यह हमारा सौभाग्य कि शिवना से पशुपतिनाथ व सहस्त्र महादेव प्रकट हुए लेकिन यह दुर्भाग्य के यह आज तक प्रदूषण से मुक्त नहीं हुई
- last year
मंदसौर.
बड़े नसीब वाले होते है वह शहर जिन्हें नदियां नसीब होती है। नदियां हमारी संस्कृति है विरासत है और पहचान है। यह हमारा सौभाग्य है कि जिस शिवना से भगवान पशुपतिनाथ व सहस्त्र महादेव प्रकट हुए वह हमारे शहर में है लेकिन दुर्भाग्य की इसका प्रदूषण आज तक दूर नहीं कर पाए।
बड़े नसीब वाले होते है वह शहर जिन्हें नदियां नसीब होती है। नदियां हमारी संस्कृति है विरासत है और पहचान है। यह हमारा सौभाग्य है कि जिस शिवना से भगवान पशुपतिनाथ व सहस्त्र महादेव प्रकट हुए वह हमारे शहर में है लेकिन दुर्भाग्य की इसका प्रदूषण आज तक दूर नहीं कर पाए।