SootrDhar: MP महिला आयोग तीन साल से ठप पड़ा है, फिर भी करोड़ों का खर्च

  • 2 years ago
आज के सूत्रधार में देखिए कि राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार करना जीतू पटवारी को क्यों पड़ा महंगा? साथ ही यूपी समेत पांच राज्यों के चुनाव का महाएग्जिपोल, जिसमें हम आपको बताएंगे कि किस-किस की बन रही है, पांचों राज्यों में सरकार। इसके अलावा हम आपको दिखाएंगे कि महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कागजों में भले ही कितनी योजनाएं बन जाएं, लेकिन वे जमीन पर कम ही आती हैं। जो योजनाएं साकार रूप भी लेती हैं तो उनके शुरू होने में राजनीति आड़े आ जाती है और लाखों रुपए बर्बाद हो जाते हैं। महिला दिवस (8 मार्च) के मौके पर हम मेरा बजट, मेरा ऑडिट की कड़ी में बात कर रहे हैं राजधानी के महिला हॉकर्स कॉर्नर की। इस हॉकर्स कॉर्नर को बनाने का मुख्य मकसद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना था। भोपाल में गवर्मेंट सरोजिनी नायडू गर्ल्स कॉलेज (नूतन कालेज) के सामने 2016 में 10 हजार वर्गफीट जमीन पर इसे 25 लाख रुपए की लागत से महिला हॉकर्स कॉर्नर बनाया गया, लेकिन 6 साल बाद भी यह हॉकर्स कॉर्नर शुरू नहीं हो पाया।

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