भारत की Formal Economy 26 लाख करोड़ की होने पर अर्थशास्त्री सुनील गर्ग ने कही बड़ी बात

  • 2 days ago
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की औपचारिक अर्थव्यवस्था में 26 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। इस पर आईएएनएस को प्रतिक्रिया देते हुए अर्थशास्त्री सुनील गर्ग ने कहा कि इसके दो मायने हैं मायने नंबर एक इसका मतलब यह हुआ हम लोग इनफॉर्मल इकोनॉमी से फॉर्मल इकोनामिक की तरफ बढ़ रहे हैं पिछले चार-पांच दशक पहले देश में कहा जाता था कि हमारे ब्लैकइन पैरेलल इकोनामी है लेकिन अब जो आंकड़ा आ रहा है स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया का उससे यह पता चला 2016 से 2027 तक जो इनफॉर्मल इकोनॉमिक 26% थी वह अब 23% के करीब आ गई है इसका मतलब यह हुआ कि हम एक राइट डायरेक्शन की तरह बढ़ रहे हैं और आने वाले समय में मुझे लगता है यह फॉर्मल इकोनामिक का जो सफर है ज्यादा होगा और सबसे बड़ा योगदान मेरी नजरों में है जो जीडीपी आया जो जीएसटी टैक्स आया जीएसटी की वजह से जो चेन बनी उससे बहुत सारे लोगों को फॉर्मूली इकोनॉमी में आने का मौका मिला। वहीं भारत के पांचवीं अर्थव्यवस्था से बढ़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए चल पड़ने के सवाल पर सुनील गर्ग ने कहा कि बिल्कुल हम आगे बढ़ रहे हैं और मुझे लगता है कि हम फॉर्मल इकोनामी की तरफ बढ़ रहे हैं और आपको ज्यादा ग्रोथ मिलती है क्योंकि इसका मल्टीप्लाई रिफ्लेक्ट होता है एक सेक्टर की तरफ हम जब आगे बढ़ते हैं और फॉर्मलाइज की तरफ जाता है तो सरकार को टैक्स कलेक्शन ज्यादा मिलता है और सरकार उस सेक्टर के आंकड़ों में ज्यादा इनवेस्टमेंट करती है।