सीएचओ भर्ती में यूनानी चिकित्सकों को भी शामिल करने की मांग

  • 4 years ago
जयपुर। राजस्थान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और परिवार कल्याण विभाग की ओर से राष्ट्रीस स्वास्थ्य मिशन एनएचएम के तहत संविदा पर कम्युनिटी हैल्थ आॅफिसर यानी सीएचओ की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इस प्रक्रिया में बीयूएमएस पास करने वालों को योग्य नहीं माना गया है। जबकि बीएएमएस, बीएससी नर्सिंग, जीएनएम को इस पद की योग्यता में शामिल किया गया है। इसके बाद से यूनानी चिकित्सकों को भी इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने की मांग उठी है। चिकित्सकों के साथ ही संस्थाओं ने भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा को पत्र लिखकर इन्हें भी सीएचओ के लिए आवेदन करने देने की मांग की गई है। आवेदन नहीं करने देने पर विरोध प्रदर्शन करने की रणनीति बनाई जा रही है।

इतने पदों पर होनी है भर्ती
यह भर्ती राज्यभर के जिलों में 6310 पदों पर होनी है। इतने पदों पर भर्ती में अन्य पात्र आवेदकों के साथ यूनानी चिकित्सक शामिल नहीं करने पर मुस्लिम परिषद संस्थान ने विरोध जताया है। इसके साथ महाराष्ट्र, बिहार एवं जम्मू कश्मीर समेत अनेक राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत ही सीएचओ भर्ती में बीएएमएस,बीएससी नर्सिंग व जीएनएम के साथ साथ बीयूएमएस को भी योग्य माना गया है लेकिन राजस्थान में बीयूएमएस को शामिल नहीं किया गया, इसी बात को लेकर चिकित्सकों में रोष है।


भर्ती में शामिल करने की मांग
इस भर्ती में संशोधन कर सीयूएमएस के यूनानी चिकित्सकों को शामिल करने के लिए नियम में संशोधन करने की मांग को लेकर मुस्लिम परिषद संस्थान के अध्यक्ष युनुस चौपदार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा व मंत्री शाले मोहम्मद समेत विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजा है। उनका कहना है कि ऐसा करने से हजारों यूनानी चिकित्सकों के साथ नाइंसाफी हो रही है। इसलिए सरकार जल्द से जल्द उचित संशोधन करे। कोरोना महामारी के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग व एडवाइजरी को ध्यान मे रखते हुए इस मांग को लेकर मुस्लिम परिषद संस्थान द्वारा मुख्यमंत्री, चिकित्सा मंत्री समेत जिम्मेदार लोगों को ईमेल भेजकर संशोधन की मांग का ऑनलाइन अभियान भी चलाया गया, जिसके तहत सैकड़ों ईमेल भेजे गए।

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