सारण: उंगली पकड़ चलना सिखाया, बार-बार गिरी, हर बार आपने उठाया, सुनिए भावुक कविता

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सारण: उंगली पकड़ चलना सिखाया, बार-बार गिरी, हर बार आपने उठाया, सुनिए भावुक कविता

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