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How One Mistake Trapped the Dark Web King

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00:00बैंकॉक में अपने लग्जरी विला के अंदर बैठा एक शक्स लैपटॉप चला रहा था
00:04कि अचानक बहर से उसको जोरदार एक्सिडेंट की आवाज सुनायती।
00:09इस बात से बिल्कुल बे खबर कि उसकी आयाशी वाली जिंदगी का कुछ ही मिन्टों बाद धी ऐंड होने वाला है
00:16वो शक्स अपना लैपटॉप वही खुला छोड़कर बाहर की तरफ भागा।
00:21कहने को तो एक लड़की ने अपनी टोयटा कैमरे उसके विला के गेट से जा तकराई थी
00:26पर असल में एक नहीं दो नहीं बलके साथ मुल्कों की पुलीस इस दिन का पिछले कई सालों से इंतजार कर रही थी।
00:35ये बैंकॉक में फिर्थ जुलाय 2017 की सुभा थी और जिस शक्स की हम बात कर रहे हैं ये कोई मामुली इंसान नहीं है।
00:43ये मल्टी मिलियनेर बादशाहों वाली जिन्दगी गुजरता था। दिन को पॉर्शा, शाम को बी-म-डवल्यू और रात को लेमबॉर्कीनी चलाता था।
00:52दुनिया की नजर में सौफ्टवेर डवेलिपर जब के असल में ये किंग औफ डार्क वेब के नाम से पहचाना जाता था।
00:58वो शक्स जिसने सालों से अपनी आइडेंटिटी को छुपाए रखा एक छोटी सी घल्ती उसका सब कुछ बहा गई।
01:06पर आखिर वो छोटी सी घल्ती क्या थी और कैसे साथ मुल्कों की पुलीस ने कुलाबरेशन के साथ दुनिया के सबसे वांटिड डार्क वेब किंग को ढूंढ निकाला।
01:21जम्टीवी की विडियोज में एक बार फिर से खुशाम दीत।
01:24नाजरीं ये 2010 की बात है जब डार्क वेब आईस्था आईस्था उठ रहा था।
01:29डार्क वेब इंटरनेट की दुनिया का दूसरा रुख है जहां हर किसम के इलीगल काम होते हैं।
01:35डरग्स और वैपन्स से लेकर टारगेट किलिंग के कॉंट्रेक्स देने तक सारा काला बिजनिस यहीं पे होता है।
01:41यहां ऐसे ऐसे काम होते हैं जिनको सुनकर यकीन लाना भी हमारे लिए काफी मुश्किल है।
01:47डरक वैप पे इस तरहां के सारे कामों के होने के पीछे भी एक खास रीजन है।
01:52दुनिया भर में इलीगल काम करने वाले अपनी आइडेंटिटी चुपाना चाहते हैं।
01:57ताके पुलीस और लॉव इन्फोर्समेट एजन्सीज की पकड में ना आ सकें।
02:01और डरक वैप पे इनका ये मसला हमेशा हमेशा के लिए हल होता नजर आ रहा था।
02:07जिस तरहां नॉर्मल एंटरनेट पर ब्राॉजिंग के लिए हम गूगल, क्रूम जैसे ब्राॉजर्स का इस्तमाल करते हैं।
02:12इसी तरहां डरक वैप की वेबसाइट्स को ब्राॉज करने के लिए इस्पेशल ब्राॉजर्स यूज होते हैं जो यूजर की आइडेंटिटी को बहुत सारे सर्वर्स के जरीए प्रोटेक्शन देते हैं।
02:23इन मेंसे एक का नाम टॉर ब्राॉजर है।
02:262010 से पहले डरक वैप का इतना रुजान नहीं था, लेकिन इसके बाद क्रिप्टो करण्सीज के आते ही इलीगल ट्रेड्स की पेमिंट ट्रांसवर करने का मसला भी हल हो गया।
02:36क्युंकि क्रिप्टो करण्सी को ट्रेक करना अथारोटीज के लिए नामम्किन है।
02:41डरक वैप में इलीगल ट्रेड्स के सारे मसले हल हो चुके थे।
02:45कॉंट्रेक्टर्स की आइडेंटिटी भी सेफ थी और पेमिंट ट्रांसवर करना भी काफी सेफ हो चुका था।
02:51अब सिर्फ एक चीज की जरूरत थी और वो था कोई अच्छा और रेप्यूटेबल प्लैटफॉर्म या फिर डर्क वैप साइट।
02:59सबसे पहले सिल्क रोड नाम की डर्क वैप साइट बनी जिसको इंटरनेट की इस अंथेरी दुनिया में काफी काम्याबी मिली।
03:06इसकी शुरुवात फेबररी 2011 में हुई और उठते साथ ही इसको एक लाक से ज्यादा कस्टमर्स ने इस्तमाल करना शुरू कर दिया।
03:15लेकिन डाई सालों के बाद सिल्क रोड का मालिक पकड़ा गया और ये वैप साइट बंद कर दी गई।
03:21पर क्यूंके इस बिस्निस की काफी डिमांड थी तो कुछ ही दिनों में बहुत सारी नई डार्क वैप साइट लॉंच कर दी गए।
03:28जिसमें सिल्क रोड 2.0 और एवलूशन नाम की वैप साइट भी शामिल थी।
03:33इन वैप साइट पे सेल पर्चेस के लिए कस्टमर्स अपने बिटकॉइंस प्लैटफॉम को देते और पर्चेजिंग के बाद ये बिटकॉइंस प्लैटफॉम का कमिशन काट कर सैलर को मिल जाते थे।
03:44अब क्यूंके यहां होता ही सारा ब्लेक बिजनिस है तो अक्सर वेबसाइड ओपरेटर्ज कस्टमर्स के सारे पैसे लेकर वेबसाइड बंद करके भाग जाते थे, जिसको एकजिट इसकैम्स भी कहते हैं।
03:56वैसे ही ना उनको कोई जानता था और फिर डार्क वेब की वज़ा से उनको ट्रेस करना भी एक ना मुम्किन काम था। लिहाजा एकजिट इसकैम्स की सुरत में ड्रग डीलर्स सिम्प्ली दूसरे प्लैटफॉर्म्स पे शिफ्ट हो जाते थे।
04:10डार्क वेब के शुरुवाती सालों में यहां बहुत गपले होते रहें। एकजिट इसकैम्स, प्लैटफॉर्म ओनर्स का पकड़ा जाना और हेकिंग बहुत कॉमन थी। यहां एक रेपिटेबल और ट्रेस्टेट प्लैटफॉर्म की जरूरत थी और यही वो वक्त था ज�
04:40शुरुवात में एलफा बे पर सिर्फ चोरी शुदा क्रेड़िट कार्ड्स की इंफॉर्मेशन बिखती थी
04:46लेकिन बाद में यहां दूसरे भी प्रोड़ट्स की सेल पर्चेज शुरू हो गई जैसा के मनी लॉंडरिंग और ड्रग्स।
04:53कुछ चीज़ें ऐसी थी जिनको एलफा बे पर ट्रेड करने की पर्मिशन नहीं थी चाइल अब्यूज और चोरी किये गए रशियन बैंक अकांट्स की डिटेल्स।
05:03पर ऐसा क्यूँ था शायद एलफा 02 रशियन लॉंडरिंग अकांट्स से पंगा नहीं लेना चाहता था या फिर वो यूस लॉंडरिंग अकांट्स को ये दिखाना चाहता था कि वो रशिया से बैट कर ये चला रहा है जहां यूस का होल्ड नहीं है।
05:21पहले ही साल में एलफा बे ने डार्क वेब पर अपने पैर जमाना शुरू कर दिये। एक ही साल में यहां दो लाक कस्टमर्स और 40,000 से जियादा सेलर्स अपना ब्लेक बिजनिस सकून से करने लगे।
05:342017 तक एलफा बे पर 3,00,000 से जियादा आइटम्स लिस्ट हो चुके थे और रोजाना करीब 5,00,000 की सेल्स भी होने लगी।
05:44एलफा 02 जिसको कोई भी नहीं जानता था वो इन सेल्स से महीने में 6,00,000 डॉलर्स कमाने लगा और देखते ही देखते डार्क वेब की दुनिया का अकेला बादशा बन गया।
05:56एलफा बे डार्क वेब की सबसे बड़ी मार्किट प्लेस बन चुकी थी जिसने डीलर्स और कस्टमर्स के बीच अपना ट्रस्ट लेवल बना दिया था। इस सब के बीच दुनिया भर की लाउंफोर्स्मेट एजन्सीज एलफा 02 की असल पहचान जानने की कोशीशें कर रह
06:26पहुँचने का भी कोई चांस बन सके। नॉर्मली किसी भी वेब साइट की सर्वर लोकेशन यानी जहां पर वेब साइट होस्ट होती है वो मालूं करना इतना मुश्किल नहीं होता। लेकिन डार्क वेब साइट क्यूंके सिरिफ टॉर ब्राॉजर के जरीए एकसेस हो सब
06:56बन कर ड्रग्स खरीदने लगे इस उमीद में के ड्रग डीलर कभी कोई गलती करे तो हम उस तक पहुँच सके।
07:03पर इससे तो सिरिफ ड्रग डीलर पकड़ा जाएगा जबके अथारोटीस को तलाच थी एलफा बे के मास्टर माइंड एलफा जीरो टू की जो इस मामले में काफी एहत्यात कर रहा था।
07:14उसको इस अंधेरी दुनिया में बचे रहने के सारे गुड मालूं थे।
07:19पिछले कई सालों में उसने चोटी सी भी गलती नहीं की जो अथारोटीस को कोई इशारा दे सके।
07:25लेकिन फिर 2017 में अथारोटीस को एलफा जीरो टू तक पहुंचने का एक सुराख मिल ही गया।
07:33डी ए यानी ड्रग लौ इन्फोर्समेंट एजन्सी के एक उफिसर रोबर्ट मिलर एलफा जीरो टू की तलाश में कंप्यूटर के सामने बैठे थे
07:42कि अचानक उनको एक इमेल रिसीब हुई।
07:45इस इमेल में एलफा जीरो टू के बारे में कुछ लिखा था और इमेल भेजने वाला कोई ना मालूम शक्स था।
07:53अब ये तो आप सब को पता होगा कि नॉर्मली जब भी किसी वेबसाइट पर रिजिस्टर किया जाए तो एक वैलकम इमेल आती है।
08:00ऐसी ही एक वैलकम इमेल एलफा बे की तरफ से इस शक्स को भी आई थी जब ये प्लैटफॉर्म 2014 में नया नया लॉंच हुआ था।
08:09और ये वैलकम इमेल जिस इमेल अडरिस्स से आई थी वो ये अडरिस्स था।
08:15हला के बाद में ये गल्ती फिक्स कर दी गई लेकिन टिप देने वाले ने ये रियल इमेल अडरिस्स सेव कर के रखा था जो उसने डी एए के उफिसर रॉबर्ट मिलर के साथ इमेल पे शेयर किया।
08:27इमेल करने वाला शक्स कौन था आया वो एलफा भे का कोई कॉंपिटीटर था, कोई कस्टमर या फिर कोई ड्रग्डीलर।
08:34इस से कोई फरक नहीं पड़ता क्योंके अब डी एए को एलफा जीरो टू की सबसे पहली और सबसे इंपॉर्टेंड इंफॉर्मेशन मिल चुकी थी, जो उनके लिए एक बहुत बड़ी काम्याबी थी।
08:46इस इमेल अडरस को इस्तमाल करके बहुत से सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर साइन अप किया गया था।
08:52स्काई रॉक डौट कॉम एक फ्रेंच सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म था, जिस पर इसी इमेल अडरस के जरीए एलेक्स नाम से साइन अप किया गया था।
09:02और इन्वेस्टिगेशन टीम को इसमें एलेक्स की 2008 और 2009 की फोटोज भी मिल गई, जो के शायद एलफा जीरो डू की ही थी।
09:12इसी इमेल अडरस से एक डेटिंग प्रोफाईल भी लिंक्ट थी, जिसमें एलेक्स ने अपना हॉम टाउन थौरिवियर का नाम भी लिखा हुआ था, जो के कैनेडा का एक शहर है।
09:222008 की इस प्रोफाईल के मताबिक उस वक्त वो सत्रा सालों का था और शायद इमेल अडरस में 91 उसका एर ओफ बर्थ ही है।
09:32इसी इमेल को इस्तमाल करके 2008 में ही उसने एक फ्रेंच टेकनॉलॉजी फॉरॉम पे भी पोस्ट किया था, जिसमें उसका यूजर नेम एलफा जीरो टू जबके पोस्ट के आखर में उसका असल नाम लिखा हुआ था।
09:46अलेक्जेंडरी केजिस
09:48अथारोटीज के पास एलफा जीरो टू का असल नाम आ चुका था, लेकिन वो है कहाँ पर।
09:54लिंकट ऐंड की प्रोफाइल पर अलेक्जेंडरी ने खुद को सौफ़वेर डिजाइनर शो किया हुआ था, जबके उसकी करन्ट लोकेशन के बारे में सबसे बड़ा क्लू फेस्बुक से मिला।
10:05अथारोटीज को फेस्बुक पर थाइलेंड की एक लड़की की प्रोफाइल मिली जो अलेक्जेंडरी की मंगेतर थी, शायद अलेक्जेंडरी केजिस थाइलेंड में ही रहता होगा।
10:15इस टिप की मदद से अमेरिकन अथारोटीज बैंकोक पहुँच गई और थाइलेंड अथारोटीज के साथ मिल कर उन्होंने ये मालुंग कर लिया कि अलेक्जेंडरी ने बैंकोक में कई प्रोपर्टीज खरीद रखी है।
10:27ये वक्त उसको पकड़ने का नहीं बलके चुपके से उसपर नजर रखने का था। उसका एक विला था जहां वो अपनी थाई बिवी के साथ रहता, दूसरा तीन मिलियन डौलर्स का मैंचन बैंकोक के बाहर था जहां वो अपनी आयाशियां करता था।
10:42पुकेट में एक हॉलिडे होम और एक विला वो साइपरस में खरीदने बाला था। एजंट्स ने उसकी सारी हरकतों पर नजर रखना शुरू कर दी। वो अपनी लैंबोगीनी में बैंकोक गुमता इस बात से बिल्कुल बेखभर के थाईलैंड, अमरिका और कैनेडा के ए
11:12साइपरस ने उसको अरेस्ट करने का प्लैन बनाना शुरू कर दिया। पर मसला ये था कि अगर उसको ऐसे ही अरेस्ट कर लिया गया तो कोट में साबित नहीं हो पाएगा कि यही शक्स एलफा बे का मालिक है। इसलिए इंवेस्टिगेशन टीम चाहती थी कि इसको रंगे ह
11:42वेबसाइड फेमस थी जिसने योरपियन अथारोटीज की नाक में दम कर लगा था।
11:47जिस वक्त अमेरिकन्स एलफा बे के मालिक एलेक्जेंड्री को अरेस्ट करने के मन्सूबे बना रहे थे
11:52उसी वक्त योरपियन इंवेस्टिगेशन को एक भर्पूर काम्याबी मिली।
11:57उन्होंने हैंसा मार्केट की सर्वर लोकेशन का पता लगा लिया था शायद किसी मुखबर की मदद से।
12:03वो हैंसा मार्केट के सर्वर बंध नहीं करना चाहते थे क्योंके इस से कोई फाइदा नहीं होगा बलके हैंसा मार्केट नए सर्वर पर दुबारा चला दी जाएगी।
12:13उन्होंने चुपके से उसके सर्वर का डेटा कॉपी किया और एड्मिन की चैट पढ़ने के बाद वो ये पता लगाने में काम्याब हो गए कि हैंसा मार्केट का मालिक जर्मनी में रहता है।
12:24यूर्पियन अथॉरिटीज ने जर्मन फैडरल क्रिमिनल पुरीस के साथ मिलकर हैंसा मार्केट के मालिक को दूंडने की कोशीशें शुरू कर दी।
12:32इसी दोरान अमेर्का की एफ़ बिआई ने यूर्पियन अथॉरिटीज को बताया कि वो एलफा जीरो टू को अरेस्ट करके एलफा बे बंध करने जा रहे हैं।
12:42अमेर्कान, यूर्पियन और जर्मन अथॉरिटीज समेद टोटल साथ मुलकों की एजन्सीज ने इस उपरेशन को एक नया रंग देना चाहा जिसको उपरेशन बेयोनेट का नाम दिया गया।
12:54प्लैन के मताबग यूर्पियन अथॉरिटीज ने एफ़पियाई को कहा कि वो एलफा जीरो टू को तब तक अरेस्ट ना करें जब तक हम यूर्प की हैंसा मार्केट पर अपना कंट्रोल हासिल ना कर लें। ये एजन्सीज का काफी चलाक फैसला था।
13:09डार्क वेब पर नॉर्मली ये होता है कि जब एक वेबसाइट बंध होती है तो डीलर्स और कस्टमर्स सिम्प्ली दूसरी वेबसाइट पे शिफ्ट हो जाते हैं। हैंसा मार्केट क्यूंके दूसरी बड़ी डार्क वेबसाइट थी इसलिए जब एलफा बे बंध होगी �
13:39अलेक्सेंडरी केजिस को किसी चीज का इलिम नहीं था।
13:43वो बैंकौक में अपनी आयाशियों में मस्रूफ रहा।
13:4620 जून 2017 को मिशन का पहला हिस्सा कामियाब हो गया।
13:52यूर्पियन अथॉरिटीज ने एक ही वक्त में हिस्सा मार्केट के डेटा सेंटर को नेधर लेंड्स में रेड किया
13:58और उसी वक्त जर्मन अथॉरिटीज ने जर्मनी के शहर सीगिन और कुलोन में उनके मालकान को भी अरेस्ट किया।
14:05लेकिन ये घबर पबलिक नहीं की गई। हिस्सा मार्केट अब यूर्पियन अथॉरिटीज के कंटरोल में थी और इस बात का डार्क वेब पर किसी को भी इलिम नहीं था।
14:16उदर बैंकॉक में मिशन का दूसरा पार्ट यानि अलेक्सेंडरी केजिस को अरेस्ट करने की तयारियां शुरू हो गई।
14:24डी ए एफ़ बि आई और थाई अथॉरिटीज चाहती थी कि अलेक्सेंडरी को रंगे हातों पकड़ा जाए जब उसका लैपटॉप और उसका मुबाइल खुला हुआ हो।
14:33इसी मक्सद से उन्होंने टोईटा केमरे में अपनी एक फीमेल एजेंट को बिठा कर टास्क दिया कि वो अलेक्सेंडरी के विला पर जाकर जूट मोट का एक्सिडन्ट करे और गाड़ी उसके गेट पे ठोक दे।
14:46इससे होगा ये कि अंदर मौझूद एलफा जीरो डू या अलेक्सेंडरी अचानक अपना सब कुछ खुला छोड़ कर बाहर निकलेगा।
14:54खुशकिसमती से वैसा ही हुआ जैसा प्लैन किया गया था।
14:58फिफ्त जुलाय 2017 की सुबा को जब टोईटा केमरे एलफा जीरो डू के गेट से तकराई तो वो खुला लैपटॉप छोड़ कर अपना अंलॉक्ट मोबाइल लेकर बाहर निकला।
15:09उसी वक्त कई ओफिसर्स ने उसको पकड़ लिया और अंदर जाकर उसके लैपटॉप का कंट्रोल संभाल लिया।
15:16जिसमें एलफा बे का कंट्रोल पैनल खुला हुआ था।
15:20अलेक्शंड्री केजिज रंगे हातों पकड़ा जा चुका था।
15:23अथारोटीज ने लैपटॉप की चान बीन के बाद उसके सारे पासवर्ड्स कॉपी कर लिये।
15:29उसकी गाडियां, प्रॉपटीज और मिलियन डौलर्स की क्रिप्टो करंसीज जब्द कर ली गई।
15:35पर यही अलेक्शंड्री कोड में पेश होने से पहले ही मरने वाला था।
15:40अलेक्शंड्री को अरेस्ट हुए अभी एक हफता ही गुज़रा था
15:43कि उसने कस्टडी में ही खुद को पंके से लड़का कर अपनी जान ले ली।
15:49सिर्फ एक चोटी सी गलती डार्क वेब के किंग का सब कुछ बलके उसकी जान भी ले गई।
15:55उधर एलफा बे को बंद करने के बाद जैसा सोचा गया था
15:59सारे डीलर्स और कस्टमर्स ने हैंसा मार्केट का रुख किया
16:03जो के खुद यॉर्पियन अथॉरटीज के कबजे में थी।
16:06हजारों नए डीलर्स भी पकड़े गए और हफ़ते बाद हैंसा मार्केट को भी हमेशा हमेशा के लिए बंद कर दिया गया।
16:14उसी दिन यूएस जस्टिस डिपार्टमेंट ने अफिशली इस आपरेशन के बारे में प्रेस कॉंफरेंस की और डार्क वेब के दो बड़े प्लैटफॉर्म्स को बंद करने की ख़बर मीटिया से शेयर की।
16:25उमीद है जैम्टीवी की ये विडियो भी आप लोग भरपूर लाइक और शेयर करेंगे। आप लोगों के प्यार भरे कॉंफरेंस का बेहद शुक्रिया। मिलते हैं अगली शांदार विडियो में।

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