देश के सबसे बड़े प्रतिष्ठान रेलवे में निजीकरण के खिलाफ रेलकर्मियों ने ही मोर्चा खोल दिया है. 23 अक्टूबर को ऑल इंडिया रेलवेमैन्स फेडरेशन के बैनर तले देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए गए. रेलवे द्वारा तेजस एक्सप्रेस को प्राइवेट हाथों में दिए जाने के बाद देशभर की अन्य 150 ट्रेनों और 50 स्टेशनों को निजी कंपनियों द्वारा संचाचिल कराने के प्रस्ताव के विरोध में रेलवे यूनियन्स ने विरोध तेज कर दिया है. द वायर के अविचल दुबे ने दिल्ली स्थित बड़ौदा हाउस में AIRF के विरोध प्रदर्शन में जाकर रेलकर्मियों से बातचीत की है.
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