आतंकी संगठनों के मुखियों की तरह बात करने वाले धर्म क्‍या समझेंगे: प्रेम शुक्‍ला

  • 4 years ago
अयोध्‍या में राम मंदिर के भूमिपूजन के दिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनको रामलला का वनवास खत्‍म होता रास नहीं आ रहा है. भूमिपूजन से क्यों चिढ़े असदुद्दीन ओवैसी? किसने दी बाबरी के नाम पर 'धमकी'? बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा, जिनके यहां हलाला करना धर्म हो, वो स्त्री के अपहरण को धर्म समझ रहे होंगे. इनके यहां किसी स्त्री की अस्मत हलाला के नाम पर लूटने को धर्म कहते हैं. इनके मौलवियों की भाषा भी आतंकी संगठनों के मुखियों की तरह होती है, ये धर्म की क्या बात करेंगे.