पेशेंट लेकर जा रही सरकारी एंबुलेंस जाम में फस गई। एंबुलेंस को जाम में फसते देख पेशेंट के परिजनों की धड़कन तेज हो गई। भगवान से जाम खुलवाने की मिन्नतें करते रहे, लेकिन 1 घंटे बाद एंबुलेंस को जाम से कड़ी मशक्कत के बाद निकलवाया गया।
शुक्रवार को थाना गोविंद नगर क्षेत्र के वृंदावन-मथुरा मार्ग पर वृंदावन की तरफ से जिला अस्पताल की ओर जा रही सरकारी एंबुलेंस 102 जाम लगने के कारण फस गई। इमरजेंसी सेवा के तहत सरकारी 102 एंबुलेंस पेशेंट को लेकर जा रही थी ताकि पेशेंट का उपचार जल्द हो सके,लेकिन निर्माण कार्य प्रकृति पर होने के कारण एंबुलेंस जाम के झाम में फस गई। एंबुलेंस को जाम में फंसते देख पेशेंट के परिजनों के होश उड़ गए। वही राहगीर राम शर्मा ने बताया डीग गेट से चंद कदमों की दूरी पर एक एंबुलेंस फस गई थी जिसमें मरीज और उसके परिजन बैठे हुए थे। उन्होंने बताया कि 1 घंटे तक एंबुलेंस जाम में फंसी रही। जाम से एंबुलेंस को निकलवाने के लिए ना तो कोई यातायात कर्मी मौजूद था और ना ही चौकी से कोई पुलिसकर्मी वहां पहुंचा। एंबुलेंस लगातार सायरन बजा रही थी ,लेकिन कोई भी वाहन उसे साइड देने को तैयार नहीं था। राम ने बताया कि एंबुलेंस एक इमरजेंसी का वाहन होती है उसमें जो मरीज था काफी परेशान था और कहीं से भी निकलने की कोई जगह है। एंबुलेंस को रास्ता नहीं दिया गया। जबकि एंबुलेंस निकलने के लिए रोड की एक पट्टी खाली होनी चाहिए कोई भी इमरजेंसी व्हीकल आसानी से निकले और किसी की जान बच जाए। पुलिस कर्मियों की लापरवाही के नतीजे की वजह से एंबुलेंस को 1 घंटे तक जाम में फंसा रहना पड़ा।
शुक्रवार को थाना गोविंद नगर क्षेत्र के वृंदावन-मथुरा मार्ग पर वृंदावन की तरफ से जिला अस्पताल की ओर जा रही सरकारी एंबुलेंस 102 जाम लगने के कारण फस गई। इमरजेंसी सेवा के तहत सरकारी 102 एंबुलेंस पेशेंट को लेकर जा रही थी ताकि पेशेंट का उपचार जल्द हो सके,लेकिन निर्माण कार्य प्रकृति पर होने के कारण एंबुलेंस जाम के झाम में फस गई। एंबुलेंस को जाम में फंसते देख पेशेंट के परिजनों के होश उड़ गए। वही राहगीर राम शर्मा ने बताया डीग गेट से चंद कदमों की दूरी पर एक एंबुलेंस फस गई थी जिसमें मरीज और उसके परिजन बैठे हुए थे। उन्होंने बताया कि 1 घंटे तक एंबुलेंस जाम में फंसी रही। जाम से एंबुलेंस को निकलवाने के लिए ना तो कोई यातायात कर्मी मौजूद था और ना ही चौकी से कोई पुलिसकर्मी वहां पहुंचा। एंबुलेंस लगातार सायरन बजा रही थी ,लेकिन कोई भी वाहन उसे साइड देने को तैयार नहीं था। राम ने बताया कि एंबुलेंस एक इमरजेंसी का वाहन होती है उसमें जो मरीज था काफी परेशान था और कहीं से भी निकलने की कोई जगह है। एंबुलेंस को रास्ता नहीं दिया गया। जबकि एंबुलेंस निकलने के लिए रोड की एक पट्टी खाली होनी चाहिए कोई भी इमरजेंसी व्हीकल आसानी से निकले और किसी की जान बच जाए। पुलिस कर्मियों की लापरवाही के नतीजे की वजह से एंबुलेंस को 1 घंटे तक जाम में फंसा रहना पड़ा।
Category
🗞
News