• 3 months ago
video belongs to their owners please follow them
.
.
#comedy #comdeymeme #lovememes #comedyreel #comdeymemes #funny #funcomdey #fun #shorts #husbandwifecomedyvideo #trandingtopic #new #comedyvideo #reels #new #funnyreel #funnyvideo #funnyshots #shorts #fumnycomedy #indiancomedy #smileplease #smilesmile #comdeycomedy
#newcomedyvideo
.
.


Tanding comedy video hastage 10
ChatGPT

Searched 6 sites

The hashtag "Tanding" doesn't seem to be widely recognized in the context of comedy videos. However, if you're looking to enhance the reach of your comedy videos on platforms like Instagram, TikTok, or YouTube, here are some popular and trending hashtags you might consider:

#comedy - A broad and widely used tag.
#funnyvideos - Perfect for humor content.
#meme - Great for comedic memes.
#viral - Helps in reaching a broader audience.
#explorepage - Popular for boosting visibility.
#funnymemes - Ideal for memes and short funny clips.
#tiktok - To attract TikTok users.
#trending - Captures currently popular content.
#video - For general video content.
#dankmemes - Targets niche humor audiences​ (Best Hashtags)​​ (IQ Hashtags)​​ (Best Hashtags)​.
Transcript
00:00:00सब्सक्राइब और प्रेस्ट बेल आइकन अन यूट्यूब आप तो नेवर मिसन अपडेट फ्राम शेमारू संफला केड़स।
00:00:30प्रेस्ट बेल आइकन अन यूट्यूब आइकन अन यूट्यूब अपडेट फ्राम शेमारू संफला केड़स।
00:01:00प्रेस्ट बेल आइकन अन यूट्यूब अपडेट फ्राम शेमारू संफला केड़स।
00:01:30प्रेस्ट बेल आइकन अन यूट्यूब अपडेट फ्राम शेमारू संफला केड़स।
00:01:53बहुत समय पहले हिमाले की चोटी पर एक चमतकार हुआ था
00:02:00प्रेस्ट बेल आइकन अन यूट्यूब अपडेट फ्राम शेमारू संफला केड़स।
00:02:30प्रेस्ट बेल आइकन अन यूट्यूब अपडेट फ्राम शेमारू संफला केड़स।
00:03:01महा माया, महा माया उठो
00:03:07क्या हुआ, तुम क्यों मुस्करा रही थी
00:03:09मैंने एक अजीब सपना देखा महाराज
00:03:11मुझे लगा ही था, क्या देखा बताओ
00:03:14एक खूब सूरत सपना, आसमान में तारे और एक हाथी
00:03:18एक हाथी
00:03:19हाँ महाराज, छे दातों वाला
00:03:22छे दातों वाला
00:03:23हाँ, छे दातों वाला
00:03:25वो सफेद हाथी मेरे पास आया और मेरे निर्त्य में मेरा समत्या
00:03:29वा, सच मे
00:03:38शाही जोशी को राणी के सपने का अर्थ बताने को कहा गया
00:03:46महाराज की जय हो
00:03:48मैंने राणी सहीबा के सपने का अर्थ लगा लिया है
00:03:52और आप पिता बनने वाले हैं
00:03:54क्या, सच मे
00:03:57बताओ क्या होगा
00:03:58अभी बताता हूँ
00:04:04लड़का या लड़की
00:04:05लड़का ही होगा
00:04:07समराज को एक खुप सुरत राजकुमार मिलेगा
00:04:10एक बढ़िया खबर
00:04:12अगर वो चाही तो
00:04:17क्रिप्या में जरह थोड़ी देर जाच के ले हो आम
00:04:21बिलकुल मैं तुम्हें बिजूँगा
00:04:23सही समय आने पर
00:04:41कितना खुप्सूरत नजारा है, है ना तुम्हें क्या लगता है?
00:04:45बिल्कुल ठीक कहा अपने राणि साहबा.
00:04:48ओह, मुझे एक अजीब एहसास हो रहा है.
00:04:53कैसा एहसास राणि मा?
00:04:55वो अंदर से मुझे देखने के लिए है.
00:04:58मुझे कहने के लिए है.
00:05:00बिल्कुल ठीक कहा अपने राणि साहबा.
00:05:03ओह, मुझे एक अजीब एहसास हो रहा है.
00:05:07कैसा एहसास राणि मा?
00:05:10वो अंदर से मुझे पैर मा रहा है.
00:05:12उश्पिका, मेरे खयाल से वक्त आ गया है.
00:05:15अभी राणि मा?
00:05:16हाँ, अभी.
00:05:18मुझे महसूस हो रहा है.
00:05:20यही रुख जाते हैं, कितना अच्छा लग रहा है यहां.
00:05:23एक बच्चा पैदा होने वाला है.
00:05:24और मा कहती है, मुझे कोई दर्ड नहीं हो रहा.
00:05:27कमाल है?
00:05:28मुझे भी तो विश्वास नहीं होता.
00:05:30इसकी एक ही वज़े हो सकती है,
00:05:34किसी का अशिरवाद है.
00:05:43राणि साहबा, आप ठीक तो है?
00:05:46हाँ, मैंने सोचा भी नहीं था कि ये सब इतना अच्छा होगा.
00:06:03बा में आड़ा है, ये अच्छा पर पास से है.
00:06:15ये औपू सर है, मैं बहुत अपना बानक करता हूँ.
00:06:18ये बेली मैं सिवाद प्रतह ऊप प्रीकरी होगा.
00:06:22ओ क्या बई प्रिकरी होगा?
00:06:29राणि मा ने एक लड़की को जनंब दिया है.
00:06:32वहाँ, वो कितना सुन्दर है.
00:06:35सर्वा देखो तो.
00:06:55रोशनी पहलाने को मेरा जनम हुआ है.
00:06:57इस दुन्या में मेरा ये आखली जनम है होश में होने का.
00:07:02चल्प पर आप से अच्छा रहो है.
00:07:05बावेशा चल्प का कितना जब तो तो प्नाईवरी.
00:07:07उसके दनता में से चल्प पर आखली जनम है.
00:07:10पर वहाँ.
00:07:11सर्वा देखो तो.
00:07:14वो कितना सुन्दर है.
00:07:16और भवाद को मालने चल्प का चक्रण पर.
00:07:18वाँ. वाँ, वाँ, वाँ.
00:07:21इस चक्र को तो देखो.
00:07:23कितना स्पाशत है.
00:07:25कितना सुन्दर.
00:07:27पूरे बारा है.
00:07:29पर इसका मतलब क्या होता हैट?
00:07:31हाँ. क्या मतलब होता है इसका?
00:07:32आपका बेटा आगे चलके अलग तरीके का..
00:07:35आपका बेटा आगे चल के अलग तरीके का महान शासक बनेगा
00:07:40क्या?
00:07:41हाँ
00:07:42एक अलग तरह का शासक?
00:07:43हाँ महाराज
00:07:45बहुत अलग
00:07:47ये बच्चा शायद पूरी दुनिया पर राज करेगा
00:07:51या
00:07:52या?
00:07:53या पूरी मानो प्रजाती की संकत से रक्षा करेगा
00:07:58पर महान शासक वो जरूर बनेगा
00:08:03नही नही नही दुनिया को बचाना वगेरा कुछ नही
00:08:08मैं चाहता हूँ को मेरा बेटा देश पर राज करे
00:08:11हो सके तो बाद में दुनिया पर
00:08:13तुमने मुझे एक खास पच्चा दिया है मेरी राणी
00:08:17सही समय आने पर मैं उसे उचित पुरसकार दूँगा
00:08:20एक दंधार गोड़ा, बर्व जैसा सफेध हाथी, एक पलवान सेनापती और
00:08:24और एक खुब सूरत जवान पतनी तुम्हारे जैसी
00:08:27ठीक है ठीक है
00:08:33और बाद में उसे उसकी सुन्दर पतनी मिल जाए
00:08:36अब उसे थोड़ा सोने का समय दिजी
00:08:43और जल्दी राजा ने उसके मंत्री मंडल को तबा कक्ष में उपस्थित होने को कहा
00:08:51सज्ञों, मैं चाहता हूँ कि आप मेरे बेटे की नाम पर सुझाव दें
00:08:54एक नाम जो मेरे देश की इतिहास में आजरामर हो
00:09:07कियो न उसे सर्वेपि सिदा बुलाने याने पूर्ण संपन्नता
00:09:15सर्वेपि सिदा
00:09:17मैं आर eve this good examiners
00:09:22ना ना ना यब spacious नाम है
00:09:26पर मुझे अन्ती माक्षर पसंद आये सीधा हाइ
00:09:34सिधा emoce rice line
00:09:35कोभी, तुम्हें कैसा लगा?
00:09:36बिल्कुल बहुत अच्छा लगा.
00:09:38सिदार्थ बहुत सुन्दर नाम है.
00:09:39तुम्हें अच्छा लगा?
00:09:41रांदू, ये बहुत अच्छा नाम है.
00:09:46सवागत है, बूड़े विद्वान.
00:09:48स्वागत है, स्वागत है संत सीता, आपके आने से हमारा मान बढ़ गया, बढ़ाई हो महराज, अरे वाह मर्चे, तुम सिद्धार थो, पर बजाय खुशियों के संत सीता की आखों में पानी आ गया, आप रोग क्यों रहे हैं महानु भाव, हमें बेटा हुआ है, क्या ये ख�
00:10:18मैं किसी की प्रातना नहीं करता, पर इस बच्चे के सामने मैं शीज जुकाता हूँ, क्योंकि ये बच्चा जीने के मूल मंत्र सिखाएगा, और मानो जाती को सुरक्षित रखेगा, महाराज, आपके बेटे का जनब एक महान घटना है, शायद सबसे महान, पर फिर आपको �
00:10:48पालक लग जाएगी इस पालक की वज़े से, और तुम्हारे लिए राणी साहेबा, तुम्हारी मानो जाती पर उपकार है, चल्दी तुम शान्ती से मर जाओगे, अब और आसु नहीं, और तकलीफे नहीं, कोई, कोई कृपा करके, कृपा करके इसे यहां से ले जाओ, इस
00:11:19मेरी प्यारी बेहना, मैं अपना बच्चा तुम्हें सोहप रही हूँ, मैं जानते हूँ, तुम इसका खयाद रखोगी, मैं बहुत खुश हूँ, कि मैंने इसे महान बच्ची को जनम दिया,
00:11:31रानी महमाया ने अपनी आँखे फिर नहीं खोली,
00:11:50पता नहीं रानी मा अब तक क्यों नहीं उठी, रानी मा, रानी मा, कृपिया उठिये रानी मा, रानी मा, आजाओ मेरे बच्चे,
00:12:20चोटे सिधार्थ ने अपना बच्चपन एक सुरक्षा कवच में गुजारा, जिसमें एक राजकुमार के लिए सारे सुविधाएं थी,
00:12:34एई सिधार्थ, चलो हम खेलते हैं, अभी नहीं देवराज, बाद में, ठीक है, जैसे तुम चाहो, हम चलते हैं दोस्त,
00:12:45बड़ी अजीब बात है, सिधार्थ खेलता ही नहीं है, या तो पढ़ता रहता है, या बैठे सोचता रहता है, बड़ा अजीब लगता है मुझे, चिंता मत किचे, महराज राजकुमार चल्दी ठीक हो जाएंगे,
00:13:03सिधार्थ तुम यहाँ अकेले क्या कर रहे हो, कुछ नहीं, पिताजी मैं बस बैठा हूँ, क्या तुम्हें कोई चिंता है मेरे बेटे, नहीं पिताजी, आपने क्यों पूछा, क्योंकि तुम खेलते ही नहीं हो बेटे, तुम्हारी उम्र के बच्चों को खेलना चाहिए,
00:13:34सोचना बेटे हमारे जैसे बड़ों का काम है, तुम्हारी उम्र के बच्चों को सोचना नहीं चाहिए,
00:13:40क्यों पिताजी,
00:13:41तुम एक राजकुमार हो बेटे, और पता है तुम्हें इसका मतलब क्या है,
00:13:47हाँ, पता है, मैं एक दिन राजा बनने वाला हूँ,
00:13:51एकड़म ठीक, तुम राज करने के लिए पैधा हुए हो,
00:13:55इसलिए मैं तुम्हें गुरु विश्वा मित्र के पास भेज रहा हूँ,
00:13:59वो तुम्हें हर चीज सिखाएंगे, जो एक राजकुमार को पता होनी चाहिए, समझे,
00:14:04ठीक है पिताजी, मैं जाओंगा,
00:14:21मैं तुम्हें वर्णन करने को सिखाने वाला हूँ, अब मुझे ध्यान से देखो, ओम तच्छवितुर वरेण्यम्,
00:14:35क्या मैं कोशिश करूँ, क्या तुम कर सकोगे, हाँ,
00:14:40ओम तच्छवितुर वरेण्यम्,
00:14:56बस हो गया सिधार्थ, लिखना बंद करो, यह सब तुम ने कहां से सिखा,
00:15:01मैंने सिखा नहीं, मुझे नहीं पता,
00:15:09अब मैं तुम्हे कुछ नियम सिखाता हूँ, अब मेरे बात बोलो, एक, तुम्हे कुछ नियम सिखाता हूँ,
00:15:24एक, तुम्हे कुछ नियम सिखाता हूँ, अब मेरे बात बोलो, एक, तुम्हे कुछ नियम सिखाता हूँ, अब मेरे बात बोलो, एक, तुम्हे कुछ नियम सिखाता हूँ, एक, तुम्हे कुछ नियम सिखाता हूँ, एक, तुम्हे कुछ नियम सिखाता हूँ, एक, तुम्
00:15:54एक अजार, एक अजार के दो तुकड़े करेंगे तो पाँच सो, पाँच सो में से दो सो निकालेंगे तो तीन सो बचेंगे, और तीन सो गुना चार सो बनेंगे बार अलाग.
00:16:04बस बहुत हो गया शिद्धार्थ.
00:16:06लेकिन, मैं आगे भी बता सकता हूँ गुरुदेव.
00:16:24यह एक दशक हुआ, दस दशकों का एक युग, दस युगों की एक शताबधी, साथ शताबधी से बनी एक कालाबधी.
00:16:32इससे भी कहीं आगे हम जा सकते हैं गुरुदेव, सरसों, जवार, बाजरा, बुट्टा, बहुत कुछ है.
00:16:38ऐसे कई धान बोईंगे तो विश्व का चक्कर हो सकता है. तारे, ग्रहे और अनु ग्रह, ऐसे 20 ग्रह तारों से बनेगा धूमकेतु.
00:16:47विश्व में ऐसे कई धूमकेतु हैं. देखा जाए तो 44 धूमकेतु की शलाका होती हैं. और गुरुदेव, मैं आपको सोरे की शलाका हैं भी किनबा सकता हूँ.
00:16:55गुरुदेव, कृपा करके ऐसा मत करिये, आप मेरी गुरु हैं, मैं आपका शिष्य हूँ, कृपया उठिये.
00:17:11एह महान बालक, आपको सिखाने को मेरे पास कुछ नहीं, आप सारे अचार्यों के अचार्य हैं, मैं आपको वन्दन करता हूँ, आपका घ्यान और बुद्धी परिपूर्ण है.
00:17:23आपको सिखाने को मेरे पास कुछ नहीं, आपको सिखाने को मेरे पास कुछ नहीं, आपको सिखाने को मेरे पास कुछ नहीं, आपको सिखाने को मेरे पास कुछ नहीं, आपको सिखाने को मेरे पास कुछ नहीं, आपको सिखाने को मेरे पास कुछ नहीं, आपको सिखाने को मे
00:17:54मेरे पास.
00:17:55True with all the bad times and with all the sad times
00:17:58Always I'll be there for you, my friend
00:18:01Oh!
00:18:23Come on, Deetak.
00:18:25Come on, Deetak.
00:18:26Come on, Deetak.
00:18:27Come on, Deetak.
00:18:28Come on, Deetak.
00:18:29Come on, Deetak.
00:18:30Come on, Deetak.
00:18:31Come on, Deetak.
00:18:32Come on, Deetak.
00:18:33Come on, Deetak.
00:18:35Come on, Deetak.
00:18:36Come on, Deetak.
00:18:37Come on, Deetak.
00:18:38Come on, Deetak.
00:18:39Come on, Deetak.
00:18:40Come on, Deetak.
00:18:41Come on, Deetak.
00:18:42Come on, Deetak.
00:18:43Come on, Deetak.
00:18:44Come on, Deetak.
00:18:45Come on, Deetak.
00:18:46Come on, Deetak.
00:18:47Come on, Deetak.
00:18:49Come on, Deetak.
00:18:50Come on, Deetak.
00:18:51Come on.
00:18:58Where is he?
00:18:59To the toilet.
00:19:00Toilet?
00:19:01Yes.
00:19:03Come on, Deetak.
00:19:04Come on, Deetak.
00:19:05Come on.
00:19:19What did you do?
00:19:20ये इधर है, इसे मारो.
00:19:50देखो पंची, नहीं देता था, लेखो.
00:20:06ये पंची मेरा है, उसे मुझे दे दो, समझे तो.
00:20:30नहीं देधड, ये तुम्हारा नहीं, वो आस्मान का पंची है.
00:20:34क्या मतलब है ये आस्मान का, मैंने मारा इसे तो ये मेरा हुआ.
00:20:39नहीं, तुमने स्वान को नहीं मारा, तुम तो इसे खेल रहे थे, हमें इसके जाकम भरने होंगे.
00:20:46जाकम भरेंगे?
00:20:47हाँ, और इसे वापर छोड़ देंगे.
00:20:49देखो मेरे भाई, वो मेरा निशाना था, मेरा ती, मेरा कमाल, और मेरा वार.
00:20:55तो ये पंची मेरा हुआ, तो लाओ इसे मुझे दे दो.
00:20:58नहीं देधत, मैं इसा नहीं कर सकता.
00:21:01दुधार्थ, देखो अजीब बरताओ मत करो.
00:21:04ये पंची मेरा है.
00:21:06किस हग से?
00:21:08दया के हग से.
00:21:09मैं इन पंचीयों और अपने जीवन के बीच का सोत्र हुँ.
00:21:12अगर ये बाद है, तो मुझे बाद अपने बुजरगों तक ले जानी होगी.
00:21:18बचाने वाला सबसे ऊचा होता है जो प्राण बचाए.
00:21:21उसका कारे सबसे महान है.
00:21:24वरना आदमी की बुद्धी नाश हो जाती है.
00:21:27बचाने वाला हमेशा जीतेगा.
00:21:30इसलिए मेरे प्यारे सिधार्थ, तुम्हारे हाथ में जो पक्षी है, वो तुम्हारा हुआ.
00:21:36ले जाओ और ध्यान रखो.
00:21:38सिधार्थ, मेरे बेटे, मुझे खुशी है कि तुमने इसे बचाया.
00:21:43धन्यवाद पिताजी, पर एक बात और है.
00:21:47अब क्या है बेटे?
00:21:49आपको देवदध को माफ करना होगा.
00:21:52हो हाँ, जरूर.
00:22:08आपको देवदध करना होगा.
00:22:30आपको देवदध करना होगा.
00:22:32मुझे तुम पे गर्व है बेटे.
00:22:34पिताजी.
00:22:36आओ, चलो सिद्धार.
00:22:38जरा अपने प्रांत में तहल कराते हैं.
00:23:05हारे वाह.
00:23:35हारे वाह.
00:24:05आपको देवध करना होगा.
00:24:35हारे वाह.
00:24:37हारे वाह.
00:25:06पिताजी.
00:25:28दुनिया बहुत खुप सूरत है.
00:25:31है न मेरे बच्चे.
00:25:33हमने बहुत सारी खुपसूरा चीज़े देखिए।
00:25:36हाँ पिताजी, मैं मानता हूँ।
00:25:39पर उसी समय मैंने जीवन देखा जो मौत पर जीता है।
00:25:43हर जीवन एक दूसरे को मारता है और तीसरे का भक्षक बन जाता है।
00:25:48मैंने तो बस कमजोर और बल्वान के बीच यूत देखा।
00:25:51मैंने तो बस दुरुप यूत देखा।
00:25:54मैं दूविधा में हूँ पिताजी, मुझे विचार करना है।
00:26:18हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:21हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:24हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:27हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:30हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:33हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:36हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:39हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:42हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:45हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:48हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:51हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:54हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:26:57हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:27:00हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:27:03हर जीवन एक दूसरे का भक्षक बन जाता है।
00:27:22शिदहर्थ जैसे जैसे बड़ा होता गया उसकी सोच और गहरी होती गई..
00:27:35जरह देखो इसे..
00:27:37मैंने इसे दुनिया के हर खुशि दिए है
00:27:40और फिर भी वो खुश नहीं..
00:27:42मेरी समझ में नहीं आता कि उसे किस बात की चिन्ता है..
00:27:46तो फिर भी वो खुश नहीं
00:27:48मेरी समझ में नहीं आता कि उसे किस बात की चिंता है
00:27:53चाहे जो भी हो जाए
00:27:55मैं चाहता हूँ कि वो राजाओं का राजा बने
00:27:58एक महान शासक
00:28:00चिंता न गरे महराज
00:28:02उसे बस प्यार चाहिए
00:28:04बेटे को अभी तक नारी के जादू का घ्यान नहीं है
00:28:08शायद तुम ठीक कहते हो
00:28:10पर सही लड़की कहां से मिलेगे
00:28:12ये कोई मुश्किल काम नहीं है महाराज
00:28:16ये आप बस मुझ पर छोड़ दीजे
00:28:18बताओ मुझे तुम क्या करने वाले हो
00:28:21हम एक सभा का आयोजन करेंगे महाराज
00:28:23सिर्फ कन्याओं के लिए
00:28:25बल्के सिर्फ ज़वान कन्याओं के लिए
00:28:27हमारे देश की सारी कवाणिया आएंगे
00:28:29मुझे यकीन है उसे दो या तीन तो पसंद आएंगे ही
00:28:32आखिर वो अठारा का हो गया है
00:28:35और खारवे वर्ष में आपको तो पता है
00:28:38ठीक है ठीक है जादा बताने की जूरत नहीं
00:29:05बहुत अच्छा लगता है जब इतनी सारी सुन्दरिया एक जगे पर जमा हो जाये
00:29:32है ना मंतरी जी
00:29:33बिल्कुल ठीक महाराज मुझे अन्दाजा नहीं था कि देश में इतनी सुन्दरिया है
00:29:38इतनी सारी सुन्दरिया यूतियों में से किसी एक को चुनना मेरे बेटे के लिए बहुत कठीन कारे है
00:29:44आपको लगता है कि हमें नीचे जाकर उसकी मदद करनी चाहिए
00:30:14आपको लगता है कि हमें नीचे जाकर उसकी मदद करनी चाहिए
00:30:26यह बहुत खुबसूरत है कौन है यह लड़की
00:30:31वो है यशोधरा महान राजा सुप्रभुदा की बेटी
00:30:37बहुत खुबसूरत है कौन है यह लड़की
00:30:41यह लड़की
00:31:11हाराज्जि खुशी खुशी देने को तैयार है अपने सिद्धार्थ को
00:31:16सिद्धार्थ ये कर लेगा
00:31:17हाराज्जि खुशी खुशी देने को तैयार है अपने सिद्धार्थ को
00:31:25सिद्धार्थ को तैयर जाएगा
00:31:38और स्वरु होती है तीर कमान प्रत्योगिता
00:31:42ए! ए! ए!
00:31:44ख़हाँ
00:31:47प्रोतियोगी अपना अपना अन्तर चुन सक्ते हैं
00:31:51मुझे..
00:31:52..6 अंतर दूर इस्ठापित कीजे
00:31:55मुझे 8 अंतर दूर इस्ठापित करो
00:31:57मुझे 10 अन्तर दूर इस्ठापित किया जाए
00:32:00सुना तुमने
00:32:02देवदत से भी..
00:32:03मुझे डस अंतर दूर स्थापित किया जाए
00:32:06सुना तुमने
00:32:08देवदत से भी दो अंतर स्पश्ट दूर स्थापित रहेगा सिदार्थ
00:32:23मैं इस कमान को मंदिर में तब से देख रहा हूँ
00:32:26जब से मैं पच्चा था
00:32:28इसकी डूर बानने के लिए मजबूत कंदे चाहिए
00:32:59बढ़िया बहुत बढ़िया मेरे बेते
00:33:03आगे तलवार बाद्ज़ी प्रतयोगिता है
00:33:05प्रतयोगियों को एक ही वार में
00:33:07जाड का टेहनी को काटे होगा
00:33:09याद रहे
00:33:11दूसरी लकडी पहली वाली लकडी से
00:33:14तुमने खुलती में है
00:33:15बेटे!
00:33:17आगे तलवार बाजी प्रतियोगिता है
00:33:19प्रतियोगियों को एक ही वार में ज़ाड गटेनी को काटना होगा
00:33:24याद रहे
00:33:25दूसरी लकडी पहली वाली लकडी से दुगनी बड़ी है
00:33:30और तीसरा ज़ाड दूसरे ज़ाड से दुगने माकका होगा
00:33:34ये शुरू होती है तलवार बाजी की प्रतियोगिता
00:33:50अब अगला प्रतियोगिया अपना नसीव आजमा सकता है
00:34:04अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अपना नसीव आजमा सकता है
00:34:34अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियोगिया अब अगला प्रतियो
00:35:04प्रतियोगिया
00:35:34हैं बेटी मुझे तुम्हें कुछ ज़रूरी बात बतानी है
00:36:00हाँ बेटी मुझे तुम्हे कुछ जरूरी बात पतानी है
00:36:03क्या आपको कोई चिनता सता रही है पिताजी
00:36:07सुनो यशोधरा इन दिवारों के बीच कभी मौत का जिक्र नहीं होगा
00:36:12या बुढापा या दुख या दर्द या बिमारी
00:36:17या कुछ भी ऐसा जो आनंद दाइक नहीं हो
00:36:21मैं चाहता हूँ के तुम खुश रहो
00:36:23हमेशा खुश रहो हमेशा के लिए
00:36:26पर क्यों क्या आपको शक है के हम दुखी होंगे
00:36:31नहीं कदापी नहीं बस मैंने उसे ऐसे ही बड़ा किया है
00:36:34और बस चाहता हूँ के आज के बाद भी ऐसा ही रहे वो
00:36:37पर महराज आप क्यों चाहते है कि मेरे पति जिन्दगी का सुर्फ एक ही हिस्सा देखे
00:36:44राजकुमार में बिटे एक चोटी सी तकलीफ है
00:36:49उसका स्वभाव ऐसा है कि वो बहुत भाऊक है
00:36:53इसी अरचन से भी दुखी हो जाता है क्या कहूँ
00:36:56तो आप मुझे क्या सलादेना चाहते है महराज
00:37:00उसे खुश रखना यशोधरा उसे बहुत खुश रखना
00:37:04हमेशा उसे अपने प्यार की कोटरी में बंद करना
00:37:08जहां प्यार पहरेदार होगा जो उसे बान दे रहेगा
00:37:11आपकी चंता के लिए धन्यवाद
00:37:14पर कोई भी जेल मेरी सोच को रोक नहीं सकते प्यारे पिताजी
00:37:19अव, क्या हुआ कुछ आपने डरावना सपना देखा
00:37:39ना, ना में ठीप हूँ
00:37:41क्या कोई बुरा सपना था
00:37:44मैं काफी समय तक तमारा निरिक्षन कर रही हूँ
00:37:47तुम किसी बात से चिंतित लगते हो.
00:37:49तुम्हारे मन में हमेशा कुछ तो रहता ही है.
00:37:52क्या वो मैं हूँ?
00:37:53क्या मेरी चिंता सताती है तुम्हें?
00:37:55नहीं प्रिये.
00:37:58तुम्हारी वज़े से नहीं.
00:37:59मेरी वज़े से.
00:38:01मेरे अंदर कुछ है.
00:38:03मुझे तुमसे प्यार है, मुझे तुमसे बहुत प्यार है.
00:38:06मानो, विश्वास करो.
00:38:09मुझे कभी-कभार सपने आते हैं, अजीब सपने.
00:38:12अच्छा, ऐसा है?
00:38:15कोई बात नहीं, जिनता मत करो.
00:38:18पता है, कभी-कभी जब मैं तुम्हें देखती हूं..
00:38:21पता है, कभी-कभी जब मैं तुम्हें देखती हूं, तुम बुझे जैसे..
00:38:24यशुदरा, सुना तुमने? सुना तुमने?
00:38:28क्या सुना?
00:38:30गान, देव दूतों का गान.
00:38:34नहीं, मुझे कुछ सुनाई नहीं दे रहा है.
00:38:37पर मुझे तो सुनाई दे रहा है..
00:38:39..संगीत कितना पवित्र, सुनाई दिया?
00:38:43सुनाई दिया तुम्हें?
00:38:44नहीं मेरे स्वामी, मुझे कुछ सुनाई नहीं दे रहा है.
00:38:47पर मैंने तो ठीक से सुना, पूरा और सबस्ठ,
00:38:50और मैंने तो ठीक से सुना पूरा और स्पश्ट।
00:38:53और वो बुलावा था, जानता हूँ वो बुलावा था।
00:39:04चित्रा, चित्रा.
00:39:07हाँ, राजकुमार सिधार्थ.
00:39:09मुझे बताओ चित्रा, इन द्वारों के पार क्या है?
00:39:12वहाँ शहर है, राजकुमार.
00:39:14घर, बाजार, नदी, रास्ते, मंदेल, बगीचे, घाटी.
00:39:21और उनके पार?
00:39:23उनके पार जंगल है.
00:39:26और उसके पार बिम्बिसार का राज्य है.
00:39:31और उसके पार?
00:39:34विशाल दुनिया, जिसमें लाखों लोग रहते हैं, कुमार.
00:39:38बताओ चित्रा, मैंने अब तक ये सब क्यों नहीं देखा?
00:39:43क्यों मैं कभी उस दुआर के पार नहीं गया?
00:39:47आपके पिदा की आज्या है, कुमार.
00:39:49ऐसा है क्या?
00:39:51पर मैं सब देखना चाहता हूँ.
00:39:54उन उची दिवारों के उस पार की जिन्दिगी देखना चाहता हूँ.
00:39:59बता नचले कि मैं बाहर जाने वाला हूँ.
00:40:01और मेरे चालक को कहो कि विवस्था के साथ कल सुबह तयार रहे.
00:40:04मैं देखूँगा कि उन बंद दुआरों के बाहर क्या है?
00:40:07याने वक्त आ गया. मुझे लगा सामय लगेगा.
00:40:12ठीक है हम सामना करेंगे. उसे बाहर जाके दुनिया देखने दो.
00:40:16बाहर हर तरफ खुशी का महोल रहे.
00:40:19मेरे बेटे को सिर्फ अच्छी चीजे दिखें.
00:40:34सुनो, सुनो, सुनो.
00:40:36अपने राजकुमार आज शहर का नजारा देखेंगे.
00:40:40कहें भी कोई दुख का नजार दिखना नहीं चाहिए.
00:40:45बद्सोरत और बिमारों को अपने अपने घर में ही रहने को कहा गया है.
00:40:53फिर से कहता हूं, अंधे, भिकारी और बुढे, घर के अंदर ही रहें.
00:40:59ये महराज की आग्या है और इसका पालन आज राज तक होना चाहिए.
00:41:07सुनो, सुनो, सुनो.
00:41:30वकcess से देते हैं.
00:41:32मेरे खुलान ब्रिक की craxse की.
00:41:35इसका पालन नहीं चाहिए.
00:41:44ये वदे से फिलस्यण नहीं कर तो पर बरहें सकी जाती।
00:41:50इसके बस स्परास्टमाब में साथ सर्वाज हाँ पजाब होना सा्द के स्नीजर MONICA की.
00:41:57शहर आपको मिलने को तयार है
00:42:11राजकमार की जय हो
00:42:13राजकमार की जय हो
00:42:15राजकमार की जय हो
00:42:17राजकमार अबर रहे
00:42:19राजकमार की जय हो
00:42:21जय हो राजकमार की जय हो
00:42:23जय हो राजकमार की जय हो
00:42:25जय हो राजकमार की जय हो
00:42:27धन्यवाद नमस्ते
00:42:29बहुत खुब मुझे बहुत पसंद आए
00:42:31और वो भी मुझे प्यार करते है
00:42:33बताओ चालक मैंने ऐसा क्या किया
00:42:35जो ये सब इतने खुश हैं
00:42:37वो सब खुश हैं क्योंकि आप उन्हें दिखने आए
00:42:39यह बहुत रोमान चक है
00:42:41यह लोग कितने खुश हैं
00:42:43और जोशीले लग रहे हैं
00:42:45मैं बहुत खुश हुँ कि मेरी वabisे
00:42:47इतने खुश है यह लोग
00:42:51Hmmmm ...सचमे खुश लग रहे हैं
00:42:55मैं कुछ और देखना चाहplet
00:42:57जय हो राजकमार की जय हो
00:43:09राजकुमार अमर नहीं।
00:43:12ये तुम।
00:43:18रुको।
00:43:24रुको।
00:43:40ये, ये कौन है?
00:43:42ये, ये एक बुढ़ा आदमी है।
00:43:45बूल जा इसे राजकुमार, ये बुढ़ा मरने वाला है।
00:43:50क्या मतलब है तुम्हारा, मरने वाला है?
00:43:53मरने वाला, मोत, जो बिल्कुल नैसरगीक है।
00:43:57पर, कोई क्या ऐसा दिखता है?
00:44:00इतना दर्दनाग, जब कोई मर रहा हो?
00:44:03कोई भी, जो बुढ़ा होता है, ऐसा ही दिखाई देता है।
00:44:09क्या मैं भी ऐसा ही दिखूंगा, जब मैं बुढ़ा हो जाओंगा?
00:44:14जब मैं मरूंगा, क्या मैं मरूंगा?
00:44:17जब मैं मरूंगा, क्या मैं मरूंगा?
00:44:20जवाब दो, क्या मैं भी बुढ़ा हो जाओंगा?
00:44:23इस बुढ़े आदमी के तरह, और मरूंगा?
00:44:30तो, तुम्हें क्या यहीं है कि मैं भी मरूंगा?
00:44:48जवाब दो, क्या मैं भी बुढ़ा हो जाओंगा?
00:44:51तुम्हें क्या यहीं है कि मैं भी बुढ़ा हो जाओंगा?
00:44:54तुम्हें क्या यहीं है कि मैं भी बुढ़ा हो जाओंगा?
00:45:18क्या तुम मुझे से खुश नहीं हो?
00:45:20क्या मैं तुम्हें वो सारे आराम नहीं देख सकती, जिसके तुम हगडार हो?
00:45:25प्रिये, खुशी, आराम ये सब कलपनाई है.
00:45:30आराम, ये सब कल्पनाय हैं, ये चीज़ें हमेशा नहीं रहेंगी
00:45:36क्योंकि एक दिन ये सारी चीज़ें गायब हो जाएंगी.
00:45:45तमय हमसे सब कुछ छीन लेगा प्रिये, ये नशा, ये सौनदर्य,
00:45:51ये जवानी, वो सब कुछ छीन लेगा, ओ, सब कुछ.
00:45:56मैंने आज ये सब देखा, मैंने जो कुछ भी देखा,
00:45:59वो मुझे अस्वस्थ कर रहा है.
00:46:03पर, वैसे हमेशा से ही ऐसे हो रहा है, महराज,
00:46:07हम ये बदल नहीं सकते.
00:46:10मुझे पता है, पर फिर भी मैं अस्वस्थ हूँ,
00:46:14और मुझे नहीं लगता कि मुझे अब नीन भी आएगी आज.
00:46:18महराज शुदोधन ने एक अजीव सपना देखा,
00:46:21जिसमें भविष्य में उसके बेटी का दायत्व उसे सुचित कर रहा था.
00:46:44हुँ, हुँ.
00:47:15दर्वाजा खोलो, मैं इसी वक्त बाहर जाना चाहता हूँ.
00:47:18मुझे छमा कर दिये राजकुमार, पर मैं ऐसा नहीं कर सकता.
00:47:23क्यों?
00:47:25आपके पिता की आज्या है राजकुमार, मुझे आज्या है,
00:47:28कि मैं आपको कभी भी महल के बाहर जाने ना दूँ.
00:47:31पीता जी मुझे जवाब दिजीये.
00:47:36मुझे बाहर शेहर में जा नेकी इजासद क्यों नहीं है?
00:47:40मुझे एक हर्षवकी पास उनकी और प्याके पर स्रियाइ है थे.
00:47:44क्यों?
00:47:46बाहर जी नहीं चाहते, बचे दी तो से,
00:47:49पिता जी, मुझे जवाब दीजिये।
00:47:55मुझे बाहर शहर में जाने के इजासत क्यों नहीं है?
00:47:58ये तुम्हारी ही भलाई के लिए है बेटा।
00:48:02तुम बहौत भावुक हो और तुम बहौत ज्यादा सोचते हो।
00:48:07और वैसे भी, तुमने शहर तो देख लिया है, है न?
00:48:11और हाँ, मैंने देखा, लग रहा था जैसे आपने सब पहले से इंदिजाम कर रखा था, कुछ भी नैसरगिक नहीं था, सब कुछ बना बनाया लग रहा था पिता जी, सब लोग बस खुश थे, हस रहे थे।
00:48:27अब हसने में क्या बुराई है, और खुश होने में क्या गलती है?
00:48:32कुछ नहीं, अगर वो नैसरगिक होता, मेरे लिए खुशियों भरी तुनिया का नजारा मत खड़ा किजिये पिता जी, आप चाहते हैं कि मैं इस धर्ती पर राज करूँ, तो मुझे ये धर्ती जैसी है वैसे देखने दे, मैं लोगों को जानना चाहता हूँ, उनकी भाव
00:49:02धर्ती जरूरत से ज्यादा समरक्षक बना ठीक है बेटे अब आज से तुम जहां चाहो घूम सकते हो जो चाहे कर सकते हो
00:49:14चाना कैसा लग रहा हूँ मैं क्या तुम्हें लगता है कि लोग मुझे पहचान पाएंगे जब मैं रास्ते पर चलूँगा बिलकुल नहीं तो फिर बहुत अच्छा चलो
00:49:44अगर तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्हें लगता है कि तुम्ह
00:50:15वहाँ देखो कितना सुन्दर है
00:50:21कोई मदद करो
00:50:23उससे और नहीं साहा जाता
00:50:26और दर्द बढ़ता जा रहा है
00:50:35कोई मदद करो
00:50:37मदद करो
00:50:38किरपा करो
00:50:40मुझे बचाओ
00:50:41नहीं साहा जाता
00:50:43और दर्द बढ़ impart
00:50:52डर्द बढ़ नहीं होंता
00:50:54नहीं, नहीं, नहीं मेरे मालिक
00:50:57वो बीमार है
00:50:58किसी रोग की माजे से पीडित है
00:51:01कीरबा करे उसे सपर्श मत करेए
00:51:03भाई, तुम रू क्यो रहे हो
00:51:05क्या हो गया है तुम्हे
00:51:06छाना
00:51:07क्या और भी हैं? बहुत सारे हैं इनके जैसे.
00:51:11बीमार आदमी? हाँ, ये एक अन्धिम सत्य है.
00:51:14जीवन का अपरिहार हिस्सा.
00:51:16हर आदमी, हर आउरत, हर बच्चा..
00:51:18..जिन्देगी के किसी मोड पे बीमार तो पड़ता ही है.
00:51:21वो बुखार हो, पेट दर्ध हो, खस्रा हो..
00:51:24..कई तरही बीमारिया है.
00:51:26इससे कोई नहीं बचा है.
00:51:28क्या ये बिना बताया जाता है?
00:51:30या फिर कोई रास्ता है इनको पहले से जानने का?
00:51:34नहीं, इसका कोई रास्ता नहीं.
00:51:36बस चुपके से आता है, जैसे कोई साप.
00:51:38और तेर अच्छानक वार कर देता है जैसे चमकती बिज़ली.
00:51:47चाना, क्या होता है जब लोग बीमार पड़ते हैं?
00:51:50आप देखी रहो, वो सहते हैं, दुद्कारे जाते हैं..
00:51:53..कमज़ोर, और फिर मर जाते हैं.
00:51:55मर जाते हैं?
00:51:56हाँ, मर जाते हैं, गल जाते हैं, गईव हो जाते हैं.
00:51:59दुनिया के पेट में.
00:52:01मर जाते हैं?
00:52:03मुझे बताओ चाना क्या मैं बिमार पडूँगा,
00:52:05क्या मैं भी मरुंगा?
00:52:06कहने को बहुत दुख हो रहा है राज कुमार, पर हाँ.
00:52:09आप भी बिमार पड़ोगे, आप भी मरोगे, हम सब मरेंगे, कोई नहीं बचेगा.
00:52:16अच्छा तो क्या यही वज़ाय है कि सब लोग डर कर जीते हैं?
00:52:19हाँ, सब लोग डरते हैं.
00:52:21इसका मतलब कोई भी जो आज जिन्दा है,
00:52:23वो यह नहीं कह सकता कि मैं कल जिन्दा रहूँगा या नहीं?
00:52:28कोई नहीं कह सकता, हम सब को मरना होगा.
00:52:32समझ गया.
00:52:33हाँ मेरे स्वामिय, जो नसीव वाले जिनकी उम्र ज़्यादा होती हैं,
00:52:36वो बिमार नहीं होते, पर वो भी बूड़े हो जाते हैं,
00:52:39और जिन्दगी उनका साथ छोड़ देती हैं,
00:52:42बाकि जल्दी मरते हैं, बिमारी से, दर्थ से.
00:53:01क्या चाना, यह हिल क्यों नहीं रहा है?
00:53:04वो मर चुका है, उसका दर्थ खत्म हो गया.
00:53:07या?
00:53:09वो मुझे उपने पिछे, वो गनाई हुई शाया?
00:53:13हम बोला क्यों?
00:53:15मग़ी, माली उपने पिछा खता है,
00:53:17मैं भी जब औरि treatment तो हो सकता है,
00:53:20मैं बचा नहीं हो गया.
00:53:22वो मुझे बुक्षिक का ज़बोंड का ख़लस मिला,
00:53:26जो जन्म और मौत के बीच गुमती हैं।
00:53:29मुझे लगा जीवन अमर है।
00:53:31कभी न रोकने वाला।
00:53:33दुरुभाग्य से ऐसा नहीं है।
00:53:35लोगों को उनकी कलपनाओं से बाहर लाना होगा।
00:53:38दुनिया में मौत ही अंतिम सत्य है।
00:53:41जाना, आन अनोने पूरी दुनिया बनाए और चुकचाब देखरे है यह तकलीफ हैं।
00:53:45अगर वो इतने शुरुफ से है तो सुनती नहीं रहे।
00:53:48यहरी वाल से नहीं है ने लोगे शुरुफ नहीं है।
00:53:52वो कुछ मुझे क्षाद करो.
00:53:54उन्हें मदद चाहिए चाना.
00:53:56वो मैं, तुम, हम सबको मदद चाहिए.
00:53:58सिर्फ हमी क्यों? भगवान को भी मदद चाहिए.
00:54:01आपने भगवान कहा, स्वामी?
00:54:02उन्होंने ही तो दुनिया बनाई है.
00:54:05चाना, उन्होंने पूरी दुनिया बनाई..
00:54:07और चुप चाप देख रहे हैं ये तकलीफें.
00:54:10अगर वो इतने शक्ति शाली है..
00:54:12..तो उसे ये सब रोकना चाहिए था.
00:54:14ये दर्द, ये मौत, पर वो ये नहीं कर रहा है.
00:54:18राजकुमार, राजकुमार.
00:54:21राजकुमार, एक शुब समाचार है.
00:54:22आपको बेटा हुआ है.
00:54:25क्या बढ़िया समाचार है, बहुत खुब.
00:54:28मैं खेलूँगा उसके साथ.
00:54:31इसमें इतना खुश होने जैसा कुछ नहीं है चाना.
00:54:33ये सब एक डोर है मुझे बानने के लिए.
00:54:37तो उसका नाम राहूल रखो.
00:54:38राहूल, यानि साप.
00:54:40या फिर एक रस्ती, जो मुझे पीछे कीछने के लिए बनी है.
00:55:11चाना, चाना, उठो चाना.
00:55:15मालिक.
00:55:16अपना वहान निकालो.
00:55:17मालिक, मालिक आपको अभी घूमना है?
00:55:21चाना, चाना, उतो चाना.
00:55:24मालिक.
00:55:26अपना वहान निकालो.
00:55:27मालिक, मालिक आपको अभी घूमना है?
00:55:30इस आथी राद? पर क्यों?
00:55:34धीरे बूलो, मुझे जाना है.
00:55:37वो घड़ी आगया है, चाना.
00:55:39किस बात कि, मालिक?
00:55:41इस आदी रात को?
00:55:43पर क्यों?
00:55:45धीरे बोलो. मुझे जाना है.
00:55:47वो गड़ी आ गई है, चाना.
00:55:49किस बात की, मालिक?
00:55:51सच्चायी की खोज की, जो मैं पाऊंगा सब के लिए.
00:55:55पर आप कहा जा रहे हैं?
00:55:58मुझे नहीं पता.
00:55:59पर मालिक, अपने पिता के बारे में सोचो.
00:56:01आपका बेटा और राजकुमारी.
00:56:03एक बहतर कारे के लिए, मुझे सारे एशो आराम त्यागने होंगे, चाना.
00:56:07सारी मानो जाती के सुक के लिए.
00:56:10चिरंतन आनन्ध के लिए.
00:56:12तो और समय व्यारत न करो, चाना.
00:56:13और जाओ मेरा घोड़ा लेकर आओ.
00:56:21कंटका, शायद ये तुम्हारी सबसे दूर की यातरा हो.
00:56:24क्योंकि मैं नहीं जानता कि इसका अंत कहां होगा.
00:56:27चाना, मेरे राहोल का क्याल रखना.
00:56:30और मेरी प्रिया यश्वधारा का भी.
00:56:43परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परिया, परि
00:57:13क्रिज़ बढ़ भी चाहते हैं लोग वो गता है थू।
00:57:15काई बादिया कि अपने क्रियःट को पड़ जो करे गता है ।
00:57:17बहुत गद कि आप बहुत बहुत कर जो बस कर जो बचट अने है ?
00:57:19હાહાહ્..
00:57:30હહહા..
00:57:41राजग्माल सिधार्थ, करपया मारा का परनाम स्विगार करें
00:57:48मुह का राजा, आपसे मिलकर खुशी होई।
00:57:57पर मेरे प्यारे साहग, क्या मैं ओच सकता हूँ, क्या आप इस वक्त कहा जा रहे हो।
00:58:03मैं सच की तलाश में जा रहा हूँ।
00:58:05आज से साथ दिन बाद, राजगुमार से धौर से अपने महान साम्राच के इकलोते स्वामी होंगे।
00:58:21आज से साथ दिन बाद, श्तिरी और पुरुष आतुरता के साथ प्रतिक्षा करेंगे कि उनके स्वामी का हलका सा इशारा हो और वो उनकी कामना पूरी कर दें और वो अपकी शरण में आएं मेरे महान स्वामी।
00:58:43मारा, अब मोह मुझसे नहीं जीच सकता और नाहीं मुझमें किसी बात की आज बच्ची है।
00:59:13मारा, अब मोह मुझसे नहीं जीच सकता और नाहीं मुझमें किसी बात की आज बच्ची है।
00:59:43हुषद!
00:59:50चलता हूँ कंटका, पता है बहुत कथेन है पर दुनिया को और माना जाती को बचाने किलिए तब कुछ छोड़ना होगा।
01:00:03चाओ कंटका.
01:00:13पर ज़ावान आत्मी, क्या तुम्हें पता भी है कि कितना मुश्किल है?
01:00:16मैं जानता हूँ, अच्छी तरह से.
01:00:19मैं दौस में परूपा चाहिए है.
01:00:20और मैंने बहुत पनाजा चरता हूँ.
01:00:22तो तुम्हें पर पर्वाद नहीं हो गुए.
01:00:24और तुमने सब कुछ त्याग दिया, पर क्यों?
01:00:29सिंदिगी का असली मतलब खोजने के लिए.
01:00:32पर ज़वान आदमी, क्या तुम्हें पता भी है कि कितना मुश्किल है?
01:00:36मैं जानता हूँ अच्छी तरह से.
01:00:38पर इसके लिए द्रड विश्वास चाहिए.
01:00:40कुछ रिशी उसकी बातों से प्रेरित हुए, और उसके मार्ग पर चलने का निर्णे कर लिया.
01:01:11शिद्धारद भोगा प्यासा रहकर सादना करने लगा जब तख वो मौत के करीब न पहुँच जाए.
01:01:18सिधार्ट भोखा प्यासा रहे कर साधना करने लगा
01:01:22जब तक वो मोत के करीब न पहुँच जाएं
01:01:48सिधार्ट भोखा प्यासा रहे कर साधना करने लगा
01:02:18सिधार्ट भोखा प्यासा रहे कर साधना करने लगा
01:02:48शो!
01:02:51शो!
01:02:52छरो! भागो ..भागो याँजे
01:02:56सादू माराज, आपको ऐसे भूखा नहीं रहने चानी
01:03:01चान कैसे शरुपाप्रणीत बचा घी Lö reel ॕारणापर --> श्रुपाप्रणीट
01:03:15वालो ,शरुपाप्रणीट sí
01:03:16आपको ऐसे भूखा नहीं रहना चाहिए.
01:03:28ये लीजी किसी ने कहा है तन्दुरूस तात्मा तन्दुरूस शरीर में वास करती है.
01:03:44तुम्हारा नाम क्या है?
01:03:45सुझाता!
01:03:47तुमने मुझे नई जिनदिगी दी है.
01:03:49इस बुद्धी ने मुझे समझाया है कि समपूर्ण सन्यास मेरा मारग नहीं है.
01:03:54इसलिए मैं तन्दुरूस्त मन के लिए और तन के लिए योग साधना करूँगा.
01:03:59मैं स्वयम रुपांतरण और स्वयम केंद्री करण के बीच का मारग अपनाओंगा.
01:04:10आओ, मेरे साथ आओ.
01:04:13सिदार्थ, तुम हार गय हो.
01:04:15तुमने अपना प्रल तोड़ा है.
01:04:18हम तुम्हारे साथ नहीं हो सकते हैं.
01:04:20गीली लकड़ी से कभी आग पैदा नहीं होती, दोस्तों.
01:04:24मुझे बीच का रास्ता मिल गया है.
01:04:27और मेरे दोस्तों, यही एक रास्ता है.
01:04:36आपकी दया के लिए आपको शान्ती मिले.
01:04:40धन्यवाद, महा प्रभु.
01:04:50आपको प्रभु.
01:05:20आपको प्रभु.
01:05:50आहाहु !!! है महानु पाव !
01:05:55मुझे बड़ी खुशी हो रही है.
01:05:59अप्समे आ गया है.
01:06:00प्रभु त्यारती को टोक के ंसित से चर बूडती है.
01:06:05यहें.
01:06:07हैए ...
01:06:10मोसुल.
01:06:11में आपको खुशी है है पिसरिए.
01:06:15मुझे बड़ी खुशी हो रही है.
01:06:18अब समय आ गया है आपके निर्वान का.
01:06:23और दुनिया को छोड़ने का.
01:06:27नहीं. अभी नहीं.
01:06:29अभी समय नहीं हुआ, मोरा.
01:06:32पर क्यों नहीं?
01:06:34आपको अपने सारे जवाग तो मिल गए है ना?
01:06:38मुझे इस ग्यान को बातना है.
01:06:40मैं जो भी जानता हूँ,
01:06:41वो मानवता को बचाने के लिए फैलाना होगा.
01:06:44नहीं. नहीं.
01:06:46तुम ऐसा नहीं कर सकते.
01:06:49तुम ऐसा नहीं कर सकते.
01:06:52मैं तुम्हें ऐसा करने नहीं दूँगा.
01:07:08अपने जवाग तो मिल गए है ना?
01:07:10मुझे इस ग्यान को बातना हूँ,
01:07:12वो मुझे इस ग्यान को बचाने के लिए फैलाना होगा.
01:07:14मैं तुम्हें ऐसा नहीं करसने के लिए फैलाना होगा.
01:07:17अब तो पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर पर �
01:07:47पर पर पर पर पर पर पर पर पैं Really
01:08:00Yes
01:08:01अब मैं मार्ग जानता हूँ,...
01:08:04जो सारे ढर्द कांट करता है
01:08:07आ�uppure मैं सबी कामनाओ n PRESIDENT IT const There's much hope and sorrow
01:08:10और तुखों से मुकठ होगैया हूंand with that I've got rid of everything
01:08:13पर,,,,,,, तुम nor UNITY
01:08:26तब हर कर्षि। तोड़ाो Wow
01:08:28पर तुम पूरा सच कैसे जानते हो, तुमने तो हार मानी थी, है ना?
01:08:35नहीं, मैंने कभी हार नहीं मानी, नहीं दुनिया से, जो आनंद दाई दुनिया है,
01:08:40नहीं ये नश्वर दुनिया और ना नकारात्मक द्रश्ठी कोण आपमे प्रकास जगा सकता है,
01:08:46निर्वान तक का मारग परसंगात्मक है, कोशिश करो समझने की, चही विश्रास, चही परिणाम, चही बोल, चही कार्य, चही जीवन, चही प्रयास, चही विचार, चही एकागरता.
01:09:04और ये है बीच का मारग.
01:09:08छमा करो, हमारे वर्ताओ के लिए छमा करो.
01:09:13हे महरश्य, हमें अपना सेवक स्विकार कीजिये.
01:09:37मेरे शिष्यों, समय आ गया है, कि हमें लंभी और प्रभौषाली यात्रा करनी होगी.
01:09:46सभी दिशाओं में जाने का समय आ गया है.
01:09:50समय है सिखाने का और प्रेम संदेश माटने का.
01:10:01आओ, चलते हैं.
01:10:07बुद्ध बदलाव एवं रगती के लिए निकल पड़े.
01:10:10और अपने यात्रा में अनुने कई बदलाव कर दिखाए.
01:10:32ओ, तुम प्यारे बच्चे.
01:10:36रुको, वापस करो इसे.
01:10:40तुम इसे कहा ले जा रहे हो दोस्त, किरप्या मुझे बताओ.
01:10:43वहाँ पर, बली देने वाले कम्रे में.
01:10:45हमें पुजारी ने कहा है कि हमें सौव बक्रियों की बली चड़ानी है.
01:10:49पर किस लिए?
01:10:51ईश्वर की प्रार्थना के लिए.
01:10:53हम वहाँ जाएंगे, चलो.
01:11:23एए, परमेश्वर! महाराज के सारे पापिस बक्रियों में समाज आने दो और आग को इसे ग्रहन करने दो.
01:11:54जे मा काली
01:11:56रुखो
01:12:00उसे वार मत करने देना महाराज
01:12:11कौन है ये आदमी
01:12:14ये पुद्ध है
01:12:18हमें क्या करना चाहिए
01:12:20बताईए ओ महानु भाव
01:12:22क्या हमने कुछ गलत किया
01:12:24सब ही प्राणी
01:12:26उनमें से हर कोई जीवन से प्यार करता है
01:12:28ये राजा
01:12:30जीवन महङगा है
01:12:32इस निष्पाप बक्रे के लिए भी
01:12:34और आपका कर्तव्य बनता है
01:12:36कि आप इस सब की रक्षा करें
01:12:38
01:12:40मैं पर लेकिन
01:12:42शु
01:12:44तुम्हे आप being
01:12:48चोटि भकरी he
01:12:51उतना ही विश्वास करती है जितने तुम्हारे लोग
01:12:53और तुमारे अशारे पर यह तलुवार
01:12:55गिरेगी..
01:12:57तुम जान लोगे हि इस चोटे और निषपाप बक्रे की
01:12:59बिना किसी वजय के
01:13:01करे राजा
01:13:03एक अत्या से अगर तुम्हें अपेक्षा है..
01:13:05..कि तुम्हारे पापों से तुम्हें मोक्ती मिल जाएगी..
01:13:08..तो ये गलत है.
01:13:10मुझे क्या करना चाहिए?
01:13:11अपने राज्या की सारी पशुवश्षालाओं पर..
01:13:14..प्रतिबंद लगा दो.
01:13:33प्रतिबंद लगा दो.
01:14:03तम..
01:14:06मौत से भाग रहे हो?
01:14:08नहीं, बिलकुल नहीं.
01:14:10लगता है कि तुम जरूर भाग रहे हो.
01:14:13क्या?
01:14:14मैं तो शांत हूँ.
01:14:15तुम ही हुँ जो चंचर लग रहे हूँ.
01:14:18क्या बात कर रहे हो तुम?
01:14:19मेरा मन पूर्न शांत है.
01:14:21वो तुम्ही हो जिसे मन की शान्ती की जरूरत है बेटे.
01:14:24बेटे, तुम शायद छूट बोल रहे हूँ.
01:14:30तुम्हें पता है मैं कौन हूँ?
01:14:31हाँ, अंकुली माला.
01:14:33क्या जानते हो तुम?
01:14:34मैं खुंखा राक्षस हूँ, जो आदमी का मांस खाता है.
01:14:38नहीं मेरे दोस्त, तुम भटकी आत्मा हो जिसे मदद चाहिए.
01:14:42मदद? तुम लोग क्या जानों मदद के बारे में?
01:14:45सिवाई धोखा और क्रूर्ता के?
01:14:47नहीं मेरे बच्चे, सभी बोरे नहीं होते.
01:14:50शायद अन्जान होंगे, पर ये दुनिया पूरी तरह से बुरी जगए नहीं है.
01:14:54मैं क्यों समझने की कोशिश करूँ?
01:14:57जब कोई भी मुझे समझने की कोशिश नहीं करता?
01:15:01तुम्हारे साथ जो भी हुआ, मुझे उसका दुख है.
01:15:03पर ऐसे खुद को तकलीफ देकर, तुम्हें कुछ भी आसल नहीं होगा.
01:15:07नहीं, बिरकोल नहीं, मैं औरों को तकलीफ देता हूँ.
01:15:10अपने अंतर मन का कहा टाल के, क्या है जो तुम पाना चाहते हो?
01:15:15बहुत हो गया, मैं तुम्हारी सुनने नहीं आया हूँ.
01:15:18मुझे तुम्हारी उंग्ली चाहिए.
01:15:20ले लो मेरे बच्चे, अगर यही तुम्हें आनंद देता है.
01:15:23और इन उंग्लीयों का साथ ही, मैं तुम्हारी जान भी ले लूँगा.
01:15:26क्यों नहीं मेरे बच्चे, अगर इससे तुम्हारा मन शानत होता हो, ले लो.
01:15:57अपनी यात्रा के दौरान, बुद्ध ने अपना संदेश आम लोगों तक पहुँचाया.
01:16:13निसर्ग का चरंतन सौंदर, जिसने उसे अचमभित किया,
01:16:17पुराने समय के तरह जैसे का तैसा था.
01:16:27भरी हुई उचाया, पिघल्ती हुई बर्व,
01:16:33बहते झर्ने, और हल्के पत्ते,
01:16:39सभी के लिए एक संदेश था, जिनसे वो मिलता.
01:16:43वो रास्ते जहांपर चलने की कभी मुझे मनाई थी,
01:16:47वो लोग जिनसे मिलने की मुझे इज़ासत नहीं थी,
01:16:51और जीवन का एक हिस्सा, जो मुझे नहीं जानने दिया गया.
01:16:55वो रास्ते जहांपर चलने की कभी मुझे मनाई थी,
01:16:59वो लोग जिनसे मिलने की मुझे इज़ासत नहीं थी,
01:17:03और जीवन का एक हिस्सा, जो मुझे नहीं जानने दिया गया.
01:17:24मैं यहां बड़ा हुआ, इन सीडियों से भागा, और इन बगीचों में खेला.
01:17:29मैंने जीवन के सभी आनंदों को उपभोग किया, और सोचा यह हमेशा रहेगा.
01:17:35फिर मुझे प्रेम हुआ, शाधी की, और एक पुत्र का पिता बना.
01:17:39कितनी मज़बूत हैं ये रसियां, जो हमें चिरंतन चक्र में बान देती हैं.
01:18:03मैंने जीवन के सभी आनंदों को उपभोग किया, और इन सीडियों से भागा, और इन सीडियों से भागा.
01:18:09पऋगाद किया है, प्रेम, के लिए उसे लगो.
01:18:32राजकुमार वापस आ गे है, क्या सच में, मेरे राजकुमार.
01:18:39और तुम्हे यह क्या हो गया है मेरे बच्चे?
01:18:41जीवन के वो दोक जिनने आपने मछ से सिफाने kimos se shifane
01:18:43की बहुत कोसिष किती. kimos se shafane kii bhat kusisiti.
01:18:45सचचाय ही युन --> इनसानी जीवन कि जीनने aur kimos hii yum.-insaani jeevan ki jinane
01:18:46आपने मुझे कोसो दूर रखा, उन्होंने मुझे बाहर जाकर
01:18:50सच्चाय कोशने पर मजबूर किया.
01:18:52ताकि मेरे चंचल दिमाग को जवाब मिल सके.
01:18:54तो क्या तुम्हें जवाब मिला?
01:18:57जी आँ, बिल्कुल.
01:18:58और मैं यहाँ आया हूँ उसे आप सब के साथ बातने के लिए.
01:19:01जरूर मेरे बेटे, मेरे मन के एक कोने में हमेशा लगता था
01:19:05कि तुम अपनी मनजिल जरूर पाऊगे.
01:19:07भगवान तुम्हें आशिरवात दे.
01:19:09मेरे स्वामी, मुझे छोड़कर मत जाये.
01:19:11कुरुप्या हमारे साथ रहिए.
01:19:13राजकुमारी है?
01:19:15हाँ, मैं हूँ.
01:19:17और यह है राहुल, हमारा बेटा.
01:19:22एगोरी, मुझे तुम्हारी बाहों में प्रेम मिला.
01:19:25पर मेरी आत्मा सोने के पिंजरे में तडब रही थी.
01:19:28पर मुझे जाना होगा, वो करने जो मुझे करना चाहिए.
01:19:32मुझे अपने साथ ले चलिए, स्वामी.
01:19:34मैं आपके साथ रहना चाहिए हमेशा.
01:19:36मुझे शमा करो दर्द देने के लिए.
01:19:39पर अब मैं वो पुरुष नहीं जो तुम्हारा पत्वी..
01:19:40..और तुम्हारे बच्चे का पिता था.
01:19:49और इस तरह राजकुमार सिधार्द..
01:19:51..जिसके पास बेशुमार एशुवाराम..
01:19:53..राज्य प्यार करने वाला परिवार..
01:19:55..और संपत्वी थी, सब त्याग कर सच्चाय को अपना लिया.
01:19:59बहुत सारी तकलीव और योग के बाद..
01:20:02..राजकुमार सिधार्द बोधिसत्व बने..
01:20:07..सच्चाय की परिसीमा..
01:20:09..और फिर बुद्ध प्रकाश में.
01:20:20उनका सच्चाय का पार्ट..
01:20:22..जो सारी बुराईयों का नाश करता है..
01:20:25..और लोगों से अच्छे कर्म करवाता है..
01:20:28..यों द्वारा अपनाया गया..
01:20:29..और एक महान धर्म का निर्मान हुआ, बुध्ध धर्म.
01:20:44बुध्ध धर्म कई देशों में फैल गया, दुनिया भर में.
01:20:48जिसमें श्रीलंका, दिपत, म्यानमार..
01:20:52..थायलन्ड, चाइना, जापन, वियत्नाम और सिंगापूर हैं.
01:20:57यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:21:21यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:21:51यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:21यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:26यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:30यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:34यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:38यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:42यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:46यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:50यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:54यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:22:58यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:02यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:06यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:10यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:14यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:18यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:22यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:26यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:30यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:34यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:38यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:42यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:46यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:50यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:54यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:23:58यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:03यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:07यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:11यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:15यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:19यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:23यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:27यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:31यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:35यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:39यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:43यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:24:47यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.
01:25:17यहां तक कि आज उनके पस्चिम में भी कई भक्त हैं.