एवैस्कुलर नेक्रोसिस (Avascular-Necrosis) या AVN हड्डियों में होने वाली एक ऐसी बीमारी होती है जिसमें खून की कमी से बोन टिशू मरने लगते हैं। आसान भाषा में इस स्थिति को हड्डी की मौत(Death of Bone) या हड्डियों का गलना भी कहते हैं। इसके अलावा आयुर्वेद में इसे 'अस्थि क्षय' या 'अस्थि मज्जा क्षय' भी कहते हैं। एवैस्कुलर नेक्रोसिस या ओस्टियो नेक्रोसिस की प्रक्रिया में आमतौर पर महीनों से लेकर सालों तक का समय लगता है।कुछ लोगों में एवस्कुलर नेक्रोसिस के शुरुआती चरणों में कोई लक्षण नहीं होते हैं। जैसे-जैसे स्थिति बिगड़ती जाती है, प्रभावित जोड़ों पर भार डालने दर्द होने लगता है। इसे आप लेटे हुए भी महसूस कर सकते हैं। दर्द हल्का या गंभीर हो सकता है। यह आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होता है। कूल्हे के एवस्कुलर नेक्रोसिस से जुड़ा दर्द कमर, जांघ या नितंब पर केंद्रित हो सकता है। कूल्हे के अलावा, कंधे, घुटने, हाथ और पैर प्रभावित हो सकते हैं।
Avascular-Necrosis or AVN is a bone disease in which bone tissue starts dying due to lack of blood. In easy language, this condition is also called death of bone or melting of bones. Apart from this, in Ayurveda it is also called 'bone decay' or 'bone marrow decay'. The process of avascular necrosis or osteonecrosis usually takes months to years.
#HaddiGalneKaIlaj
~PR.111~ED.118~HT.178~
Avascular-Necrosis or AVN is a bone disease in which bone tissue starts dying due to lack of blood. In easy language, this condition is also called death of bone or melting of bones. Apart from this, in Ayurveda it is also called 'bone decay' or 'bone marrow decay'. The process of avascular necrosis or osteonecrosis usually takes months to years.
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