Siren X 2008 Film Explained in Hindi_Urdu Summarized हिन्दी _ Movie Explain In Hindi(480P)

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Siren X 2008 Film Explained in Hindi_Urdu Summarized हिन्दी _ Movie Explain In Hindi(480P)
Transcript
00:00हमारी आज की कहाणी चार दोस्तों से शुरू होती है जो गाड़ी में सवार होकर एक जंगल की तरफ जा रहे थे।
00:05इन दोस्तों में तीन लड़के और एक खूब सूरत लड़की थी।
00:08गाड़ी चलाने वाले का नाम हियांग और टोपी वाले का नाम शौन था।
00:12पीछे बैठी लड़की का नाम शीसी और पीछे वाले लड़के का नाम मयंक था।
00:17ये लोग छोटी-छोटी डरावनी डाक्यूमेंटरी फिल्में बनाते थे और आज भी यही काम करने ये लोग गाने सुनते-सुनते आगे बढ़ रहे थे।
00:24सफर काफी लंबा होने के कारण शीसी उल्टियां करने लगी थी. जल्दी ही ये लोग जंगल में पहुँच जाते हैं और यहां आते ही मयंक अपना बैग साफ करने लगा क्योंकि शीसी ने उसपर उल्टी कर दी थी जबकि गाड़ी में शौन शीसी को कपड़े बदलने को
00:54पहने थे जबकि शीसी ने चोटे कपड़े पहने हुए थे ताकि उसका
00:57खुबसूरत बदन देखकर ज्यादा से ज्यादा लोग इनकी फिल्म देखें.
01:00जील के पास काम खत्म कर ये लोग जंगल में काम करने लगते हैं.
01:04अब हियांग मशीन लगा रहा था ताकि मशीन फोग पैदा करे और माहौल डरावना लगे.
01:08जल्दी ही फिर से कैमरा आउन होता है और शीसी फिर से काम पर लग जाती है.
01:12वो अब जंगल के बारे में बता रही थी और इसी बीच उसके हाथ एक इंसानी खोपडी लगती है.
01:17खोपडी देखकर पहले तो सभी डर गए लेकिन फिर इन्हें लगता है कि ये नकली खोपडी है इसलिए ये लोग उसे नजरंदास कर देते हैं.
01:24इनकी फिल्म डरावनी होने के साथ साथ थोड़ी सी नमकीन भी होती थी जिसमें कभी शीसी के तरबूज तो कभी उसकी तशरीव दिखाई देती थी.
01:31थोड़ी देर बाद हियांग जील में खड़ा था उसने एक चुडेल का रूप धारन किया हुआ था ताकि उनकी फिल्म ज्यादा डरावनी लगे. इसी बीच बारिश शुरू हो गई जिसकारण इन्हें अपना काम रोकना पड़ा.
01:41बारिश से बचने के लिए ये सब ही जल्दी जल्दी गारी की तरफ भागने लगे. भागते भागते हियांग को एक घर दिखाई देता है. ये घर जील के पास ही था. वो जल्दी जल्दी अपने दोस्तों को घर दिखाता है, जिसके बाद वो सब ही घर के पास आ जाते हैं
02:11और बारिश बैजकाया खाना बेहध अच्छा लगा. अब मोहीनी उनसे जंगल में आने का कारण पूछती है. तो लड़के उसे बताते हैं अगर हम चोटी-मोटी फिलमें बनाते हैं, और आज जंगल में भी फिलम बनाने ही आये थे। ये सुनकर मोहीनी को खुश हो जाती
02:41हमें अपना काम शुरू कर देना चाहिए। उसकी बात मान कर मयंक बाहर आ गया और काम शुरू कर दिया।
02:46दोनों रात के कुछ सीन लेना चाहते थे ताकि अपनी फिल्म को डरावनी और बहतरीन बना सकें।
02:51उधर शौन का डंडा गुफा में तो चला गया था लेकिन ज्यादा देर तक टिक नहीं पाता।
02:55शौन के डंडे का कमजोर प्रदर्शन देख कर शीसी का पारा चड़ गया। उसने गुसे में आकर यहां से जाने का फैसला कर लिया।
03:01बाहर हियांग और मयंग अपना काम कर रहे थे। इसी बीच शीसी और शौन भी बाहर आ गए।
03:06शौन उसे मनाने के लिए कहता है कि मैं ताकत की गोली खा लूँगा मगर शीसी उसकी एक नहीं सुनती।
03:11उसे रोकने के लिए शौन के साथ साथ हियांग भी उसके पीछे जाता है और पीछे मयंग अकेला रह जाता है।
03:17अब मोहिनी मयंग के पास आकर कहती है कि मेरी गुफा में आग लगी है। इसे किसी दंदार डंडे की जरूरत है।
03:22मोहिनी की खुबसूरती और उसकी बात सुनकर मयंग का डंडा दम दिखाने लगा। उधर शीसी सडग तक पहुच गई थी। और इसी बीच उसे एक गारी नजर आती है। वो जल्दी जल्दी गारी रुकवा कर उसमें बैठती है।
03:33शाउन और हियांग उसे रोपने की कोशिश करते हैं लेकिन शीसी नहीं रुकती और वहां से चली जाती है। दूसरी तरफ मोहिनी और मयंग घर में आ गए थे। दोनों इस समय दारू पी रहे थे ताकि आगे का खेल अच्छे से खेला जा सके। कुछ देर बाद मोहिनी श
04:03करने लगा जबकि मयंग और मोहिनी अपनी ही दुनिया में खोये हुए थे।
04:07काफी देर बाद भी ना तो मयंग हार मान रहा था और ना ही मोहिनी
04:10दोनों का खेल लगातार चलता ही जा रहा था। इसी बीच कम्रे में
04:14जोरदार हवा चलने लगी जिस कारण घर का माहौल डरावना बन गया।
04:18अब मयंग भी ठक कर बेसुद सा हो गया। लेकिन मोहिनी की प्यास अभी भी
04:22शांत नहीं हुई थी। देखते ही देखते मोहिनी इतनी तेज हो जाती है कि
04:26बेसुद मयंग दम तोड़ देता है। जी हां दोस्तों मोहिनी अपनी प्यास बुज़ाने के लिए
04:30कुछ भी कर सकती थी। क्योंकि मोहिनी एक चुडैल थी जिसकी प्यास कई आद्मियों
04:34की जान ले चुकी है। शॉन और हियांग को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है?
04:38वो दोनों तो बेसुद से खड़े सब देख रहे थे। उन्हें तो तब होश आता है जब
04:42मोहिनी उनके पास आकर कहती है कि तुम्हारा दोस्त तो मर गया अब तुम दोनों
04:46मेंसे कौन आएगा? मोहिनी की बात सुनकर दोनों पहले घर में भागते हैं और
04:50फिर जंगल में. मोहिनी खूब सूरत तो बहुत थी लेकिन साथ ही वो एक
04:54बेरहम चुडेल भी थी. अब कहाणी कुछ दिनों बाद शुरू होती है. शीसी फिर
04:58से काम पर लोटाई थी और इस बार भी वो शौन के साथ काम कर रही थी. ऐसे
05:02ही एक दिन ये लोग नदी किनारे काम कर रहे थे. इसी बीच शौन को लगता है
05:06कि जैसे नदी मेंसे मोहिनी बाहर आ रही हो. मोहिनी को याद कर वो बुरी
05:10काम कर रहा था और अचानक टीवी में मोहिनी की वीडियो चलने लगी. ये वही वीडियो थी जो शौन ने बनाई थी. वीडियो में
05:22मोहिनी मयंग के साथ नजर आ रही थी. टीवी में मोहिनी को देखकर हियांग बेहर डर गया. उसे
05:28लगने लगा कि मोहिनी उसे ही देख रही है. वो जैसे ही टीवी से अपनी नजर हटाता है तो उसे अपने सामने मोहिनी नजर आती है. मोहिनी कुछ नहीं बोलती, बस चुपचाब अपने कपडे उतारने लगी. उसका बदन देखकर हियांग मधोष हो गया और मोहिनी पर �
05:58पताँ हो गया. वैसे शान को बेहम हो आता और ये बेहम मोहिनी ही
06:07पैदा कर रही थी. शान इस वक्ष मोहिनी के साथ नहीं बलकि शीसी के साथ लगा हुआ था. उसे
06:13उसका डंडा जब शान्थ हो गया, तो वो गुस्से में आकर शीसी को पीटने लगा.
06:17शाण शीसी को मोहिनी ही समझ रहा था. वो शीसी को इतना मारता है कि वो मर ही जाती है.
06:22उसकी मौत के बाद शौन का बेहम खत्म हो गया और उसे पता चल गया कि उसने गलती से गुस्से में शीसी को मार दिया.
06:28उधर हियांग और मोहिनी अभी तक लगे हुए थे. इसी बीच जब शौन स्टूडियो में आता है तो हियांग को नीचे देखकर हैरान होता है.
06:35दर असल हियांग के पास भी असली मोहिनी नही थी उसे भी बेहम हुआ था और ये सारी करामात चुडेल मोहिनी की ही थी.
06:41कुछ देर बाद एक बड़ी सी गाड़ी जंगल की तरफ दोड़ रही थी. इस गाड़ी में हियांग और शौन थे.
06:46शौन ने हियांग को बता दिया था कि उसे मोहिनी का बेहम हुआ था जिस कारण उसके हाथों शीसी मारी गई. हियांग उसे बताता है कि मुझे भी मोहिनी का बेहम हुआ था.
06:54अब ये दोनों मोहिनी से मिलना चाहते थे ताकि अपने बेहमों का इलाज कर सकें.
06:58वैसे दोनों ये नहीं जानते थे कि मोहिनी एक चुडेल है. वो तो उसे सिरफिरी या कोई जादूगरणी ही समझ रहे थे. जल्दी ही दोनों मोहिनी के घर पहुंच गए और वहाँ इन्हें मोहिनी भी मिल जाती है.
07:08दोनों लड़कों को सामने देखकर वो कहती है कि मैं तुम दोनों का ही इंतजार कर रही थी. मेरे जादू के कारण ही तुम दोनों को बेहम हो रहे थे क्योंकि मैं तुम दोनों को अपने पास बुलाना चाहती थी. उस कमीनी की बातें शौन पर असर कर जाती है और वो साला
07:38उसको श़र्मने के एक लिंग दिया रहा ही ठाना भारता ही था.
07:42काफि देर ब lleva यूग पर टीउर के टम्रेयक्नी पर ऌदम वह बहुत
07:46हा्र बत गर५ने था.
07:49खा मौद डेखों तो has gangster सर देखकर है, लकिन महनी तो प्रमम
07:53कि अब तुम्हारी बारी है।
07:55मोहिणी की बात सुनकर,
07:56हियांग वहाँ से भाग जाता है।
07:57डर के मारे वो ये भी भूल गया
07:59कि उसकी गाड़ी बाहर ही खड़ी है।
08:01वो बस लगातार भागता ही जा रहा था।
08:03दौड़ता दौड़ता वो एक पत्थर से टकरा गया,
08:05जिसके बाद वो एक तरफ गिरने लगा।
08:07आखिर में हियांग खुद को जहील में पाता है
08:10और उसके कपड़े भी बदल चुके थे।
08:11उसे किनारे पर अपने तीनों दोस्त नजर आते हैं।
08:14उन्हें देखकर उसे लगा कि वो सपना देख रहा है।
08:16इसी बीच उसके दोस्त उसे अपने पास बुलाने लगे
08:19और उनकी आवास सुनकर हियांग खुश हो गया।
08:21मगर जैसे ही वो किनारे पर आया,
08:23तो अपने दोस्तों को देखकर हैरान हो गया।
08:25दरसल मयंग की जगह उसकी आत्मा थी।
08:27उसके साथ शौन और शीसी की भी आत्मा थी।
08:30वो तीनों हियांग से कहते हैं
08:31कि तुम्हारा हमारी दुनिया में स्वागत है।
08:34तुम जल्दी ही हमारे जैसे बनने वाले हो।
08:36कहानी के आखिर में,
08:37मोहिनी हियांग के पास आकर उसके साथ भी सबंद बनाती है।
08:40हियांग भी उसकी प्यास बुज़ा नहीं पाता और मारा जाता है।
08:43इसी के साथ इस कहानी का यही अंथ हो जाता है।
08:46हमारी वीडियो देखने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
08:48अगर आप ऐसी ही वीडियोस के दिवाने हैं, तो प्लीज मेरे चैनल को जरूर सब्सक्राइब करें।
08:53मिलते हैं अगली वीडियो में, तब तक के लिए नमस्कार।

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