Rahul Gandhi के RSS को लेकर दिए बयान पर Gourav Vallabh ने दी नसीहत

  • 4 days ago
सैम पित्रोदा ने अपने हालिया बयान में कहा कि लोकसभा चुनाव निष्पक्ष नहीं थे, मुझे ईवीएम के बारे में बहुत कुछ पता है। भारत के लोगों ने सुनिश्चित किया कि बीजेपी को 400 से अधिक सीटें न मिलें। यह देखकर दिल को सुकून मिला। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि सैम पित्रोदा जी यह बात क्या राहुल गांधी को पता है। आप कह रहे हो कि चुनाव निष्पक्ष नहीं हुए हैं इसका मतलब कांग्रेस को जो 99 सीट आई हैं वह गलत आई हैं नहीं आनी चाहिए थीं। आपने क्या राहुल गांधी के सामने इसको बोला है उनको ईवीएम के बारे में आपने बता दिया है उनके कान में, आपको जो ईवीएम को लेकर जानकारियां हैं वह उनको बता दीजिए और फिर देश को बताने का प्रयास करो और कृपा करके भारत जैसे महान देश में जो प्रगति हो रही है उसको आप नजर मत लगाओ। इसके अलावा राहुल गांधी के तमिल, मराठी, मणिपुरी जैसी भाषाओं को आरएसएस निचले दर्जे की भाषाएं मानता है इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गौरव वल्लभ ने कहा कि कल राहुल गांधी अमेरिका में बोल रहे थे तेलुगु भाषा प्राइड ऑफ़ कंट्री आज उन्होंने बांग्ला, असम और कौन-कौन सी भाषाओं को लेकर बोल रहे हैं इन्होंने कहां से पढ़ा क्या आरएसएस के किसी व्यक्ति ने आपको बताया, उन्होंने टेलीग्राम दिया लिखकर कि राहुल गांधी हम इनको निचले दर्जे भाषा मानते हैं।

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Transcript
00:00ये बात राहूल जी को पता है सेम पित्रोगदा जी जो आपने कही है
00:04आप कह रो चुनाव निषपक्षनी हुए मतलब कॉंग्रेस को 99 गलत आयी
00:089 आनी चाहिए
00:10राहूल घांदी के सामने बोला उनको बता दिया है EBM के बारे में आपके विचार कान में
00:16पहले उनको बता दो आपको जो कही जानकारिया पता है ना वो राहूल घांदी जी को बता दीजे पहले
00:23और फिर देश को बताने का प्रयास करना
00:25और क्रपाया करके भारत जैसे महान देश में जो प्रगती हो रही है उसको आप नजर ना लगाए
00:32आप अमेरिका नॉन रेजिडेंट इंडियन है आपका इंडिया से कोई लेना देना नहीं आप अमेरिका में आराम कीजिए गुमिए और जो आपने पैसा कमाया उसका उपभोक कीजिए
00:43भारत जैसे महान देश के बारे में ऐसी ओची टिपनिया करना बंद कर दिजिये और अपना ग्यान का जो सागर है उस सागर को राहूल गांधी जी के दिमाग में धोलिये देश को उसकी जरूरत नहीं है आप कह रहे हैं चुनाव में EVM की टैंपरिंग हुई है राहूल ग
01:13सैम पित्रोदा जी और अखलेश यादव जी और मम्ता बैनर जी जी आपके result के बारे में सैम पित्रोदा जी प्रश्ण चिन लगा रहे हैं
01:21जो राहूल गांदी जी के फ्रेंड, गाइड, मेंटर, फिलोसोपर जो मानू वो हैं तो इसलिए सैम पित्रोदा जी एक भारती होने के नाते एक पॉलिटिकल आत्मी नहीं एक भारती होने के नाते मेरा आपसे आगरह है कि अमिरिका में आराम कीजिए और जो पैसा कमाया �
01:51अमिरिका में ही राहूल गांदी जी बोल रहे थे तैलगू भाषा प्राइड व गंट्री है
01:57आज उन्होंने बंगला, मराठी, असमीज और कौन-कौन सी भाजा है उसका
02:03ये कहाँ से पढ़ा कौन से RSS के व्यक्ती न आपको बताये
02:07और उसने टेलिग्राम दिया ये लिखके कि राहूल गांदी जी हम इनको निचले दरजे की भाषा मांते है
02:13कहाँ से ज्यान लाये? किस RSS के आदमी ने ये कहा? अरे देश तो जन-गन-मन के आधार पे चलता है
02:21वो कहता है हे भारत के जन, हे भारत के गन, हे भारत के मन, हम, आप, हम सभी के भाग्य विदाता हो
02:29देश ये इस आधार पे चलता है कि भले पंजाब, सिंद, गुजरात, मराठा
02:34हो, तमिलाडू हो, बंगाल हो, उडिसा हो, भारत में हर भाषा का बराबर महत्व है
02:46सारी भाषाओं का देश के लोग बराबर रूप से सम्मान करते हैं
02:51ये आप अपने मन से, तो मैं कहता हूँ न, आप अपने मन से ही एक स्टेट्मेंट सोच लेते हो
02:58और उस स्टेट्मेंट को किसी व्यक्ति का नाम लेके पुरोज देते हो
03:02कहाँ पढ़ा आपने, किसने बोला, भारत के लोग, भारत की संस्ताएं, भारत की सरकार
03:09भारत की सभी भाषाओं का बराबर स्रेणी से सम्मान करती है
03:15और राश्ट्रिय सिख्षा निती, वही सिख्षा निती जो चालि सो साल तक आपने नहीं बनाई थी
03:22वो राश्ट्रिय सिख्षा निती जो नहीं आई है, उसमें भारत ये भाषाओं में सिख्षा की पून वकालत की गई है
03:30तमिन भाषा में सिख्षा, तैलगू भाषा में सिख्षा, गुजराती में सिख्षा, मराठी में सिख्षा, उसकी वकालत की गई है
03:39आपको इस चीज की आपको जानकारी नहीं है, मन घडऽन्त, दिव्य ज्यान लेके, अपने मन में आत्मि ज्यान लेके
03:49उसको किसी व्यक्ति या संस्ता के नाम से आप जो पुरुषने का काम विदेशी धर्ती पर कर रहे हो, उससे बंद कीजिए
03:56और भारतिय संस्कृति और भारतिय समाच का पुन अध्यन कीजिए, भारतिय संस्कृति का और भारत की संस्ताओं का अध्यन कीजिए
04:05बिना किसी के स्टेट्मेंट कोट किये, ऐसे पासिंग रिमार्क करके मत निकलिये, कि उसने ये कह दिया, कब का भाई, कितनी तारीक को का, किसने का, कॉंसी किताब में का, इन चीजों का जवाब दीजिये
04:20मैं आज आपको एक चीज पूर्ण रूप से समझाना चाहता हूँ, देश का प्रत्येक व्यक्ति, और इसमें मैं आपको भी मानता हूँ, आपको अलग नहीं मान रहा हूँ मैं, देश का प्रत्येक व्यक्ति के लिए पंजाबी, गुजराती, मराठी, हर्यानवी, मार्वा
04:50बराबर, हिंडी, संस्क्रेत, उर्दू भी
04:54ये सारी भाषाएं देश को एक समर्ध समाज बनाने के लिए,
05:02देश को एक विक्सिज समाज बनाने के लिए, सारी भाषाओं का बराबर योगदान हैं
05:08हम कभी नहीं बोलते, आप अपने द्रिश्टी कोण को चेंज कीजिए

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