• 4 years ago
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा दिव्यांगों व अन्य जरूरतमंदों के साथ पात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए निर्देश दिया गया है। लेकिन पात्र व जरूरतमंद व्यक्तियों तक सरकारी योजनाएं नहीं पहुंच पा रही है । ऐसा ही एक मामला उस वक्त देखने को मिला जब गाजीपुर के विकास भवन में गांधी जयंती के मौके पर दिव्यांगजन कल्याण विभाग के द्वारा दिव्यांगों को व्हीलचेयर व अन्य जरूरी सामानों का वितरण किया जा रहा था । वितरण कार्यक्रम के बतौर मुख्यातिथि खुद जिलाधिकारी मंगला प्रसाद रहे। कार्यक्रम के दौरान डीएम ने दिव्यांगजनों से उनकी समस्या सुनने के लिए रूबरू हुए तो जिले के बाराचवर ब्लाक के दिव्यांग अजीत यादव ने कहा डीएम हुजूर आवास के लिए 12 बार शिकायत कर चुका हूँ। लेकिन अभी तक आवास नहीं मिला। जबकि पति पत्नी दोनों दिव्यांग है और उनके चार बच्चे है और एक झोपड़ी में रहने की शिकायत की। वही कार्यक्रम के दौरान डीएम द्वारा दिव्यांगों को उपेक्षित करने का मामला भी सामने आया। दिव्ययांगों के बीच उपकरण वितरण के दौरान सभी अधिकारियों द्वारा उपकरण दिया गया। लेकिन वही एक भी दिव्यांगों को डीएम ने अपने हाथों से उपकरण नहीं दिया।
गाजीपुर में गांधी जयंती के अवसर पर दिव्यांग जनों को सम्मान देने के लिए दिव्यांग कल्याण विभाग के द्वारा आज पूर्व निर्धारित किए गए कार्यक्रम के तहत दिव्यांगों में उपकरण वितरण का कार्यक्रम किया गया। जिस के मुख्य अतिथि जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह रहे। लेकिन आज के इस कार्यक्रम में किसी भी दिव्यांगजन को मिलने वाला उपकरण जिलाधिकारी ने अपने हाथों से वितरण करने के बजाय मंच पर ही बैठे रहे और विभागीय अधिकारी सभी लाभार्थियों को उनका सामान वितरण करते दिखे इस दौरान जिलाधिकारी ने दिव्यांगों से उनकी समस्याओं के बारे में जानना चाहा तो बाराचवर ब्लॉक के रहने वाले अजीत राजभर ने बताया कि उनका नाम आवास के पात्रता सूची में रहा लेकिन ग्राम प्रधान के द्वारा ₹5000 की मांग किया गया उक्त पैसा नहीं देने पर उनका नाम पात्रता सूची से काट दिया गया । वही अजीत सिंह यादव ने बताया कि वह और उनकी पत्नी दिव्यांग है। उनके चार बच्चे हैं और रहने के लिए सिर्फ एक झोपड़ी है । आवास के लिए अब तक कई बार आवेदन कर चुके हैं और 12 बार इसकी शिकायत पूर्व के अधिकारियों से कर चुके हैं आज 13 वी बार जिलाधिकारी से उन्होंने आवास की गुहार लगाया है लेकिन इस बार भी उनकी बात सुनी जाएगी या नहीं इस बारे में वह स्योर नहीं है वही दोनों आंखों से दिव्यांग तिज़िया ने बताया कि उन्होंने कई बार आवास और शौचालय के लिए गुहार लगाया है लेकिन अभी तक उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाया है।
इस दौरान इनकी समस्याओं को सुनने के बाद जिला अधिकारी के द्वारा उनके समस्याओं का निराकरण का आश्वासन दिया गया उन्होंने मौके पर ही परियोजना निदेशक को शिकायत करने वाले दिव्यांगों का नाम पता नोट कर तत्काल लाभ दिलाने की बात कही हालांकि इस दौरान जब मीडिया ने इस बारे में उनसे सवाल किया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार किया।

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