Sagi Sautan Crime Files FULL EPISODE नई कहानी

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Transcript
00:00पोलीżeli सबूल रात विस्तब्पछ़ि
00:14यहाहा ये क्या हो रहा है
00:17यह ק्या हो रहा है
00:25सबी सझी
00:28हर चीज पड़टाश कर सकती हैं
00:30सिवाई सोतन के
00:32मेरी सिंदगी तब तबाओ
00:34जब मेरी सिंदगी में
00:36सोतन में दी तस्तक
00:58अमलिट विश्वान नाल करना बाना है
01:08बाल सुखा ली थी
01:10वैसे धीले बालों में
01:12तुम बहुत सुनदर लगती हो
01:14क्या फायदा दिदी
01:16जिसे हमारी खुप्सूर्थी की तारीफ
01:18करनी चाहिए
01:20वो तो हमेशा लेपटोप में
01:22जिसे हमारी खुप्सूर्ती की तारीफ करनी चाहिए,
01:25वो तो हमेशा लैपटॉप में घुसे रहते हैं.
01:28उन्हें ना हमारी कदर है, ना विकर है.
01:32ऐसा नहीं है चुद्रा.
01:34अनन्त भी क्या करे?
01:36उसकी बिचारी के जौब ही ऐसी है.
01:38क्या फाइदा ऐसी जौब का दीदी?
01:41जिसमें ना टाइम हो, ना पैसा हो,
01:43पूरे महिने के 25,000 सेलरी कमाते हैं,
01:46और अन्त में जाके पूरा 25,000 का हिसाब लगाते हैं.
01:53दीदी...
01:56अरे...
01:58इतना खुप्सूरत हार...
02:00जर्जी ने दिया?
02:02हाँ...
02:04यह तो बहुत महँगा लग रहा है दीदी...
02:06वाक़ई में...
02:08जर्जी आपसे कितना प्यार करते है...
02:11हर हफ़ते आपको एक तोफ़ा लाके देते है न वो...
02:14चित्रा...
02:15अनंध भी तुमसे बहुत प्यार करता है...
02:18खाक प्यार करते है वो...
02:20आज तक हमको न ढंकी सारी तक नहीं लाके दिये...
02:23आपको पता है...
02:24हमारे पार जितनी सारी है सब आपीने तो दिये है...
02:27जर्जी वाक़ई में आपसे बहुत प्यार करते है...
02:30अब देखे न...
02:32उनकी गौर्मन सर्वीस...
02:34उपर से अच्छी तन्खोआ...
02:35उपर से उपर की अच्छी कमाई...
02:37क्या बात है...
02:39ए... ए... एक मिनित चित्रा...
02:42कहीं तुम...
02:43ये तो नहीं कहना चाति की...
02:45सतिशे एक ट्रेष्ट ओफिसर है...
02:48नहीं... नहीं... नहीं...
02:49नहीं दीदी...
02:50हम ऐसा थोड़े न कह रहे है...
02:52हम तो ये कह रहे हैं की...
02:54गॉर्मन सर्विस में...
02:55तनखा कितनी अच्छी मिलती है...
02:57तभी तो इतने महङे महङे हार ला रहे हैं...
02:59आपके लिए...
03:02मैं कुछ मदद करो...
03:05नहीं...
03:07अब सतिश की तारीफे करना बंद करो...
03:10और ये सब लेकर बाहर जाओ...
03:12लो...
03:14समल के...
03:19काश जेड़ जी आपकी नहीं हमारे पति होते जिठानी जी...
03:22तब तो जिंदगी की ऐशी हो जाती...
03:24लेकिन पति ना सही...
03:26यार तो बन सकते हैं ना जेड़ जी हमारे...
03:43जेड़ जी...
03:46आपके लिए जूस...
03:53जेड़ जी...
03:57क्या हुआ...
03:59कहाँ खो गय थे...
04:00कुछ नहीं बस...
04:05गेले बानों में बहुत कुछ सुरत लग रही है...
04:14सारी...
04:16कुछ ज्यादा नहीं खो गया अब...
04:19ऐसा लग रहा है जैसे तुमने...
04:21पानी की बूंदे नहीं...
04:22अंगार बरसाई हो मच पर...
04:25ओ...
04:28शायरा ना...
04:30क्या बात है...
04:33दीदी जी के लिए सोने का हार...
04:37और हमारे लिए...
04:39सिर्फ शायरी...
04:40किस्ने कहा कि सिर्फ दीदी के लिए...
04:46यह तुम्हारे लिए...
04:48क्या...
04:49** पूलीमार **
04:51यह सचमें हमारे लिये
04:53यह तो बहुत खूप सुरत है...
04:55सच न...
04:57येह हमारे लिए है न...
04:59अपनी दीधी को मंद बताना...
05:00सचना, यह हमारे लिए है ना?
05:03अपनी दीदी को मत पताना.
05:05नहीं, नहीं, पर हम क्यों बताएंगे?
05:08यह तो आपके आओर...
05:13मेरे बीच में सीकरेट रहेगा न?
05:19वाकई में, बहुत खुश्रत है.
05:31सुनो, जेड़ जी तुम्हारा नाश्टे के टीवल पर इनतिजार करता है.
05:35हाँ, बस दो मिनिट में आया.
05:37हमको एक बात नहीं समझ में आती.
05:40एक छोटे से मामूली अकाउंटेंट हो तुम प्रावेट कमपनी में.
05:44फिर भी इतना बिज़ी रहते हो, जैसे किसी बड़े कमपनी के मालिख हो.
05:48हाँ, हद है यार.
05:50जाओ, जाओ जाके जेड़ जी से कुछ सीखो, देखो उन्हें.
05:54अपनी वीवी के लिए कितना वक्त निकालते हैं वो,
05:57इतने बड़े ओफिसर होने के बावजूद.
06:15आप साँख बोलो, हुआ क्या है?
06:19तुमको पता है?
06:20कल जेड़ जी ने दीदी के लिए इतना मेंगा तोफ़ा लेकर आए.
06:24सोने का हार.
06:25और तुम?
06:27तुम हो कि, आज तक हमको एक चमनी का तोफ़ा तक नहीं दिये हो.
06:30कुछ दिये हो क्या? बताओ, दिये हो?
06:32चित्रा, तुम मुझे थोड़ा सा वक्त दो.
06:35मेरा प्रोमोशन होने वाल है.
06:37उसके बाद मैं भाईया की तरह, हर अफ़ते तुमें गिफ़ लाके दोगा.
06:41लाओगे न तुम?
06:42लाओगे मसूर की डाल, मुंकी डाल.
06:45यही सब लाओगे हमारे लिए.
06:47अनन्त, कभी खुद को देखा है मिरर में?
06:50आईने में खुद को देखा है कभी?
06:53थोड़ा सा भी चाम नहीं है तुमारे में.
06:55चे!
06:57किसमत हमारी ही फूट गई है.
07:00हमें तो अब लगता है,
07:01कि हमने तुमसे शादी करके ही गल्ती कर दी.
07:10सतीश जी, टिफन.
07:13आज टिफन खा के आना.
07:15कल की तरह पूरा टिफन घर पे वापस नहीं आना चीए.
07:18अरे हाँ, बाबा.
07:22एक बात कहूँ?
07:23हाँ.
07:25थोड़ा सीखो चुत्रा से.
07:26वो कैसे हमेशे वेल ग्रूम रोड सथ सवर कर रहती है?
07:29कुद को देखो, हमेशे तखी आगी.
07:32वो इसलिए क्योंकि मैं घर का सारा काम करती हूँ.
07:36और वो महरानी, दिन भर सजने सवरने में बिजी रहती है.
07:41अरे तुम गुसा क्यों हो रही हो?
07:42मैं तो बस यूइं कह रहा हूँ,
07:44कि एक बती को अपनी पत्णी को सथ सवरता हुआ देखके अच्छा लगता है.
07:47अच्छा, चलता हूँ.
07:52गाड़ी थोड़ा तरीके से चलाना, आजकल बहुत राज्ड ड्राइविंग कर रहे हो.
07:56गईया, मैं तो सही भी चलाता हूँ.
07:58एक तो तुम किसी की सुनते नहीं हो,
08:00मैं तो सोच रहा हूँ, आफिस से गाड़ी मंगवा लिया करो,
08:01कम से कम ड्राइवर बात तो सुनेगा मेरी.
08:16चित्रा!
08:20चित्रा!
08:23चित्रा!
08:25चित्रा!
08:27चित्रा!
08:29चित्रा!
08:32दीदी!
08:34आप?
08:36क्या हुआ, चित्रा?
08:37इतना घब्रा क्यों गई तुम?
08:40नहीं, मैं घब्रा ही नहीं.
08:43वो आप एकडम अचानक से आ गई न, इसलिए.
08:47कुछ काम था?
08:49हाँ, ये देखो न, ये शर्ट कैसी है?
08:52आज सतीश का बर्दे है न,
08:54तो मैंने सचा कि गिफ्ट कर देती हूँ.
08:56कैसी है, सुन्दर है न?
08:58सच कहें दीदी,
09:00तो बिल्कुल भी अच्छा नहीं है.
09:03जेड़ जी इतने हैंसम है,
09:05उनकी हाइट, लंबाई,
09:07और कितने सुन्दर दिखते हैं न, वो,
09:09उनकी ये शर्ट नहीं जचेगी.
09:11उनके उपर तो, कलर्फूल,
09:13कलर्फूल वाड़ा बहुत सूप करेगा, हाँ.
09:16अच्छा?
09:18अरे, आप दुखी क्यों हो रहे हो?
09:20मैं अब ही ओन्लाइन ओडर कर देती हूँ न,
09:22अब ही आ जाएगा.
09:24और हाँ, आज रात का खाना भी मैं बनाती हूँ.
09:25नवी, मैं बनाती हूँ.
09:27नहीं, नहीं, रहने दो.
09:29मैं सब कुछ कुछ कर लूँगी.
09:31क्यों? आज जेड़ जी का इतना special दिन है,
09:34आपका भी है.
09:36यानि, उनकी क्वीन के लिए भी तो special दिन है न,
09:38तो रात का खाना तो मैं ही बनाओं.
09:53क्या बात है?
09:55क्या बात है?
09:57क्या बात है?
10:00और तुम्हारे कान के जुम्गे बड़े प्यारे लग रहे हैं?
10:03Thank you.
10:05Happy birthday to you.
10:07Happy birthday to you.
10:09Happy birthday, भाईया.
10:11Thank you, अनन्थ.
10:13Wow, केक तो बहुत बढ़िया है.
10:15चलिए आप केक काट भी लीजी.
10:17जरूर.
10:18जरूर, बहुत जरूरी काम है.
10:21ये बताओ कि इन दोनों शर्ट मेंसे आपको ज़ादा कौन से अच्छी लगी?
10:26ये वाली.
10:28देखा, देखा, मैंने कहा था न दिदी
10:31कि जेड़ जी को सिर्फ मेरी चूस्किवी शर्ट पसंद आईगी.
10:33क्योंकि मुझे उनकी चोईस पता है.
10:35लेकिन आप हैं कि मानती नहीं.
10:37चलिए, अब केक कट के आजा.
10:39चूर.
10:40हापी बर्दे तू यू.
10:43हापी बर्दे तू यू.
10:46हापी बर्दे दिर जीद जी.
10:49हापी बर्दे तू यू.
10:52ये.
11:04चितरा, कुछ तो शरम करो.
11:07जेड़ जी है तुम्हारे.
11:09अरे तो क्या हो गया?
11:11पर मेरे दोस्त भी तो है.
11:13और जब दोस्ती की है तो किस बात की शरम है?
11:15अरे अरे.
11:26यहाँ आप?
11:28हाँ वो केक साफ करने आया था.
11:30मेरे वाश्ट रूम में पानी नहीं है.
11:32और मुझे काफी एरिटेशन हो रही है तो...
11:35अच्छा?
11:37आये.
11:54क्या हुआ?
11:56ये, ये मेरे चेन.
11:58सर एक मिनाड देखें.
12:01मेरा चेन भी...
12:03आपके जितना मुझे सताता है.
12:26कल दिदी...
12:27माई के जा रही है.
12:30रात में लोटेगी.
12:57तो दिखो लोटेगी.
12:59या.
13:02ख़ाउँ करिया.
13:05प्रॉब.
13:06प्रब.
13:08प्रब.
13:10तो आप नहीं होगा.
13:11तो तांस नहीं होगा.
13:13प्रॉब.
13:16प्रब.
13:22प्रब.
13:24प्रब.
13:26तुम्हें मेरा आना अच्छा नहीं लगा?
13:28मैंने आफिर से चुट्टी तुम्हारे ले ही लिये.
13:31कुछ नहीं.
13:33बस...
13:35बस हमारी किस्मत पे हमको रोना आ रहा है.
13:38देखे न.
13:41दीदी कितनी खुष्णसीब है न?
13:43क्योंने आप जैसा पति मिला, जो उनसे बहुत प्यार करता है, उनकी बहुत कदर करता है.
13:50आप तो हर हफ़्ते दीदी के लिए कुछ न कुछ ले कर आते हैं.
13:54उन्हें महंगे महंगे तोफे देते हैं.
13:58और एक हमारा पति,
14:00तोफा तो दूर की बात, वो हमें टायम तक नहीं देता है.
14:03आफिस में ओवर टायम करते हैं, उपर से सैलरी सिर्फ पच्चिस इदार रुपए.
14:10वो कॉपरेट में चॉप करता है, वहाँ ऐसी ओवर टायम चलता है.
14:13पर हमारी लंग का क्या? हाँ?
14:16हमारी जिंदिगी तो बरबाद हो रही है, न?
14:19क्या हमारे कुई अर्मान नहीं, हमारे कुई क्वाईश नहीं है क्या?
14:22उसका क्या होगा?
14:26उसके लिए मैं हुँ न?
14:27मैं पूरे करूँगा तुम्हारे अर्मान और तुम्हारी क्वाईशा।
14:51एक मिल्नत।
14:52ये आदमी भी न।
15:22पूरे करूँगा तुम्हारे अर्मान और तुम्हारी क्वाईशा।
15:52पूरे करूँगा तुम्हारे अर्मान और तुम्हारी क्वाईशा।
16:22पूरे करूँगा तुम्हारे अर्मान और तुम्हारी क्वाईशा।
16:52पूरे करूँगा तुम्हारे अर्मान और तुम्हारी क्वाईशा।
17:23अचका तुम्हारा मूड बड़ा खराब लग़र आई है?
17:26सतिर्श जी, मुझे आप से कुछ बात करनी है.
17:31अचारिय शालिया?
17:34नल में इसे धुवने हो करेंगे,
17:49सतीष जी, मुझे आपसे कुछ बात करनी है.
17:52बोलो.
17:53आपने कहा था कि अनन्त और चित्रा
17:56एकाद मेना यहाँ रुकेंगे.
17:57और जैसे ही अनन्त को कोई अच्छा जॉब मिल जाएगा
18:00वो चित्रा को लेकर यहाँ से चला जाएगा.
18:02अपने नहीं घर में.
18:03लेकिन अगर करीब दो महिनें हो चुके हैं.
18:06और कितना समय?
18:08तो क्या हो गया कमला?
18:10अनन्त मेरा छोटा भाई है.
18:11महाँ कानपूर में बहुत कम सालरी में जॉब कर रहा था.
18:14यहाँ लकनों में कम से कम करियर बनने के चांसिस तो है.
18:17और बड़ेवाई का घर होते हुए
18:19वो किसी और जग़ा पर रहेगा अच्छा लगता है क्या?
18:23देखो, उससे थोड़ा financially stable हो जाने थो.
18:27अच्छी जॉब लग जाने थो.
18:28थोड़े पैसे जमाने थो.
18:30उसके बाद देख लेंगे उसके लिए दूसरा घर.
18:32नहीं, सतीर जी.
18:35मुझे...
18:37मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा है.
18:39पता नहीं क्यों मुझे
18:41चित्रा के लक्षन ठीक नहीं लगते.
18:44वो...
18:44वो जैसे चिपक-चिपक के आपसे बाते करती हैं,
18:47आपके आसपास भूनती रहती है.
18:49मुझे ये सब कुछ जड़ा भी पसंद नहीं है.
18:51अरे, बच्ची है वो.
18:53ऐसे ही करती है, तुम उसका टेंशन मत लग.
19:18मुझे बच्ची है.
19:48अनन, मैं कुछ भूल लिया हूँ, तुम गाड़ी निकल.
20:18आप?
20:19चितरा, अब मैं तुम्हारे विणा नहीं रह सकता.
20:24सुन्दिये, दीदी आज दोपहर में डॉक्टर के पास जा रही है.
20:33साड़े तेन बजे.
20:49अरे, आप अभी तक आफिस नहीं गए?
20:53अरे, वो फोन बूल गया था.
20:56तुम आज डॉक्टर के पास जा रही हो?
20:59हाँ, वो साड़े तेन बजे का अपउइन्मेंट है.
21:02लेकिन, आने और जाने में शाम हो जाएगी.
21:04ठीक है, तो मुझे बता देना, वापसी मैं तुम्हें पिक कर लूँगा.
21:08कहीं कमला ने हमें देख तो नहीं लिया?
21:10चित्रा के साथ चिपक्ते होई, हमें और शोकन्ना रहना होगा.
21:13चलता हूँ. ठीक है.
21:14लेकिन, इन्हें कैसे पता चला कि मैं डॉक्टो के पास जा रही हूँ?
21:19मैंने तो इन्हें बताया ही नहीं था.
21:45क्या हुआ चित्रा?
21:47सतीष, मैं आपके बगएर नहीं रह सकती अब.
21:55मैं सच कह रही हूँ सतीष. मैं सच ही आपके बगएर नहीं रह सकती अब.
22:04मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि, जैसे मैं...
22:08जसल में दिदी का कोई चुरा रहे हूँ.
22:10जसल मेरे जिन्दिगी से सब कोई जाने वाला है, सतीष।
22:15सतीष, बताये ना अब मैं क्या करूँ?
22:18मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा.
22:20सतीश मुझे कुछ भी नहीं समझ में आगर, प्लीज़ मुझे बताये मैं क्या करूँ
22:27चित्रा मैं भी तुम्हारे वज़िया नहीं रह सकता
22:31और ये सुचकर कि वो आनन तुम्हारे साथ है
22:33मेरे रगों में केड़े दोडते है
22:37पर सतीश
22:38अगर सतीश, अगर कब तक उससे नहीं हो पाएगा
22:46कब तक हम इन्हीं ऐसे चुपके चुपके, चोरी-चोरी मिलते रहेंगे सतीश
22:51हाँ, और वैसे भी सब कुछ तो दीदी का है ना
22:57अगर आपने मुझे, अगर आपने मुझे छोड दिया तो
23:00आप तो कभी भी अपनी मरजी से मुझे
23:02इस घर से और अपनी जिन्दिगी से निकाल फेक देंगे.
23:05फिर मेरा क्या होगा? मैं कहाँ जाओंगी?
23:08मेरा क्या होगा, सतीश?
23:09तुम्हें सच में ऐसा लगते हैं, मैं करूँगा तुम्हें सथ?
23:15पर दीदिया और अनन्प की रहते हुए
23:18हम कैसे खुलके मिल पाएंगे?
23:21हम तो खुलके जी भी नहीं पाएंगे.
23:27मैं तुम्हें पाने के लिए कुछ भी कर सकता हूँ.
23:32सची न?
23:33जुरम करने वाले से ज़रुम सेने वालो को ख़बरदा रहना चाहिए.
23:38क्योंकि जुरम सिर्फ तब होता है जब हम उसे होने लेते हैं.
23:42कुछ ऐसा ही हुआ, आज के जुरम की कहानी है.
23:45कैसे है, जुरम के लिए तो जो ज़रुम से नहीं पाएंगे.
23:49ज़रुम करने वाले से ज़रुम सेने वालो को खबरदा रहना चाहिए.
23:52क्योंकि जुरम सिर्फ तब होता है जब हम उसे होने लेते हैं.
23:56कुछ ऐसा ही हुआ, आज के जुरम की कहानी है.
23:59ऐसे अपनों पर होने वाले जुरम को हमें रोखना ही होगा,
24:02चाहिए जो हो जाए.
24:03ये इंसानी फितरत है कि दूसरों की थाली में हमेशा पक्वान जादा ही रिखते हैं.
24:09और जब कोई इंसान दूसरों की थाली को हड़ातनी की कोईशिश करता है,
24:12तो एक जुरम की शकल ले लेता है.
24:15नमस्कार, मैं हूँ रभी किशन क्राइम फायलस के एक और जुरम की कहानी लेकर
24:19फिर आपके सामने हाधिर हूँ.
24:20एक औरक की महत्वकांशा की वज़य से उसने एक शादी को बरबात करना शुरू कर दिया.
24:25वो भी अपनी ही बेहन जैसी जेथानी की शादी है.
24:29उसके पती पर डोरे डाल कर अपनी ही जेट के साथ चक्कर चला कर
24:33सगी सौतन बनने चल पड़ी.
24:35क्या होता है जब रिष्ते तारतार हो जाते हैं?
24:39क्या होता है जब रिष्ते तारतार हो जाते हैं?
24:42आईए देखते हैं इस सगी सौतन के जुरुम की दास्तान
24:47कौन सा भयानक मोड लेती है? आईए.
24:56कौरिंब बिया.
25:01बिया, आप लोगों का बढ़िया है.
25:03हर तीसरे दिन कोई ना कोई वालेडिया.
25:06और यहाँ हम कोरपरेट वाले हैं.
25:08चुत्ती तो हमेरे लिए जैसे एक सपना है.
25:11सरकारी नोकरी पाने के लिए कितनी चुत्तियां गसनी पड़ती है, पता है?
25:36चित्रा, ये देखो ज़रा.
25:38चित्रा, बेटो, बेटो, मुझे देख लेगिए.
25:42चित्रा.
25:52ठीक हो?
25:57ठीक हो अबी?
26:05अच्छनक से क्या हुआ? कुछ गलत खा लिया था क्या?
26:09नहीं भाबी, पता नहीं, एकदम ऐसे मन अजीब सा लग रहा था थोड़ा सा.
26:16खाया तो घर का ही खाना था फिर?
26:20आप ठीक लग रहे हैं?
26:29एक, एक मिनित.
26:32खंटा उट्टा खाने का मन तो नहीं कर रहा है?
26:36हा? कर रहा है? चलो फिर, ये तो खुश कबरी है.
26:45खुश कबरी है, मैं ताई बनने वाली हूँ.
26:57भया, मुबारक बात तो दे दो.
27:02आनत, तुम मुझे मंदर छोड़ दो.
27:05नहीं, रहने दो. तुम लेट हो जाओगे.
27:09मैं खुदी आटो लेकर चले जाती हूँ.
27:11भगवान से मुझे इस खुश कबरी के लिए शुक्रियादा कहना है.
27:15चले. चलो. अननत आते वक्त मिठाय जरूर ले लेना.
27:20वाकस बढ़ाई.
27:21भाई भईया. भाई चितरा. आता उँहा, अपने खयां लकना.
27:25चलो.
27:28आता अपने खयाँ लकना.
27:31चलो.
27:32अनन्त आते वक्त मिठाई जरूर ले लेना, वापस बद्धाई.
27:36बाई भीया, बाई चित्रा, आता हुआ, अपना खयाल लगना.
27:50आप क्यों दुखी हो रहे हैं?
27:55क्या सुन हचाती है?
27:56अरे, ये तो खुशकबरी है ना, कि हम मां बनने वाले हैं.
28:03होगी तुम्हारे लिए.
28:05और, अगर हम ये कहें कि, ये बच्चा आपका है तो?
28:16सच चित्रा?
28:17सच चित्रा?
28:26अरे, अब तो मुस्कुराओ.
28:37पापा बनने का सुक अपने हाथ से जाने नहीं देसकता मैं.
28:42इसलिए मुझे कमला और अनपिता पर होना चीज़ाओ.
28:44इसलिए मुझे कमला और अनन्द को रास्ते से हटाना पड़ेगा.
28:50ताकि मैं और छित्रा हसी खुशी रह सके
28:52अपने बच्चे के साथ उमर भर.
28:56और अनन्द की मौत तो आजी रात करवा के रोगा मैं.
29:14पड़ेगा.
29:44सतीश, तुने अनन्द को कानपूर से लखनव गुलाया था न?
29:51और मुझे कहा था उसका ख्याल रखेगा.
29:57फिर ये कैसे हो गया बेटा?
30:02कैसे हो गया उसका एकसिदेंट?
30:06तुम पर बच्चे के साथ पड़ेगा.
30:09तुम पर बच्चे के साथ पड़ेगा.
30:11कैसे हो गया उसका एकसिदेंट?
30:15मा मैं उसे हमेशा कहता था कि गाड़ी दीले चला.
30:18पर वो था कि मेरी कभी सुनता ही नहीं था.
30:21कितना खुष था नन्त.
30:24कितना खुष था ये जान कर कि वो पाप बनने वाला है.
30:32अभी छे मैने भी नहीं हुए थे.
30:35इनकी शादी को और ये बेचारी चित्रा विद्वा हो गई.
30:40अब इसका ध्यान कौन रखेगा?
30:46मा, आप चंता मात करो. मैं हुँ न.
30:48हमें.
31:03कहां रखतिया उसने.
31:08इसमें भी नहीं है.
31:12कहान रखे गई ये.
31:13कमला... कमला...
31:23अरे हाँ... वो तो मंदिल गई होगी.
31:26छितरा कहा चली गई...
31:29छितरा... छितरा...
31:36छितरा... छितरा...
31:40कहा चली गई ये?
31:41जेना...
32:08अभी 15 दिन भी नहीं हुए
32:11इसकी पती को मरे हुए
32:13और ये निलज नाच रही है?
32:30हलो!
32:32मैं ओफिस से घर आ रहा हूँ
32:35अच्छा?
32:37बड़ा जल्दी घर आ रहे हो?
32:38क्योंकि पहले तो हमारी जिथानी जी हड़ी बनी थी
32:42और अब तुम्हारी ममी जी
32:44कबाब में हड़ी बन के बैची है
32:48ममी की चिन्ता छोड़ो
32:50बड़ी तलब लग रही है तुमसे चपकने की
32:53ओ...
32:57तो एक काम क्यों नहीं करते?
32:58अपनी ममी जी को फिर से कानपूर भेज दो
33:01अरे आज रात के मज़े लेने दो
33:04कल ने पतारा करता हूँ अपनी माँ का
33:07ठीक है
33:09मैं आपका वेट कर रही हूँ
33:14जड़ा प्लीज जल्दी आ जाना
33:18ओके
33:20बाई
33:28बाई
33:40मा
33:41हाँ
33:42कुछ परिशान लग रही हो
33:45देखो सतीश
33:46मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा है
33:48अभी अनन्ट को गए हुए 15 दिन हुए
33:50और चित्रा हसी ठीटोली कर रही है
33:56मा मैं समझता हूँ
33:59अब जड़ जी से हमारी शिकायत कर रही है
34:03नहीं चित्रा ऐसा कुछ नहीं है
34:04माँ ने कुछ नहीं कहा
34:05अच्छा
34:07हमने सुना
34:10हमने अपने कानों से सुना माजी
34:13आपको हमारा रङड़ं
34:14हमारा चाल चलन बिल्कुल नहीं पसंद
34:16क्यूं
34:17आपको हमरा रंगडंग, हमारा चाल-चलन
34:19बिल्कुल नहीं पसंद.
34:20क्यूं?
34:21क्या दिकथ है, माजी?
34:23हम थोड़ा साथ हस खेल रहे, बोल रहे,
34:26सबसे बाते कर रहे, इस बास से तकलीफ है आपको?
34:28नहीं, नहीं.
34:30आप बताईँ हम क्या करें, माजी?
34:32आप बताईँ हम क्या करें, माजी?
34:34हम क्या करें?
34:36थीन-राज सिर्व रोते रहे?
34:38हम चाल च्या?
34:38जाओंके बोहले में पीते ही गाना घाते रहे
34:40कि हमारा पती मार गया, पती मारっा गया?
34:42हिँँ सरिशस हा जा?
34:43क्या करें सतिव जी?
34:45देडरा सिर्फ रोते रहे?
34:46हम तो... हम तवलक बड़ा सहास खेल लेते
34:50बोल लेते आप सबके साथ कि आप लोग...
34:52आप लोग परस्थाट ना होई हमारे लिए.
34:55और आप...
34:57चितर तो...
34:58मा जी.
34:59प्लीज रोना बंग करो, मां इसे कुछ में कारता.
35:00नहीं सति जी, नहीं.
35:02हम कल से सिर्फ रोते रहेंगे.
35:03थीक है.
35:04हम कल से किसी से कोई बाद नहीं करेंगे,
35:06हम सिर्फ रोते रहेंगे कि हमारा पती मर गया.
35:07चित्रा, प्लीज दोना वान करते हैं.
35:10क्या मा, पहली ही वो परिशा है.
35:11उपर से आपने लिए दुला दिया है.
35:21हमें मा को कल के कल ही
35:23महीनी के घर के खरचे के पैसे
35:25ना भेजने के धंकी देकर
35:26यहाँ से कानपूर बेजना पड़ेगा.
35:29क्योंकि मैं नहीं चाहता कि
35:30मेरे और चित्रा की महुबद के बीच में कोई आया.
35:43मा, आप मेरी बज़ेसे तो नहीं जा रहे हो न?
35:46नहीं, नहीं.
35:47बस मन नहीं लग रहा है.
35:52खुश रहो.
35:55खुश रहो.
35:57चित्रा, गाड़ी की चाबी अंदर रह गई है.
35:59लेकर आना.
36:01दीदी, हम देकर आते हैं चाबी जेड़ जी को.
36:03आप यहीं रुक ये.
36:16सुनो, मैं तुहारी सास हूँ.
36:22वो मेरा बेटा है.
36:24तुम मेरी बहु हो.
36:26वो भी मेरी बहु है.
36:29लेकिन एक औरत होने के नाथे,
36:31मैं तुम्हें बता दू,
36:33कब कौन सी सगी औरत सौतन बन जाये,
36:36पता नहीं चलता.
36:40इसलिए अपने घर को समभाल ले,
36:43दरारे पढ़ने से पहले.
36:45जुरुम करने वाले की सोच की दाध देनी पढ़ेगी.
36:49नजाने क्या सूष्टा है उन्हें कि इतना बड़ा जुरुम कर लेते हैं,
36:55वो नहीं किसी मासुम इनसान की जिन्दगी दाव पर लगाता है.
36:59एक बार भी नहीं सुष्टते की
37:00किसी पर अंधा विश्वाज नहीं रखना चाहिए.
37:04देखा आपने कैसे सतीश और चित्रा
37:06हवस की गहरी खाई में गेड़ते चले गया.
37:10समहली नहीं पाय.
37:12सतीश को चित्रा की आदत होने लगी थी.
37:14ये सुष्टता तो करवा.
37:16चित्रा ने सतीश को देखा
37:20अपनी गंडी से समय देना चाहिए.
37:22अगर धिवर�horse र्हला, करवा।
37:38वयना.
37:40कैसे हली.
37:40तो चला चित्रा ने सतीश को जैसे पूरी तरा
37:45अपने वश्मे कर लिया जहाँ सतीश को सिवाई चित्रा के
37:48कुछ नहीं दिखाई दिखाई दिया वहाँ चित्रा के
37:50मन्सूबे वो सब पाने को होने लगे थे जिसके
37:54लिए इसमें विश्ते की मर्यादा तोड़ा, अपनी ही जेथानी
37:57को दाव पर लगा दिया, हवस, पास, आज ये दिखते हैं कैसे
38:07गाड़ी की पीछे के दोनों बैक टायर पंचर है, अब क्या होगा मा
38:12को स्टेशन जाने में देरी हो जागी तो अरे रिक्षा में छोड़ देंगे
38:16आओ मा गुड़ मारिंग से मैं बस आफिस के लिए निकल ही रहा था
38:25अच्छविली मा को स्टेशन छोड़ने जा रहा हूँ, बताए ये न कुछ ओरिजन्ट ठीक है,
38:29मैं देखता हूँ, कमला तुम मा को रिक्षा से स्टेशन पर छोड़ दो,
38:35लिल्ली से कोई बड़े ओफिसर्स आयें, मुझे गळदी ओफिस जाना होगा,
38:41अच्छविली ठीक है, मैं मा को छोड़ देते हूँ, ठीक है,
38:46मा अपना क्यावत ना, खज़ रहो,
38:51चले, हाँ चले, बाइ मा, बाइ,
39:15बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ
39:45बहुत बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बा
40:15बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ मा, बाइ
40:45मुझे यहाँ क्या हो रहा है यहाँ
41:15भाभी मैं भाभी चित्रा तुम इतनी गीरी हुई हो ये मुझे आज समझ में आया
41:38अब तुम मेरे इस घर में एक पल और नहीं रुख सकती दिकलो यहाँ से दिकलो
41:46घर से मैं नहीं तुम जाओगी हा कबला मैं चित्रा से प्यार करता हूँ और उसके बगईर नहीं रह सकता हूँ
42:00यह आप क्या कह रहे हैं, आपको समझ में आज है कोई बात हा मैं जानता हूँ मैं क्या कह रहा हूँ
42:06मैं क्या कयहरा हूँ?
42:08मैं उससे प्यार करता हूँ.
42:11मुझे चित्रा की आदद हो गया है.
42:14वो हर दम मेरे सर पर नशे की तरा सवार रहती है.
42:21इसे पाने केले मैंने अबने भाई को तक...
42:25भाई?
42:26भाई, भाई को क्या?
42:27भाई को क्या?
42:29क्या क्या भाई को?
42:31मैंने बोचा भाई को क्या?
42:33मैं बताती हूँ.
42:35हमने अनन्जी की कार की
42:37ब्रेक की वायर काड़ दी.
42:39ताकि उनका एक्सिदेंट हो जाए.
42:41और
42:43हमें छुटकारा मिल जाए.
42:45ताकि हम दोनों पूरी जिनदिगी
42:47साथ गुज़ार सकें.
43:11अब मरने के लिए
43:13तयार हो जाओ.
43:17अब मरने के लिए तयार हो जाओ.
43:47अब मरने के लिए तयार हो जाओ.
44:17तयार के लिए तयार हो जाओ.
44:47तयार के लिए तयार हो जाओ.
45:17सतीष, हट.
45:35मा जी, इन दोनों ने
45:37मिलके अनन्त को भी मा डाला.
45:39अगर मुझे पता होता
45:41कि मेरी कोक से तुझेसा राक्षस पैदा होगा,
45:44मैं तुझे पैदा ही नहीं होने देती.
45:49संभाल लिये आप.
45:51सही समय पर आपने पुलीस को फोन करके
45:53कानोन का साथ दिया आपनी.
46:10हैंसाब, कोई गलती मत करना.
46:12वर्ना शूट कर दूँगा.
46:17ले चाओ सबको.
46:40कहते हैं ना कि जुरुम की कोई जाती नहीं होती.
46:43वो कभी भी किसी भी मोड पर हो सकता है.
46:46कुछ ऐसा ही हुआ आज की इस कहानी में.
46:48जहाँ पैसे और शार्विक भूग के कारण
46:52इतना बड़ा जुरुम हो गया.
46:55सतीश ने अपनी हवस के लिए
46:59चादी तो जरूं करने से बज जाथा.
47:02छितिरा एक अच्छा जिवन जी सकती थी
47:06अगर वो अपनी महत्वानचाओं की गुलाम बंद नहीं रह जाती था.
47:11और अपने पड़ा जुरुम के लिए
47:16शिवतन गल्स रहा थी,
47:18मैं पस रहा थी,
47:19चित्रा एक अच्छा जीवन जी सकती थी
47:23अगर वो अपनी महत्वानचाओं की गुलाम बन कर ना रह जाती था
47:28और अपनी शादी सुदा जिन्दगी को समझने की कोशिश करती थी
47:31बस सिर्फ इसी लिए क्योंकि उसका पती, उसका जेट जैसा
47:36हैंसम या अच्छा नहीं दिखता था
47:38उसने इतना बड़ा जुर्म कर दिया
47:40याद रखे हमारा समाश कुछ मर्यादाओं के धावों से बंधा हुआ है
47:46ये भारत है
47:48और जब तक हम इन धावों का सम्मान करते हैं
47:52हमारा जीवन सुख मैं रहता है
47:54और इसी बातों को आपके पास छोड़कर अब लेता हूँ आपसे अलविदा
47:58थिर मिलूँगा क्राइम फाइल से अगले एपिसोड में
48:01क्राइम की नई कहानी लेकरें
48:03सब तक रहें ख़बरदार
48:05बने हो शिया
48:06तो देखते रहें मेरे साथ क्राइम फाइल
48:08जय हिंद भारत माता की जय

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