खेत में मचान बनाकर युवक कर रहा एकांतवास जाने कैसे

  • 4 years ago
गोंडा | कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए अब सभी जागरूक हो रहे है, तभी तो मुंबई से आये संगमलाल पेड़ पर ही बने मचान पर रहकर कोरेन्टीन कर रहे है। इनका खाना घर से आ जाता है, ये 21 दिन बाद ही अपने अपने घर जायेंगे। यह गोंडा के तरबगंज तहसील के फत्तेपुर गाँव का नजारा है, जहां मचान पर रहने वाले संगम लाल का कहना है कि यदि यहाँ काम नहीं मिला तो मजबूरन बीमारी खत्म होने के बाद आजीविका के लिए वापस जाना पड़ेगा। जिले के तरबगंज तहसील का फत्तेपुर गाँव है, जहा गाँव के बाहर अपने खेत में ही बने मचान पर संगमलाल का ठिकाना इन दिनों बना हुआ है। संगमलाल मुंबई में रहकर कपड़ो में प्रेस करने का काम करते थे। जब काम धन्दा बंद हो गया तब वह ट्रक से गोंडा आये और अपनी जांच करवाई जांच के बाद इनको होम कोरेन्टीन होने का निर्देश मिला तो यह सीधे अपने घर पर नहीं गए बल्कि अपने खेत में ही बने मचान पर ही कोरेन्टीन है। इनका कहना है की घर में परिवार व बच्चे है, उनकी भी सुरक्षा भी देखनी है। जब उनका 21 दिन का समय पूरा हो जायेगा वह घर चले जायेंगे। इनका खाना घर से आता है और दूर से ही दे दिया जाता है। संगम लाल कहते है कि यहाँ काम मिल गया तो ठीक नही तो वापस जाना पड़ेगा ।

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