How Singapore Became Rich : झोपड़ी वाला देश Singapore इतना अमीर कैसे बन गया ? | Explainer | DailyLine
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नमस्कार
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00:00बारतेश कि राजधानी दिल்ली से भी चोटा, सिंगापोर कभी झॉग्गी जोपड़ियों वाला देश हुआ करता था।
00:09सिंगापोर, देश संगापोर के वकाल एक समय मिला उरहाथ जोपड़ियायी हुआ करती थी,
00:13एक समय सिंगापूर में लोग जुग्गियों में ही रहने को मजबूर थे
00:17और उस समय आम आद्मी के जरूरतें भी वहाँ पर पूरी नहीं हो पाती थी
00:22फिर एचानक क्या हुआ जिसके बाद सिंगापूर अमीर देशों में से एक बन गया है
00:26साल 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबित
00:28सिंगापूर में हर 6 में से एक घर करूरपती है
00:32अब सबाल उठता है कि ये कैसे हुआ?
00:34सिंगापूर 1963 में बृतिश राज से आजाध हुआ
00:37वहाँ बहुत गरीबी थी
00:39लेकिन तब 3 दश्कों में दुनिया के अमीर देशों में
00:42अब सिंगापूर की गिंती होने लगी है
00:44साल 2023 में
00:45पर कैपिटा जीडिपी के मामले में
00:47अमेरिका से भी आगे है सिंगापूर
00:50अब साल 2030 तक अगर मान है कि दुनिया में
00:52सबसे जादा करूर्पती इसी देश में होंगे
00:54हाला कि आप भी वहाँ करूर्पतीयों की कमी नहीं है
00:58इस मामले में आप भी वो दूसरे नमबर पर है
01:00सिंगापूर के पास साऊधी आरब और गल्व कंट्री जैसे
01:04तेल के कूए भी नहीं है
01:05और नाई कोई इन नैचरल रेसौर्सेज है
01:07फिर भी एक छोटा सा देश इतना अमीर और सुविधा संपन कैसे बन गया
01:12आज के इस एक्स्प्लेनर में हम इसी बात को समझेंगे
01:15कि एक छोटा सा बिना संसाधनों वाला देश इतना अमीर कैसे बन गया
01:20नमस्कार, मेरा नाम एबिशेक पांड़े और आप देख रहे हैं डेली लाइफ
01:28सिंगापूर जब आजाद हुआ तो लोग गरीबी से बेहाल थे
01:31लेकिन अब इस देश की गिंती चुनिंदार रैस देशों में होती है
01:35सिंगापूर जैसे इस चोटे से मुल्क को दुनिया के नकशे पर
01:38एक काम्याब देश के तवर पर स्थापित करनी का श्रेय
01:41सिंगापूर के पहले प्रदानमंतरी लीक वान यू को ही जाता है
01:45भारत के दक्षिड पूर के तरफ मलेशिया है और उसके दक्षिड में
01:48एक चोटा सा देश है सिंगापूर
01:50चोटा सा आईलैंड है छेतरपल के हिसाब से देखें तो दिल्ली से भी आधा है
01:54इतना चोटा कि एक दिन में ही पूरा देश गुमा जा सकते हैं
01:57सिंगापूर 1963 में जब आजाद हुआ तब यहां बहुत गरीगी थी
02:01जाधर तर अबादी जोग्गियों में रहने को मजबूर थी क्योंकि उनके पास अपने घर नहीं थे
02:06बाखी एसिया की तरह सिंगापूर भी लम्बे समय तक बृतेन के शाशन काल के अधिन रहा
02:1111 प्रेल 1969 को सिंगापूर को पहली बार सेल्फ रूल का अधिकार मिला
02:16हाला कि इसके कई साल बाद तक विदेश नीधी का कंट्रोल बृतेन के पास ही था
02:20इसी साल सिंगापूर के पहले प्रदान्मंतरी बने ली कुआन यू
02:24ली एक ऐसे जमय में प्रदान्मंतरी बने देश की एकानौमिक स्थिति खास्ता हाल थी
02:29लियाजा देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए उन्हें सब कुछ शुरू से करना पड़ा
02:35इसमें पहला कदम तो पढोसी देशों से बहतर संबंद स्थापिद करना था
02:39यहाँ पर भी उनको निराशा हात लग रही थी क्योंकि पढोश में था मलेशिया
02:43जहां मले और बाहरी लोगों का मुद्धा उससे में जोर पक्डा हुआ था
02:47क्योंकि सिंगापुर में रहने वाले अधिकतर लोग चीन से आये थे जो मलेशियन्स को पसंद नहीं थे
02:52प्रतान्मंत्रि लीक वान यू ने 1963 में इस समस्या को ख़त्म करने के लिए सिंगापुर का मलेशिया में विले करा दिया
02:59पर ये गडबंदन जाधा समय तक नहीं चला
03:03आर्थिक सिलिकर राजनेतिक मदवेदों की वज़े से सिंगापुर, 9 अगस्त 1965 को मलेशिया से अलग होकर एक स्वतंतर राष्ट बन गया
03:11लीक वान अब पहले से भी ज़दा मुश्किल में थे
03:14इसका नज़ाब वर्ड बैंक की उस समय की एक रिपोर्ट से लगा सकते हैं
03:17जिसके मताबिक 1965 में सिंगापुर की करीबं आधी आबादी असक्षित थी
03:22और प्रतिविक्ट जीडिपी 500 US डॉलर से भी नीचे थी
03:26अब सिंगापुर के इस खस्ता हाल के पीछे भी ब्रितन का ही हाथ था
03:30ब्रितन ने करीबं 150 साल तक सिंगापुर को ट्रेट पोर्ट के रूप में इस्तमाल किया था
03:35चाई, कपास, अफीम ऐसे बहुत सारी चीजें भारत से सिंगापुर होते हुए चीन भेज़िया थी थी
03:41अफीम और नशीली दवाओं का उस समय बहुत क्रेज सिंगापुर में देखने को मिला
03:46जिसकी विए से वहाँ क्राइम रेट बढ़ने लगा
03:48और जब बृतेन को लगा कि सिंगापुर अब उनके लिए फायदे की जिगा नुकसान का सौधा है और वहाँ पर उनका पैसा जादा फर्छ हो रहा है
03:55तो उन्होंने सिंगापुर को छोड़ने का निर्णा ले लिया
03:58सिंगापुर एक गरीब देश तो थाई लेकिन उसको इस गरीवी से बाहा निकालना उतना ही कठिन भी था
04:04इस बात को इस तरह समझ सकते हैं कि बहुत कम जनसंख्या वाला एक छोटा सा देश था
04:09चुनोतिया बहुत थी, काम बहुत करना था पहले प्रदानमंतरी ली को इसके लिए बहुत सारी रढनियतिया बनानी पड़ी
04:16सिंगापुर के विकास में छोटी-छोटी बातों का बहुत ख्याल लखा गया
04:19जैसे लोगों को अच्छी अंग्रेजी बोलने पर जोर दिया गया, सिंगापुर में सिक्षा और अंग्रेजी बोलने पर खास ध्यान दिया गया उस वह
04:26ली को ये अंदाजा था कि भविश में जब दुनिया बर की बड़ी-बड़ी कंपनिया आएंगी तो उनने स्किल्ड और अंग्रेजी बोलने वाले लोगों की जरूत पड़ेगी और ये जरूत सिंगापुर के लोगी पूरा करेंगी
04:37इसके लिए कड़ाई से लोगों को जागरूँग भी कराये गया
04:40गंदगी से भरे शेहर को साफ सफाई के रास्ते पर लाये गया
04:43साफ सफाई को लेकर के बेहत कड़े नियम मनाये गया
04:46वहीं प्रदान्मंतरी ली हमेशा से सिंगापुर की उद्ध्योगों को प्रमुक्ता देते थे
04:51जैसे टैक्स दर नियम तम रखी, आसान दरों पर लोन वही आकर आये
04:54जिसकी वज़ेसे बिजनेस फूब फैले
04:57याइनि, 1966 में सिंगापुर सरकार जमीन अधिकरण कालूम भी लेकर आई
05:01जो के सिंगापुर की तस्वीर बदलने वाली स्कीम मानी गई
05:04जमीन खरिद करके सरकारी मकान मनुवाये गये ताकि लोग सस्ती दरों पर अपना घर ले सके
05:11इसके लिए एक अलग स्कीम भी त्यार की गए ताकि लोग बचत करना शुरू करें
05:16हर करमचारी की 25% तनुखा सरकारी सेविंग स्कीम में डाली जाती थी
05:20जिसमें सरकार अपनी ओर सिवियों को उतनी रखम देती थी
05:24इस स्कीम के चलते सिंगापूर के 80% नागरिकों को अपना घर मिला
05:28और बचत के मामले में सिंगापूर दुनिया का अगरडी देश बन गया
05:32इसके बाद बारी आई बिस्नस कैसे आगे बढ़ाय जा
05:36तो उस समय के प्रदानमंतरी क्वान ली ने बिस्नस की शर्तों में रियायद देकर
05:40फारेंड कंपनीज को सिंगापूर बुलाना शुरू किया
05:44ठीक इसी वक्पर चीन में Mao दुआरा चलाई जा रही
05:46सांस्कृतिक क्रांती का भी फायदा सिंगापूर को मुला
05:49निवोश्को ने हांकॉंग और ताइवान से पैसा निकाल करके
05:52सिंगापूर जो की सेफ, चोटा और कनविनियंट था
05:55वहाँ पर पैसा डालना शुरू किया
05:57बाकी इलाकों से इन्वेस्टर्स का आना और बिजनिस समर्थक नीतियों के चलते
06:01महस दस साल के अंदर ही सिंगापूर में बेरोज़गारी दर लंपक शुन्य पर पहुँच गये
06:07इस दोरान सिंगापूर ने हर साल नौ फीज दी कि अविश्वसनिय विकास की दर हासिल
06:13सरकारी अधिकारियों के तंखा उची थी और बहुत अच्छी थी
06:17और सक्त कानून मनाये गये ताकि ब्रस्चार न हो
06:20साथ बार चिनाओं जीतने के बार तदानमंतरी ली ने जब 1990 में पद छुडा
06:25तो विश्व के सबसे लंबे समय तक तदानमंतरी थे
06:28करीब 31 साल तक वो सिंगापूर के सप्ता पर काबिज रहे लेकिन इस बीच उन्होंने कुछ ऐसे कदम उठाए
06:33जिससे दमनकारी भी बताये गया वो एक तानाशाह के रूप में भी जाने जाने लेगे
06:39जो लोग पकड़े जाते थे उनको जेल में डाल दिया था था
06:42जनसंक्या को कंट्रोल करने के लिए भी कड़े नियम मनाये गये
06:45प्रेस की आजादी पर भी लगाम लगाई गई
06:48सरकार के खिलाब बोलने वालों को चुप कराये जाता था
06:51लेकिन जब लीश से इन सब पर सवाल किया गया तो उनको कहते थे
06:55कि जब तक कानून का राज नहीं होगा देश आर्थिक तरक्षी नहीं कर सकता
06:59जैसे इसे दुनिया की अर्थिविवस्था बदली वैसे वैसे सिंगापूर भी बदला
07:03अपने पहले दो दश्कों के दोरान सिंगापूर की अर्थिविवस्था प्रति वर्ष लगबग दस फीज्टी की दर्शें बड़ी
07:09पहले सिंगापूर मसाल और टेन रबर का व्यापार करता था
07:13फिर ये फर्मस्योटिकल्स में भी उठर गया
07:161975 तक सिंगापूर में एक बड़ा ओध्योगिक आधार स्थापिद कर लिया गया
07:20GDP में Manufacturing के हिस्सेदारी 1965 में 14 फीज्डी से बढ़कर 22 फीज्डी तक होकी
07:26सिंगापूर का जीवन अस्तार अफ्राज जैसे बड़े और उचकोटी के जीवन शैली वाले देशों में गिना जाने लगा
07:34जल्दी ये दुनिया के टॉप पर जाने के लिए सिंगापूर तयार हो गया था
07:37सिंगापूर में शिशु मृत्युदर भी किसी वियरने देश के तुला में तेज़ी से ठीक होगे
07:4221 सदी में सिंगापूर व्यापार आदी के मावलों में रोल मौडल बन गया
07:46शिपिंग, पेट्रो केमिकल, इलप्ट्रोनिक जैसे छेतरों में अवल हुने के चलते
07:5054 लाग की जनसंखिया वाले एक छोटे से देश ने 2.5 लाग करोरपती तयार कर दिये
07:57सिंगापूर एक स्टडी मौडल है
07:59सिंगापूर को अगर पढ़ाये जाये पढ़ा जाये तो पता चलेगा
08:02कैसे कड़ाई से छोटे-छोटे नियमों का पालन किया जाये
08:05तो एक गरीब देश कैसे अमीर बन सकता है
08:08कैसे अपनी कस्मत को ही बदल सकता है
08:10तो आज के एक्स्प्लेनियर में फिलाल इतना ही
08:12तमाम और जानकारी
08:14और अच्छे-अच्छे वीडियो पाने के लिए आप देखते रहिए
08:16देन वी लाइव