BJP का इकलौता फॉर्मूला 'जो हमने कही सिर्फ वही सही' II योगी से मिलने गए डॉक्टर्स को किया गिरफ्तार !
- 3 years ago
त्राहिमाम करती जनता का योगी से सवाल !
क्या उत्तर प्रदेश में चल रहा है हिटलर राज ?
जनता की आवाज को कुचलने से क्या मिलेगा ?
झांसी में ज्ञापन देने आए डॉक्टर्स की गिरफ्तारी !
आखिर इतनी तानाशाही क्यों दिखा रहे हैं सीएम योगी ?
विपक्ष बोला अपनी नाकामी को छुपा सकते हो मिटा नहीं सकते
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार…जब भी इनके समर्थन की बात होती है तो दोनों सरकारों के नेता वाहवाही करते हैं लेकिन जैसे ही इनकी नाकामी पर सवाल किया जाता है…तो दोनों की सरकारों के नेता चेत जाते हैं और फिर कभी कानून का इस्तेमाल कर लोगों को परेशान किया जाता है तो कभी गिरफ्तारी करके लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है…खासकर उत्तर प्रदेश में NSA और गिरफ्तारी तो सरकार के लिए खिलौना सा बन गया है जब मन आया जिसके खिलाफ मन आया इसे लागू कर दिया जाता है…विपक्षी दल ऐसा आरोप लगाते हुए योगी आदित्यनाथ के तौर तरीकों और काम काज पर जमकर सवाल उठा रहे हैं…अब कल ही कानपुर दौरे पर जब सीएम थे तो सपा विधायक को नजरबंद कर दिया गया…और आज झांसी में जूनियर डॉक्टर जब सीएम को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे तो उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया…हालात ऐसे है कि सरकार की कार्यशैली रामराज कम हिटलरराज की याद दिलाती है और ये कहना मीडिया हलचल का नहीं है बल्कि गिरफ्तार किए गए डॉक्टर्स और सपा समेत तमाम विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है…जो तस्वीरें आप स्क्रीन पर देख रहे हैं ये तस्वीरें उन्ही जूनियर डॉक्टर्स की हैं जो मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने आए थे और शिकायत के साथ साथ सुझाव भी देना चाहते थे…लेकिन बीजेपी का तो मूल मंत्र है जो हमने कही सिर्फ वही सही…ऐसे में कैसे सुझाव लिया जा सकता है और कैसे शिकायत सुनी जा सकती है क्योंकि सरकार के नजरिए से तो उसने कोई कसर छोड़ी ही नहीं है तो फिर शिकायत का सवाल ही नहीं उठता…ऐसे में अब विपक्ष का कहना है कि मनमाने तरीके से पुलिस का इस्तेमाल कर जैसे लोगों को गिरफ्तार करवाया जाता है…अगर यही हाल रहा तो हो सकता है कि डॉक्टर्स जेल में बैठे हों और पुलिस का डंडा मरीजों का इलाज करता दिखे…क्योंकि कथित राम राज में सब कुछ संभव है…विपक्षी दलों का कहना है कि इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है कि कोई सरकार इस तरह का रवैया अपना रही है वर्ना हर सरकार का विरोध हुआ और विरोध करने वालों की शियाकत को सुनकर समाधान भी किया गया…लेकिन मौजूदा सरकार को सिर्फ तारीफ सुनने की आदत है…वो अपने विरोध को बर्दाश्त ही नहीं कर पाती और नतीजा इन तस्वीरों जैसा सबके सामने होता है…झांसी में जिन डॉक्टर्स के खिलाफ पुलिसिया एक्शन हुआ है मामले पर रोश देखने को मिल रहा है और सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर ज्ञापन सीएम को अगर दे दिया जाता तो क्या बिगड़ जाता…सीएम एक्शन लेते न लेते वो अलग बात है लेकिन ज्ञापन लेने से पहले ही इस तरह का बर्ताव बताता है कि सरकार सत्ता के नशे में चूर है और उसके दिन ज्यादा नहीं बचे हैं…ऐसा स्थानीय विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है…ब्यूरो रिपोर्ट
क्या उत्तर प्रदेश में चल रहा है हिटलर राज ?
जनता की आवाज को कुचलने से क्या मिलेगा ?
झांसी में ज्ञापन देने आए डॉक्टर्स की गिरफ्तारी !
आखिर इतनी तानाशाही क्यों दिखा रहे हैं सीएम योगी ?
विपक्ष बोला अपनी नाकामी को छुपा सकते हो मिटा नहीं सकते
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार…जब भी इनके समर्थन की बात होती है तो दोनों सरकारों के नेता वाहवाही करते हैं लेकिन जैसे ही इनकी नाकामी पर सवाल किया जाता है…तो दोनों की सरकारों के नेता चेत जाते हैं और फिर कभी कानून का इस्तेमाल कर लोगों को परेशान किया जाता है तो कभी गिरफ्तारी करके लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है…खासकर उत्तर प्रदेश में NSA और गिरफ्तारी तो सरकार के लिए खिलौना सा बन गया है जब मन आया जिसके खिलाफ मन आया इसे लागू कर दिया जाता है…विपक्षी दल ऐसा आरोप लगाते हुए योगी आदित्यनाथ के तौर तरीकों और काम काज पर जमकर सवाल उठा रहे हैं…अब कल ही कानपुर दौरे पर जब सीएम थे तो सपा विधायक को नजरबंद कर दिया गया…और आज झांसी में जूनियर डॉक्टर जब सीएम को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे तो उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया…हालात ऐसे है कि सरकार की कार्यशैली रामराज कम हिटलरराज की याद दिलाती है और ये कहना मीडिया हलचल का नहीं है बल्कि गिरफ्तार किए गए डॉक्टर्स और सपा समेत तमाम विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है…जो तस्वीरें आप स्क्रीन पर देख रहे हैं ये तस्वीरें उन्ही जूनियर डॉक्टर्स की हैं जो मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने आए थे और शिकायत के साथ साथ सुझाव भी देना चाहते थे…लेकिन बीजेपी का तो मूल मंत्र है जो हमने कही सिर्फ वही सही…ऐसे में कैसे सुझाव लिया जा सकता है और कैसे शिकायत सुनी जा सकती है क्योंकि सरकार के नजरिए से तो उसने कोई कसर छोड़ी ही नहीं है तो फिर शिकायत का सवाल ही नहीं उठता…ऐसे में अब विपक्ष का कहना है कि मनमाने तरीके से पुलिस का इस्तेमाल कर जैसे लोगों को गिरफ्तार करवाया जाता है…अगर यही हाल रहा तो हो सकता है कि डॉक्टर्स जेल में बैठे हों और पुलिस का डंडा मरीजों का इलाज करता दिखे…क्योंकि कथित राम राज में सब कुछ संभव है…विपक्षी दलों का कहना है कि इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है कि कोई सरकार इस तरह का रवैया अपना रही है वर्ना हर सरकार का विरोध हुआ और विरोध करने वालों की शियाकत को सुनकर समाधान भी किया गया…लेकिन मौजूदा सरकार को सिर्फ तारीफ सुनने की आदत है…वो अपने विरोध को बर्दाश्त ही नहीं कर पाती और नतीजा इन तस्वीरों जैसा सबके सामने होता है…झांसी में जिन डॉक्टर्स के खिलाफ पुलिसिया एक्शन हुआ है मामले पर रोश देखने को मिल रहा है और सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर ज्ञापन सीएम को अगर दे दिया जाता तो क्या बिगड़ जाता…सीएम एक्शन लेते न लेते वो अलग बात है लेकिन ज्ञापन लेने से पहले ही इस तरह का बर्ताव बताता है कि सरकार सत्ता के नशे में चूर है और उसके दिन ज्यादा नहीं बचे हैं…ऐसा स्थानीय विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है…ब्यूरो रिपोर्ट