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North Sentinel Island is one of those rare places on earth which are still very unknown. It is a small island part of the Andaman and Nicobar islands that are known for the people who live there- the Sentinelese Tribe. These are the people who still live as hunter-gatherers, and they don't even want to upgrade themselves. In fact, they attack anyone who tries to come close to their island. But how can an island be like this in a world where we are talking about life on Mars, going on the moon, metaverse, and what not? Watch this video to find out as Dhruv Rathee explains the mystery of North Sentinel Island and Sentinelese people in detail.

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00:00नमस्कार दोस्तों, नुवेंबर 2018 में जॉन आलेन चाओ नाम के 26 साल के अमेरिकन मिशनरी
00:06फैसला करते हैं कि ये इलीगली इंडिया के North Sentinel Island पर जाएंगे।
00:11इस Island पर रहने वाले लोगों को हम North Sentinelese ट्राइब का हिस्सा मानते हैं
00:15और ये शायद से दुनिया की आखरी Uncontacted ट्राइब है
00:19यानि कि इन्हें बहार की दुनिया के बारे में Almost कुछ नहीं पता है
00:22जॉन एक क्रिश्ण है और ये इस हद तक उपसेस्ट हो चुके हैं अपने धर्म से
00:25कि ये इस आईलेंड पर रहने वाले लोगों को क्रिश्णिती का पार्ट पढ़ाना चाहते हैं
00:29तो ये एक पास वाले आईलेंड पर पहुँच कर
00:31वहाँ मौझूद एक लोकल मच्चुवारे को रिश्वत देते हैं 25,000 रुपे की
00:36और उसे कन्विंस कर लेते हैं कि वो उन्हें इस आईलेंड पर छोड़ कर रहे है
00:4014 नवेंबर 2018 की रात को ये इस सफर पर निकलते हैं रात के अंधेरे में
00:44ताकि कोश्ट गार्ड्स इन्हें न देख ले
00:46अपने साथ ये अपना गोपरो कैमरा ले कर आये हैं
00:49कुछ कैंचियां है, एक कायक है जिसमें बाकी का सफर कर सकें
00:52और कुछ सूखी होई मचलिया, फूटबॉल और एक बाइबल है
00:56जिसे as a gift दे सके ये इन सेंटिनलीज लोगों
00:5915 नवेंबर की सुभए जैसे ही ये उस आईलेंड के करीब पहुँचते हैं
01:02ये उस लोकल मचवारे से कहते हैं कि वो दूर ही वेट करे
01:05ये अपनी कायक निकाल कर और करीब जाते हैं
01:08पास पहुचते ही इन्हें घर दिखता है और कुछ औरतों के बात करने की आवाज आती है
01:12ये अपनी कायक को बीच पर खड़ी करने के लिए तयार करते हैं
01:15कि ये इन्हें तब ही दिखता है दो सेंटिनलीज आदमी अपने हाथ में बो और एरोज लिये एकदम से आते हैं
01:21ये उन्हें देख कर कहते हैं जीसिस क्राइश ने मुझे अथोरिटी दिया आपके पास आने की
01:28लीजिये मैं आपके लिए कुछ खाना लाया हूँ
01:30वो दो आदमी तीर को अपने बो में रखते हैं और almost ready हो जाते हैं शूट करने के लिए
01:36जॉन पैनिक में वापस मुझ जाते हैं
01:38कुछ घंटे बाद ये दुबारा से कोशिश करते हैं
01:40इस बारी ये North Shore पर जाते हैं आईलेंड की
01:43दूर से इन्हें दिखता है कि जमीन पर मौझूत करीब 6 Sentinelese लोग इनकी तरफ देखकर चिला रहे हैं और कुछ बोलने लग रहे हैं
01:49अब इसलिए यहाँ पर भाषा किसी को एक दूसरे की समझ में नहीं आती
01:52आज के दिन पूरी दुनिया में ऐसा कोई नहीं है दोस्तो जो इन Sentinelese लोगों की भाषा समझ सके सिवाई उन Sentinelese लोगों की खुद
01:59जॉन को जो भी समझ में आता है ये उसी चीस को वापस दोराने की कुशिश करते हैं और उनकी तरफ चिलाते हैं
02:05वो Sentinelese लोग हसने लग जाते हैं इने देख कर
02:08जॉन धीरे धीरे और करीब जाते हैं इनके एक सेफ डिस्टेंस पर रहे कर ये इनके लिए जो तोफे लाय थे उने धीरे धीरे नीचे डालना शुरू करते हैं
02:16इस बारी एक बच्चा और एक यंग लड़की वहाँ पर खड़ी थी सामने जिनके हाथ में बोर एरो था
02:21जॉन अपनी कायक से नीचे उतरते हैं और उस बच्चे के साथ बात करने की कोशिश करते हैं
02:25पीछे से एक सेंटिनलीज आदमी उनकी कायक छीन लेता है और ये बाइबल से कुछ चीज़ समझाने की कोशिश करते हैं उस बच्चे को
02:31लेकिन कुछ ही सेकंड बात वो बच्चा जॉन की छाती पर एम करते हुए तीर चला देता है
02:37वो एरो बाइबल की किताब में जाकर लग जाता है और जॉन की जान बच जाता है
02:42एक बार फिर से पैनिक में आकर जॉन वहाँ से भाग निकलते हैं लेकिन इस बारी उनकी कायक भी नहीं है
02:47वो स्विमिंग करके किसी तरीके से वापस बोर्ड तक पहुँझते हैं
02:50रात को जाकर वो अपनी डाइरी में लिखते हैं
02:56क्या ये आइलेंड राक्शिशों का आइलेंड है जहाँ पर इन लोगों ने जीज़स का नाम तक नहीं सुना है
03:00आगे लिखते हैं अपनी डाइरी में मैं मरना नहीं चाहता, शायद मुझे इस जगहें से चले जाना चाहिए
03:06लेकिन लॉर्ड को लेकर इनका उपसेशन बागलपन्ती में बदल चुका था
03:10ये किसी तरीके से अपने आपको कन्विंस करने ही कुशुश करते हैं कि मुझे वापस जाना ही पड़ेगा, यही मेरा मकसद है
03:1616 नवेंबर 2018, अपने परिवार को ये एक चिठ्ठी लिखते हैं
03:20अपने माता पिता से कहते हैं कि आपको ये सुनकर लगेगा कि मैं बागल हो चुका हूँ
03:24लेकिन मुझे लगता है जीजिस का ये शब इन लोगों तक पहुचाना वर्थिड है
03:29अगर मेरी जान यहाँ पर चली जाये, प्लीज इन लोगों को ब्लेम मत करने
03:32ये लिखकर वो एक बार फिर से बोट लेकर निकल पड़ते हैं North Sentinel Island की तरफ
03:37इस बारी वो वापस लोटकर नहीं आते, जो लोकल मच्वारा उनको छोड़ने गया था
03:42वो दूर से देखता है कि Sentinelese लोग एक बाड़ी को बरी करने लग रहे हैं
03:47पापड़े देखकर पता लग जाता है कि ये John Allen Chow की बाड़ी है
03:51पापड़े देखकर पता लग जाता है कि ये निकल पड़ते है
03:56कि से कर्जाब पर आज्मिन स्ट्रेश में अपड़ियोन आचित्ती है
04:01ये Sentinelese लोग एक बाड़ी जाता है कि ये निकल पड़ते है
04:04यूब यूग पुराना कोई संदेश तो नहीं दे रहे हैं।
04:07जिससे शायद आज का इंसान भूल बैठा है।
04:13North Sentinel Island दोस्तों अंधमान ने निकोबार आईलेंड्स का एक हिस्सा है।
04:16करीब 572 आईलेंड्स हैं टोटल में इस अंधमान ने निकोबार ग्रूप में।
04:20जिन में से सिर्फ 38 में लोग रहते हैं और सिर्फ 12 अक्शुली में टूरिस के लिए ओपन हैं।
04:24इन सारे आईलेंड्स को तीन डिस्ट्रिक्ट्स में डिवाइट किया गया है नौर्थ और मिडल अंधमान, साथ अंधमान और निकोबार।
04:29यहाँ रहने वाले लोगों को हम North Sentinelese बुलाते हैं लेकिन यह हमने नाम दिया है।
04:33हम अक्शुली में नहीं जानते कि वो ट्राइब अपने आपको क्या कहती है, अपने आपको किस नाम से पुकारती है।
04:39माना जाता है कि आज से करीब 70,000 साल पहले कुछ लोग आफरिका से बाहर माईग्रेट किये थे।
04:43इसे Out of Africa थियोरी कहा जाता है कि जो पहले Modern Human Beings हैं, वो आफरिका से आए हैं।
04:49और यह लोग जो आज के दिन Sentinelese आईलेंड पर माँड़ रहे हैं।
04:53यह पहले ग्रूप अफरिका से येमन गए, वहाँ से पूरा इंडियन सब कॉंटिनेंट पर चल चल के, म्यानमार पहुँचे, फिर साऊथीस्ट एशिया, इस्ट एशिया, और इवेरिका से बाहर माईग्रेट किये थे।
05:10यह पहले ग्रूप अफरिका से येमन गए, वहाँ से पूरा इंडियन सब कॉंटिनेंट पर चल चल के, म्यानमार पहुँचे, फिर साऊथीस्ट एशिया, इस्ट एशिया, और इवेरिका से बाहर माईग्रेट किये थे।
05:13यह पहले ग्रूप अफरिका से येमन गए, वहाँ से पूरा इंडियन सब कॉंटिनेंट पर चल चल के, म्यानमार पहुँचे, फिर साऊथीस्ट एशिया, इस्ट एशिया, और इवेरिका से बाहर माईग्रेट किये थे।
05:26इन हजारों सालों के बीच, जो हुमन्स अक्शली में मिडलीस्ट, इंडिया, साऊथीस्ट एशिया जैसी जगाओं पर जाकर बसे, वो एक दूसरे से मिक्स इन हो गए, क्योंकि जमीन एक ही थी, इदर से उदर जमीन के जरीए जाना बहुती असान काम था।
05:38लेकिन जो हुमन्स इन रिमोट आईलेंड्स पर जाकर बसे, वहाँ पर बाकी हुमन्स के साथ मिक्स इन नहीं हो पाए, और बाकी दुनिया से इतने आईसोलेटिड रहें।
05:46इसका मतलब ये भी हुआ कि इन्होंने खेती करनी कभी सीखी ही नहीं। आग्रिकल्चर का अविशकार आज से करीब 12,000 साल पहले हुआ था। अब आप ये कहलो कि इन आईलेंड्स पर रहते रहते, इन्हें कभी जरूरत ही नहीं पड़ी खेती करने की, या फिर इन्हें ब
06:16स्टोनेज के जमाने के लोगों की तरह रहते हैं। एक हंटर गैधरर लाइफस्टाईल जीते हैं।
06:21यानि ये अपने खाने को उगा कर नहीं खाते, बलकि पेड़ से तोड़ कर फल खाते हैं।
06:25जानवरों की हंटिंग करते हैं और मचलियों की फिशिंग करते हैं और वही इनका खाना है।
06:29ये लोग दुनिया की सबसे आइसोलेटिट ट्राइब इसलिए हैं क्योंकि आइसोलेटिट रहना चाहते हैं।
06:33जब-जब बहार की दुनिया ने कॉंटाक्ट एस्टाबलिश्ट करने की कोशिश करी हैं इनके साथ,
06:38वाइलेंस ही देखने को मिला है ज्यादते टाइम।
06:40हिस्टोरिकली देखा जाये, सबसे पुराना रिटन रिकॉर्ड हमारे पास अंधमान और निकोबार आइलेंड्स का है,
06:45सेकंड सेंचुरी एडी से,
06:47जब एक रोमन मैंथेमेटिशिन, क्लॉडियस टॉल्मी ने, अंधमान और निकोबार आइलेंड्स को डिस्क्राइब किया था,
06:52आइलेंड्स अफ कैनिबल्स पुकार के.
06:55अब ये डिस्क्रिप्षिन इन्होंने अक्शुली में सिर्फ नौर्थ सेंटिनल आइलेंड्स के लिए नहीं दी थी,
06:59बलकि पूरे अंधमान और निकोबार आइलेंड्स के लिए दी थी,
07:01तो हमें नहीं पता कि ये कौन सी ट्राइब को रेफर कर रहे थी.
07:04इसके बाद, साल 673 में एक चाइनीश ट्रैवलर,
07:07जो सुमातरा से इंडिया का सफर कर रहे थे,
07:10वो भी कहते हैं कि यहां रहने वाले लोग इन आइलेंड्स में कैनिबल्स हैं.
07:13यानि इंसानों की मीट खाते हैं यहां रहने वाले लोग.
07:168th और 9th सेंचुरी में जो अरब ट्रैवलर जो गए थे अंदमान आइलेंड्स पर,
07:19उन्होंने भी सेम चीज गई.
07:2111th सेंचुरी में, एक मंदिर बना था जिस पर इंस्कृप्शन लिखी गई थी,
07:24राजा राजा चोला वन के टाइम पर.
07:26सेम चीज वहाँ लिखी गई है कि वो इन आइलेंड्स को अशुद मानते हैं,
07:30और यहां पर माना जाता है कि कैनिबल्स रहते हैं.
07:32अब specifically अगर North Sentinel Island की बात करी जाये,
07:35तो इसका पहला record mention किया गया है साल 1771 में.
07:39जब एक East India Company का जहाज इस आइलेंड के पास से गुजरता है,
07:42और वहाँ मौझूद जो सर्वेर थे,
07:44उन्हें इस आइलेंड से रौषनी आती हुए दिखाई देती हैं.
07:47इसका अगला account है साल 1867 में,
07:49जब एक Indian Merchant Ship जो करीब 100 passengers को लेकर जा रहा था,
07:54उसका accident हो जाता है इस आइलेंड के शोर पर.
07:56जो accident के survivors होते हैं, उनपर Sentinelese के दोरा हमला किया जाता है.
08:00Fortunately, वो बचकर भाग निकलते हैं,
08:03British Indian Royal Navy की मदद से.
08:05ये अक्शली में पहला case था,
08:06जो हमें देखने को मिलता है,
08:07जब North Sentinelese लोग,
08:09बहार के लोगों को अपने आइलेंड से दूर भगाते हैं और उनपर हमला करते हैं.
08:13फिर साल 1880 में,
08:14Morris Vidal Portman नाम के एक British Officer
08:17decides करते हैं कि वो इन Sentinelese लोगों से जाकर मिलने की कोशिश करेंगे,
08:22contact बनाएंगे और इन्हें civilize करने की कोशिश करेंगे.
08:25इस point of time पर ब्रितिश लोग बाकि अन्धमान की ट्राइब्स से अलड़ी communicate कर चुके थे.
08:29Friendly contact रहा था और वो उनके साथ बात भी कर पाते थे.
08:33तो ये जब इस North Sentinel Island पर गए,
08:36ये कुछ बाकी जो Andamanese ट्राइब्स थी,
08:38उन्हें साथ में लेकर आया उनकी लोगों को,
08:56पोर्टमेन को अपने सफर पर एक बुजुर्ग कपल मिलता है North Sentinel Island पर और कुछ चार बच्चे मिलते हैं.
09:02ये डिसाइट करते हैं उन्हें किड्नाप कर लेंगे.
09:04अपने साथ ले चलते हैं वापस पोर्ट ब्लेर में.
09:07पता चलता है कि ये North Sentinelese लोग इतने सालों से बाकी दुनिया से कट औफ थे,
09:12कि जैसे ही ये बुजुर्ग आदमी और औरत पोर्ट ब्लेर पहुंचते हैं,
09:16कुछ ही दिनों बाद इनकी मौत हो जाती हैं.
09:18कोट्मेन को बच्चों पर तरस आता है ये देखते हुए, और वो बच्चों को वापस उस आईलेंड पर जाकर लौटा देते हैं.
09:24उन्हें कुछ हातों में तोफे देखकर.
09:26इस बड़ी लाइकली है कि वो बच्चे अपने साथ वापस ऐसे किताणू ले गए हुँगे,
09:30जो कमप्लीटली फॉरं थे उस आईलेंड के लिए.
09:33तो वहां जाकर और लोगों को भी इंफेक्ट किया होगा और और लोग भी मारे गए हुँगे, ये पॉसिबल है.
09:38जो डिजीसी हमें मॉडर्न जमाने में देखने को मिलते हैं,
09:40हमारी बाडीज में उनके ख़िलाफ्व इम्मिऎनिटि डेवलब हुई हैं,
09:43क्योंकि सालो भर साल हमारे जो अनसिस्तर्स थे,
09:46इनकी बॉडीज ने एक्सपोजर सहा इन डिजीजिस का और इम्यूनिटी डेवलब करें।
09:50लेकिन North Sentinel Island में रहने वाले लोग पूरी दुनिया से कट ओफ थे।
09:54इन सारे नए डिजीजिस से कट ओफ थे।
09:56तो इनकी बॉडीज में वो इम्यूनिटी नहीं डेवलब हो पाए।
09:59यह पोर्टमेन वाला इंसिडन्ट माना जाता है कि एक बड़ा कारण है कि
10:02North Sentinelese लोग बहार के लोगों को लेकर इतना वाइलेंट क्यूं हो जाते हैं।
10:06इतना आइसोलेटिट क्यूं रहना चाहते हैं।
10:08आजादी के बाद दोस्तों इंडियन गवर्मेंड ने कई एक्सपिडेशन्स करी नौर्थ सेंटिनल आईलेंड पर।
10:13अपने साथ 20 मेंबर की टीम लेकर गए जिसमें साइन्टिस्ट थे, आर्म्ड फोर्सिस थी, अनाम नेवी पर्जनल्स थे और गवर्णर थे।
10:26आईलेंड पर पहुच कर इनकी टीम ने सेंटिनलीज के फूटप्रिंट्स को फॉलो किया करीब एक किलोमेटर तक।
10:31लेकिन इन्हें कोई लोग नहीं मिले, तो ये टीम वापस चली गई और कुछ पीछे तोफे छोड़ कर चली गई इन लोगों के लिए, जैसे की कोकोनट, पॉट्स और पैन्स और बाकी आईलेंड।
10:411970 में एक अफिशल रीशर्च टीम गई इस आईलेंड पर और उन्होंने एक स्टोन टाबलेट सेट अप किया ये डिकलेर करते हुए कि नौर्थ सेंटिनन आईलेंड इंडियन तरिटरी का हिस्सा है।
10:511974 में एक इंडियन फिल्म क्रू गया है इस आईलेंड पर जिन्होंने एक डॉकिमेंटरी बनाई अंदमाने निकोबार आईलेंड की ट्राइब्स के उपर।
10:57इस फिल्म क्रू के साथ एक बार फिर से त्रिलोकनाथ पंडित मौजूद थे और साथ में कुछ आर्म फोर्सेज भी थी।
11:03एक बार फिर से इन लोगों ने तोफ़े के तौर पर कुछ कोकोनट्स रखे, कुछ नारियल दिये, एक जिन्दा सूर को भी लेकर गये थे ये की ऐसा गिफ्ट प्रेजेंट कर सकें।
11:10और ये सारी चीजे इनोंने शोर पर रख दी और ये फिर थोड़ा सा पीछे हट गए देखने के लिए की लोकल लोग कैसे रियाक्ट करते हैं।
11:17कुछ देर बाद, कुछ ट्राइबल लोग बाहर निकल कर आये शोर पर और धनुश और बांड से हमला करने लग गए इन लोगों पर।
11:23एक आरो इस बारी अक्शली में फिल्म के जो डारेक्टर थे प्रेम वेद्या, उनकी ठाय में जाकर लगा।
11:28उन्होंने उस सुर पर भी हमला कर दिया जो एज़े तोफ़ा लाय गया था उनके लिए, सुर को भी मार दिया और उसे सैंड में बरी कर दिया।
11:34और ये एक्शली में पहली बार था दोस्तों कि North Sentinelese लोगों को कैमरे पर कैप्चर किया गया।
11:39इसके बार 1970s-1980s में कई एटेम्ट्स किये गए त्रिलोकनाथ पंडित के दोरा लेकिन हर बार यही होता था.
11:45ये छोटी-छोटी टीम्स लेकर आईलेंड पर जाते थे, कभी कोई सुर देते थे, उन पिक्स को हर बार ये ट्राइब के लोग मार देते थे और सैंड में बरी कर देते थे.
11:53एक बार उनके लिए एक डॉल छोड़ी थी ऐसे गिफ्ट, उसे भी धनुश से मार दिया और उसे भी बरी कर दिया सैंड में.
12:00साल 1981 में एक इंसेडन्ट हुआ था जब एक मर्चन शिप प्राइम रोज नाम से बांगलादेश से उस्ट्रेलिया जा रही थी.
12:07सुफान आया और वो इस आईलेंड पर अटक कर रह गए. एक बार फिर से जो सेंटिनलीस ट्राइब के लोग थे वो आये इन पैसंजर्स पर हमला करने लगे.
12:15इन वेदर कंडिशन्स ऐसी थी कि उनके आरोज आक्शुली में हिट नहीं कर पा इन लोगों को थांक्फुली. इन लोगों ने डिस्ट्रेस कॉल्स दी ये किसी ना किसी तरीके से जिंदा बचे रहे इस शिप के पास ही. और एक अफते बाद एक हेलिकॉप्टर ने इने आ
12:45ये लोग अपने धनुश बांड में लोहे का इस्तिमाल करने लग रहे थे.
12:48और ये लोहा इसी जहास से आया था.
12:50तो इन्होंने किसी तरीके से उस लोहे का इस्तिमाल कर लिया था.
12:52और ये जो शिप रेक है, ये आज के दिन भी आप गूगल मैपस पर देख सकते हैं.
12:57North Sentinel Island के North में जाएंगे, वहाँ ये आपको दिखेगा.
13:00इसके बाद इतिहास में एक बड़ा मोड आता है साल 1991 में.
13:04ये बो साल था जब North Sentinelese की तरफ से पहला friendly contact देखा गया.
13:09पहली बार को इनसे मिलने गया और ये वाइलन्ट नहीं हुए.
13:12जैन्वरी के महीने में एक expedition लीड की गई थी,
13:14Indian Anthropologist मधुमाला चतोपाध्या के दौरे.
13:17ये अपनी छोटी सी team के साथ आई, बिना किसी हतियार के coconuts औफर किये,
13:22और इस बारी, Sentinelese लोगों ने इन coconuts को एक्शली में ले लिया.
13:26कहीं ऐसा तो नहीं कि फर्क इस बारी ये था कि एक औरत इनसे मिलने आई थी
13:30और इससे पहले जितने भी expeditions होई थी, वो सारे आदमी थे.
13:33इस friendly contact में एक बड़ी shocking चीज होई.
13:36ये team वापस चली गई थी, अगले दिन फिरसे आई इनसे मिलने.
13:39और इस बारी, एक Sentinelese आदमी, इनपर धनुश बाण लिये फिरसे aim करके ख़ड़ा था.
13:44कभी भी shoot कर सकता था इनपर, लेकिन एक Sentinelese औरत साइड से निकल कर आई,
13:49और उसने उस arrow को push down किया.
13:51एसा gesture देते होए, कि मत मारो इने.
13:54और फिर उस आदमी ने उस औरत की सुन ली,
13:56और अपने हतियारों को उसने actually में रेत के नीचे दबा दिया.
13:59एसा होता देखकर, expedition team के जो लोग थे,
14:02वो पहली बार actually में जमीन पर आ पाए,
14:04और अपने हातों से नारियल को दे पाए,
14:07Sentinelese लोगों को.
14:08करीब एक महिने बाद एक और expedition हुई,
14:10जिसमें त्रिलोकनाथ पंडित और मधुमाला फिर साथ में गए थे,
14:13और फिर से हतियार नहीं इस्तिमाल किये, Sentinelese लोगों ने.
14:16वो अपनी boat से नीचे उठरे,
14:18उन्होंने नारियल को फ्रेंडली तरीके से कलेक्ट कर लिया.
14:20इकिन ये आखरी बार था,
14:22जब Sentinelese लोग इतने फ्रेंडली थे बाकि दुनिया को लेकर.
14:26साल 1991 के बाद जितनी भी expedition हुई,
14:29जितना भी contact करने की कोशिश करी गई,
14:32फिर से violence ही देखने को मिला.
14:34हम ये नहीं जानते कि ऐसा क्यूं हुआ?
14:36क्यूं उस छोटे से time period के लिए
14:38इस Sentinelese लोग इतने फ्रेंडली हो गए थे
14:40और बाद में फिर violent हो गए?
14:42नतीज़ा ये हुआ कि 1997 के बाद
14:44इंडियन गवर्मन्ड ने ban लगा दिया
14:45कि कोई भी उस आईलेंड पर अब जा सके.
14:47सरकार ने भी realize कर लिया
14:48कि कोई point नहीं है बार-बार
14:50communicate करने का उन लोगों से
14:52जब वो खुद ही communicate नहीं करना चाहते हैं.
14:54वो अपना मस, जिंदगी जी रहे हैं उस आईलेंड पर
14:56उन्हें वैसे ही जी लेने दिया जाएं.
14:58सरकार की policy एक eyes on, hands off की policy थी.
15:01मतलब हम नजर रखेंगे उस tribe पर
15:03अगर उन्हें कोई जरूरत पड़े मदद की
15:05हम जरूर मदद करेंगे उनकी
15:06लेकिन अपने हाथ दूर रखेंगे उनसे.
15:08साल 2004 में इंडियन ओशन में सुनामी आया था बड़ा भयांकर.
15:11इंडियन कोस्ट गार्ड के officials
15:13हेलिकॉप्टर से इस आईलेंड के उपर निगरानी करने गए
15:15कि कही ये आईलेंड damage तो नहीं हो गया
15:17या रहने वाले लोग ठीक तो हैं.
15:19उस हेलिकॉप्टर पर return में एरोज की बारिश होने लगी
15:22और अंदर बैठे officials ने realize कर लिया
15:24हम पर अमला होने लग रहा है, मतलब ये लोग ठीक हैं.
15:26सुनामी की वज़ेसे इस आईलेंड करीब 1.5 मीटर से
15:29लिफ्ट अप हो गया था.
15:30और ट्राइब के लोग काफ़ी healthy दिख रहे थे
15:31तो कोई चिंता करने की बात नहीं थे.
15:33साल 2006 में एक unfortunate incident हुआ
15:35जहाँ पर दो local fisherman गलती से
15:37काफी करीब पहुच गए इस आईलेंड के
15:39और centenaries लोगों ने उन पर हमला करना शुरू कर दिये,
15:41उनने मार डाले.
15:42इसके बाद से सरकार ने decide किया कि
15:44एक 5 km का radius होना चीए.
15:46इस आईलेंड के उपर आना थो छोड़ो
15:495 km की range में भी कोई नहीं आना चीए.
15:51सबसे latest incident वही 2018 वाला incident था
15:53John Allen Chow को लेकर जिसकी बात मैंने
15:55वीडियो के शुरू में करी थी.
15:57ये इन्सान बिलकुल ही पागल तरीके से
15:59obsessed हो गया था, Christianity को लेकर.
16:01जानपूच कर इस आईलेंड पर गया और मारा गया.
16:04लेकिन सवाल ही उठता है कि
16:05हमें क्या पता है इन लोगों के बारे में?
16:07इन North Sentinelese लोगों के बारे में आज के दिर?
16:10ये जानना बड़ा इंड्रेस्टिंग है.
16:11जॉन ने जो डाइरी लिखी दी अपने experiences पर
16:13उसके अकॉर्डिंग इनकी हाइट
16:15पाँच फीट तीन इंच या पाँच फीट पाँच इंस से ज्यादा की नहीं है.
16:18इसके लाव जो वीडियो फूटेज हमारे पास मौझूद है
16:20उसको देखकर हम कह सकते हैं
16:22कि Sentinelese लोगों के बाल काफी चोटे होते हैं.
16:24इनकी स्किन कलर बहुती शाइनिंग डार्क है.
16:26मसल्स वेल डिफाइंड हैं.
16:28कोई ओबिसिटी का या मैल न्यूटरिशन का साइन नहीं देखने को मिलता.
16:31जॉन की डारी के एकॉर्डिंग इन मेंसे कुछ लोगों के फेस पर येलो पेस्ट चड़ी होई थी.
16:35इसके लाव ये कपड़े नहीं पहनते
16:37लेकिन अपनी कमर पर, अपनी गरदन पर और सिर्फ पर कुछ फैबर के स्टिंग्ज जरूर पहनते हैं.
16:41औरटे जो हैं वो जाधा पतले फैबर स्टिंग्ज पहनते हैं, और आदमी जो हैं, वो थोड़े मोटे वाले बेंट्स पहनते हैं.
16:46आद्मियों के हाथों में धनुष बांड है और स्पीर्स जैसे हत्यार है
16:49इसके लावा सेंटिनेली लोग बोड्स को बनाना जानते हैं
16:52ये बहुत ही छोटी-छोटी नैरो केनूज बनाते हैं
16:55जो लकडी की बनी होती हैं
16:56और ये इतनी नैरो होती हैं कि दो फीट की भी जगे नहीं होती हैं इनके अंदर
17:00हैरानी की बात ये है कि ये लोग ज्यादा क्यूरियस नहीं है अपनी सराउंडिंग्स को लेकर
17:04आम तोर पर इंसानों के अंदर ये कॉलिटी होती है, कहे सकते हो
17:07कि अटिस्ट कुछ इंसानों में कि वो एक्सप्लोर करना चाहते हैं, नहीं जगा होगी
17:11जो निरेस्ट आईलेंड है, नौर्थ सेंटिनल आईलेंड के पास, वो सिर्फ 36 किलोमेटर दूर है इस
17:15यहाँ पर और लोग रहते हैं, लेकिन फिर भी सेंटिनल आईलेंड लोगों ने कोशिश नहीं करी उस आईलेंड तक जाने की, कभी
17:21अपने आईलेंड के बाहर ज्यादा जगहें गुमने की
17:24खाने की बात करी जाये, तो हम इतना जानते हैं कि इन्हें खेती करनी नहीं आती
17:27तो यह एनिमल्स की हंटिंग करके जिंदा रहते हैं, जैसे की जंगल में सूर मिल जाते हैं, कुछ जंगली
17:32फिशिंग कर लेते हैं यह और टर्टल के एग्स को हर्वेस्ट कर लेते हैं
17:36इसके लावा यह फल फूल खा लेते हैं और शेहद का भी इस्तिमाल कर लेते हैं
17:40भाषा यानि लैंग्वेज्ज वान अपने अपने बहुत इंट्रेस्टिंग चीज़ है नॉर्थ सेंटिनलीज लोगों के बारे में
17:44क्योंकि ये किसी और के साथ कम्यूनिकेट नहीं कर पाते हैं
17:47ट्रिलोखनाथ पंडित अपनी एक एक्सपंढिशिन पर एक दूसरे अंदमान के ट्राइब के मेंबर को ले।
17:52जो एक औगे ट्रैब से थी
17:53वो सिंटेनलीज के साथ को ही कम्यूनिकेशन ने कर पाये।
17:56लेकिन इतना इन्ही नही
17:58तो दूसरे ट्राइब का मेंबर इनके सामने गया, तो सेंटिनलीज लोगों को और ज्यादा गुस्साने लग गया।
18:03जॉन अपनी डाइरी में बताते हैं इनकी भाषा को लेकर,
18:05कि इनकी भाषा में बहुत ज़्यादा हाई पिच्च्ट साउंड्स देखने को मिलती हैं,
18:08जैसे की बा, पा, ला और सा।
18:11लाइट्स्टायल की बात करी जाएं तो, सेंटिनलीज दो अलग-अलग टाइब के हाउसेज में रहते हैं.
18:15एक बड़ी हट है, जहाँपर काफी सारे परिवार एक साथ रह सकते हैं
18:18और एक छोटी हट है, जहाँपर सिर्फ एक ही परिवार रह सकता है.
18:21जॉन की डाइरी के अकॉर्डिंग, करीब 250 लोग इस आईलेंड पर रहते हैं.
18:25बाकि जो इंडियन गवर्मन्ट ने एस्टिमेट्स लगाए हैं,
18:27वो रेंज 50 से लेकर 500 के बीच में हैं.
18:30क्योंकि exactly तो कोई काउंट करके बता नहीं पाया है कि कितने लोग हैं.
18:33तो यही एस्टिमेट्स लगाया जाता है.
18:35इनके बिहेवियर के बारे में हमें यह पता है कि यह मुर्दा बॉडीज को
18:38जंगल में वापस लेकर नहीं जाते, जलाते नहीं हैं,
18:41बल्कि यह बीच पर ही रेद में दफना देते हैं.
18:44बागी जो पुराने वाले हिस्टोरियन्स ने लिखा था,
18:47जो सबसे पुराने रेटिन रिकॉर्ट्स थे कि
18:49यहां रहने वाले लोग cannibals हैं, इंसानों को खाते हैं,
18:52यह चीज सच नहीं है.
18:53और हम यह भी जानते हैं कि अगर जो लोग इन्हें मिलने आ रहे हैं,
18:57वो छोटे ग्रूप में हैं, तो उन पर हमला किया जाता है,
18:59लेकिन अगर विजिटिंग पार्टी ज्यादा बड़ी है,
19:01जैसे कि त्रिलोकनाथ के साथ हुआ था,
19:03तो यह छिप जाते हैं जंगल में, उन पर हमला नहीं करते हैं.
19:05कई एक्सपिडिशन्स में प्रेगनेंट औरतों को भी देखा गया है,
19:07बच्चों को भी देखा गया है, इससे हमें यह पता चलता है कि जो भी
19:10पॉपिलेशन है इस आईलेंड पर रहने वाली,
19:12वो अपने आपको सस्टेन कर पा रही हैं.
19:14और यहाँ एक सबसे इंटरेस्टिंग चीज जो शायद इनके बारे में हमें पता चलती है,
19:17कि North Sentinelese लोग सस्टेनिबली रह पा रहे हैं.
19:20यह एक ही आईलेंड पर रहते हैं, जो छोटा सा है,
19:23वहाँ जंगल को नहीं काटा इन्होंने,
19:25नेचर के साथ रहने लग रहे हैं,
19:27और कोई ओवर पॉपिलेशन नहीं देखने को मिल।
19:29यह बड़ी इंट्रेस्टिंग चीज है,
19:30क्योंकि जहाँ-जहाँ हुमन्स की कमीनिटीज देखी गई हैं,
19:33अक्सर वो ओवर पॉपिलेशन कर जाती हैं।
19:35अक्सर यह भी होता है कि एक छोटा सा आईलेंड है,
19:37कोई जानवर यहाँ पर मौझूद होगा,
19:39जिसे मार कर खा रहे होंगे,
19:40तो वो जानवर एक्स्टिंक्ट हो जाए इस आईलेंड पर।
19:42लेकिन कमाल की बात यह है कि यह नेचर के साथ एक ऐसे सस्टेनेबल तरीके से रह पा रहे हैं।
19:48जिसमें इंसान इंवायमेंट पर हावी नहीं पड़ रहा है।
19:50आज के दिन कई लोग मानते हैं कि हमें अपनी कोशिष जारी रखनी चाहिए इनसे कॉंटाक्ट करने की।
19:55हमें इन्हें बहार की दुनिया दिखानी चाहिए।
19:57जो जो टेकनॉलेजीस हमने इंवेंट करी हैं,
20:00हम इन्हें लाकर दिखाएं ताकि ये भी उनका फायदा उठा सके।
20:03थोड़ी डेवलप्मेंट और मॉडरनाइजेशन हम भी इन्हें दे दे।
20:06दूसरी तरफ कुछ लोग कहते हैं कि हमें इन्हें दूर ही रखना चाहिए बहार की दुनिया से।
20:10यह अपना खुशी से जी रहे हैं, आइसोलेटिट हैं, इन्हें आइसोलेटिट ही रखना चाहिए।
20:15यहाबर आपकी क्या राय है? नीचे कॉमेंट्स में लिखकर बताइए।
20:17अगर मेरी राय पूछोगे, मेरी राय में तो मैं second option ही choose करूँगा।
20:21कुछ बड़े कारण है कि क्यूं इन्हें आइसोलेटिट रखना ही बैतर है।
20:25पहला reason तो यही है कि जब भी यह बाहर की दुनिया से contact में आते हैं,
20:28जो जो diseases हमारी दुनिया में देखने को मिल रहे हैं, इनके पास उसकी immunity नहीं है।
20:33Chances यही है कि यह survive नहीं कर पाई।
20:35दूसरी और इससे भी बड़ी problem, हमने बाकी tribes के साथ ऐसा करने की कोशिश करी हैं,
20:39और नतीजा हमेशा अच्छा नहीं रहा है।
20:42For example, जारवा ट्राइब जो है, अन्धमान की ही एक ट्राइब है,
20:45काफी सालों तक isolated थी, किसी ने contact नहीं किया था उनके साथ,
20:48लेकिन 1970s में जब Indian Government ने friendly contact बनाने की उनसे कोशिश करी, तो successful रहा है।
20:54उसके बाद बाकी दुनिया के बारे में उनको पता चला,
20:57नए जमाने से उन्होंने fit-in करने की कुशिश करी, कुछ जरूर fit-in कर गए, लेकिन ज़्यादातर लोग खुश नहीं हैं।
21:04आज के टाइम हमारे जो package खाना है, कुछ ट्राइब मेंबर्स उसे डाइजेस्टी नहीं कर पाए।
21:08कुछ जो कर पाए, वो मोटे हो गए, obese बन गए, क्योंकि उन्हें control करना नहीं आया।
21:13एकदम से इतना सारा खाना मिल गया, इससे पहले उन्हें hunt करना पड़ता।
21:16बाकि, alcohol और tobacco जैसे substances से उन्हें introduce कराया गया, तो वो instantly addicted बन गया।
21:21क्योंकि बचपन से वो grow up नहीं होए, समझते हुए कि ये जो चीज़े हैं इनसे दूर रहना चाहिए, ये गलत हैं।
21:27जैसे ही इन्होंने उन नई चीज़ों को चक्खा, एकदम से addicted हो गया।
21:31इसके लावा जो उनका culture है, जो रहने का तरीका है, जो उनकी भाषा है, जो traditions हैं इनके, सालों से चले आ रहे हैं,
21:37जब ये modern society में integrate होँगे, तो ये सब lose out कर जाएंगे।
21:40बाकि और जो Andaman-Nicobar islands की tribes हैं दोस्तों, उनके साथ यही होने लग रहा है।
21:441800s में जब बृतिश पहली बार आय थे इन islands को colonize करने के लिए, तब around 5000 individuals थे great Andamanese tribe के।
21:52आज के दिन सिर्फ 41 बचे हैं।
21:54तो शायद हमारी जो कोशिश है और इनके साथ contact बनाय रखने की,
21:58वो इनके लिए हानिकारक हो सकती है और इनकी पूरी community को हमेशा के लिए खतम करके रख सकती है।
22:04उमीद करता हूँ वीडियो हमेशा के लिए इंफॉमेटिब लगा होगा, पसंद आया, ऐसे ही और वीडियो's चेक आउट कर सकते हैं इस प्लेइलिस्ट में।
22:10इस प्लेइलिस्ट में मैं आपको बर्मरिया ट्राइंगल और टाइम ट्राइबल वाला वीडियो को बहुत-बहुत धन्यवाद करूँगा।

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