धर्म और अधर्म क्या है?
- 10 months ago
अधर्म=असाधु=अनार्य धर्म=अकुशल धर्म=अनर्थ=सास्रव=सदोष
1. प्राणी-हिंसा, 2. चोरी, 3. काम-भोग संबंधी मिथ्याचार, 4. झूठ बोलना, 5. चुगलखोरी, 6. कठोर भाषण, 7. व्यर्थ बोलना, 8. लोभ, 9. द्वेष, 10. मिथ्या-दृष्टि
धर्म=साधु=आर्य धर्म=कुशल कर्म=अर्थ=अनास्रव=निर्दोष
1. प्राणी-हिंसा से विरत रहता, 2. चोरी से विरत रहना, 3. काम-भोग संबंधी मिथ्याचार से विरत रहना, 4. झूठ बोलने से विरत रहना, 5. चुगलखोरी से विरत रहना, 6. कठोर भाषण से विरत रहना, 7. व्यर्थ बोलने से विरत रहना, 8. लोभ से विरत रहना, 9 द्वेष से विरत रहना तथा 10. दृष्टि...
Source-Anguttar Nikaye (dasak nipato-sadhu vaggo -Sadhu Sutta)
#buddha #buddhahindi #buddhateachings #buddhism #buddhastory #tripitaka #nameless
1. प्राणी-हिंसा, 2. चोरी, 3. काम-भोग संबंधी मिथ्याचार, 4. झूठ बोलना, 5. चुगलखोरी, 6. कठोर भाषण, 7. व्यर्थ बोलना, 8. लोभ, 9. द्वेष, 10. मिथ्या-दृष्टि
धर्म=साधु=आर्य धर्म=कुशल कर्म=अर्थ=अनास्रव=निर्दोष
1. प्राणी-हिंसा से विरत रहता, 2. चोरी से विरत रहना, 3. काम-भोग संबंधी मिथ्याचार से विरत रहना, 4. झूठ बोलने से विरत रहना, 5. चुगलखोरी से विरत रहना, 6. कठोर भाषण से विरत रहना, 7. व्यर्थ बोलने से विरत रहना, 8. लोभ से विरत रहना, 9 द्वेष से विरत रहना तथा 10. दृष्टि...
Source-Anguttar Nikaye (dasak nipato-sadhu vaggo -Sadhu Sutta)
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