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श्री जैन राजस्थानी विद्या प्रचारक मंडल के चेयरमैन भंवरलाल सी. जैन ने कहा कि हिंदी को बढ़ावा देने एवं विद्यार्थियों को मंच प्रदान करने को लेकर यह प्रतियोगिता आयोजित की गई। हिंदी को प्रमोट करने के लिए भी लगातार स्कूल की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। राजस्थान पत्रिका हुब्बल्ली एवं श्री जैन राजस्थानी विद्या प्रचारक मंडल हुब्बल्ली के संयुक्त तत्वावधान में यहां शांतिनाथ हिंदी हाई स्कूल में आयोजित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में अध्यक्षीय उद्बोधन में जैन ने कहा, यहां स्कूल में हिंदी माध्यम की सुविधा भी उपलब्ध होने से उत्तर भारत से आने वाले बच्चों को शिक्षण में सुविधा मिल रही है। स्कूल में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इससे विद्यार्थियों की छिपी प्रतिभाएं उभर कर बाहर आती हैंं। प्रारम्भ में राजस्थान पत्रिका हुब्बल्ली के संपादकीय प्रभारी अशोक सिंह राजपुरोहित ने प्रतियोगिता एवं राजस्थान पत्रिका के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर श्री जैन राजस्थानी विद्या प्रचारक मंडल के उपाध्यक्ष महेन्द्र पालगोता एवं स्कूल के प्रधानाध्यापक विलास पुदाले समेत अन्य गणमान्य लोग व शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे। दसवीं की छात्रा मन्नत राजपुरोहित ने धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतियोगिता मौखिक रूप में हुई तथा विद्यार्थियों को पूछे गए सवाल का मौके पर ही जवाब देना था। प्रतियोगिता में हिंदी माध्यम के आठवीं, नवीं एवं दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। हर कक्षा से पांच सवाल पूछे गए। प्रतियोगिता के तहत सामान्य ज्ञान, राजनीति, खेल, विज्ञान, कला, संस्कृति समेत अन्य विषयों पर सामान्य सवाल पूछे गए। प्रतियोगिता के दौरान विद्यार्थियों ने उत्साह दिखाया। सभी विजेता प्रतिभागियों को अतिथियों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। आठवीं कक्षा में हितेश, पूजा प्रजापत, देवाराम चौधरी, रीतिका चौधरी एवं प्रेरणा घांची, नवीं कक्षा में कुलदीप राजपूत, भंवरलाल देवासी, कैलाश चौधरी, नेहा मालवीय एवं दिव्या रावल और दसवीं कक्षा में मन्नत राजपुरोहित, भावेश, आरती राजपुरोहित, मनीषा राजपूत एवं नीकिता पुरोहित विजेता रहीं।


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Transcript
00:0058 years ago, this school was started in Hindi medium.
00:07It was started by four students in Ugradi in 1944.
00:11After that, the children continued to study.
00:14The school was started in Jigru building, P.B. Road.
00:17About 35 years ago, the society took this place and built this school.
00:22In 2001, I was working in this school.
00:29After that, we thought of English medium.
00:31As the English craze is increasing, we started English medium.
00:36Since then, I have been teaching here.
00:38After Hindi medium, we started English medium.
00:41About 5 years ago, we thought of college.
00:44So, we built PUC1, PUC2 commerce college.
00:47After that, we started degree college.
00:50PUC1, PUC2, PUC3.
00:52In our Shantiniketan school, there are about 300 star schools in Dharwad.
00:58But for 9 years, our English medium school has been taking a few percent interest.
01:04Everyone's support, everyone's support, everyone's interest.
01:07Even in Hindi medium, we have got a very good result.
01:10It has been 97 percent.
01:12Let's give him a round of applause.

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