वरी में राज में नई सरकार बना ली।
03:18VAM डल ने 2021 के असम चुनाओं में 1 सीट और 2021 के तमिलनाडू चुनाओं में 2 सीटे भी जीती।
03:24CPIM तमिलनाडू में सत्ता रोड द्रवे मुनेत्र कंड्र यानि की TMK की सहयोगी भी है।
03:30त्रिपुरा 2023 विदान सवा चुनाओं में CPIM ने 11 सीटे जीती जो भाजपा और TMC के बाद तीसरी सबसे बड़ी संख्या है।
03:38उत्तरपंदेश जैसे राज में भी एक समय CPIM का जबरजस्त बोलबाला था।
03:42तब इउपी विदान सवा में तीसरी सबसे बड़ी ताकत रह वाम दलों को अब चुनाओं में खाता खोलने में भी पसीरे छूट रहे हैं।
03:48पिछले दो विदान सबा चुनाओं में भारते कॉम्मिनिस्ट पार्टी या भारत की कॉम्मिनिस्ट पार्टी माक्सवादी का कोई भी उमिदवार नहीं जीता है।
03:55अर्श्यस्य फर्स पर पहुँचने में उनकी खुद की खामिया और कमजोरिया भी कमजिम्मेदार नहीं है। हलाकि वाम राजनीती के पुरूधा मानते हैं कि जाती कद्र धार्मीक राजनीती ने उन्हें हासीय परदा देल दिया है।
04:07बर्स 1957-2002 के बीच हुए 13 विदान सबा चुनाओं में बाम दलों के उमिदवार लगातार जीत ते रहें।
04:131969 के चुनाओं में भारते कुम्यूनिस्ट पार्टी के 80 और माक्रितवादी कुम्यूनिस्ट पार्टी के एक उमिदवार ने जीत हासिल की थी।
04:21कुम्यूनिस्ट पार्टी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिद�
04:51के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी के एक उमिदवादी
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