#nameplatecontroversy #samajwadiparty #bhartiyajantaparty #kanwadyatra #DailyLine
नमस्कार
डेली लाइन के इस डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म पर आपका स्वागत है। यह एक ऐसा मंच है जिसकी खबरें पत्रकारिता के वैश्विक मानकों पर खरी उतरती हैं। इसलिए वर्तमान मीडिया के बदलते परिदृश्य में हम विश्वस्नीय जानकारी और निष्पक्ष खबरों के साथ हम आपके साथ जुड़े हैं। बतौर न्यूज़ प्लेटफॉर्म हमारा धर्म है कि हम आपको ऐसी खबरें और जानकारियां उपलब्ध करवाएं जो न सिर्फ पत्रकारिता के मूल्यों खरी उतरें बल्कि देश-दुनिया से लेकर आपके क्षेत्र तक की हर खबर से आपको अपडेट रखें।
#LatestNews #hindiNews #Live #YogiAdityanath #AkhileshYadav #TrendingNews #todayTopNews #TrendingVideo #DailyLine
नमस्कार
डेली लाइन के इस डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म पर आपका स्वागत है। यह एक ऐसा मंच है जिसकी खबरें पत्रकारिता के वैश्विक मानकों पर खरी उतरती हैं। इसलिए वर्तमान मीडिया के बदलते परिदृश्य में हम विश्वस्नीय जानकारी और निष्पक्ष खबरों के साथ हम आपके साथ जुड़े हैं। बतौर न्यूज़ प्लेटफॉर्म हमारा धर्म है कि हम आपको ऐसी खबरें और जानकारियां उपलब्ध करवाएं जो न सिर्फ पत्रकारिता के मूल्यों खरी उतरें बल्कि देश-दुनिया से लेकर आपके क्षेत्र तक की हर खबर से आपको अपडेट रखें।
#LatestNews #hindiNews #Live #YogiAdityanath #AkhileshYadav #TrendingNews #todayTopNews #TrendingVideo #DailyLine
Category
🗞
NewsTranscript
00:00उतरपदेश में योगी सरकार ने कावण यात्रा के दोरान दुकानों, धाबों, ठेलों इन तमाम जगों पर पूरी सूचना यानी नाम लिखने और अपना नाम के साथ साथ अपना मॉबाईल नंबर लिखने का जो एक एडबाईजरी जारी की है उसके बाद से अब सब जग
00:30यह नहीं की बेधभाव पून रवय्या है सरकार का
00:33यह हिंदों मुसलिम करने वाला, यह बाठने वाला विभाजनकारी फैसला है
00:36लेकिन इसके ठीक बाद उतरखण सरकार ने भी यही काम कर दिया
00:40कामड यात्रा जो चल रही है, एक धार्मी की आत्रा है, इसके सुचिता बनाए रखनी चाहिए
00:47और इसलिए सभी दुकांदारों को यह करना पड़ेगा, जो भी कामड रूट है, जहां से कामड ये जाते हैं
00:53उन दुकानों में, उन धाबों पर, उन ठेलों पर, आपको अपने नाम चस्पा करना पड़ेगा, जिससे पता चले कि ये दुकान किसकी है
01:02और कामड यात्रियों को यह सुविधा हो, कि हमको यहाँ पर जाकर भोजन करना है, समान लेना है यहां नहीं लेना है, यह सुविधाएं उनको मिलें
01:09यह सिर्फ यहां नहीं है, अभी उज्जैन आप चले जाएँ, वहाँ पर भी एक फैसला आब आ गया है, उज्जैन के मेर की तरफ से, उज्जैन नगर निगम ने भी कह दिया है, उज्जैन में महाकाल का एक प्रसद मंदिर है, वहाँ भी आप समझ जीए कि बहुत सारे का
01:39पर नाम display करना बहुत ज़रूरी, यानि जो दुकान है, वह किसकी है, ये display करना बहुत ज़रूरी है, लेकिन ये पूरा मामला थंडे बस्ते में था,
01:48लेकिन इधर उतर प्रदेश में, जैसे ही योगी सरकार ने एक फैसला लिया, उसके बाद से उतराखंड, और अब मद्यप्रदेश में भी, ये देखा जाना लगा, इसका आसर दिखाई दे रहा है,
01:58हाला कि इसके पीछे की मंशा बहुत साफ है, सरकार की तरब से कहा जा रहा है, कि ये कोई नई चीज नहीं है, ये 2006 में ही खादे सुरक्षादरियम जब आया था, UPA की सरकार थी उससे में, उससे में इसको तैकर दिया गया था, कि सभी दुकानों पर, जो लाइसेंस हैं, उ
02:28प्रणा कानूनों कुछ नएया नहीं है, लेकिन बहुत लंबे समय से थंडे बस्ते में था, 2006 में UPA सरकार के दोरान ये बिल आया था, उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंग्यादाव की सरकार थी, उनोंनों भी इसको लागो कराया, और उससे में भी, जब मुलायम सिंग्या
02:58ना हो, कहीं लड़ाई जखडे ना हो, और 2011 में तो बाकायदा इसका
03:02notification भी आ चुका था, यानि कुछ नएया नहीं है, अब BJP इसी
03:05को लगातार बता रही है, कि जो योगी सरकार कर रही है, जो
03:10सरकार कर रही है, यह कुछ नएया नहीं है, यह पहले से है,
03:13खाद सुरक्षाद नियम 2006 यह कहता है, कि सभी दुकानों पर
03:18display होना चाहिए, और इस display पे license number होना चाहिए,
03:22दुकान के मालिक का नाम होना चाहिए, इसके अलाबा rate list भी
03:26होनी चाहिए, कई चीज़ें जो उस नियम के थायत होती हैं,
03:29उसका पालन करना चाहिए, लेकिन अब आप इससे कहलीजे
03:33कि इतनी धिलाई बरती गई इतने सालों में, और जो food
03:36license authorities हैं अलग-लग राज्यों में, यह उनकी भी
03:39कमी कहलीजे कि इसपर ध्यान नहीं दिया गई कभी, और बिना
03:42license के तमाम दुकाने खुलती चली गई, उसपर कोई नाम
03:45नहीं लिखा होता, कोई पहचान नहीं लिखी होती है,
03:48कौन दुकान चला रहा है, उसका कोई, कोई सर्वे नहीं
03:52होता, किसी कोई जानकारी नहीं होती है, तो यह एक
03:54खतरनाक स्थिति तक पहुँचता चला जा रहा था मामला.
03:57बीते कई सालों में ऐसे उधारन देखने को मिले हैं,
04:00मसलन, अगर मैं कहीं किसी धाबे पे जाओं, और मैं
04:03शुद्ध शाकाहारी हूं, किसी धारबी के आतर पर जा रहा हूं,
04:06और उसका जो संचालक है, वहाँ पर वो नॉन वेज बनाता है,
04:10उसी के बगल में वेजिटेरियन खाना बनाता है,
04:12दोनों के लिए सेम बरतन यूज़ होता है,
04:14कारिगर जो हैं, उनके अंदर वो सक्षिता नहीं है,
04:17दोनों कारिगर, एक ही कारिगर, दोनों वेज और नॉन वेज बनाता है,
04:20तो ऐसे कई जगों पर विवाद की संभावनाएं रहती हैं,
04:24और हो जुका हैं ऐसी घटनाएं,
04:25तो ऐसे में इसी बात से निपटने के लिए इस बार ये तै किया गया,
04:29कि सक्ती से इस बार लागू करा जागा,
04:32हाला कि बीते 6 सालों में, जब से योगी सरकार हैं,
04:35ये सक्ती रही है कामण रूट पे,
04:37कि अगर कोई नॉन वेज के होटल्स हैं,
04:39उनको कहा गया है कि भाई आप जब तक यातरा चल रही हैं,
04:42जब कामणी गुजर रहे हैं, तो आप बंद रखें,
04:44या फिर नॉन वेज के बिक्री ना किजिए,
04:46ऐसे कहा गया है, लेकिन ये कोई आदेश के तहट नहीं था,
04:50ये एक समनवय होता था,
04:52जो जिले की समनवय समितियां होती थी,
04:54बैट करके बात कर लिया करती थी,
04:56लेकिन इस बार सक्ती से कहा गया,
04:58कि नहीं, नियम के हिसाब से,
05:00जो नियम कहता है, फूड सेकुरेटी आक्ट,
05:022006, जो कहता है,
05:04कि जितने भी खादे वस्तुवें हैं,
05:06जो बिक्री करने वाले जो दुकान है,
05:08उस पर डिस्प्लेय करना चाहिए,
05:10फूड लाइसेंस को डिस्प्लेय करना चाहिए,
05:12उसके ओनर का नाम डिस्प्लेय होना चाहिए,
05:14तो इसी सब को देखते हुए, जो भिवाद
05:16उत्पन हो गया है,
05:18इस पर पूरी तरीके से
05:20राजनीत होने लगी है,
05:22अगर ये पूरी, पूरा मामला
05:24आप देखें सिर्फ और सिर्फ नियत से जुड़ा हुआ है,
05:26अगर आप इसको राजनेतिक
05:28चश्मे से देखेंगे, तो आपको लगेगा कि
05:30ये तो भेदभाव हो रहा है,
05:32लेकिन आप ये सोचे कि अनुक्षेत पंद्र
05:34भी यही कहता है कि किसी वेक्ति
05:36को आप उसके जाती,
05:38मजहब, रहन, सहन
05:40ऐसे 3-4 चीज़ उसके लिहाज
05:42से आप उसके साथ भेदभाव नहीं कर सकते हैं,
05:44तो उस लिहाज से भी ये मसला सही है
05:46कि भाई, अगर हम दुकान खोले
05:48हैं, तो हम दुकान में क्या
05:50रख रहे हैं, दुकान का मालिक
05:52कौन है, ये तो हमको डिस्प्ले करना चाहिए,
05:54अब इसमें हिंदो-मुसलिम,
05:56जाती-मजहब, जाती-धर्म, और
05:58ये सब बातें जो आ रहे हैं, इससे को लेकर के
06:00राजनीति शुरू हो गई है, तमाम
06:02कानून के जानकार कहते हैं, कि
06:04इसमें कहीं से भी कोई कमी नहीं है, कहीं से
06:06भी कोई गलती नहीं है, क्योंकि
06:08ये एक स्वतंतरता का भी अधिकार है
06:10समाजवादी पार्टी
06:34समाजवादी पार्टी
06:36समाजवादी पार्टी
06:38समाजवादी पार्टी
06:40समाजवादी पार्टी
06:42समाजवादी पार्टी
06:44समाजवादी पार्टी
06:46समाजवादी पार्टी
06:48समाजवादी पार्टी
06:50समाजवादी पार्टी
06:52समाजवादी पार्टी
06:54समाजवादी पार्टी
06:56समाजवादी पार्टी
06:58समाजवादी पार्टी
07:00समाजवादी पार्टी
07:02समाजवादी पार्टी
07:04समाजवादी पार्टी
07:06समाजवादी पार्टी
07:08समाजवादी पार्टी
07:10समाजवादी पार्टी
07:12समाजवादी पार्टी
07:14समाजवादी पार्टी
07:16समाजवादी पार्टी
07:18समाजवादी पार्टी
07:20समाजवादी पार्टी
07:22समाजवादी पार्टी
07:24समाजवादी पार्टी
07:26समाजवादी पार्टी
07:28समाजवादी पार्टी
07:30समाजवादी पार्टी
07:32समाजवादी पार्टी
07:34समाजवादी पार्टी
07:36समाजवादी पार्टी
07:38समाजवादी पार्टी
07:40समाजवादी पार्टी
07:42समाजवादी पार्टी
07:44समाजवादी पार्टी
07:46समाजवादी पार्टी
07:48समाजवादी पार्टी
07:50समाजवादी पार्टी
07:52समाजवादी पार्टी
07:54समाजवादी पार्टी
07:56समाजवादी पार्टी
07:58समाजवादी पार्टी
08:00समाजवादी पार्टी
08:02समाजवादी पार्टी
08:04समाजवादी पार्टी
08:06समाजवादी पार्टी
08:08समाजवादी पार्टी
08:10समाजवादी पार्टी
08:12समाजवादी पार्टी
08:14समाजवादी पार्टी
08:16समाजवादी पार्टी
08:18समाजवादी पार्टी
08:20समाजवादी पार्टी
08:22समाजवादी पार्टी
08:24समाजवादी पार्टी
08:26समाजवादी पार्टी
08:28समाजवादी पार्टी
08:30समाजवादी पार्टी
08:32समाजवादी पार्टी
08:34समाजवादी पार्टी
08:36समाजवादी पार्टी
08:38समाजवादी पार्टी
08:40समाजवादी पार्टी
08:42समाजवादी पार्टी
08:44समाजवादी पार्टी
08:46समाजवादी पार्टी
08:48समाजवादी पार्टी
08:50समाजवादी पार्टी
08:52समाजवादी पार्टी
08:54समाजवादी पार्टी
08:56समाजवादी पार्टी
08:58समाजवादी पार्टी
09:00समाजवादी पार्टी
09:02समाजवादी पार्टी
09:04समाजवादी पार्टी
09:06समाजवादी पार्टी
09:08समाजवादी पार्टी
09:10समाजवादी पार्टी
09:12समाजवादी पार्टी
09:14समाजवादी पार्टी
09:16समाजवादी पार्टी
09:18समाजवादी पार्टी
09:20समाजवादी पार्टी