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00:00पूरी दुनिया में हर साल मुह के कैंसर से बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गवा देते हैं।
00:17कानपुर और आसफास के जनपदों में भी कैंसर से मौत के आंकडे लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
00:22जो सबसे अधिक मौते हुई हैं वो ओरल कैंसर की बज़ा से हैं।
00:26लोग इस बिमारी को शुरुवाती दौर में पहचान नहीं पाते हैं और जब ये लास स्टेज में पहुँत जाती है तो पता चलता है और तब तक काफी देर हो चुकी होती है।
00:35लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ओरल कैंसर की शुरुवाती दौर में पहचाना जा सकेगा।
00:41इसके लिए कैंसर की बड़ी बड़ी जांच भी करवाने की जरुवत नहीं पड़ेगी।
00:46बलकि आयाइटी कानपूर की एक डिवाइस चंद मिनिट में ये बता देगी कि व्यक्ति को ओरल कैंसर है या नहीं।
00:53अगर है तो वो केसे स्टेज पर है और कितना प्रभावित है।
00:57आयाइटी कानपूर के केमिकल इंजिनिरिंग विभाग के प्रोफेसर जयंत कुमार सिंग और उनकी टीम ने ये खास डिवाइस तयार की है।
01:03ये डिवाइस टूथप्रश के आकार में है। इस डिवाइस को मुख परिक्षक नाम दिया गया है।
01:09प्रोफेसर जयंत ने बताया कि इस डिवाइस को बनाने में उन्हें और उनकी टीम को लगबग 5 साल का समय लगा है।
01:15कई बार प्रोटोटाइप तयार किये गए। बार बार डिजाइन चेंज किये गए। तब जाकर उन्हें कहीं सफलता मिली है।
01:22इस डिवाइस की टेस्टिंग हो चुकी है। कानपुर के कैंसर ओस्पितल के साथ साथ प्रदेश के प्रमुख ओस्पितल और छोटे मेडिकल सेंटर पर भी इसकी जाच कराए जा रही है।
01:33टूथ ब्रश के आकार में वनी ये डिवाइस एक कैम्रे से लैस है। जिसमें कई AI सेंसर लगे हुए हुए हैं। जो मुझ के अंदर के हर कोने की फोटो ले सकेंगी। ये डिवाइस फोन से कनेक्ट रहेगी।
01:49सबी फोटो फोन में आ जाएंगे। जिसके बेस पर कुछी मिनिटों में ये डिवाइस ओरल कैंसर का नतीजा बता देगा। प्रोफ़ेसर जहेंद ने बताया कि इस डिवाइस की कीमत लगबग 50,000 से 1,00,000 रुपए तक होगी। इस डिवाइस से लगबग 5,00,000 तक टेस्
02:19करने के लिए ये डिवाइस नहीं हो पाती। इस डिवाइस से ये समस्या हल हो जाएगी।
02:27दूरदराज के मेडिकल सेंटरों पर भी मुँ के कैंसर की जाच के लिए ये डिवाइस उपलब्द रहेगी।
02:33उन्होंने ये भी बताया कि IIT Kanpur के इस डिवाइस के एडबिटीज्मेंट के लिए कई कंपणियों से भी बात चल रही है। जल्दी इसका प्रोड़क्ट बजार में आएगा।
02:42प्रोफेसर जयन्द ने ये भी जानकारी दी कि लगबग तीन महिने के अंदर प्रोड़क्ट के मार्केट में आने की संभावना है।
02:48बिरो रपूर्ट देली लाइन।