उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में बल्दीराय तहसील के दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों के चेहरे पर आज मुस्कान लौट आई है़। चार दशक बाद किसानों के खेत में फसल लहराएगी। आज से पहले तक साल के बारह महीनों में खेतों में पानी भरा रहता है। चुनावी समर में सांसद मेनका गांधी से किसानों ने ड्रेन बनवाने की मांग किया था। आज 9 करोड़ 38 लाख रुपये की लागत से ड्रेन का शिलान्यास कर किसानों से किए वादे को पूरा किया है़। बता दें कि पुरानी गोमती नदी की धारा 1955 में परिवर्तित होने के बाद इस नदी के तटवर्ती गांव में खुरपका झील दशकों से किसानों के लिए कहर बनी हुई है। 80 के दशक से बढ़े जलभराव की समस्या से तकरीबन सौ गांवों की आबादी त्रस्त रही। ऐसे में बड़ी आबादी खेती-बाड़ी छोड़कर पलायन को मजबूर रही। भाजपा नेता संजय सिंह त्रिलोकचंदी की अगवाई में वर्ष 2016 में धरना प्रदर्शन भी आयोजित हुआ था। ग्रामीण बताते हैं कि शारदा सहायक नहर खंड-16 का बढ़ा पानी भी बिना जल निकासी बिना उचित व्यवस्था के इन्हीं क्षेत्रों में छोड़ दिया जाता रहा। जिससे हजारों बीघा कृषि योग्य जमीन जलमग्न हो जाती थी।
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