कभी दमकते रहे, अब हो रहे दुर्दशा का शिकार-video

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दीपावली पर घर-आंगन से शहर का कोना-कोना संवारा जाता है, लेकिन शहर की बसावट व सुरक्षा के साक्षी रियासत कालीन परकोटों को संवारने के लिए पांच सौ वर्षों से एक बार भी दीपावली नहीं आई।
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00:00 (dramatic music)
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00:05 (birds chirping)
00:08, (upbeat music)
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