फिर से आरपार जोधपुर माचिया पार्क की दीवार

  • 4 years ago
नंदकिशोर सारस्वत

जोधपुर. कायलाना झील के पास 32.30 करोड़ की लागत से निर्मित माचिया बॉयलोजिकल पार्क के बाहर करीब 9 हेक्टेयर बेशकीमती जमीन पर अतिक्रमण हो चुका है। माचिया की सुरक्षा दीवार को जगह जगह से तोड़ कर अंदर तक पशु बाड़े बन चुके हैं। लेकिन अधिकारियों की नींद नहीं उड़ रही है। करोड़ों खर्च करने के बाद भी माचिया की सुरक्षा के लिए निर्मित वन्यजीव चौकी का भवन अधूरा पड़ा जर्जर हो रहा है।
नौ हेक्टेयर वनभूमि पर हो चुका है अतिक्रमण
पर्यटन के मानचित्र में जोधपुर को खास स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले माचिया बॉयलोजिकल पार्क की वन भूमि लगातार घटती जा रही है । सुरक्षा दीवार को तोड़कर अतिक्रमण के अलावा कई लोग दीवार के आसपास खनन का मलबा भी डालने लगे हैं। करीब ढाई दशक पूर्व 12 जुलाई 1990 को प्रारंभिक विज्ञप्ति जारी कर कायलाना झील के पास माचिया वन खंड का कुल क्षेत्रफल 713.89 हेक्टेयर दर्शाया गया था। इसमें माचिया पार्क के अधीन 669.73 हेक्टेयर और बाहरी क्षेत्रफल 44.16 हेक्टेयर प्रादेशिक वन मंडल के अधीन है। इसमें करीब 9 हेक्टयर भूमि पर अतिक्रमण हो चुका है।

41 हेक्टेयर एरिया में निर्मित है पार्क
माचिया पार्क की चार दिवारी के भीतर 41 हेक्टेयर एरिया में जापान इंटरनेशनल कॉ-ऑपरेशन एजेन्सी जाइका से 21 करोड़ व तेरहवें वित्त आयोग से 8.50 करोड़ तथा राजस्थान सरकार से 3 करोड़ के सहयोग से बॉयलोजिकल पार्क का निर्माण किया गया है।

अधिकारी का कहना है
वन भूमि माचिया बॉयलोजिकल पार्क के बाहरी क्षेत्र की वन भूमि प्रादेशिक वन मंडल के अधीन है। हमने टेरिटोरियल के अधीन वन भूमि से अतिक्रमियों को बेदखल करने के लिए करीब 80 से अधिक लोगो के खिलाफ एलआरए 91 की कार्रवाई की है। यह मामले एसीएफ कोर्ट और कुछ मामले न्यायालय में विचाराधीन है। मामलों की नियमित सुनवाई और नया अतिक्रमण रोकने के लिए नियमित गश्त की जा रही है। माचिया की सुरक्षा दीवार के भीतर का हिस्सा हमारे अधीन नहीं है।
सुनील कुमार सहायक वन संरक्षक
वन मंडल जोधपुर