चार गति

  • 2 days ago
इस संसार में चार गतियाँ हैं। मनुष्य गती, जानवर गती, देव गती और नर्क गती। जिसने जैसे कर्म बांधे है, उसे उस प्रकार की गती में जाकर कर्म का फल भुगतना पड़ता है। चारों गति से छूटकरा पाकर, सभी दुखो से मुक्ति पाने को - मोक्ष गती कहते है। अनंत अवतारों से भटक कर हम सभीने चारों गतीओं का अनुभव अनुभव किया है। जब तक हम आत्मज्ञान नही पा लेते, हमे संसार में भटकना पड़ता है।आत्मज्ञान होने पर हमें एक, दो या तीन अवतारों में इस संसार के कर्म बंधनों से मुक्ति मिल जायेगी। आत्मज्ञान प्राप्त होने पर नए कर्म बंधन नहीं होते है और पुराने कर्मफल समता भाव से पुरे करने पर हमें मुक्ति मिलती है।

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