एक भूखे मजदूर के लिए मंदिर से ज्यादा क्या है जरूरी, देखिये कार्टून

  • 4 years ago
अयोध्या में श्री राम के मंदिर का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होने वाला है. 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का शिलान्यास करेंगे. वे मंदिर की नींव में चांदी की ईंट रखकर निर्माण कार्य का शुभारंभ करेंगे. लंबे समय तक अदालत में अटकने के बाद मंदिर मुद्दे का समाधान हो पाया है. श्री राम के मंदिर से बड़ी संख्या में लोगों की आस्था जुड़ी हुई है ,इसलिए मंदिर निर्माण की तिथि नजदीक आने से श्रद्धालु प्रसन्न है. लेकिन एक कहावत है कि भूखे भजन न होय गोपाला अर्थात यदि पेट खाली हो तो ईश्वर की आराधना में भी मन नहीं लगता. इन दिनों दैनिक वेतन भोगी कामगारों के लिए समय अच्छा नहीं चल रहा है. पहले मंदी और बाद में कोरोनावायरस के कारण उद्योग धंधों पर बुरा असर पड़ा है.कई फैक्ट्रियों को ताला लग गया तो बहुत से कारखानों में उत्पादन घटाना पड़ा. इससे बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की गई और लाखों की तादाद में लोग देश में बेरोजगार हो गए. ऐसे में लोगों के लिए मंदिर से ज्यादा दो वक्त की रोटी जुटाना पहली प्राथमिकता बन गया.देखिये इस गंभीर मुद्दे पर कार्टूनिस्ट का नज़रिया